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Massage Girl in Kasaragod: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Kasaragod who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Kasaragod that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Kasaragod massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Kasaragod who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Kasaragod massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Kasaragod massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Kasaragod who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Kasaragod employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Kasaragod helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Kasaragod

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Kasaragod at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

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Sex Stories

सबसे पहले गुरुजी को शुक्रिया Sex Stories और प्रणाम, फिर समूचे अन्तर्वासना स्टाफ को प्रणाम, फिर पाठकों का जिन्होंने इतने इ-मेल किये, मुझे याहू चेट के ज़रिये संपर्क किया, मेरी पहली कहानी “रिक्शा वाले से गांड मरवाई” को बेहद पसंद किया। दोस्तो, उनके लौड़ों से चुदने के बाद मुझे वो वापिस कभी नहीं मिले न उनको मेरी पहचान रही न मुझे !एक रात में क्या पहचान होगी? जाता तो मैं रोज़ ही था अपनी बुआ के घर ! मेरे साथ एक रोज़ हादसा भी हुआ। मैं वहां से रिक्शा लेने के लिए खड़ा था कि एक बन्दे को देख मुझे लगा कि वो वही है। मैंने थोड़ी मुस्कान सी दी, वो वैसे ही मुस्कुरा दिया। मुझे लगा वो ही है। उस रात दारू का नशा था। मैंने फिर स्टेशन जाने को कहा। रास्ते से दारू पी, जैसे ही रिक्शा एक कालोनी से निकल रहा था, मैंने कहा- कैसे हो?

बोला- ठीक !

मैं सीट और उसकी सीट के गैप में पाँव के बल बैठ सा गया और अपना हाथ आगे ले जा कर मैंने अपना हाथ उसके लौड़े पर ले जा लुंगी के ऊपर से उसको मसल दिया और फिर सहलाने लगा। वो चुपचाप अपनी ही मस्ती में चलाता रहा, मैंने सोचा वो ही है।

अँधेरा देख उसने रिक्शा साइड पे लगा लिया। मैंने उसका लण्ड निकाल मुँह में ले लिया। वो बोला- किस्मत खुल गई ! कोई चूसेगा गरीब का, सोचा नहीं था !

तभी पीछे से किसी ने कहा- पकड़ो इनको !

मैंने वहां से भागने की सोची और भाग गया। उसके बाद मुझे लौड़े मिलने में मुश्किल आने लगी। अपने आस-पास मैं यह काम करना नहीं चाहता था इसलिए मैं बेचैन रहने लगा। तभी मेरे साथ मेरे यह घटना घटी।

मैं अपने मोटर साइकिल से जा रहा था, एक छोरे ने मेरे से लिफ्ट मांगी। कुछ पल आगे जाकर उसने अपना बैग डिग्गी पे रख लिया और मेरा लौड़ा पकड़ कर बोला- कभी किसी की ली है? शादी हुई या अभी नहीं?

उसने जिप खोल हाथ डाल दिया।

मैंने कहा- यह सब?

बोला- यार मैं ऐसे ही अपने लिए लौड़े चुनता हूँ, ऐसे ही लिफ्ट लेकर हाथ जमाता हूँ अगर अगले बन्दे का मूड बन जाये तो ठीक, वरना ज्यादा से ज्यादा उतार देगा और क्या कर लेगा?

मैंने कहा- मैं गांड नहीं मारता, बल्कि मैं खुद गांडू हूँ, इसलिए उतर जाओ प्लीज़ !

उसे उतार मैं आगे निकल गया। वहां एक पार्किंग में बाइक पार्क किया और खुद केन्ट रोड पर पहुंचा जहाँ कोई ऑटो और रिक्शा नहीं चलते !

मैं हूँ बहुत चिकना !

काफी इन्तज़ार के बाद बुल्लेट मोटर साइकिल से हेलमेट डाले दो बन्दे आते दिखे। आर्मी का था वो बुल्लेट ! मैंने लिफ्ट के लिए डरते डरते हाथ दिया, पहले ही दो थे, ऐ चिकने, यहाँ क्यूँ खड़ा है?

जी कोई सवारी नहीं मिल रही ! मैंने मुस्कुरा के होंठ चबाते हुए कहा।

चल छोड़ देते हैं !

मैंने कहा- लेकिन कैसे? पहले ही दो लोग हो ! मुझे लेकर क्यूँ तकलीफ लेते हो ?

बैठ बीच में ! वो बोले।

डरते हुए मेरा हाथ उसके लौड़े की ओर गया अनजान सा बनते हुए मैंने सहला दिया !!!

वो बोला- अबे ओये चिकने ! ठीक से मसल !

पीछे वाले को कुछ कुछ माजरा समझ आया, उसने पीछे से दबाव देना चालू कर दिया। उसका खड़ा होने लगा और दो मिनट में मुझे चुभने लगा। आगे वाले का मैंने पहले ही खड़ा कर दिया था।

दोनों बोले- मादरचोद, तुझे देख कर ही मैं जान गया था कि लिफ्ट काहे के लिए लिया गया !

उसका लौड़ा बहुत लंबा निकला। एक हाथ पीछे ले जाकर दूसरे के को पकड़ा, उसका भी काफी बड़ा निकला। दोनों गर्म थे। दोनों ने बाहर ही एक मकान किराए पर लिया हुआ था। सीधा जाकर वहीं रुके। पीछे वाले का नाम था रामशरण और दूसरे का पुरुषोत्तम था।

राम मुझे लेकर घर गया, उसकी उम्र ३३ साल थी और पुर्शोतम की ३६ साल ! वो बाईक पार्क करके अन्दर आया, ए.सी ऑन करने के बाद राम भी कमरे में आया, दोनों ने मिलकर मुझे नंगा कर दिया। सिर्फ अंडरवियर छोड़ा जिसमें मेरा लौड़ा बन्द था। मेरी छाती देख वो भी अन्य पहले मिले लोगों की तरह हैरान से हुए।

बहुत मस्त मॉल मिला है आज !

अब मेरी बारी थी। पहले मैंने एक की पैंट उतारी फ़िर दूसरे की ! फिर एक की शर्ट साथ में ही दूसरे की ! दोनों मेरे सामने सिर्फ कच्छों में थे, फूले हुए थे। मैंने पहले राम का कच्छा उतारा और लौड़ा मुँह में डाल लिया। उसके मुँह से अहऽऽ निकला। उसका चूसते हुए ही मैंने दूसरे का कच्छा उतारा, उसका आधा खड़ा लौड़ा पकड़ा।

राम बोला- पहले इसका खड़ा करवा !

दोनों ने पेनेग्रा नाम की आधी-आधी टेबलेट ली और मुझे तब तक मसलते रहे। कुछ पल में ही दोनों के लौड़े दहाड़ने लगे। उस टेबलेट से इतनी जल्दी इतना असर देख मैं भी हैरान था। राम फ़्रिज से तीन ठंडी बियर लाया। दोनों मेरे चेहरे के करीब बैठ गए मैंने अपना मग डकार लिया, उसको और डालने को कहा। दो मग अन्दर गए। कभी एक का चूसता कभी दूसरे का ! वो बियर पीते हुए मुझसे चुसवाते देख मस्त थे। मैं उनको पूरा खुश करना चाहता था। ताकि आगे से भी मुझे उनके लौड़े मिलते रहें।

वाह यार ! तू ग्रेट है !

मैंने नशे में रंडी का रूप ले लिया था और वैसे चूस रहा था, मैंने कहा- अब मेरी गांड खुश कर दो !

वो अपने मुँह से थूक निकाल लौड़े पर लगाते हुए बीच में आया। मैं पहले से ही अपनी गांड में उंगलियाँ डाल गीला कर चुका था। उसने लौड़ा रखा, आठ इंच का लौड़ा, उसने सोचा कि इसको दर्द होगा ! लेकिन मैंने उसे कहा- बेरहम हो जाओ साईं !

उसने झटका लगाया और उसका मोटा लंबा लौड़ा घुसता गया, देखते ही पूरा अन्दर डाल दिया और लगा चोदने ! एक लौड़ा मेरे मुँह में था। गुप गुप सी सी सिसकारियाँ ले ले में उनका जोश बढ़ाने लगा- और तेज़ औ औ अह अह और और तेज़ !

वो भी मशीनगन की तरह तेज़ होता गया और एक दो जोर से झटके लगाते हुए उसका माल मेरी गांड में गिरते ही मैंने आंखें मूँद ली। साफ़ पिचकारी महसूस की थी मैंने !

उसने निकाल कर मेरे मुँह में डाल दिया और पुरुषोत्तम ने गांड में घुसा दिया और अब वो लगा मेरी जलन पूरी तरह से ख़त्म करने !

मैंने राम का लौड़ा साफ़ कर दिया और दूसरे ने मेरी गांड पे ज़बरदस्त धक्के लगाने शुरु किये। उसको गांड मारने का असली तरीका पता था जिससे मुझे भी मजा आ रहा था। उसने मालूम नहीं क्या किया- मेरी गांड के अन्दर गांड की कोई गुठली पर लौड़ा रगड़ना शुरु किया जिससे मैं पागल हो गया, आसमान में उड़ने लगा। उसकी एक एक रगड़ मुझे औरत जैसा मजा देने लगी। इतना गर्म हुआ कि पास में बैठे राम के सोये हुए लौड़े को मुँह में लेकर चूसने लगा। दूसरे ने मुझे कहा- दीवार को पकड़ कर खड़ा हो !

मेरे पाँव के नीचे उसने कुछ रख लिया और खुद पीछे खड़ा हुआ उसका लौड़ा मेरी गांड के अन्दरूनी भाग में ऊपर वाले एरिया से घिसने लगा। एक एक रगड़ जब ऊपर घिसती, मेरी आंखें बंद हो जाती। उसने घोड़ा भी बनाया और लगा रौंदने !

मैंने फिर से सामने राम के लौड़े को मुँह में डाल लिया। पुरुषोत्तम तेज़ तेज़ धक्के देता हुआ पानी छोड़ गया और निकाल कर मुँह में डलवा साफ़ करवाया। फ़िर वो मुझे बाथरूम ले गए, शॉवर खोला, साथ नहाने लगे। मेरी गांड की धुलाई की और वहीं चुसवाने लगे। पानी के नीचे चूसने का मजा अलग था। जैसे ही दोनों के तन गए मुझे पौंछकर बिस्तर पे लिटा दिया।

राम सीधा लेट गया, मैं उसके लौड़े पर बैठ गया। उसने मुझे अपने और खींच सीने से लगाया और झटके देने रोक लिए। पुरुषोत्तम पीछे से आया, राम के लौड़े के साथ अपना लौड़ा लगा दिया। राम ने निकाल लिया, दोनों ने अपने अपने लौड़ों के सर जोड़ते हुए घुसा दिए।

मेरी फट गई- प्लीज़ रुक जाओ !

लेकिन दोनों नहीं माने ! राम ने तो पूरा घुसा लिया, पुरुषोत्तम का सिर्फ सर और थोड़ा हिस्सा घुसा। जब राम का आराम से हिलने लगा तो यह देख उसने भी झटका मारा और उसका भी पूरा घुस गया। मेरी फट चुकी थी, यह देख एक ने निकाल लिया और मुँह में दे दिया। राम तेज़ तेज़ रगड़ने लगा।

इस तरह यह नंगा नाच शाम तक चलता रहा। क्या सुख पाया था !

मैंने उनके मोबाइल नंबर लिए और वहाँ से कपड़े पहन राम ने मुझे वहीं छोड़ दिया जहाँ से लिया था। मुझे चलने में तकलीफ थी लेकिन जब मुझे चुदाई याद आती तो मेरा रोम रोम मस्ती से झूमने लगता। इस तरह मेरा लिफ्ट वाला आईडिया कामयाब हुआ।

उसके बाद क्या क्या हुआ, मैं अपनी गांड चुदाई के एक एक किस्से को सबके सामने लाता रहूँगा, मुझे प्यार देते रहना, इ-मेल, चेट करते रहना !

गुरु जी, प्लीज़, मेरे किस्से छापते रहना ताकि मैं लड़ीवार अपने किस्से भेजता रहूँ !

मुझे पूरा भरोसा है आप पर और अंतर्वासना पर !

एक बार फिर से प्रणाम ! Sex Stories

हाय दोस्तो ! Hindi Porn Stories

मैं एक काल बॉय Hindi Porn Stories, उम्र २४, हाइट ६ फ़ीट, लंड ७” इंच, फिगर ३२-३४-३२, रंग गोरा !

आज मैं आपको अपनी पहली चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ। बात उन दिनों की है जब मैं दिल्ली इंजिनियरिंग कॉलेज के आखिरी वर्ष में था। घर के सभी लोग गर्मियों की छुट्टियों में गाँव (नैनीताल) गये थे। घर की देखभाल और मेरे खाने के लिए मेरी छोटी बहन की विधवा सास घर में रहने आई थी। उसका फिगर ३२-३४-३२, कद में मेरे ही बराबर, उम्र ३९, गदराया बदन उसकी छाती और गाँड दोनो ही मस्त थे। एक बार जो देख ले, उसका लंड एक सेकेंड मे ही घोड़े का लंड बन जावे ! उसके पति को मरे काफ़ी साल हो गये थे, इसलिए वो काफ़ी सालों से लंड के लिए जुगाड़ देख रही थी।

तो दोस्तो, मैं भी काफ़ी दिनों से जिसको चोदने के सपने देख कर मूठ मरता था, आज मेरा सपना सच होगा, यह मुझे मालूम नहीं था। वो किचन में काफ़ी बार मुझसे जानबूझ कर अपनी चुचियाँ या अपनी गोल-मटोल गाँड किसी न किसी बहाने छुआ रही थी पर मैं उसकी इस हरकत को नज़र-अंदाज़ कर रहा था। मुझे सेक्स के बारे में कोई ज्ञान नहीं था।

रात का खाना खा कर हम दोनों अलग-अलग कमरे में सोने के लिए चले गये। एक घंटे तक उसको चोदने के बारे में सोच-सोच कर नींद नहीं आई, सो पेशाब करने के लिए उठा और पेशाब करने के बाद मैं उसके कमरे में गया तो मैंने देखा कि वो पेटिकोट और ब्लाऊज़ में सो रही थी। उन्हें देख कर मेरे शरीर में कम्पन सी होने लगी। मैं धीरे-धीरे उसकी तरफ बढ़ने लगा। मैं अपने आपको उसकी तरफ़ जाने से रोक नहीं पा रहा था। वो देखने में बिल्कुल मस्त थी।

मेरा लण्ड उसको देखते ही खड़ा हो गया था। मेरा एक हाथ उसकी टांग पर गया और धीरे धीरे उसके चूतड़ों तक पहुँच गया। मेरे शरीर में करंट सा दौड़ गया, इतने में ही वो जाग गई। जैसी ही वो जगी, मैं वहाँ से भाग लिया और अपने कमरे में आ गया। थोड़ी देर बाद वो मेरे कमरे में आई और आते ही बोली- तुम क्या कर रहे थे?

मैं एकदम डर गया, मेरा चेहरा लाल हो गया। मैं चुप रहा। वो मन ही मन खुश हो रही थी, मैंने हिम्मत करके कहा- आगे से ऐसा नहीं होगा !

इस पर वो बोली- क्या नहीं होगा?

मैंने मुंह नीचे झुका लिया।

वो बोली- अब शरमा रहा हैं ! जब शर्म नहीं आई जब मेरे गाँड मे अंगुल कर रहा था !

मैंने उससे कहा- मैंने जान बूझ कर नहीं किया ! मैं अपने आप को रोक नहीं पाया !

उसको पेटिकोट और ब्लाऊज़ में देख कर मेरा लण्ड फ़िर तन गया था, उसने एक नज़र से ही उसे देख लिया था। वो बोली- अब तूने मुझे गरम कर दिया है, तुझे मेरे को चोदना पड़ेगा।

मैंने कहा- मुझे क्या करना होगा?

उसने कहा- मेरे कपड़े उतार !

मैं डर गया, मैंने कहा- नहीं !

उसने कहा- उतार भोसड़ी के ! नहीं तो तेरी ऐसी तैसी करवा दूंगी !

मैंने फिर डरते डरते पेटिकोट, ब्लाउज व चड्डी उतारी, और फिर उसने अपनी चूची मेरे हाथों में थमा दी और कहा- ले बेटा मज़े कर !

मैं उसकी चुचियों को सहलाने लगा और मसलने लगा। मेरे शरीर में एक अलग सा अनुभव हो रहा था ! उसके मुँह से आहह उह्ह स स स स स की आवाज़ आ रही थी। धीरे-धीरे मैं उसके शरीर को चूमने लगा। मेरा लण्ड एकदम सख्त हो गया था, उसने नीचे कुछ नहीं पहना था, मेरा एक हाथ उसकी चूत में जा रहा था, वो एकदम गरम हो गई थी और गालियाँ दे रही थी- चोद साले ! चोद मुझे !

उसने मेरा लण्ड हाथ में ले लिया और मेरे सारे कपड़े उतार दिए। अब हम दोनों नंगे थे। उसने मुझसे पूछा- तूने पहले कभी चुदाई की हैं?

मैंने कहा- नही !

तब उसने कहा- अपना लण्ड मेरे चूत में डाल !

मैंने पूरी कोशिश की लेकिन लण्ड चूत में नहीं घुस रहा था, तब उसने अपनी गांड के नीचे तकिया लगाया, मुझे खड़ा करके लण्ड घुसाने को कहा। इस बार लण्ड का सु्पाड़ा चूत में घुस गया, मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं स्वर्ग में हूँ ! उसके बाद एक झटके में ही लण्ड पूरा उसकी चूत में घुस गया ! तीन चार झटको में ही मैं झड़ गया। तब उसने बताया कि पहली बार ऐसा ही होता हैं, तुम सच बोल रहे थे कि तुम ने पहले चुदाई नहीं की हैं।

उस रात उसकी तीन बार चुदाई की, फिर तो जब भी मौका मिलता, मैं उसको चोदता।

मुझे निःसंकोच ई मेल करे- Hindi Porn Stories

sabhee ko hello, mera naam vikram hai. mainne haal hee mein ek aunty ke saath call boy banakar sex kiya. mainne apana sex experience is kahani mein likha hai. yah sab kuchh maheene pahale hua tha. mainne call boy banane kee bahut koshish kee, lekin kisee ne meree madad nahin kee. kuchh logon ne mujhase paise bhee lie aur mujhe thaga bhee. main aarthik tangee se joojh raha hoon. ab tak mainne kuchh aantiyon ke saath sex kiya hai. mujhe aantiyaan bahut pasand hain. mujhe choot aur gaand choosana bahut pasand hai. Kahani shuroo karane se pahale, ek baat bata doon: main Delhi se doston kee talaash mein hoon. agar aap Delhi se hain, to mujhe message karen. meree aunty 35 saal kee hain; vo bahut hot theen. main usase kaise mila—ham kaise mile—yah ek bada raaz hai. milane se pahale, ham donon ne do hafte tak online chatting calls keen, aur phir vo mujhe pasand aa gaee. usane kaha, "chalo milate hain." usane mujhe ek jagah bataee jahaan main aa sakata hoon. main vahaan gaya aur usaka intazaar karane laga. milane se pahale, usane mujhe apanee ek photo bhejee. Photo dekhane ke baad, main tabhee se usase milana chaahata tha kyonki vo bahut hot aur seksee hai. main use chodana chaahata tha; main usake saath sex karana chaahata tha. main usakee bataee jagah par gaya aur intazaar karane laga. par sexy aunty aaegee ya nahin? main sochata raha, main use call karata raha, par aantee ne mera call nahin uthaaya. Aunty nahin aaengee, ye sochakar mainne socha, chalo chalate hain, aur phir thodee der baad vo apanee car mein aaee. use dekhate hee mera land khada ho gaya. hamane vahaan kuchh der baaten keen, phir aunty mujhe apanee car mein bithaakar kamare mein le gaeen. kamare mein jaakar ham donon fresh hue aur nahae. Aunty ne mujhe kapade utaarane ko kaha. unhonne mere land ko dabaaya aur mujhe chooma. mainne unake bade-bade boobs zor se dabae aur unhen chooma. mainne unakee black colour kee panty aur bra utaar dee aur unakee choot choosee. jab main choos raha tha, usane mere baal pakad lie. mainne usake bade boobs zor se dabae aur usakee choot choosee. phir, hamane 69 ka maza liya. usake baad main aunty ko deevaar ke sahaare le gaya aur use choda. vo zor-zor se chillaee aur use maza aaya. mainne use aur bhee zor se choda. use zara bhee maza nahin aaya. baad mein mainne use bistar par phir se choda. Aunty ne mujhe sex fantasys bataeen. mainne use usakee marzee se choda. mainne use satisfy kiya. ham donon ne poora maza liya. yah meree sex kahani hai. mainne socha ki mujhe apanee kahani mein zyaada kuchh nahin likhana chaahie. isalie mainne thoda hee likha. mujhe message karake bataen ki aapako meree kahani kaisee lagee. main Delhi se doston kee talaash mein hoon. agar aap Delhi se hain, to mujhe message karen. vikram11628@gmail.com

Antarvasna

बेटी को धन की सुख देने के लिए मेरी Antarvasna बाप ने मेरी शादी एक ५० बरस के मर्द के साथ कर दी. मेरे पति की मुझसे उनकी दूसरी शादी थी. पहली की मौत हो चुकी थी. उनका एक लड़की थी जिसकी शादी हो चुकी थी. शादी के पहले मुझे उनके और परिवार के बारे मे अधिक जानकारी नही थी.

सुहाग रात मे मैं उनको देखकर हैरान रह गई. वे देखने मे ही बहुत कमज़ोर दिख रहे थे. मेरी उमर उस समय सिर्फ़ १८ बरस थी. वे आते ही दरवाज़ा बंद कर लिए और मेरी बगल मे बैठ गए. वे मुझे पकड़ कर चूमा लेने लगे. कुछ् इधर उधर के बाते करने के बाद वे मेरी ब्लाउज खोल दिए. मैं ब्रा पहन रखी थी. कुछ देर उपर से ही सहालाने के बाद ब्रा भी खोल दिए. उसके बाद मेरी चुची को चूसने लगे. मुझे अब अच्छा लगने लगा था.

मैने धीरे से अपनी हाथ उनके लंड तरफ़ बढ़ाया. अभी तक कुछ भी नही हुआ था. वे अपने कपड़े खोल दिए और सहालाने के लिए बोलने लगे. मैने भी कुछ देर तक हाथ से सहलाती रही. खड़ा नही होने पर मुख मे खाने के लिए कहने लगे. क़रीब १० मिनट के बाद भी जब नही खड़ा हो पाया तो मैं निराश हो गई. उनके लंड मे नाम मात्र का ही कडापन आया था. अब वे मेरी साडी खोल दिए और अपने मुरझाए हुए लंड से मेरी बुर रगड़ने लगे. मैं तो उनके लंड के तैयार होने का इंतज़ार कर री थी. वे मेरी बुर को अब जीभ से चूसने लगे. अभी भी उनका लंड बहुत नरम था. मैं मन ही मन अपने को कोसती रही और बाप को शराप्ती रही. वे मेरी बुर चूसने मे और मैं उनका लंड चूसने मे मशगुल थी. मुझे अब सह पाना मुश्किल था. जैसा था वैसा ही मैंने उनको चोदने के लिए कहने लगी. वे अपना नरम नरम लंड मेरी गरम गरम बुर मे प्रवेश करने लगे .मगर प्रवेश करने से पहले ही वे गिर गाये.मैं तड़पती रह गई . मैं सोचने लगी कि पहले रात के चलते ऐसे होगया. मैं चुप चाप रह गई. वे भी ऐसे ही कह रहे थे.

दूसरी रात भी मैंने बहुत कोशिश की मगर सब बेकार गया. इसी तरह महीनो बीत गाये. मैं जब भी बिस्तर पर तडपती रही. मेरी बड़ी बहन जीजाजी के साथ तबादला होकर उसी शाहर मे आ गयी. एक दिन मेरी बहन मुझसे मिलने मेरी घर पर आ गई. वे मेरा हाल ख़बर पूछने लगी. मैं चुप हो गई. जब वे ज़िद करने लगी तो मुझे सबकुझ बताना ही पड़ा. वे निराश हो गई और कुछ सोचने लगी. मैंने पूछने लगी तुम कैसी हो. जीजाजी कैसे हैं. वे कह रही थी की तुम्हारे जीजाजी तो बहुत तगडे है. वे मुझे बहुत मज्जे देते हैं. मान ही मान मैं इर्ष्या करने लगी .वे बोलने लगी की मैं कल तक कुछ सोचती हू. कल १२ बजे मेरी घर आजाना. वही पैर बैठ कर बाते करेंगे. मुझे कुछ आशा दिखाई देने लगी.

सुबह होते ही मैं जल्दी जल्दी काम निपटा कर तैयार हो गाई. ठीक १२ बजे मैं दीदी के घर पहौच गई. वे मुझे देख कर मुस्कुराने लगी. वे मुझे अपने बेड रूम मे ले गई .दीदी अपने रूम मे टीवी चला रही थी. वे बोलने लगी की तुम कुछ देर तक वीडियो देखो मैं काम निपटा कर आती हूँ. एक सीडी वही पर रखा हुआ था जिसपर लिखा हुआ था हम दोनो. मैंने उसी सीडी को लगा कर देखने लगी. सीडी देखते ही मैं घबरा गई और दरवाज़े की तरफ़ देखी. दीदी बाथरूम मे थी. मुझे और अधिक देखने का इच्छा जागृत होगई. इस सीडी मे तो जीजाजी और दीदी का रंगीन खेल भरा हुआ था. जीजाजी का लंड तो देखते ही बनता था. लग रहा था की दीदी बहुत रोएगी .मगर वा तो मज़े ले रही थी. मैं सोचने लगी काश मुझे कोई ऐसे चोदने वाला मिलता.

उसी समय दीदी अंदर आ गई और कहने लगी तुम को यह कैसा लग रहा है. मैंने सीडी बंद करदी. उसी समय जीजाजी भी आगये. मुझे देखते ही वे मुस्कुरा दिए. दीदी कहने लगी अरे साली तरफ़ भी तो देखो. वह बेचारी शादी होने के बाद भी कुँवारी है. दीदी कहने लगी आज तुम्हारे जीजाजी को तुम्हारे लिए ही मैंने बुलाया है . कल तुमसे मिलने के बाद मैने इनको सब कुछ बता दिया था. दीदी कहने लगी अब तुम लोग अपना काम करो मैं बाहर देखती हूँ. जीजाजी कह रहे थे तुम तो बहुत सेक्सी लगती हो. तुम्हारे स्तन तो काफ़ी बड़े है और वे दीदी के जाने के बाद बिना रूम बंद किए ही मेरी स्तन दबाने लगे.वह कह रहे थे की जब तुम्हारे दीदी ही है तो उससे छिपाना क्या. ऐसे तो साली तो आधी घर वाली होती ही हैं. लेकिन मैं तुम्हारे इच्छा के बिपरीत कुछ नही करूँगा.

मैं चुप चाप थी. मैं सोचने लगी की कही वे चले ना जाए. इससे अच्छा मौक़ा अब नही आने वाला मैं मुसकुराने लगी.जीजाजी समझ गए की मैं सहमत हू. वे अब मेरा ब्लोउज और ब्रा खोल दिए . मेरे चुचि को मसलने लगे . मैं भी अब सहयोग करने लगी थी. जीजाजी के लॅंड का उभार अब पैंट पैर दिखाई देने लगा था. मैंने उनका पैंट पैर हाथ डाला तो वे पैंट खोल दिए. अब उनका लॅंड बाहर निकल चुका था. मैं अपने हाथ से उनके लॅंड को सहालाने लगी. अपने पति का लॅंड से जीजाजी का लॅंड को तुलना कर रही थी. मन ही मन मैं सोचने लगी की मेरी दीदी कितनी लॅकी है की उसे ऐसे लॅंड वाला पति मिला है. कुच्छ देर तक मैं उनके लॅंड को देखती रही. इतने मे जीजा जी कहने लगे कैसा है मेरा हथियार. तुम्हारे पति का कैसा हैं. मैं कहने लगी, जीजाजी उनका तो खडा ही नही होता हैं. मैं महीनो से तरप रही हू. आपका लॅंड तो काफ़ी मोटा और बड़ा है. दीदी को तो बहुत दुखता होगा. उसी समय दीदी आगई. बोलने लगी अरे केवल देखते ही रहोगी.

मैं बोलने लगी दीदी इनका तो बहुत मोटा है, मैं नही सह पाऊँगी. दीदी कहने लगी हा, मोटा तो है लेकिन सहना ही पड़ेगा. पहली बार मुझे भी बहुत दर्द हुआ था. लेकिन अब तो मजा आता है. जीजाजी को दीदी कहने लग
बेचारी तुम्हारा घोड़ लॅंड देख कर डर गई है. मेरे बहन को मत रूलाना. बेचारी अभी तक तो कुँवारी जैसे ही तो है.इतन कह कर वा फिर चली गई. जीजाजी अब मेरी साड़ी और पेटी कोट भी खोल दिए .वे मेरे बुर को चटने लगे. मुझे बेड पैर सूता दिए और अपना लॅंड मेरे बुर मे डाल कर चूसने के लिए कहने लगे. वे मेर उपर चढ़े हुये थे . अपनी जीभ से मेरी टिट चाट रहे थे. मुझे काफ़ी मजा आरहा था. मैंने भी दोनो हाथो से उनका सिर पाकर कर दबाने लगा. ज़ोर ज़ोर से लॅंड चूसने के लिए कह रहे थे. उनका लॅंड का स्वाद लेने मे मुझे भी मजा आरहा था.

इतने ही मे अपना पूरा लॅंड मुख मे अंदर तक धकेलने लगे. मुझे तो पहली बार इतना तगड़ा लॅंड मिला था. मैं मज़े से उनका लॅंड चुस रही थी और जीजाजी मेरे बुर चुस रहे थे. उसी समय मुख मे गरम गरम और नमकीन टेस्ट आने लगा. वे और ज़ोर से लॅंड अंदर किए. मुझे तो मजे का स्वाद आ रहा था. कुछ देर तक और चूसती रही. वे बाहर लिए और बाथरूम मे चले गए. बाथ रूम से आने के बाद वे फिर मुझसे अपना लॅंड सहलवाने लगे. क़रीब ५ मिनट के बाद वे फिर तैयार होगए. जीजा जी का लॅंड फिर से पहले जैसे ही कठोर और मोटा होचुका था. इस बार वे मुझे पट सूता दिए. मेरे गाड़ मे थोडा थूक लगाए और एक अंगुली घुसा कर बाहर भीतर करने लगे. मैंने कहने लगी जीजाजी इसमे भी करोगे क्या. इसमे तो नही सहा जायगा. आज बुर मे ही कर लो. फिर कभी इसमे. जीजाजी नही माने और कहने लगे गाड़ लिए बिना मैं तुम्हारा बुर नही लूंगा. अगर मेरा शर्त मंज़ूर है तो बोलो नही तो छोड़ देता हूँ. मुझे तो आज चुदाई का भरपूर मजा लेना था. मैं चुप रही. मैं मुसकूरा दी और कहने लगी आप बहुत बदमश हो, आज मैं सब कुछ सहने को तैयार हूँ. जीजाजी Antarvasna

मेरे फैमिली मे मम्मी पापा मैं   और एक  भाई है।मेरी उम्र 13 साल है भाई की उम्र 15 साल । भाई बाहर होस्टल में पढ़ता है ।पापा लगभग 45 साल के है । मेरी मम्मी 36-37 की एक कसे हुए बदन की औरत है । मम्मी की हाइट साढ़े पांच फुट के आसपास है सांवला रंग गोल भरा हुआ चेहरा। मम्मी के कसे हुए तने चट्टान जैसे 36 साइज के बड़े-बड़े मम्मे   टाइट ब्रा और ब्लाउज  में हमेशा खड़े रहते हैं । मम्मी के बड़े खरबूजे जैसी छातियां गोल है और दोनों छातियों के बीच  बड़ी गहरी खाई है जिसमें  ब्लाउज  में  धंसे  मम्मे अलग ही दिखाई  देते हैं ।32 साइज की पतली और चिकनी कमर पर नाभी कमल के फूल की तरह नाभि चौड़े कूल्हे है और 36 साइज के पुष्ट नितम्ब। मम्मी कूल्हे के नीचे टाइट साड़ी पहनती हैं तो मम्मी के गुदांज नितम्ब और उभर आते हैं । मम्मी के चेहरे पर भरपूर नमक है जिसके कारण उनका सेक्सी बदन चमकता रहता है बिना मेकअप के भी मादकता चेहरे पर झलकती है। मम्मी 24-25  साल की कड़क माल लगती है इस उम्र में भी । मोहल्ले के जवान से लेकर बुड्ढ़े तक मम्मी की जवानी का आते जाते रसपान करने की फिराक में रहते हैं। मेरे पापा सरकारी नौकर है चार पांच महीने पहले पापा को सस्पेंड कर दिया । जिसकी वजह से घर में परेशानी थी । हमारा घर  एक गली मे था ।गली मे दोनो तरफ मकान थे। उस गली मे भी एक गली थी जिस्मे 2 मकान थे जिसमें 1 हमारा घर  और 1 दुसरे का था। जिस्मे एक 30-32 साल का एक लड़का  कमल  रहता था।कमल भैया देखने में हैंडसम और अच्छी कद-काठी के मर्द थे ।कमल भैया  के परिवार में कोई नहीं था वो अकेले रहते थे ।दो तीन साल पहले उनके मां बाप की डेथ हो गई ।कमल भैया की शादी भी नहीं हुई थी ।बो मम्मी पापा को चाचा चाची कहते।।कमल भैया से हमारे  घर जेसे संबंध थे।  नौकरी छुटने की बजह से मेरे पापा बड़े परेशान थे। घर पर पैसों की तंगी हो गई थी ।पापा ने कई यार दोस्तों से कर्जा लिया था।कमल भैया ने हमारी बड़ी मदद की थी। पापा और मम्मी  दोनों ही उनका बहुत अहसास मानते थे ।बुरे वक्त में कमल भैया हमारे साथ खड़े रहे ।कमल भैया पापा और मेरे स्कूल जाने के बाद भी घर आ जाते थे और  मम्मी से बाते करते थे। क्युकी मम्मी को बो चाची कहते थे तो उन पर किसी को कोई ऐसी  शक बाली बात भी नही था। कुछ दिन पहले पापा वापस बहाल हो गए और आर्थिक तंगी भी लगभग खत्म हो गई।कमल भैया अभी भी लगातार घर आते जाते रहते थे। मम्मी धीरे-धीरे कमल की तरफ आकर्षित होने लगी थी अब फोन पर भी पापा के नाम होने पर कमल से बात कर लेती थी ।कमल भैया भी मौका देखकर घर आ जाते और मम्मी की गर्म जवानी को आंखों से ताड़ते रहते थे । मम्मी भी समझ गई थी कि कमल उन्हें  चाहता है ।जब आदमी समस्या में होता है तब केवल उसे सुलझाने में लगा रहता है और जब कोई समस्या नहीं होती जीवन में  तो उसकी कामवासना भी जोर मारने लगती है । पापा की सेक्स की प्रति बेरुखी से भी मम्मी की  परेशान  थी पेट की भूख के साथ शरीर की भूख बुझना भी जरूरी है । अंदर ही अंदर  मम्मी का काम ज्वार उफन रहा था  । एक दिन  जब पापा किसी काम से शहर से बाहर गए हुए थे और केवल मैं और मम्मी ही घर पर थे। दोपहर का समय था ।  मैं उस समय हल्की नींद मे सोई थी।मेने देखा की मम्मी ने हल्का सा मेकअप किया हुआ था । गुंदाज नितम्बों  पर कसी गहरी लाल साड़ी   टाइट ब्लैक  ब्लाउज में खड़ी हुई सुडौल चूंचियां कमर तक नीचे पोनी टेल में कसे बाल  सुराहीदार गर्दन उफ्फ किसी भी मर्द को घायल करने के लिए काफी है । मम्मी बहुत सुंदर दिख रही थी। मम्मी ने हल्के से दरवाजा बंद किया  जिससे  आवाज ना हो और चली गई। पहले भी मम्मी काम से ऐसे ही दरवाजा बंद कर मुझे अकेला छोड़ जाती थी । गली के मोड़ पर कमल भैया खड़े थे और उनके मकान का गेट खुला था। मम्मी चुपचुप उनके गेट मे घुसकर उनके घर मे चली गई। कमल भैया ने इधर उधर देखा और  घर में घुस गए और गेट को अंदर से लॉक कर लिया ।मम्मी चुपचाप अंदर बिस्तर पर गर्दन झुकाये बेठी थी। उनकी सांस तेज चल रही थी जिसकी बजह से मम्मी के बड़े-बड़े  कठोर मम्मे  बड़े मादक तरीके से उपर नीचे हो रही थे । चेहरे पर घबराहट की बजह से पसीना आया हुआ था। साड़ी ब्लाउज मे बेठी मम्मी को देख कर कमल भैया ने स्माइल की। और पास आकर खड़े हो गये। मम्मी बहुत शर्मा रही थी। कमल भैया ने मम्मी के चेहरे को दोनो हाथो से पकड़ कर उपर किया। शर्म के मारे मम्मी का चेहरा लाल हो रहा था। कमल ने मम्मी के गाल पर किस किया और मम्मी से सटकर बैठ गया ।कमल भैया ने मम्मी की चिकनी कमर में हाथ डाल अपनी तरफ खींच लिया । मम्मी के कठोर मम्मे कमल के सीने में धंस गए ।कमल ने  अपने होंठ मम्मी के लरजते होंठों से चिपका दिए।। कमल ने मम्मी के होंठो को चूसना शुरू कर दिया। मम्मी ने भी अपने बाहों का हार कमल के गले में डाल दिया।कमल के होंठ मम्मी के होंठो के रस को पिये जा रहे थे। कमल मम्मी की रसीली जीभ को चूस रहा था ।कमल के हाथ  मम्मी के  गोल चुनचुनो पर  रेंगने लगे।कमल मम्मी के कठोर नारयिलों को हल्के हल्के दबा रहा था।  मम्मी हल्की हल्की सिसकारिया मार थी। लगातार होंठ चूसने की बजह से उनके होंठ लाल हो गये थे शायद कमल ने मम्मी के होंठो को काट लिया था। अब कमल भैया ने मम्मी को बेड पर लिटा दिया और अपनी  कमीज़ बनियान उतार कर मम्मी के उपर आ गया और मम्मी के रसीले होंठों को चूसने लगा।कमल भैया ने मम्मी के मम्मों को थाम रखा था और दोनो हाथो से उनकी हल्के हल्के उनकी मिसाई कर रहे  थे । मम्मी उत्तेजक सिसकारियां भर रही थी । आहहह आऊ। मम्मी बड़ी बेचैन हो रही थी। अब कमल ने मम्मी के ब्लाउज के बटन खोलने शुरू किये । मम्मी के ब्लैक ब्रा मे कसे  हुए  मम्मों  को देख कमल पागल हो गया ।कमल भैया ने मम्मी का टाइट ब्लाउज़  उतार दिया और  ब्रा के उपर से मम्मी के खरबूजों को मुंह में भरकर चूसने लगे । कमल ने मम्मी को पलटकर अपने से चिपका लिया । मम्मी की छातियां कमल के सीने में धंस गई  । दोनों की गर्म सांसें  निकल रही थी ।कमल फिर मम्मी के गुलाबी होंठों को चूसने लगा ।कमल ने अपने हाथ मम्मी के गुदाज नितंबों पर कस दिए और साड़ी के ऊपर से मम्मी के नितम्बों  को सहलाने लगा।कमल भैया  ने अपना हाथ मम्मी की साड़ी में सरका दिया और मम्मी की छोटी सी मुनिया को पेंटी के ऊपर से ही छेड़ने लगे । मम्मी आनंद भरी उत्तेजक सिसकारियां भरने लगी।  कमल भैया का पैंट में में कसा मोटा लन्ड मम्मी की मुनिया में धंसा जा रहा था ।कमल ने मम्मी को फिर  अपने ऊपर ले लिया और‌  उनके होंठों को चूसते हुए नितम्बों को सहलाने लगे। कमल एक हाथ से पेटीकोट के ऊपर से मम्मी की चूत को सहला रहा था। अब कमल भैया ने मम्मी का पेटिकोट उतार दिया । मम्मी की मांसल जांघें कटीदार नितम्ब टाइट लो वेस्ट पेंटी में उभरी मम्मी की चूत पानी छोड़ रही थी। कमल भैया मम्मी के अंगूठे से लेकर मम्मी की मांसल जांघों को चूमने लगे। कमल ने मम्मी के नितम्बों को उंचा कर भीगी पेंटी को निकाल फेंका। स्वर्ग का द्वार सामने थे । मम्मी की मुनिया के होंठ फड़फड़ा रहे थे । बाल रहित गुलाबी चूत पर कमल भैया ने एक चुंबन जड़ दिया। मम्मी की सिसकारी निकल गई।आह कमल भैया ने अपनी जीभ चूत के छेद में डाल दी । मम्मी ने उत्तेजना में कमल भैया का सिर पकड़ लिया और अपनी  चूत पर रगड़ने लगी। लंबी चुसाई से मम्मी आहें भर रही थी ।  कमल भैया मम्मी के  उपर चढ़ कर उनकी  कठोर चूचियों को मसलने लगे । मम्मी के  निपल कमल की मिसाई  से सुर्ख लाल हो चुके थे और अब कमल उत्तेजना  में मम्मी के पपीतों को ब्रा के उपर से  ही बेदर्दी से रगड़ रहा था। मम्मी के मुँह से दर्द भरी सिसकरिया निकल रही थी। एक बात थी कि दोनो मे कोई बात नही हुई थी। बस जैसे आंखों से एक दूसरे से बातें कर रहे थे कमल ने मम्मी  की चूत के दरवाजे को खुरेदते हुए चूत में एक उंगली डाली मम्मी  उछल पड़ी । उईईई मम्मी की चूत बहुत टाइट थी जिसमें कमल भैया की ऊंगली कसी कसी जा रही थी।दो  बच्चो की मां होने के बाबजूद मम्मी की चूत और  और छातियां गजब टाइट थी। मम्मी का पूरा बदन ही सुडौल और कसा हुआ था ।जिसकी बजह से कमल को ज्यादा मजा आ रहा था जेसे किसी कुवारी लड़की को चोदने जा रहा हो।कमल ने अभी पेंट नही उतारी थी। उसका लंड पेंट मे बेचैन हो रहा था। अब कमल ने पेंट  उतारनी शुरू की। अंडरवियर  में कुतुबमीनार की तरह खड़ा लन्ड अंडरवियर फाड़कर बाहर आने को आतुर था ।अंडरवियर उतराते ही कमल का  8 लंबा और मोटा  लन्ड हवा में फुंकारने लगा ।  लम्बे तगड़े  लंड को देख कर मम्मी ने  शर्म से अपनी  आंखें बंद कर ली। कमल ये देख कर मुस्कराया और बोला शीला मेरी जान आंखें खोलों ।  मम्मी ने लरजते हुए अपनी आंखें खोल दी । कमल भैया का लन्ड उत्तेजना  में ऊपर नीचे होकर मम्मी को सलामी दे रहा था ।कमल मम्मी के उपर आ गया।कमल का लंड मम्मी की चूत को टच कर रहा था। कमल दुबारा मम्मी के  आम रस चूसने लगा । कमल के हाथ और होंठ दोनो ही अपना कमल दिखा रहे थे। मम्मी के मुंह से सेक्सी सिसकरिया पुरे माहोल मे उत्तेजना भर रही थी।    कमल भैया ने मम्मी का सिर पकड़ अपने सुपाड़े पर रख दिया और मम्मी को चुसने को कहा । मम्मी ने अपने नाज़ुक होंठ कमल भैया के सुपाड़े पर चिपका दिए और हल्के हल्के चूसने लगी ।कमल भैया आनंद विभोर हो गए। थोड़ी देर की लन्ड चुसाई के बाद कमल भैया ने मम्मी को अपने नीचे ले लिया और मम्मी की ब्रा उतार दी । मम्मी के लकी कबूतर हवा में उड़ने लगे जिन्हें कमल भैया ने फौरन थाम लिया। कमल भैया मम्मी के गुलाबी निप्पलों को अंगूठे से मसल रहे थे ।कमल ने मम्मी के रसीले आमों को मुंह में भर लिया और बारी बारी से उनका रस चूसने लगा। कमल की चुसाई से मम्मी के निप्पल लाल हो गए ।  कमल के हाथ और होंठ दोनो ही अपना कमाल दिखा रहे थे। मम्मी के मुंह से सेक्सी सिसकरिया पुरे माहोल मे उत्तेजना भर रही थी। मम्मी कमल के फौलादी लौड़े को अपने नाज़ुक हाथों से सहला रही थी । उत्तेजना में कमल का लन्ड और लंबा मोटा हो गया जो मम्मी के हाथों में मुश्किल से समा रहा था।कमल का लौड़ा सांप की तरह फुंकारने लगा।अब कमल बेकाबू हो चुका था। कमल ने मम्मी को अपनी गोद में खींच कर चिपका लिया और मम्मी की गुलाबी पंखड़ियों को मुंह में भर लिया। मम्मी को कमल ने इतना कसकर बांहों में समेट रखा था जैसे दो बदन एक जान हो ।कमल का लन्ड मम्मी के गुदाज नितंबों के नीचे दबा अंगड़ाई ले रहा था और मम्मी की चूत में घुसने को बेताब था।मम्मी ने कमल के चौड़े सीने पर चुंबनों की बारिश कर दी । अब दोनों से बर्दाश्त से बाहर था मम्मी और कमल भैया फुल उत्तेजना में थे और अब दोनों शरीरों के मिलन का समय था। कमल ने मम्मी को बिस्तर पर सीधा लिटा । मम्मी की  मस्त चूचियां हवा में सीधे खड़ी थी ।नाभि कमल दमक रहा था ।पतली कमर चौड़े कूल्हे केलई जांघें जैसे बिस्तर पर खुद बिपाशा बसु लेटी हो। कमल ने मम्मी पर चढ़ कर मम्मी की दोनों छातियों को थाम लिया और अपना सुपाड़ा मम्मी की गहरी छातियों में सरका दिया। मम्मी के लिए ये नया अनुभव था । मम्मी की छातियों को भींचे भींचे कमल अपना लन्ड अन्दर बाहर कर रहा था। मम्मी सेक्सी आंहे भर रही थी। मम्मी ने कमल का सिर पकड़ अपने होंठों से चिपका दिए। मम्मी की चूत तपने लगी और कमल का लन्ड भी सुरख अंगारा हो रहा थी ।कमल ने मम्मी की गांड के नीचे तकिया लगा दिया । मम्मी की चुत उभर आई। चूत की दोनों खांपो की बीच लाल छेद कमल के लन्ड को आमंत्रण दे रहा था । अब कमल ने अपने लंड को मम्मी की चूत पर रगड़ना शुरु कर दिया और हल्के से चूत के मुंह पर ठोकर मारी । मम्मी गनगना उठी । आहहह आहहह कमल ने लंड को एक झटके से मम्मी की चूत में घुसेड दिया। मम्मी की चीख निकल गई।कमल ने मम्मी के रसभरे होंठों को अपने होंठों में कस लिया। मम्मी की चीख मुंह में दब गई। कमल हल्के हल्के धक्के मारकर मम्मी के चूत के दरवाजे को खोलने लगा।मम्मी दर्द से सिसयाने लगी जेसे कोई कुवारी लड़की पहली बार चुद रही हो। कमल ने  मम्मी के सुडौल पपीतों को मुंह मे भर लिया। कुछ देर में मम्मी का  दर्द कम हुआ  और उन्हें मजा आने  लगा।उतेजना मे मम्मी तड़प रही थी। कमल ने एक जोरदार झटके से अपना लंड मम्मी की चूत  मे पूरा  घुसेड़ दिया। मम्मी की मुंह से हल्की चीख निकल गई। लन्ड चूत की जड़ तक घुस गया।कमल ने फोरन उनके होंठो को अपने मुंह मे भर लिया ।अब कमल फूल स्पीड मे धक्के मार रहा था। मम्मी भी दर्द को भूल कर मजे मे आह्ह्ह उहहा करने लगी । पूरा माहौल मे मम्मी की मादक सिसकरिया गूंज रही थी। कमल धक्के पर धक्के लगा रहा। मम्मी बेहाल थी। तभी कमल ने अपना लंड निकल कर मम्मी को उल्टा कर दिया और मम्मी को घोड़ी  बना  मम्मी के  पीछे से उन पर चढ़ गया और मम्मी की चूत में लन्ड डाल जोर जोर धक्के मारने लगा। मम्मी की टाइट चुंचियो को दोनो हाथो मे पकड़ कमल मसल रहा था। मम्मी बेहाल हो रही थी ।बस बस अब नहीं प्लीज़  हौले हौले करो दर्द हो रहा है प्लीज़ आहहह नहीं न नहीं न ।मम्मी धीरे-धीरे पस्त पड़ रही  थी लेकिन कमल का लंड अभी भी पूर्ण उतेजना मे था।शायद उसने कोई मेडिसिन खाई थी। कमल‌ ने मम्मी को गोदी में ले अपने से सीधा चिपका लिया। मम्मी  की चट्टान जैसी छातियां कमल के सीने में धंस गई ।कमल ने  बिना देर किए अपने लन्ड पर मम्मी के नितम्बों को दबा कर लन्ड चूत में धकेल दिया । मम्मी की कराह निकल गई ।आआ मैं मर गई आहहह। कमल मम्मी के गोल नितम्बों को थाम उपर नीचे करने लगा ।  आहहह आहहह  उफ्फ आहहह उफ्फ मम्मी खुद ही कमल की गोद में ऊपर नीचे होकर धक्के मारने लगी ।कमल का लन्ड मम्मी की चूत की जड़ तक जा रहा था ।सडडड सडडड कमल ने मम्मी के पपीतों को मुंह में भर लिया। दो जिस्म एक जान हो गए।बस करो न ।एक घंटे की घनघोर  नॉन स्टॉप चुदाई के बाद कमल ने हिचली ली और अपना वीर्य मम्मी की चूत मे छोड़ दिया। मम्मी निढाल हो बिस्तर पर लुढ़क गई। कमल भी उन पर पसर गया। कमल ने मम्मी को बांहों मे भर लिया और उनके होंठो को धीरे-धीरे चूसने लगा। इतनी लम्बी चुदाई के बाद मम्मी को थोड़ी राहत मिली। दोनों एक दूसरे की बांहों में चिपके पड़े थे । थोड़ी देर बाद मम्मी  ने कपड़े पहने और बाल चेहरा सही किया  । कमल ने भी कपड़े पहन लिये पर बो मम्मी को छोड़ नही रहा था और उपर से चुंचियो को दवा रहा था। शायद उसका मन नही भरा था।  सेक्स की प्यास ही ऐसी है। मम्मी ने उसे मना किया।  लेकिन कमल ने मम्मी को खींच कर गोदी में बैठा लिया । और मम्मी को दबाने लगा। शीला आज रात को यहां ही रूक जाना चाचा तो कल आयेंगे मेरी बात हुई थी उनसे । आज सुहागरात भी मना लें । मम्मी ने शर्माते हुए कमल के होंठों पर किस किया । मम्मी  रूबी घर पर अकेली है रात में आना नहीं हो सकता है ।कमल तो मैं आ जाऊंगा मेरी जान।रुबी का इंतजाम है मेरे पास खाने के बाद उसे नींद की गोली खिला देना वो सुबह ही उठेगी । मम्मी ने मुस्कुरा कर कमल की छाती  चूम ली मामला सेट था।कमल ने जोश में मम्मी के होंठों को चूम लिया ।शीला आज रात हमारी सुहागरात है तो दुल्हन की तरह तैयार रहना मेरी  रानी आज पूरी रात तुझे कसकर मसलूंगा  सालों  से तेरा आशिक  हूं लेकिन तुमने भाव ही नहीं दिया। बड़ी  मुश्किल से तुम हाथ लगी हो अब छोडुंगा नहीं । मम्मी ने सेक्सी अंदाज में कहा ठीक है ।कमल कहो ठीक है मेरे राजा। मम्मी  शरमा कर कर बोली जी मेरे राजा और अपना मुखड़ा कमल की छाती में छुपा लिया। मम्मी गोद से उठी और चलने लगी  कमल ने गेट खोला और इधर उधर देखर लाइन क्लीयर होने पर मम्मी को बाहर आने का इशारा किया। मम्मी बाहर आ गई और दरवाजा खोल कर घर मे घुस गई। रात को बारह बजे कमल चुपके से घर आ गया । मम्मी लाल जोड़े में नवेली दुल्हन की तैयार थी ।कमल  रात 11 बजे हमारे घर आया और कमल ने घुसते ही मम्मी को दबोच गोद में उठा लिया और चूमते हुए बेडरूम में  ले आ । सेक्स का भयंकर तूफान रात भर चला । मम्मी का अंग अंग कमल की चुदाई से खिल उठा।  कमल ने मौका मिलने पर मम्मी को खूब चोदा यहा तक की एक बार मेरे सामने ही ये समझ कर की ये बच्ची है इसे कुछ नही पता  मम्मी को दबोचकर कमरे मे घुस कर चुदाई की। पापा और मेरे  जाने के बाद कमल अब  मम्मी की खूब चुदाई करता है । मम्मी पर हर वक्त मादकता छाई रहती है ।

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