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Massage Girl in Sundergarh: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Sundergarh who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Sundergarh that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Sundergarh massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Sundergarh who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Sundergarh massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Sundergarh massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Sundergarh who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Sundergarh employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Sundergarh helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Sundergarh

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Sundergarh at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

प्रेषिका : दिव्या Antarvasna

भाभी अपने एक Antarvasna एक अंग को मेरे शरीर के ऊपर दबा रही थी, सिसक रही थी… चुम्बनों से मेरा मुख गीला कर दिया था। लण्ड मेरा फ़ूलता ही जा रहा था। लग रहा कि बस भाभी की चिकनी चूत को मार ही दूँ। भाभी के हाथ जैसे कुछ ढूंढ रहे थे… और … और यह क्या … ढूंढते हुए उनका हाथ मेरे तने हुए लण्ड पर आ गया। उन्होंने उसे छू लिया … मेरा दिल अन्दर तक हिल गया। दो अंगुलियों से मेरे लण्ड को पकड़ लिया और हिलाने लगी। मुझे कुछ बचैनी सी हुई… पर मैं हिल ना सका… भाभी ने मेरे होंठों में अपनी जीभ डाल दी और मुझे कस कर चिपका लिया। मुझे एक अजीब सी सिरहन दौड़ गई। मेरे हाथ अपने आप भाभी की कमर पर कस गये। मेरा बड़ा सा लण्ड अचानक भाभी ने जोर से दबा दिया। मेरे मन में एक मीठी सी वासनायुक्त चिंगारी भड़क सी उठी।

“भाभी, आह यह कैसा आनन्द आ रहा है … प्लीज और जोर से दबाओऽऽ !” मैं सिसक उठा।

“आह मेरे भैया … क्या मस्त है … ” भाभी भी अपनी सीमा लांघती जा रही थी।

“भैया, अपना पजामा उतार दो !”

मेरे दिल यह सुनते ही बाग बाग हो उठा… आखिर भाभी का मन डोल ही गया। अब भाभी को चोदने का मजा आयेगा।

“नंगा होना पड़ेगा… मुझे तो शरम आयेगी !”

“चल उतार ना … “

“भाभी… मुझसे भी नहीं रहा जाता है … मुझे भी कुछ करने दो !”

भाभी की हंसी छूट गई …

“किसने मना किया है … कोई ओर होता तो जाने अब तक क्या कर रहा होता !”

“मैं बताऊँ कि क्या कर रहा होता?”

“हूँ… अच्छा बताओ तो…”

“तुम्हें चोद रहा होता… तुम्हारी चूंचियों को मसल रहा होता !”

“हाय ये क्या कह दिया कमल … ” उन्होंने मुझे चूम लिया और अपना पेटीकोट ऊपर उठा लिया।

“ले मैं अपना पेटीकोट ऊपर उठा लेती हूँ, तू अपना पजामा नीचे सरका ले !”

“नहीं भाभी, अब तो अपने पूरे कपड़े ही उतार दो… मैं भी उतार देता हूँ”

मैंने बिस्तर से उतर कर अपने सारे कपड़े उतार दिये और बत्ती जला दी। भाभी भी पूरी नंगी हो चुकी थी। पर लाईट जलते ही वो अपने बदन को छिपाने लगी। मैं भाभी के बिलकुल सामने लण्ड तान कर खड़ा हो गया। एक बारगी तो भाभी ने तिरछी नजरों से मुझे देखा, फिर लण्ड को देखा और मुस्करा उठी। वो जैसे ही मुड़ी मैंने उन्हें पीछे से दबोच लिया। मेरा लण्ड उनके चूतड़ों की दरार में समाने लगा।

“क्या पिछाड़ी मारेगा …”

“भाभी, आपकी गाण्ड कितनी आकर्षक है … एक बार गाण्ड चोद दूंगा तो मुझे चैन आ जायेगा… हाय कितनी मस्त और चिकनी है !”

“तो तेल लगा दे पहले …”

मैंने तेल ले कर उसकी गाण्ड में लगा दिया और अपनी अंगुली भी गाण्ड में घुसा दी।

“ऐ … अंगुली नहीं, लण्ड घुसा…” फिर हंस दी।

भाभी पलंग पर हाथ रख कर घोड़ी सी बन गई। मैंने भाभी के चूतड़ को चीर कर तेल से भरे छेद पर अपना लण्ड रख दिया।

“अब धीरे से अन्दर धकेल दे … देख धीरे से…!”

मुझे गाण्ड मारने का कोई अनुभव नहीं था, पर भाभी के कहे अनुसार मैंने धीरे से दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया। मेरा सुपाड़ा फ़क से छेद में उतर गया।

“अब देख जोर से धक्का मारना … इतना जोर से कि मेरी गाण्ड फ़ट जाये !”

मैंने पोजिशन सेट की और जोर से लण्ड को अन्दर दबा कर पेल दिया। मेरे लण्ड में एक तेज जलन सी हुई। मैंने लण्ड को तुरन्त बाहर खींच लिया। मेरे लण्ड की सुपाड़े से चिपकी झिल्ली फ़ट गई थी और खून की एक लकीर सी नजर आई।

“क्या हुआ…? निकाला क्यूँ …? हाय कितना मजा आया था… !” भाभी तड़प कर बोली।

“यह तो देखो ना भाभी ! खून निकल आया है…!”

भाभी ने मुझे चूम लिया… और मुझसे लिपट गई।

“आह कमल, प्योर माल हो …”

“क्या मतलब … प्योर माल ?”

“अरे कुछ नहीं… इसे तो ठीक होने में समय लगेगा… तो ऐसा करो कि मन की आग तो बुझा लें … कुछ करें…”

भाभी ने मेरे हाथ अपने सीने पर रख दिये… और इशारा किया कि उसे दबाये। मुझे इसका पूरा आईडिया था। भाभी की नंगी छातियों को मैं सहलाने लगा। भाभी ने अपनी आंखें बन्द कर ली। उनके उभारों को मैं दबा दबा कर सहलाने लगा था।

वासना से उनकी छाती कड़ी हो चुकी थी और चुचूक भी कड़क हो कर तन से गये थे। मैंने हौले हौले से चुचूकों और उरोजों को दबाना और मसलना आरम्भ कर दिया। भाभी के मुख से सिसकारियाँ फ़ूट पड़ी। मेरी नजरें भाभी की रस भरी चूत पर पड़ी और मैं जैसे किसी अनजानी शक्ति से उसकी ओर झुक गया। मैंने अब उसकी चूचियाँ छोड़ दी थी और उनकी जांघों को दबा कर एक तरफ़ करने लगा। भाभी ने स्वतः ही अपनी टांगें चौड़ी कर ली। चूत की एक मदहोश करने वाली महक आई और मेरा चेहरा उस पर झुकता चला गया। मैंने उसकी पतली सी दरार में जीभ घुमाई, भाभी तड़प सी गई। मेरा लण्ड बेहद कड़क हो उठा था पर हल्का दर्द भी था। मैंने भाभी की गाण्ड के छेद में एक उंगली घुसा दी और चूत के दाने और लम्बी से फ़ांक को चाटने लगा। भाभी तीव्र वासना की पीड़ा में जोर से कांपने लगी थी। उनकी जांघें जैसे कंपकंपी से लहराने लगी थी। उनके मुख प्यारी सी सी… सी सी करती हुई सिसकारियाँ फ़ूट रही थी। तभी उन्होंने मेरा चेहरा अपनी टांगों से दबा लिया और झड़ने लगी। उनका रज छूट गया था। अब उन्होने अपनी टांगें पर बिस्तर पर पसार दी थी और गहरी गहरी सांसें ले रही थी।

इधर मेरा लण्ड फ़ूल कर कुछ कर गुजरने को तड़प रहा था। पर दर्द अभी था।

भाभी ने कहा,” कमल, तुम अब बिस्तर पर अपनी आंखें बन्द कर के लेट जाओ… बस आनन्द लो !”

मैं बिस्तर पर चित्त लेट गया। लण्ड कड़क हो कर लग रहा था कि फ़ट जायेगा। तभी मुझे अपने लण्ड पर कोमल सा स्पर्श महसूस हुआ। भाभी ने रक्त रंजित लण्ड अपने मुख में लिया था और हल्के से बहुत मनोहारी तरीके से चूस रही थी। मैं दर्द वगैरह सब भूल गया। भाभी ने अपने अंगूठे और एक अंगुली से मेरे लण्ड के डण्डे के पकड़ लिया और उसे ऊपर नीचे करने लगी। मेरे शरीर में वासना की आग जल उठी। भाभी की पकड़ बस डण्डे के निचले भाग पर ही थी। भाभी के होंठ मेरे जरा से निकले खून से लाल हो गये थे। उनकी आंखें बन्द थी और और उनकी अंगुलियाँ और मुख दोनों ही मेरे लण्ड को हिलाते और चूसते … मुझे आनन्द की दुनिया में घुमा रहे थे। मेरा दिल अब भाभी को चोदने को करने लगा था, पर भाभी समझदार थी, सो मेरे लण्ड को अब वो जरा दबा कर मल रही थी। शरीर में आग का शोला जैसे जल रहा था। मेरे सोचने की शक्ति समाप्त हो गई थी। बस भाभी और लण्ड ही नजर आ रहा था। अचानक जैसे शोला भभका और बुझ गया। मैंने तड़प कर अपना गाढ़ा वीर्य जोर से बाहर निकाल दिया। भाभी ने अपना अनुभव दिखाते हुये पूरे वीर्य को सफ़ाई के साथ निगल लिया। मैं अपना वीर्य पिचकारियों के रूप में निकालता रहा।

“अब कमल जी, आराम करो, बहुत हो गया…”

“पर भाभी, मेरा लण्ड बस एक बार अपनी चूत में घुसवा लो, बहुत दिनों से मैं तुम्हें चोदने के लिये तड़प रहा हूँ…”

“श्…श्… धीरे बोलो … अभी तीन चार दिनों तक इन्तज़ार करो… वर्ना ये चोट खराब ना हो जाये, दिन में कई बार इसे साफ़ करना…!”

वो मुझे हिदायतें देकर चली गई।

अब रोज रात को हम दोनों का यही खेल चलने लगा। तीन चार दिन बाद मेरा लण्ड ठीक हो गया और मैंने आज तो सोच ही लिया था कि भाभी की गाण्ड और चूत दोनों बजाना है… पर मेरा सोचना जैसा उसका सोचना भी था। उसने भी यही सोचा था कि आज की रात सुहागरात की तरह मनाना है।

रात होते ही भाभी अपना मेकअप करके आई थी। बेहद कंटीली लग रही थी। कमरे में आते ही उन्होंने अपना पेटीकोट उतार फ़ेंका। उनके देखा देखी मैंने भी अपना पजामा उतार दिया और मेरे तने हुये लण्ड को उनकी ओर उभार दिया। हम दोनों ही वासना में चूर एक दूसरे से लिपट गये। भाभी के रंगे हुये लिपस्टिक से लाल होंठ मेरे अधरों से चिपक गये। उनके काजल से काले नयन नशे में गुलाबी हो उठे थे। भाभी के बाल को मैंने कस के पकड़ लिया और अपने जवान लण्ड की ठोकरें चूत पर मारने लगा।

“बहुत करारा है रे आज तो तेरा लण्ड … लगता है आज तो फ़ाड़ ही डालेगा मेरी…!”

“भाभी, खोल दे पूरी आज, अन्दर घुसा ले मेरा ये किंग लिंग… मेरी जान निकाल दे … आह्ह्ह … ले ले मेरा लण्ड !”

” बहुत जोर मार रहा है, कितना करारा है … तो घुसा दे मेरी पिच्छू में … देख कितनी सारी क्रीम गाण्ड में घुसा कर आई हूँ … यह देख !”

भाभी ने अपनी गोरी गोरी गाण्ड मेरी तरफ़ उभार दी … मुझसे अब सहन नहीं हो रहा था। मैंने अपना कड़कता हुआ लण्ड उनकी क्रीम भरी गाण्ड के छेद के ऊपर जमा दिया। मेरा सुपारा जोर लगाते ही आप से खुल पड़ा और छेद में समाता चला गया। मुझे तेज मिठास भरी गुदगुदी हुई। भाभी झुकी हुई थी पर उनके पास कोई हाथ टिकाने की कोई वस्तु नहीं थी। मैंने लण्ड को गाण्ड में फ़ंसाये हुये भाभी को कहा,”पलंग तक चल कर बताओ इस फ़ंसे हुये लण्ड के साथ तो मजा आ जाये !”

“कोशिश करूँ क्या …”

भाभी धीरे से खड़ी हो गई पर गाण्ड को लण्ड की तरफ़ उभार रखा था। मेरा लम्बा लण्ड आराम से उसमें फ़ंसा हुआ था। भाभी के चलते ही मेरे लण्ड में गाण्ड का घर्षण होने लगा, मेरा लण्ड दोनों गोलों के बीच दब गया। वो और मैं कदम से कदम मिला कर आगे बढ़े … और अंततः पलंग तक पहुँच ही गये। इस बीच गाण्ड में लण्ड फ़ंसे होने से मुझे लगा कि मेरा तो माल निकला… पर नहीं निकला… पलंग तक पहुंच कर भाभी हंसते हुये बोली,”मेरी गाण्ड में लण्ड फ़ंसा कर जाने क्या क्या करोगे … फिर चूत में घुसा कर मुझे ना चलाना !”

“नहीं भाभी मुझे लगा कि अब तुम झुकोगी कैसे, सो कहा था कि पलंग तक चलो।”

“चल शरीर कहीं के …” भाभी ने हंसते हुये कहा और अपनी टांगें फ़ैलाने लगी और आराम जैसी पोजीशन में आ गई। आधा बाहर निकला हुआ लण्ड मैंने धीरे से दबा कर पूरा अन्दर तक उतार दिया। इस बार मुझे स्वर्ग जैसा आनन्द आ रहा था। कसी हुई गाण्ड का मजा ही कुछ और ही होता है। भाभी पीछे मुड़ कर मुझे देखने लगी। मैं तो धक्के मारने में लगा हुआ था। अचानक भाभी हंस दी।

“सूरत तो देखो… जैसे कोई खजाना मिल गया हो … चोदते समय तुम कितने प्यारे लगते हो !”

“भाभी, उधर देखो ना, मुझे शरम आती है…”

“अच्छा जरा अब जम कर चोद दे…” भाभी ने मुझे और उकसाया।

मेरे धक्के तेज हो गये थे। भाभी भी अपनी गाण्ड हिला कर आनन्द ले रही थी।

“अरे मर गई मां … ये क्या … मेरी चूत चोदने लगे…”

पता नहीं कब जोर जोर से चोदने के चक्कर में लण्ड पूरा बाहर निकल रहा था और पूरा अन्दर जा रहा था। इस बार ना जाने कैसे फ़िसल कर उनकी रस भरी चूत में चला गया।

“ओह भाभी सॉरी … ये जाने कहां कहां मुँह मारता रहता है !”

भाभी मेरी इस बात पर हंस दी,”चल चूत में अधिक मजा आ रहा है… साला भचाक से पूरा ही घुस गया।”

मैंने उनकी चूत को जोर जोर से चोदना आरम्भ कर दिया। इस बार भाभी की सिसकियाँ तेज थी।

“भाभी जरा धीरे से … मजा तो मुझे भी आ रहा है, पर पकड़े गये तो सारा मजा गाण्ड में घुस जायेगा !”

“क्या करूँ, बहुत मजा आ रहा है …” भाभी ने अपना मुख भींच लिया और सिसकारी के बदले जोर जोर से अपनी सांसें छोड़ने लगी।

“अरे मर गई साले … भेनचोद … फ़ाड़ दे मेरी … चोद दे इस भोसड़ी को … मां ऽऽऽऽऽ…”

“भाभी, खूब मजा आ रहा है ना … मुझे मालूम होता तो मैं आपको पहले ही चोद मारता…”

“बस चोद दे मेरे राजा … उफ़्फ़्फ़्फ़ … साला क्या लौड़ा है …अंह्ह्ह्ह्ह्…।”

भाभी का बदन मस्त चुदाई से मैं तो ऐंठने लगा था। उसने अपनी चूत और चौड़ा दी … मुझे चूत में फ़ंसा लण्ड साफ़ दिखने लगा था… मैंने शरारत की, उसके फ़ूल जैसे उभरे हुये गाण्ड के छेद में अपनी दो अंगुलियाँ प्रवेश करा दी। इसमें उसे बहुत मजा आया…”और जोर से गाण्ड में घुसा दे… साले तू तो मस्त लौण्डा है … जोर के कर !”

लण्ड चूत चोद रहा था और अंगुलियाँ गाण्ड में अन्दर बाहर होने लगी थी।

“भेन की चूत … मेरे राजा … मैं तो गई …”

“मैं भी आया… तेरी तो मां की चूत…”

“राजा और जमा के मार दे …”

“ले रानी … ले … लपक लपक कर ले … पूरा ले ले … साली चूत है या … ओह मैं गया…”

एक सीत्कार के साथ भाभी का रस चू पड़ा… और मेरा वीर्य भी… आह उसकी चूत में भरने लगा। वो और झुक गई, अपना सर बिस्तर से लगा लिया। हम दोनों पसीना पसीना हो चुके थे … उसके पांव अब थरथराने लग गये थे… शायद वो इस अवस्था में थक गई थी। मैंने भाभी को सहारा दे कर बिस्तर पर लेटा दिया। भाभी ने अपना हाथ बढ़ा कर मुझे खींच लिया। मैं कटे वृक्ष के समान उनके ऊपर गिर पड़ा। भाभी ने अपने बदन के साथ मुझे पूरा चिपका लिया और बहुत ही इत्मिनान से मुझे लपेटे में लेकर प्यार करने लगी। जाने कब तक हम दोनों एक दूसरे को चूमते रहे, प्यार करते रहे… तभी भाभी चिंहुक उठी। मेरा खड़ा लण्ड जाने कब उनकी चूत में जोर मार कर अन्दर घुस कर चूत को चूमने लगा था। लाल टोपा चूत की गुलाबी चमड़ी को सहलाता हुआ भीतर घुस कर ठोकर मार कर अपनी मर्दानगी दिखाना चाह रहा था …… रात फिर से गर्म हो उठी थी… दो जवान जिस्मों का वासना भरा खेल फिर से आरम्भ हो गया था … दिल की हसरतें काम रस के रूप में बाहर निकल आती और फिर से एक नया दौर शुरू हो जाता.. Antarvasna

प्रिय पाठको को मेरा नमस्कार, Sex Stories

मेरी कहानी का Sex Stories अगला भाग : मैडम के साथ आखिरी बार जो हुआ वो मुझे बड़ा अजीब लगा, मुझे देखने की उनकी नज़र बदलने लगी थी, शायद वो मुझे सही में चाहने लगी थी।
यह शायद मेरा वहम था मगर अगर यह सच होता तो मेरे लिए बहुत बड़ी परेशानी हो सकती थी क्योंकि वो एक शादीशुदा औरत थी और समाज में इस रिश्ते को बड़ी ही गन्दी नज़र से देखा जाता और मेरी बदनामी होती सो अलग।

कुछ लोगों ने बातें बनानी चालू तो कर भी दी थी, इसीलिए मैंने उनसे किनारा करने का सोच लिया, मगर वो शायद मुझे भुला नहीं पा रही थी, रोज़ उनके फ़ोन मेरे पास आते थे, और जैसे ही उनके पति चले जाते थे वो मुझे बुला लेती थी, मेरे लाख मना करने पर भी नहीं मानती थी।

मुझे घर बुला के मेरी गोद में बैठ कर मुझे उन्हें प्यार करने को कहती थी, शरीर की ऐसी भूख मैंने अभी तक मैंने किसी लड़की या औरत में नहीं देखी थी, मैंने हर कोशिश की कि मैं उन्हें नाराज़ किये बिना उनसे किनारा कर लूँ मगर ऐसा होने में वक़्त लगना लाज़मी था, तो मुझे थोड़ा इंतज़ार करना पड़ा और मुझे उसका मौका जल्दी ही मिल गया।

कुछ समय बाद एक दिन उन्होंने मुझसे कहा- मैं और मेरे पति लखनऊ जा रहे हैं चार दिन के लिए, तुम मुझे वहाँ मिलो!

पहले तो मैंने मना कर दिया, आखिर इन्सान हूँ, मेरा भी मन करता है। मगर वो नहीं मानी और मैंने उनसे कहा- बस यह आखिरी बार बार होगा!

वो बोली- ठीक है!

पाँच दिन बाद मैं और वो लोग अलग अलग लखनऊ पहुँच गए। वो अपने बच्चे को किसी रिश्तेदार के घर छोड़ आये थे क्योंकि उनके पति का मूड भी काम के बाद कुछ और करने का ही था।

मैंने उनके होटल के पास ही एक होटल ले लिया। उनके पति को उसी दिन सुबह अपने काम से जाकर अगले दिन दोपहर में वापस आना था, तो हमारे पास पूरा दिन और पूरी रात थी।

उनके पति के निकलने के बाद मेरे पास उनका फ़ोन आया और मैं उनके होटल में उनके कमरे में चला गया। चूंकि वो एक पंच-तारा होटल था तो इसीलिए कोई किसी से मतलब नहीं रखता था, हमने कमरा अन्दर से लॉक कर लिया।

वो मुझे बिस्तर पर बैठने के लिए बोलकर बाथरूम चली गई और अन्दर शावर में नहाने लगी।
दस मिनट के बाद वो नाईटी में बाहर आई और मेरे पास आकर बैठ गई।

उस वक़्त वो औरत क़यामत लग रही थी, गीले बाल, होठों पे लाली, रंग ऐसा लग रहा था कि एकदम दूध जैसा! उनकी नाईटी गीली थी और उसमें से उनके शरीर के उभार एक दम साफ झलक रहे थे।

उसके बाद उन्होंने मेरा एक हाथ अपनी टांग के नीचे दबा लिया और दूसरा हाथ अपने होठों पर फिराने लगी। और फिर धीरे धीरे मेरा हाथ वो अपनी छाती के पास ले जाने लगी, मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे, मेरा लंड तन गया था।

उन्होंने मेरे हाथों से अपने मम्मे सहलाये और फिर अपना हाथ अपनी चूत के छेद में दे दिया, उन्होंने पैंटी नहीं पहनी थी और उन्होंने अपनी चूत शेव कर रखी थी। उनकी चूत पूरी तरह से गीली थी।

उसके बाद उन्होंने मेरा हाथ अपने मुँह में लिया और चूसने लगी। उस वक़्त वो मुझसे अपने मन की करवाना चाहती थी।

और मैं उनकी हरकतें देख के यह भी जान चुका था कि उन्होंने अभी अभी कोई इंग्लिश ब्लू फिल्म देखी है और उनका मन उसे कॉपी करने का है।

और जैसा कि मैं पहले भी बता चुका कि किसी औरत की तरफ मैं सिर्फ उसके होंठ और मम्मे देख कर ही आकर्षित होता हूँ, मुझे उकसाने के लिए किसी भी औरत के पास ये दोनों चीज़ें बड़ी और सुन्दर होनी बहुत ज़रूरी है। फिर चाहे उसकी शकल ठीक ठाक ही हो।

मैंने तुरंत उनकी नाईटी का एक भाग उतार दिया, उनके कंधे पर चूम किया और फिर धीरे उनकी गर्दन पर चूमना चालू किया और उसका कान काट लिया।

उन्होंने मुझे अपने से लपेट लिया और मैं उन्हें लिटा के उनके ऊपर लेट गया। धीरे हम दोनों एक दूसरे के आगोश में जाते चले गए। फिर थोड़ी देर उन्हें चूमने के बाद मैंने उनकी नाईटी कमर तक उतारी और उनके मम्मे चूसने चालू किये जो कि मेरी कमजोरी हैं।

मैं उनके मम्मे चूस रहा था और वो मेरा सर और जोर से अपने मम्मों में दबा रही थी। मुझे जन्नत का एहसास हो रहा था मगर उस समय तक मैंने कई बार नीचे जाने की कोशिश की मगर वो मुझे जाने ही नहीं दे रही थी।

थोड़ी देर बाद मैं उठा और मुझे ध्यान आया कि मैं अपना कैमरा लाया था। मैंने उनसे पूछा कि मैं अपने इन हसीं पलों की कुछ यादगार अपने साथ रख लूँ क्योंकि यह हमारा आखिरी बार था। थोड़ी न-नुकुर के बाद वो मान गई और मैंने उनकी कई नग्न तस्वीरें निकाली।

तस्वीरें लेने के बाद मैंने अपनी पैन्ट और फ्रेंची उतारी, फिर मैंने उन्हें पकड़ के मेज पर टिका दिया और उनकी गांड मारने की तैयारी करने लगा क्योंकि वो अभी आगे का काम नहीं करवाना चाह रही थी।

मैंने थोड़ा तेल लगाया अपने लंड पर और उनकी गांड के छेद पर टिकाया, धीरे धीरे अपना लंड उनकी गांड में घुसाया। वो दर्द से कराहने लगी और मुझे इसी चीज़ को देख के मज़ा आने लगा। 2-3 झटकों बाद वो ज्यादा चिल्लाने लगी तो मैंने उनके मुँह अपनी में अपनी फ्रेंची ठूस दी ताकि शोर बाहर न जा सके।

फिर बहुत सारे धक्के मारने के बाद जब मुझे लगा कि कहीं अब यह बिदक न जाये, मैंने उन्हें थोड़ा विराम दिया और उनकी गांड से लंड बाहर निकाल लिया। उनका मुँह एकदम लाल हो गया था।

मैं बाथरूम गया और अपना पसीना साफ़ करने के लिए शावर लेने लगा। जब मैं बाहर निकला तो देखा की मैडम बिस्तर पर पड़ी हैं अपनी चूत में खुजली कर रही थी बड़े जोर से। उस औरत की अन्तर्वासना उस समय एकदम चरम पर थी।

मैंने तुरंत उनके पास जाकर उनके हाथ हटा के अपनी ज़बान उनकी चूत पर लगा दी और उसे चूसने लगा। उस समय उनकी चूत का स्वाद किसी गर्म आइस क्रीम से कम नहीं लग रहा था, मैं अपनी जीभ उनकी चूत में फिराता रहा और वो सिसकियाँ लेती रही।

मैं हैरान था कि अब तक उनके मुँह से सिसकियों के अलावा एक भी शब्द नहीं निकला था, मगर तभी वो बोली- बस अब नहीं रुक सकती मैं! फक मी नाओ!

मैं तो इसी पल का इंतज़ार कर रहा था, एकदम उनके ऊपर चढ़ गया, उनकी टाँगें अपने कंधे पर रखी और सुपारा चूत पर लगाकर एक बार में पूरा अन्दर दे दिया।

(मैंने कंडोम पहना था, इसमें शर्म नहीं करनी चाहिए)

वो आहें भरने लगी और मैं अपनी गति बढ़ाता चला गया, कई धक्के मारने के बाद मैं थोड़ा रुका, और फिर उनकी टांगे नीचे छोड़ के उनके ऊपर से उनकी चूत में लंड डाला और उसके होठों पे अपने होंठ रख दिए। मैडम ने मुझे जकड़ लिया और मेरे कंधे पर जोर के काट लिया।

मैंने उनके जिस्म का भरपूर आनंद लिया और उस औरत के साथ हर वो चीज़ की जिसके बारे में मैं अपने सपने में सोचता था। मैंने उसको हर तरीके से चोदा, हर चीज़ करवाई उससे, अपने अंड चुसवाए, अपनी गांड चटवाई, कम से एक बार तो सब कर ही लिया उसके साथ।

रात होने वाली थी और हम काफी थक चुके थे तो मैंने थोड़ा ब्रेक लेने का सोचा, मैंने उससे कहा- चलो कहीं घूम आते हैं!

मगर उसने मना कर दिया और फिर रंजना मैडम बोली- जानू, एक काम करते हैं, एक ब्लू फिल्म देखते हैं तुम्हारी पसंद की!

मैंने कहा- यह भी ठीक है!

मैंने अपना लैपटॉप खोला और उसमें एक ब्लू फिल्म चला दी। उसमें लड़के ने लड़की की गज़ब तरीके से ली है। उसमें हिंसा बहुत थी, लड़की के हाथ बांध कर उस लड़की को खूब मारा और उसकी चूत लगभग फाड़ ही दी।
मैंने वो दृश्य रंजना को दिखाया और उससे ऐसा करने में मेरा साथ देने को कहा।

वो डर गई और मना करना लगी।

मगर मैंने उससे कहा- तुम्हारा पति तो कुछ करेगा नहीं, खाली लोटे में डंडी घुमाता रहेगा! मेरे साथ ही कुछ नया कर लो!

वो मान गई मगर मुझे सावधान रहने को कहा। मगर वो जानती नहीं थी कि मैं उसका क्या हाल करने वाला था।

मैंने उसके हाथ बिस्तर से बांध दिए और उसके मुँह में अपनी फ़्रेन्ची ठूंस दी। फ़िर फिर मैंने फ्रिज से बर्फ के कुछ टुकड़े निकाले और एक उसकी चूत के अन्दर घुसा दिया ताकि वो थोड़ा तड़पे और उसकी चूत कस जाये।

वही हुआ, वो छटपटा गई। मगर मैंने उसे पहले ही बोला था कि यह आसान नहीं होगा।

फिर मैंने बर्फ का एक टुकड़ा उसके मम्मों पर फिराया जिससे उसके चुचूक एक दम सख्त हो गए और फिर मैंने उसके मुँह पर 3-4 थप्पड़ रसीद कर दिए जिससे उसका मुँह एक दम लाल हो गया।

यही हाल मैंने उसके चूचों का भी किया। मैं उसे बेहाल और बेबस कर देना चाहता था। उसकी आँखों में डर दिखने लगा था कि अब उसके साथ पता नहीं क्या होने वाला है।

मैंने फिर उसके चूचे चूसने चालू किये और उन पर जोर से काट लिया और फिर उसके मम्मों पर मैंने अपने दांतों के निशान बनाये जिससे वो तड़प सी गई।

बीच बीच में मैं उसको थोड़ा सहलाता भी जा रहा था ताकि वो शांत रहे।

मैंने फिर उसकी चूत में अपना हाथ देना चालू किया। मेरा हाथ बहुत बड़ा था उसके छेद के सामने। वो तड़पने लगी मगर मैंने अपना पूरा हाथ धीरे-धीरे रंजना की चूत के अन्दर दे दिया। वो मचलती रही और मैं उसकी चूत में अपना हाथ हिलाता रहा।

मैंने अचानक देखा कि उसकी चूत के टाँके टूट गए थे मेरे हाथ के ज्यादा अन्दर जाने से! मैंने एकदम घबरा कर अपना हाथ उसकी चूत से बाहर निकाल लिया।

मैंने सोचा- अब बस!

मैंने पहले उसके हाथ खोले तो वो एकदम से तड़प के अपनी चूत को देखने लगी और सहलाने लगी। मैंने उससे सॉरी बोला और उसे बताया कि ऐसा तो होना ही था।

उसने अपने मुँह से कपड़ा निकाला और कराहने लगी।

मैंने उसका मुँह पकड़ा और उसके होठों पर अपने होंठ लगा दिए और बीच में 2-3 बार सॉरी कह दिया।

थोड़ी देर में वो भी मान गई। फिर मैंने उसे सोने को कहा और मैं उसे सुला के होटल से निकल गया।

मगर जो भी हुआ, एक बात तो पक्की थी कि अगली बार वो मुझे बुलाने से पहले सौ बार सोचेगी। मैं जो चाहता था अनजाने में वही हो गया और उस मैडम से मेरा पीछा छूट गया। अभी तक तो उन मैडम का फ़ोन आया नहीं है, आएगा तो ज़रूर बताऊँगा आपको अगली कहानी में! Sex Stories

मैं मानस आज आपके सामने अपनी सच्ची कहानी लेकर आ रहा हूं उम्मीद करता हूं आपको पसंद आएगी मैं राजस्थान के सीमावर्ती शहर भरतपुर का रहने वाला हूं मेरे पिताजी का बिल्डिंग मटेरियल का बहुत बड़ा काम था बहुत अच्छी आमदनी हुआ करती थी पांच साल पहले कोविड के समय में अचानक पिताजी नहीं रहे मैं उस समय 20 साल का था और बीकॉम कर चुका था सीए की तैयारी करनी थी पर इस अनहोनी से बिजनेस की सारी जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ गई, मैंने बिजनेस को अच्छे से संभाल लिया, पर इतना बड़ा काम अकेले का नहीं होता इसमें मेरी मां को की मदद करनी पड़ी क्योंकि परिवार में कोई और इस काम में कोई मदद नहीं कर सकता , दूसरे खानदान वाले बिजनेस को हड़पने के चक्कर में लगे रहते थे मैं पूरी तरह से अनुभवहीन था परंतु मां के सहयोग से धीरे-धीरे 3 महीने में सब कुछ सीख गया और 6 महीने में व्यापार को अच्छे से चलाने लगा मेरी मां बहुत समझदार थी उसे ऊंच-नीच और सामाजिक बुराइयों वगैरा का बहुत ज्ञान था वह मुझे समझाती रहती थी की अपने परिवार मैं बहनों की बड़ी जिम्मेदारी अब मुझे ही उठानी है मैं मेरे परिवार में सबसे बड़ा हूं आज मेरी उम्र 25 साल है, मुझसे छोटी तीन बहनें जिसमें से नव्या 22 साल की है वह ग्रेजुएशन में बीएससी कर रही है उसकी शादी की बात चल रही है जल्दी ही अच्छा लड़का मिलते ही उसकी शादी कर दी जाएगी बहुत अच्छे-अच्छे रिश्ते आ रहे हैं पर वह कोई ना कोई नुक्स निकाल कर मना कर देती है और मैं भी उसे पर कोई दवाब नहीं डालता, उसकी और मेरी शादी को लेकर मां बहुत चिंतित रहती है भव्या 19 साल की है और अभी बारहवीं का एग्जाम दिया है और इंजीनियरिंग करना चाहती है कई इंस्टिट्यूट का एंट्रेंस टेस्ट का फॉर्म भर्ती रहती है माया 15 साल की है और अभी हाई स्कूल का एग्जाम दिया उसका पढ़ाई में मन बहुत ज्यादा लगता है वह डॉक्टर बनना चाहती है मैं भी उसे बहुत सपोर्ट करता हूं। पिताजी के जाने के बाद कितनी जिम्मेदारियां का बोझ मुझ पर आ गया कि मेरा सारा लड़कपन खत्म हो गया स्कूल कॉलेज के यार दोस्त छूटते चले गए लेकिन एक चीज बहुत अच्छी हुई कि हम भाई बहनों में एक दूसरे के लिए प्यार और केयर की भावना बढ़ती गई मां भी यह सब देखकर खुश होती थी पहले कोई बहन मुझे एक गिलास पानी भी नहीं देती थी अब शोरूम से आने के बाद कि मेरे लिए पानी चाय नाश्ता लेकर भव्या आ जाती है चाय पीकर थोड़ी देर लेटकर आराम करता हूं तो माया मेरे शरीर पर चढ़कर पैरों से पूरे शरीर को दबाती है और मेरा सारा बदन का दर्द निकल जाता है फिर थोड़ी देर बाद मैं उठकर नहा धोकर फ्रेश होता हूं नव्या और नव्या पूरा किचन का काम संभाल लेती हैं खाना सबका तैयार हो चुका होता है मां जाकर गरमा गरम फुल्के बनती है क्योंकि मुझे मां के हाथ के फुल्के पसंद है और हम डाइनिंग टेबल और खाने के लिए आ जाते हैं अब सबके साथ मेरी भी खाने पीने की पसंद का ख्याल रखा जाता है पहले ऐसा नहीं था खाना खाते-खाते हम पूरे दिन की बातें करते हैं मैं अपनी बहनों से उनका रोज का काम पूछता हूं जैसे की उनकी पढ़ाई कैसी चल रही है आगे क्या करना है कौन से किताब चाहिए कौन से कपड़े चाहिए उनकी सहेली का क्या हुआ, आगे कौन सा कोचिंग करना है कौन सा सब्जेक्ट पढ़ना है कहां का फॉर्म भरना है किसी को कुछ पैसे तो नहीं चाहिए वगैरा। मैं सबके साथ मूवी देखता हूं और घूमाने फिराने भी ले जाता हूं पिताजी के बाद मुझे ही सबकी केयर करनी थी। हम आपस में एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं और बहुत ही खुले हुए हैं। मां: अकेले में ) मानस जब लड़कियां जब 16 की हो जाती हैं तो जवानी उबाल मारने लगती उनके कदम बहकने लगते हैं अगर उनका मन घर में पहले से ही भरा रहे तो बाहर की तरफ नहीं देखेंगी। मैं : मां मुझे अपनी बहनों पर पूरा भरोसा है वह कुछ भी गलत नहीं करेंगी अपनी सभी बहनों की शादी कर दूंगा मां: बेटा तेरी तीनों बहनें जवान हो गई है इस उम्र की वजह से मन मचलता है मैं प्रैक्टिकल लाइफ में ज्यादा विश्वास रखती हूं बाहर की लड़कियां गलत संगत में बिगड़ जाती हैं इस समय को शरीर की और ज़रूरतें भी होती हैं इनकी शादी तक इन्हें बाहर मुंह करने से रोकना होगा इसलिए कह रही हूं का ख्याल रखा कर उनके करीब रहा कर। मैं: मां वह मेरी बहन है। मां: मैं तेरी और तेरी बहनों की भलाई के लिए की कह रही हूं इससे पहले कुछ कर ले तू ही उनकी जवानी का संभाल ले वरना बाहर परिवार की इज्जत नाम खराब कर सकती हैं और फिर घर की बात घर में रहेगी और किसी को पता नहीं चलेगा और उनकी शादी तक उनकी जवानी को संभालना की तेरी जिम्मेदारी है मन बहुत है परिवार की सपना खराब हो लड़कियों के कदम ना देखें इसलिए वह नव्या की शादी जल्दी कर देना चाहते हैं ताकि वह भी अपने लिए बहू ला सके और बहू का सुख ले सकें हर लडके नव्या मना कर देती है मां को बहुत टेंशन हो रही है मैं: मां को समझाता हूं) आप चिंता ना करो कोई अच्छा लड़का देखकर उसकी अच्छी शादी करेंगे। मां: वह तुझसे कोई बात नहीं छुपाती उससे बात करके देख वह क्या चाहती है। कहीं किसी लड़के के साथ उसका चक्कर तो नहीं चल रहा क्या कहीं मुंह तो काला नहीं करवा रही है। मैं: ठीक है मां आप परेशान ना हो मैं सब संभाल लूंगा। दोस्तों आप सभी को मालूम होगा की बिल्डिंग मटेरियल के अच्छे काम करने वालों को कंपनियां विदेश के टूर पैकेज करने के लिए देती रहती हैं अभी तक पिताजी उनका पैकेज को काश कर लेते थे उन्हें घूमने फिरने का शौक नहीं था परंतु मुझे और मेरी बहनों को घूमने फिरने का शौक बहुत था। पिताजी के पास मां और मैं मिलकर बिजनेस को आगे बढ़ाया तो हमें वह स्कीम के टूट पैकेज भी ज्यादा मिलने लगे। इस बार अल्ट्राटेक कंपनी से दो लोगों का इंडोनेशिया का टूर पैकेज आया था नव्या : भैया इस बार मैं भी आपके साथ चलूंगी । मैं: पहले मां से पूछ लो यदि मां कहेंगी तभी मैं तुम्हें ले जा सकता हूं। नव्या : भैया आप जानते हो मां मुझे मना कर देंगी वो नहीं मानेंगी आप ही बात करो ना । मैं: ठीक है कल खाते समय बात करेंगे। अगली शाम को रात में डिनर करने के बाद मैंने नव्या को इशारा किया कि सब को यहां से ले जाए तो मां से बात करूं। वह खुश हो गई और भव्या माया को उनका होमवर्क देखने के बहाने उनके कमरे में ले गई मैं: मां इस बार इंडोनेशिया की ट्रिप आई है दो लोगों की अगस्त में जाना है 5 दिन का है आप संभाल लोगे न। मां: ठीक है मैं संभाल लूंगी तू कितनी मेहनत करता है सारी जिम्मेदारी अच्छी तरह से संभाल रहा है जा एंजॉय कर आ। इस बार किस दोस्त को ले जायेगा। मैं: नहीं मां इस बार मैं किसी भी दोस्त को नहीं ले जाऊंगा। मैं सोच रहा हूं कि नव्या को ले जाऊं उसे भी बाहर की दुनिया देखनी चाहिए। शादी के बाद पता नहीं कहीं घूम फिर पाती भी है या नहीं। मां: अरे जब शादी करेगी तब ना मैं तो समझा समझा कर हार गई‌ पता नहीं अभी आगे और कितना पढ़ना चाहती है। तू भी उससे बात कर ही चाहती क्या है। मैं: मां, नव्या मेरे साथ वहां जाएगी तो मैं उससे प्यार से उसके मन की बातें जानने की कोशिश करूंगा कि ये शादी के लिए क्यों मना कर देती है। मां: तुम उसे लेकर तो जाओगे लेकिन वहां इसका बहुत ख्याल रखना पड़ेगा पहले कभी बाहर नहीं निकली है। मैं: मां जब निकलेगी तभी तो सीखेगी। मां: ठीक है ले जाओ अच्छी तरह से केयर करना उसके और करीब होना। फिर मैं सोने के लिए अपने कमरे में चला आया। मां और माया 1 कमरे में सोते थे नव्या और भव्या एक कमरे में, मेरा कमरा ऊपर फर्स्ट फ्लोर पर था। मैं एक बात बताना भूल गया कि हम भाई बहनों में बहुत प्यार है जो कि पिताजी के न रहने के बाद और भी बढ़ गया। हम पहले एक दूसरे के साथ लड़ते झगड़ते लिपटते चिपटते थे कभी कोई ग़लत भावना नहीं जगी थी मां थकी होने की वजह से जल्दी सो गई,नव्या ने भव्या से कहा की माया को थोड़ी देर पढ़ा दो। भव्य बोली दीदी उसका सारा काम दिन में करवा दिया है और सो जाओ मैं थोड़ी देर ऊपर भैया से बात करके आती हूं वह बोली ठीक है आप जाओ। मैं अपने कपड़े चेंज करके नाइटी पहन ली थी और बाथरूम जाकर फ्रेश हुई। और ऊपर जाकर भैया के पास लेट कर बातें करने लगी। नव्या : भैया मां से क्या बात हुई मां ने क्या कहा मैं भी आपके साथ चल रही हूं ना। मैं: हां बात हो गयी मां तेरी शादी को लेकर बहुत परेशान है वह जल्दी से तेरी शादी करना चाहती हैं तू उन्हें परेशान मत किया कर जल्दी से शादी कर ले। नव्या: भैया आप जानते हो मैं अभी और पढ़ाई करना चाहती हूं। मुझे बताइए मां ने इंडोनेशिया जाने के बारे में क्या कहा। मैं: दुःख से) नव्या तू परेशान मत हो मैं मां को समझा लूंगा हम अगली बार चलेंगे। नव्या : मतलब आप कहना क्या चाहते हो मां ने मना कर दिया क्या, मैं जानती थी की मां मुझे नहीं जाने देंगी वह तो हमें प्यार नहीं करती। नव्या ने रोनी सी सूरत बना ली और मैं उसे देखकर मन में मुस्कुरा रहा था और समझा ही रहा था मैं: नहीं नव्या मां हम सबको एक जैसा प्यार करती हैं उनकी अपनी भी कुछ जिम्मेदारियां हैं जिनसे वह मुक्त होना चाहती हैं तुम अभी नहीं समझ रही हो जब तुम मां बनोगी तब समझोगी मां अपने हर बच्चे को कितना चाहती है। नव्या : रोते हुए) मुझे पता है भैया की मां हमें कितना चाहती हैं घर में ना रहते हुए भी हम पर कितनी सख्ती रखी जाती है मां ना डरती है कि हम बहक नहीं जाएं। लेकिन अब हम बड़ी हो गए हैं ऊंच नीच समझते हैं। अगर कभी कुछ गलत करना होता तो सबके सामने रहते हुए भी किया जा सकता है लेकिन हमें भी अपने परिवार की इज्जत और मर्यादा का ख्याल है। मैं: उसके आंसू पोंछते हुए) अरे मेरी लाडली बहन तो रोने लगी कितनी बड़ी-बड़ी बातें कर रही है अब मुझे लगता है कि वह वास्तव में बड़ी हो गई है। रोते-रोते नव्या मेरे सीने से लग गई और मुझे जकड़ लिया उसकी चूचियां मेरे सीने में घुस गई और मुझे पहली बार कुछ अलग सा महसूस हुआ। मैं: बस करो नव्या अब चुप हो जाओ तो मैं तुम्हें एक और बात बताना चाहता हूं नव्या : अपने आंसू पोंछते हुए ) क्या बताना चाहते हो भैया कि अगली ट्रिप अप्रैल में आएगी तो ले चलेंगे। मैं: नहीं मेरी लाडो बहन, तुम इस ट्रिप में मेरे साथ चलोगी मैंने मां को मना लिया है और 15 दिन के बाद हम इंडोनेशिया जायेंगे लेकिन मेरी एक शर्त है की हम घर में भाई बहन रहेंगे लेकिन घर से बाहर निकलते हुए पक्के दोस्त बन जाएंगे जो अपनी हर बातें एक दूसरे से शेयर करते हैं और कोई बात नहीं छुपाते, अगर मंजूर हो तो बोलो तभी ले चलूंगा। नव्या ने मुझे बिस्तर पर धक्का दे दिया दे दिया मैं पीठ के बल गिर पड़ा और वह लपक के मेरे ऊपर कमर पर चढ़ गई और मुझे सीने पर मुक्के मारने लगी। नव्या : इतनी देर से मुझे परेशान कर रहे थे मुझे रुला रहे थे क्यों भैया ऐसा क्यों किया आई हेट यू आई हेट यू आई हेट यू। मैं: मैं देखना चाहता था की तू मेरे और मां के बारे में क्या सोचती है और रोते समय कैसी लगती है। कहते हुए मैंने उसको छुपा कर अपने सीने से लगा लिया और आई लव यू आई लव यू आई लव यू बोलने लगा नव्या : आई लव यू टू आई लव यू टू आई लव यू टू भैया मैं जानती थी मां को मना लेंगे। कह कर नव्या मुझे चूमने लगी और मैं भी उसे चूमने लगा, पता नहीं कैसे किसने एक दूसरे के होंठों को चूमा और फिर स्मूच करने लगे। कुछ अचानक से लगा कि हम ये क्या कर रहे हैं एक दूसरे से अलग हो गए। नव्या : थैंक्स भैया आई लव यू अब मैं चलती हूं। मैं: याद रखना हम घर से बाहर क्लोज फ्रेंड्स रहेंगे तभी तुम मेरे साथ चलोगी। नव्या : ओके भैया। गुड नाइट नव्या के जाने के बाद मुझे उसका अपने सीने से चिपकना और मेरे ऊपर चढ़कर प्यार से मारना और फिर मुझे चूमना बहुत उत्तेजित कर रहा था। मैं भी बहक रहा था मैं अभी तक किसी भी लड़की के साथ सेक्स नहीं किया था आज मेरा मन मुठ मारने को कर रहा था वो भी अपनी छोटी बहन नव्या के नाम की। लंड महाराज पजामे में अकड़े पड़े थे। मैं बाथरूम में गया गया और शैंपू को हाथ में लेकर नव्या के नाम से मूठ मारी तो वीर्य बहुत दूर जाकर गिरा। फिर मैं जाकर सो गया। सुबह सोकर उठा तो शोरूम पर निकलते समय नव्या ने मुझे कुछ पैसे मांगे। नव्या : भैया मुझे कुछ पैसे दे दीजिए थोड़ी शॉपिंग करनी है वहां जाने के लिए। मैं: कितने पैसे चाहिए नव्या : भैया 2000 से मेरा काम चल जाएगा मैं: कोई बात नहीं यह लो 5000 अच्छे से तैयारी कर लो हमें वहां को इंजॉय करना है कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। नव्या : थैंक यू भैया आई लव यू। मां: क्या बात है नव्या आज भैया पर बहुत प्यार आ रहा है। उसने तुम लोगों को सर चढ़ा कर रखा है बहुत छूट दे रखी है। नव्या : थैंक यू मम्मी आई लव यू टू आप मेरी तरफ से बेफिक्र रहें। मुझे आपका और परिवार का बहुत ख्याल है। मां: ठीक है ठीक है अब जाने की तैयारी ठीक से कर लो सारी जरूर का सामान लेकर जाना वरना वहां छोटी-छोटी चीज के लिए परेशान होना पड़ सकता है। नव्या : मां संडे को दिल्ली चलो ना मुझे कुछ शॉपिंग करनी है यहां कुछ अच्छा नहीं मिलता। मां: बेटा मेरे पास समय नहीं है जब तुम जाओगी तो एक दिन पहले ही चले जाना और दिल्ली में शॉपिंग कर लेना भैया तुम्हारे साथ होगा मैं सब सामान दिलवा देगा। नव्या : आप ठीक कह रही हूं मां। फिर मैं शोरूम निकल गया और सारे अरेंजमेंट करने लगा हमें 15 दिन बाद जाना था मेरे पीछे बिजनेस संभालने में मां को कोई तकलीफ ना हो सभी स्टाफ को बोल दिया था कि किसी को छुट्टी लेनी है तो एक हफ्ते में काम करके चला आए उसके बाद एक महीने तक किसी को छुट्टी नहीं दूंगा। 1 महीने का स्टॉक और ऑर्डर कैलकुलेट करके लगा दिया था ताकि मेरे पीछे कोई समान शोरूम पर कम ना पड़े और काम सही से चलता रहे। थोड़ी देर में भी शोरूम पर आ गई तो मैं मां को भी सब समझा दिया की कैसे क्या करना होगा सब कुछ ऑटो मोड में चलता रहेगा बस उन्हें देखना रहेगा। शाम को जब घर पहुंचे तो नव्या बहुत खुश दिखाई पड़ रही थी भव्या और माया का मूड़ उखड़ा हुआ था । भव्या मेरे लिए चाय और पानी ले आई और रखकर बिना कुछ बोले चली गई। माया मेरे पास आई और मेरे गोद में बैठ कर बोली माया: भैया आप दीदी को घूमाने ले जा रहे हैं हम भी चलेंगे आप दीदी को अकेले क्यों ले जा रहे हैं। मैं: बेटा केवल दो टिकट है और दीदी तुम सबसे बड़ी है अभी जल्दी ही उसकी शादी होने वाली है तो उसे घूम लेने दो उसकी शादी हो जाएगी तो फिर मैं भव्या और तुमको खूब घुमाऊंगा, यह भव्या क्यों रूठी हुई है। माया: भव्या दीदी भी घूमने जाना चाहती है और आप केवल नव्या दीदी को ले जा रहे हैं वह इसलिए नाराज हैं। मैंने भव्या को बुलाया और प्यार से अपनी गोद में बिठाकर किस किया। मैं: भव्या इतनी छोटी सी बात के लिए तुम नाराज हो यह गलत है तुम्हारी बड़ी बहन है जल्दी ही उसके शादी हो जाएगी फिर वह चली जाएगी उसे बाहर घूमने फिरने का मौका पता नहीं मिले या ना मिले इसलिए अभी उसको घुमा देते हैं उसके बाद तुम और माया को भी मैं सब जगह घुमाऊंगा प्रॉमिस। भव्या: प्रॉमिस भैया ठीक है आप दीदी को बाहर घूमा लो लेकिन बीच-बीच में हमें भी कहीं घुमा दिया करो। आई लव यू भैया कहकर भव्या ने मुझे किस किया मैं: आई लव यू टू बेटा। भव्या: लेकिन हम आपको ऐसे नहीं छोड़ेंगे आपको हमें गोद में उठाकर पूरे घर में घूमना पड़ेगा। यह कहकर भव्या मेरे पीठ पर लद गई और माया भी दौड़कर सामने से मेरी गोद में चढ़ गई और दोनों बोली अब हमें पूरा घर में घुमाईये मां: आज तुम लोगों को अपने भाई पर बहुत प्यार आ रहा है अभी थका हुआ आया है उसे आराम तो कर लेने दो जो कि दोनों घोड़ी हो गई हैं और अभी भी बच्चों जैसी हरकतें करती हैं यह सब तेरे प्यार में बिगड़ गई है। भव्या की चूचियां मेरी पीठ पर दबीं थी और माया के टिकोरे सामने से मेरे सीने में दबे हुए थे मेरी हालत खराब हो रही थी फिर भी मैं किसी तरह उन्हें पूरे घर का एक चक्कर लगाकर उतारा और बोला अब मैं थक गया हूं ऊपर जाकर आराम करूंगा। मैं: मां मेरा बदन बहुत दर्द कर रहा है कोई दवा हो तो दे दो। मां: तूने अपनी बहनों को सिर चढ़ा रखा है इतनी बड़ी हो गई जरा भी समझ नहीं है यह दवा खा ले और थोड़ी सी बदन की मालिश करवा ले तो आराम आ जाएगा मैं माया को बोलती हूं। माया जरा सरसों का तेल गर्म करके अपने भैया की पीठ की मालिश तो कर दे देखा उसका बदन दर्द कर रहा है और तुम लोग उसके ऊपर चढ़कर घूम रही थी। माया: मां में स्कूल का काम करने जा रही हूं बहुत सारा होमवर्क मिला है भव्या दीदी से कह दो। भव्या: मां मैं किचन में खाना बनाने जा रही हूं आप ही कर दो ना। मां: अरे मैं भी तो थकी हुई आई हूं तुम्हें तो मेरी भी मालिश करनी चाहिए मेरी ना सही कम से कम अपने भाई की तो कर दो। नव्या: चलो मां पहले मैं आपकी थोड़ी सी चंपी कर देती हूं और हाथ पैर में मैं मालिश कर देती हूं फिर भैया की भी मालिश कर दूंगी। मां: बहुत खुश है आज नव्या मां और भाई की सेवा बिना कहे कर रही हो। नव्या : आप तो ऐसे कह रही हो कि जैसे मैंने पहले कभी नहीं किया हमेशा बिना कहे करती हूं। मां: हां मेरी रानी बिटिया मैं जानती हूं मैं तो ऐसे ही मजाक कर रही थी। नव्या ने आधे घंटे तक मां की चंपी और मालिश की मां को आराम आ गया और मां बैठकर टीवी देखने लगी कटोरी में तेल लेकर ऊपर मेरे कमरे में आई। नव्या : भैया चलो अपनी टीशर्ट और पजामा उतार दो मैं मालिश कर देता हूं। मैं: नहीं नव्या यार अब तुम बड़ी हो गई हो मैं तुमसे मालिश नहीं करवाऊंगा। नव्या : भैया शर्माइए मत अभी मेरे हाथों के जादू से आपका सारा बदन का दर्द निकल जाएगा मां को भी आराम आ गया है। मां देखो भैया मालिश नहीं करवा रहा है अभी 10 मिनट में आराम आ जाएगा। मां: अरे मानस मालिश करवाले शर्मा मत तेरी छोटी बहन ही है और तू उसका बड़ा भाई। कोई बात नहीं हम लोग एक दूसरे का सुख-दुख में साथ नहीं देंगे तो कौन देगा। मैं: मां मैं नहीं करवाऊंगा मुझे शर्म आती है। नव्या: धीरे से) अरे करवा लो भैया जब स्मूच करने में शर्म नहीं आई तो मालिश करवाने में कैसी शर्म। मैं: तू बहुत शरारती हो गई है मुझे लगता है जल्दी ही तेरी शादी करवानी पड़ेगी तभी तू मुझे परेशान करना छोड़ेगी। नव्या ने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया और मेरे पेट पर बैठकर मेरी शर्ट खींच कर उतार दी और मेरा पजामा भी खींचकर निकाल दिया मुझे पेट के बल लेटा कर मेरे जाघं पर चढ़कर बैठ गई और फिर तेल डालकर मालिश करने लगी। उसके मुलायम हाथ मुझे गुदगुदी कर रहे थे थोड़ी देर बाद मुझे मजा आने लगा फिर उसने मुझे पीठ के बल लिटा दिया और मेरे सीने पर तेल डालकर मालिश करने लगी। मुझे बहुत आराम आ गया और मुझे जोर से नींद आ रही थी भव्या: सब लोग आकर खाना खा लो खाना तैयार है। नव्या : चलो भैया खाना खाकर तब सोइयेगा। हम सबने आकर खाना खाया और सब सोने चले गए मैंने नव्या से कहा मेरा सिर दर्द कर रहा है कोई सिरदर्द की दवा दे तो वह बोलि आप चलिए मैं आपके सिर में भी तेल लगा देती हूं वह 10 मिनट में ऊपर आई। मैं: इतनी देर कैसे लगा दी है मेरा सर दर्द से फटा जा रहा है। नव्या: मम्मी भी बहुत थकी हुई है उनको सोने के लिए नींद की गोली दी है कृपया और माया भी सोने चली गई है पूरा घर बंद कर तब आपके पास आई हूं अभी 10 मिनट में आपका सिर का दर्द दूर हो जाएगा। मुझे कल की स्मूच याद आ गई और मैं मुस्कुराने लगा। नव्या : क्या हुआ भैया आप मुस्कुरा क्यों रहे हैं। मैं: कुछ नहीं तुम तेल लगाओ। नव्या : नहीं पहले आप बताइए आप क्यों मुस्कुरा रहे हैं मुझे देखकर। मैं: कुछ नहीं मुझे कल रात की बातें याद आ गई वैसे तुम्हारी कैसे बहुत मीठी थी क्या मुझे आज भी दोगी। नव्या : धत् भैया वह तो कल जाने की खुशी में गलती से हो गया था आज थोड़ी ना वैसा होगा। मैं: अगर आज भी मैं तुझे कुछ अच्छे से न्यूज़ दूं घूमने वाली तो क्या होगा । स्मूच करेगी। नव्या : भैया आप भी ना कैसी बातें कर रहे हो मैं आपकी छोटी बहन हूं। मैं: हमने कल ही एक दूसरे को वादा किया था कि अब हम घर में भाई बहन और बाहर दो अच्छे दोस्त बनकर रहेंगे यानी कि तू मेरी गर्लफ्रेंड और मैं तेरा बॉयफ्रेंड तू बड़ी जल्दी भूल गई। नव्या : मुझे याद है भैया लेकिन घर से बाहर अभी हम घर में हैं। मैं: तो सुन वीजा के लिए हमें परसों दिल्ली जाना होगा सुबह 10:00 की अपॉइंटमेंट है और कल शाम को हम दिल्ली जाएंगे रात में होटल में रखेंगे सुबह अपना काम निपटाकर शाम को निकलकर रात तक वापस आ जाएंगे। अब तो स्मूच बनता है ना। नव्या : भैया पहले आपके सर की मालिश कर दूं तब तक सब लोग सो जाएंगे तब आप स्मूच कर लेना। मैं: मतलब तुम अकेले में भी मेरी गर्लफ्रेंड बनी रहोगी आई लव यू। नव्या : भैया आप बड़े वो हो अपनी छोटी बहन को गर्लफ्रेंड बना रहे हो प्लीज यह बात किसी को पता नहीं चलनी चाहिए और गर्लफ्रेंड से आगे कोई बात नहीं करनी होगी। मैं: नव्या यह गर्लफ्रेंड से आगे क्या बात होती है। नव्या : आप मुझसे क्या-क्या बातें पूछ रहे हैं। कितने गंदे हैं अपनी बहन से कोई ऐसी बातें पूछता है क्या। मैं: मैं अपनी बहन से कहां अपनी गर्लफ्रेंड से पूछ रहा हूं तुम्हें क्या एतराज है। नव्या : अच्छा मालिश करने दीजिए बाकी बातें हम कल भी कर सकते हैं नव्या बिस्तर पर पैर लटकाकर बैठ गई और मैं जमीन पर उसके पैरों के बीच में बैठ गया अब वो मेरे सिर में तेल डालकर मालिश कर रही थी मुझे आराम आने लगा और बात करते करते मुझे नींद आ गई नव्या ने मुझे जगाया और बिस्तर पर लिटा कर चादर उढा कर खुद भी सोने चली गई। सुबह 6 बजे नीचे मां उठ गई मां: नव्या आज तो बड़ी जल्दी उठ गई ऊपर टहलने गई थी। इसी तरह जल्दी उठकर थोड़ी एक्सरसाइज किया करो एक्टिव रहोगी। नव्या: ओके मां। मां भैया ने बताया था कि आज शाम को वीजा के लिए दिल्ली जाना है मैं सोच रही हूं कि मैं अपनी शापिंग भी दिल्ली से कर लूं। मां: ठीक है बेटा जाओ खूब एन्जॉय करना। जाकर भैया को उठा दो। नव्या ने ऊपर आकर मुझे किस करके उठाया और बोली भैया जल्दी से तैयार हो जाईए आज वीज़ा के लिए दिल्ली भी जाना है मैं: इंडोनेशिया जाने की क्या तैयारी कर रही हो। नव्या : कुछ खास नहीं भैया कुछ कपड़े लेने हैं और ब्युटीपारलर जा कर वैक्सिंग पैडीक्योर मैनीक्योर आदि करवानी है। मैं: कपड़े तो हम कल दिल्ली से ले लेंगे और बाकी ब्यूटी पार्लर का काम जैसे यहां से चलेंगे उस दिन करवाना तो वह सारा ट्रीटमेंट एक हफ्ते तक आराम से चल जाएगा। नव्या : आप मुझे दिल्ली में शॉपिंग करवाएंगे आई लव यू भैया कहकर नव्या ने मेरे माथे को चूम लिया मेरी आंख गाल को चूमते हुए होठों को चूम लिया अभी उसके होठों को अपने मुंह पर लिया और चूसने लगा। मैं नहा धोकर तैयार हो कर नीचे आया मां के साथ नाश्ता किया फिर मैं मां को लेकर शोरूम आ गया रास्ते में मां ने पूछा रात को एंजॉय किया था मैं शरमा कर बोला आप भी ना, क्या एंजॉय। मां: मैंने नव्या को रात में मालिश करने भेजा था तुझे मालिश करा कर मज़ा आया था तू रोज़ नव्या से मालिश करवा लिया कर। मैं नव्या को भी कह दूंगी। मैं : मां हम दोपहर में दिल्ली निकल जाएंगे शाम को बहुत देर हो जायेगी। मां: ठीक है बेटा नव्या को वहां वहां शॉपिंग करा देना और थोड़ा घूम फिर भी लेना एक दिन और रुक सकते हो तो उसके और करीब हो जाना ऐसे रिलेशनशिप बनाना कि बाहर कहीं उसके कदम नहीं बहकें । मैं: आप चिंता मत करो ना मैं अपनी किसी भी बहन को बहकने नहीं दूंगा और उनको खुद ही संभाल लूंगा जब तक शादी नहीं हो जाती सबका पूरा ख्याल रखूंगा बस आप खुश रहो। कहकर मैंने मां को गले से लगाया तो मां मेरे कान में धीरे से बोली कल रात में बात कहां तक पहुंची तुमने इंजॉय किया तो मैं चौंक गया मां: कान में) ज्यादा नादान ना बनो तुम जानते हो कि मैं क्या कह रही हूं सुनना ही चाहते हो तो सुनो मैं चाहती हूं कि तुम्हारी बहनों की शादी होने तक उनकी शारीरिक जरूरतों को भी तुम पूरा करो। मैं इसे बुरा नहीं मानती मेरी समझ से इससे आपसी प्यार और स्नेह अधिक गहरा होता है अपने लक्ष्य को हासिल करने की राह से भटकते नहीं है मैं इससे अधिक साफ और नहीं कह सकती हूं । मैं: शर्मा कर) मां मैं आपको निराश नहीं करूंगा और आपकी यह इच्छा भी पूरी करूंगा। मैंने नव्या को फोन कर कहा नव्या हम दोपहर 2:00 बजे निकलेंगे तुम सारी तैयारी कर लेना पासपोर्ट आईडी ऐड्रेस फोटोस भी रख लेना जरूरत पड़ सकती है और हम अपनी ये ट्रिप को खूब एंजॉय करेंगे मैं शोरूम से 1:00 बजे तक घर लौट आया गाड़ी निकली उसमें सारा सामान रख दिया और खाना खाकर मैं और नव्या दिल्ली के लिए चल पड़े हम 3 घंटे में यानी की पांच 5:30 बजे तक दिल्ली पहुंचने वाले थे 15 मिनट में हम हाईवे पर आ गए और मैंने नव्या से पूछा मैं: नव्या क्या प्लान है पूरे 2 दिनों तक तुम मेरे साथ में हो मेरी गर्लफ्रेंड बनकर मैं होटल में तुम्हारी एंट्री अपनी मंगेतर के तौर पर करवाऊंगा, क्योंकि गर्लफ्रेंड के साथ दिक्कत हो सकती हैं तुम्हें कोई एतराज तो नहीं।। नव्या: नहीं भैया जब आप मेरी इतनी केयर कर रहे हैं तो कोई बॉयफ्रेंड और मंगेतर ही ऐसे केयर करता है आई लव यू भैया मैं: तो इतनी देर हो गई तुमने सुबह से अपने बॉयफ्रेंड को किस नहीं किया नव्या:हम हाईवे पर हैं भैया और आप गाड़ी चला रहे हैं कैसे किस करेंगे। मैं: मैं गाड़ी को 2 मिनट के लिए किनारे रोक देता हूं इतने समय में मुझे किस करना है नव्या: नहीं भैया हम दोनों दो दिन अकेले साथ में होटल में रहेंगे थोड़ा सा सब्र करो। मैंने भी जोर नहीं दिया और शाम 6 बजे दिल्ली के कनाट प्लेस में वीजा आफिस के पास एक 3 स्टार होटल में चेक-इन किया सामान को रूम में रखवा कर वेटर को चाय और स्नैक्स लाने को कहा और दरवाजा बंद कर मैंने नव्या को हग किया । मैं: बेबी आई लव यू नव्या: आई लव यू टू भैया। मैं: अब तो मैं अपनी गर्लफ्रेंड को किस कर सकता हूं यहां हम होटल में अकेले हैं कोई भी नहीं देख रहा और किसी को कुछ पता नहीं चलेगा। नव्या: शर्माते हुए) भैया मुझे लगता है कि आप मुझे आज नहीं छोड़ेंगे और अपनी गर्लफ्रेंड की मोहर लगाकर ही मानेंगे आई लव यू भैया मैं आपको यहां कैसे मना कर सकती हूं। मैंने नव्या को उसके माथे पर किस किया और उसकी आंखों को चुम्मा लिया। तभी बेल बजी और वॉटर चाय और स्नेक्स ले आया मुझे बहुत जोर से गुस्सा आया। नव्या: भैया लो कबाब में हड्डी आ गई। मैं: कोई बात नहीं पहले कबाब खा लेते हैं फिर आगे करेंगें मैं रूम खोलकर चाय नाश्ता रखवाया और आसपास की जानकारी वेटर से ली बेटा ने बताया की रात को 9:00 बजे से नीचे पब में गेस्ट के लिए पार्टी है वहां हम कपल एंजॉय कर सकते हैं मैं : एंट्री कैसे होगी। वेटर: सर कपल के लिए ढाई हजार रुपए की एंट्री है वहां पर आपका डिनर और ड्रिंक लाइव डीजे सब फ्री है। आप काउंटर पर डिपॉजिट करके एंट्री कार्ड ले सकते हैं। मैंने उसको थैंक यू बोलकर भेज दिया। मैं: बेबी क्या प्लान है एंजॉय करोगी हम पहले पब में जाकर ड्रिंक लेंगे डांस करेंगे और डिनर लेकर रूम में आ जाएंगे ज्यादा नहीं सिर्फ एक डेढ़ घंटे में। नव्या: ठीक है भैया जैसा आप ठीक समझे मैं तो आपकी हर बात मानूंगी और मां का भी यही इंस्ट्रक्शन है। मैं फिर नव्या को अपनी गोद में बिठाया और अपने हाथ से स्नेक्स खिलाया और साथ में हमने चाय पी। नव्या: क्या बात है भैया आज आप अपनी बहन को खूब प्यार कर रहे हैं और मक्खन लगा रहे हैं कुछ स्पेशल चाहिए क्या। मैं: नव्या तू जानती है कि अब हम गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड है तो एक बॉयफ्रेंड अपनी गर्लफ्रेंड से अकेले में क्या चाहता है मुझे भी वही चाहिए और मैं आज उसे अपनी गर्लफ्रेंड से लेकर ही रहूंगा। नव्या: उसके लिए बॉयफ्रेंड को अपनी गर्लफ्रेंड को बहुत पटाना और खुश करना होता है। मैं: मेरी गर्लफ्रेंड के हर सपने को पूरा करूंगा जो भी वह अपने बॉयफ्रेंड से चाहती है लेकिन मुझे उसका सहयोग चाहिए कि वह मुझे खुलकर बताएं। मैंने नव्या को अपनी बाहों में भरते हुए बहुत सारा किस किया और उसके पीठ को सहलाने लगा। नव्या: मुझे मेरे बॉयफ्रेंड से खूब सारा प्यार चाहिए और मेरा भैया मेरे को केयर करता है और हर इच्छा को पूरी करता है मुझे इसके अलावा और कुछ नहीं चाहिए आई लव यू जानू मुझे ऐसे ही खूब प्यार करना। मैं : बेबी यदि तुम फ्रेश होना चाहो तो बाथरूम में जाकर नहा धोकर फ्रेश हो जाओ फिर हम नीचे पार्टी में चलेंगे देखो 8:00 बज ही रहे हैं नव्या 10 मिनट में नहा धोकर फ्रेश होकर तैयार होने लगी फिर मैं अभी फ्रेश होकर आया और तैयार हो गया। 8:45 हो गए थे हम दोनों ने कपल की तरह एक दूसरे के कमर में हाथ डालकर नीचे रिसेप्शन पर गए और पब की फीस ढाई हजार रुपए जमा करके कपल एंट्री कार्ड ले लिया और रूफटॉप पब में चले गए। वहां का माहौल बहुत ही रंगीन था चारों तरफ कपल ही कपल टेबल पर बैठकर ड्रिंक को एंजॉय कर रहे थे और लाइट म्यूजिक चल रहा था मैं: हम वहां कोने की सीट पकड़ लेते हैं उधर हल्का सा अंधेरा भी है बोलो तुम क्या पीना पसंद करोगी। नव्या: भैया मैं कुछ भी नहीं पियूंगी आपको जो लेना हो वह ले लीजिए मैंने कभी ड्रिंक नहीं किया है। मैं: कोई बात नहीं बेबी आज थोड़ा सा वाइन ले लो बहुत मजा आएगा बाकी मैं हूं तुम्हें ज्यादा नहीं पीने दूंगा और सब संभाल लूंगा यू ट्रस्ट मी ना। नव्या: अगर आप मेरे साथ हैं तो फिर मुझे कोई चिंता नहीं आपको जो ठीक लगे वह मंगा लीजिए। मैं: दैटस् गुड गर्ल, आज तुम शुरुआत कर रही हो तो हम रेड वाइन लेंगे। मैंने एक रेड वाइन बोतल का आर्डर किया थोड़ी देर में वेटर दो क्लास और एक चिल्ड् वाइन की बोतल ले आया। और दोनों क्लास में निकाल कर सर्व कर दी साथ में फ्रूट सलाद और चीज़ चिली भी दे गया। मैं: ये लो बेबी अपनी लाइफ का पहला जाम मेरी गर्लफ्रेंड की खुशियों के लिए चीयर्स चीयर्स बोलकर मैंने एक ग्लास नव्या को और एक क्लास को लेकर हल्के से ग्लास को टकराकर टन् की आवाज निकालकर अपने होठों से लगाकर एक सिप लिया। नव्या: भैया यह तो बहुत ही टेस्टी है हल्की सी खट्टी मीठी कुछ कुछ मीठे सिरके का स्वाद दे रही है। मैं: मेरी गर्लफ्रेंड आज अपनी लाइफ में पहली बार अपने भैया के साथ एंजॉय कर रही है आज की रात उसके जीवन में एक यादगार रात होगी जिसे वह कभी नहीं भूलेगी और मैं अपनी बहन की यह रात एक यादगार रात बना दूंगा आई लव यू बेबी। नव्या: आई लव यू टू भैया मै धीरे-धीरे एक ग्लास वाइन खत्म कर दी मैंने नव्या को थोड़ा धीरे पीने के लिए कहा और अपना दूसरा ग्लास भर लिया मेरा दूसरा ग्लास खत्म करने तक नव्या एक गिलास पी चुकी थी उसे हल्का सा मजा आने लगा था मैं: बेबी आओ चलो फ्लोर पर थोड़ा सा डांस करते हैं ओके जानू कहकर नव्या उठी और मेरी कमर में हाथ डालकर डांस फ्लोर पर ले आई हम दोनों ने एक दूसरे की कमर में हाथ डालकर थोड़ी देर डांस किया डांस करते-करते एक दूसरे को किस करने लगे और फिर दूसरे कपल की तरह हमने भी स्मूच करते-करते डांस किया थोड़ी देर में हमारी सांस भारी हो गई। नव्या: जानू अब बस करो हम डिनर करके रूम में चलते हैं। मैं: क्या तुम और वाइन लेना पसंद करोगी डिनर के साथ मैं तो और लेना चाहता हूं नव्या: ठीक है जानू मुझे कोई एतराज नहीं। हम वापस अपनी टेबल पर आ गए और वेटर को डिनर के साथ एक वाइन की बोतल और आर्डर कर दी थोड़ी देर में वह लेकर आ गया डिनर के साथ वाइन सर्व करके चला गया फिर मैं और नव्या ने वाइन को डिनर के साथ एंजॉय किया मुझे नव्या को संभालना भी था वह पहली बार ले रही थी इसलिए मैंने उसे ज्यादा नहीं पीने दिया डिनर के बाद हम रूम में आ गए। नव्या: आई लव यू भैया मैं सच में आपसे बहुत प्यार करती हूं आपने आज मुझे बहुत खुश कर दिया मैं पब में वाइन के साथ डांस और डिनर नहीं सोच सकती थी लेकिन आपने आज मुझे लाइफ एंजॉय करा दी आपने मुझे खुश कर दिया मैं भी आपको खुश करना चाहती हूं आई लव यू भैया। मैं: आई लव यू टू नव्या बेबी मैं भी बहुत खुश हूं कि मैं तुम्हें खुशी दे पाया बेबी तुम्हें हल्का सा सुरूर हो गया है कैसा लग रहा है नव्या: आई लव यू भैया बहुत मजा आ रहा है लग रहा है कि मैं हवा में उड़ रही हूं प्लीज भैया मुझे खासकर पकड़ लो मैं गिर पड़ूंगी मैं: इंजॉय करो नव्या मैं तुम्हें गिरने नहीं दूंगा नव्या: भैया मुझे गोदी में उठा लीजिए मैंने नव्या को अपनी गोद में उठा लिया और किस करने लगा फिर मैं उसको लेकर बेड पर आया और लेट दिया मैं: बेबी ड्रेस चेंज कर लो कपड़े उतार दो फिर हम आराम से सो जाएंगे नव्या: भैया आज मुझे बहुत शरारत करने का मन कर रहा है आई लव यू भैया मेरी कुछ और भी इच्छाएं हैं क्या मैं आपसे शेयर कर सकती हूं। मैं: नव्या मेरी जान तुम अपने भाई के साथ कुछ भी शेयर कर सकती हो तुम्हारा भाई तुम्हें बहुत प्यार करता है वह तुम्हारा बॉयफ्रेंड भी है शरमाओ मत नव्या: भैया हमें रात में कोई डिस्टर्ब नहीं करेगा मैं आज बिना कपड़ों के सोना चाहती हूं मैं सो सकती हूं क्या। मैं: बिल्कुल बेबी तुम अपनी हर इच्छा पूरी कर सकती हो क्या मैं तुम्हारी मदद करूं कपड़े उतारने में नव्या: हां भैया मुझे बहुत गर्मी लग रही है प्लीज हेल्प मी। नव्या ने अपने हाथ ऊपर कर दिए और मैं उसकी शर्ट को उतार दिया और उसकी जींस भी खोल दी अब वह केवल ब्रा पैंटी में थी फिर वह पीछे घूम गई अपने ब्रा खुलवाने के लिए। मैं: बेबी ब्रा और पेंटी तो पहने रहो बाकी सब ठीक है नव्या: ओके जानू। फिर मैं भी अपने कपड़े उतार कर अंडरवियर में आ गया और रूम की लाइट ऑफ करके बिस्तर में घुस गया नव्या : भैया मुझे आपको कुछ दिखाना है आप देखना चाहेंगे क्योंकि यह मैं सबसे पहले सिर्फ अपने बॉयफ्रेंड से शेयर करना चाहती थी अब आप ही मेरे बॉयफ्रेंड हैं। मैं: क्यों नहीं बेबी अब तुम मेरी गर्लफ्रेंड हो मेरे साथ कुछ भी शेयर कर सकती हो नव्या शर्माते हुए मेरे सीने से लग गई और मैंने उसको अपनी बाहों में जकड़ कर लिया और किस करने लगा। नव्या : भैया आप मुझे गर्लफ्रेंड के जैसे प्यार करो मैं: जानू मैं भी तुमको बॉयफ्रेंड की तरह प्यार करना चाहता हूं आई लव यू बेबी नव्या : भैया मेरा कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं है मेरी सभी सहेलियों के दो-तीन बॉयफ्रेंड है लेकिन मुझे डर लगता है कहीं मेरे परिवार की इज्जत खराब ना हो इस वजह से मैंने कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं बनाया। पर मेरा भी बहुत मन करता है कि मेरा भी बॉयफ्रेंड है और मुझे प्यार करें। मैं: परिवार की इज्जत और जिम्मेदारी के लिए मैंने भी कोई गर्लफ्रेंड नहीं बनाई। नव्या : शर्माते हुए) सच भैया आप मुझे बॉयफ्रेंड वाला प्यार करेंगे। आई लव यू भैया। मैंने नव्या को जोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया और किस करने लगा अब हम दोनों एक दूसरे को स्मूच कर रहे थे । मैंने अपने हाथ नव्या की चूचियों पर रख कर धीरे से दबा दिया नव्या : उई मां भैया धीरे धीरे करिये मैं: बेबी तुम अपने ब्वायफ्रेंड से शर्मा रही हो शर्माओ नहीं और जैसे अपने ब्वायफ्रेंड से प्यार करना चाहती हो वैसे ही करो। नव्या :कान में बोली) भैया मेरी ब्रा उतार दीजिए फिर मजा आएगा। मैंने ब्रा को खोलने की कोशिश की लेकिन पहली बार मैं किसी लड़की की ब्रा खोल रहा था और वह भी मेरी बहन थी तो अनुभव न होने के कारण खोल नहीं पा रहा था तो मैंने झट कैसे उसकी ब्रा के को खींच कर तोड़ दी और ब्रा को उसकी तकिया के नीचे रख दिया दो सफेद कबूतर आजाद हो कर फड़फड़ाने लगे। नव्या : भैया आप ने ब्रा फाड दी आपके इरादे बहुत खतरनाक लग रहे हैं कह कर नव्या मेरे गले लग गई हमारे ऊपर के नंगे जिस्म एक दूसरे से लिपट कर मज़ा दे रहे थे। मैं: बेबी गर्लफ्रेंड बायफ्रेंड और कैसे प्यार करते हैं नव्या : आप मुझ से पूछ रहे हैं आप बायफ्रेंड हो तो प्यार करो ना। मैं: तेरी सहेली ने तुझको बताया था कि उसके बायफ्रेंड ने कैसे प्यार किया था बता ना मैं भी वैसे ही करूंगा। नव्या : धत् आप मुझसे ही पूछ रहे हो कि कैसे करें। मैं: हां बेबी मुझे अनुभव नहीं है नव्या : भैया मुझे भी नहीं है अनुभव। मेरी सहेली रीना भी अपने बड़े भाई राजीव की गर्लफ्रेंड बनी हुई है और उसकी कहानी सुनकर मेरा मन भी आपको अपना बायफ्रेंड बनाने का था पर डरती थी । मैं: राजीव तो मेरा दोस्त है,उसकी बहन रीना तेरी सहेली है, बहन चोद मुझे तो उसने कभी बताया ही नहीं, मुझे तो पता ही नहीं था अब डर खत्म हो गया मेरी बहन मेरी गर्लफ्रेंड मुझे प्यार करेगी ना। नव्या : हां भैया, रीना के भैया ने उसे एग्जाम दिलाने आगरा ले गए और एग्जाम नहीं देने दिया तीन दिन तक आगरा में बायफ्रेंड बन कर खूब प्यार किया। मैं: रीना ने बताया था कि कैसे प्यार किया था उसके भैया ने,बताओ हम भी वैसे ही करेंगे। नव्या : उसके भैया उसे आगरा इंजीनियरिंग का एग्जाम दिलाने ले गए दो दिन पेपर था एक दिन पहले सेंटर देखने पहुंचे और जे पी होटल में रीना को अपनी मंगेतर बता कर डबल बेड रूम लिया, उन्होंने भी आपकी तरह अपनी बहन को अपनी मंगेतर बनाकर डबल बैडरूम बुक किया था और जाते ही रूम बंद कर एक दूसरे से लिपट कर चूमने लगे और कपड़े उतार कर बाथरूम में बाथटब में घुस गए रीना को अपनी गोद में बिठाकर पीछे से उसकी चूचियों को पकड़ कर मसलने लगे और गर्दन पर दांत गडा कर चूसने लगे मैं भी नव्या की चूचियों को अपने हाथ में भर कर मसलने लगा मैं: इसी तरह मसल रहे थे क्या। नव्या: हां भैया रीना ने ऐसे ही बताया था उई मां सीई सी उफ़ भैया आराम से करो बहुत अच्छा लग रहा है फिर रीना के भैया ने उसे अपनी ओर घुमाया और उसकी एक चूची को अपने मुंह में भरकर पीने ले और दूसरी चूची को अपने हाथ से टीपने लगे वो सी सी ई उई करने लगी मैं: बेबी तुम भी उसकी तरह घूम कर मेरे गोद में बैठ जाओ मैं भी तुम्हारे दूध पीना चाहता हूं। नव्या : भैया मुझे शर्म आती है मैं: अरे अंधेरा है अपने भैया को दूध पिलाओ जैसे तुम्हारी सहेली ने अपने भैया को दूध पिलाया था शर्माओ मत। नव्या : भैया आप मुझे बेशर्म बनाकर छोड़ेंगे लीजिए मैं आपकी गोद में बैठ गई और लीजिए मेरे छोटे छोटे दूध पी लीजिए। मैं: बेबी एक बात बताऊं बहुत सीक्रेट है तुम एकदम अप्सरा की तरह सुंदर हो तुम्हारी चूचियां बहुत ही शानदार है नव्या तेरे दूध तो एकदम ताजी रसीली मुसम्मी जैसी हैं उम आ उम् म बड़ा मज़ा आ रहा है चूसने में आई लव यू बेबी, फिर रीना ने आगे क्या किया। नव्या : भैया आगे वो दोनों नहा कर बाहर निकल आये और आपस में डिसाइड किया कि रात भर प्यार करेंगे और सुबह पेपर देने नहीं जायेंगे पूरे 3 दिन होटल में प्यार करेंगे। मैं: उन्होंने और कैसे प्यार किया बेबी। मैंने दूध को पीते हुए पूछा नव्या : भैया मैं वो प्यार नहीं कर पाऊंगी मुझे बताने में ही बहुत शर्म आ रही है। मैं: अगर बताओगी नहीं तो फिर कैसे प्यार किया जाएगा। प्लीज बताओ ना। अब मैंने उसकी दूसरी चूची को अपने मुंह में भरकर पीने लगा नव्या: दोपहर में वो ताजमहल देख कर आये रात में डिनर करने के बाद बिस्तर में चले गए एक दूसरे के कपड़े उतार कर एसी 16° कर दिया उन्हें ठंड लगने लगी, वो कंबल में घुस गए उनके नंगे बदन एक दूसरे को बहुत मज़ा दे रहे थे। मैं: कैसे मज़ा दे रहे थे खुल कर बता ना जैसे रीना ने तुझको अकेले में बताया था। नव्या : आप भी ना भैया मुझे बेशर्म बनाकर छोड़ेंगे मैं उनकी डिटेलिंग नहीं कर सकती शार्ट में बताती हूं उसके बाद उन्होंने ओरल किया फिर इंटरकोर्स किया। मैं: ओरल मतलब और इंटरकोर्स क्या। नव्या : भैया आप सब जानते हैं फिर भी परेशान कर रहे हैं क्या आप मेरे नंगे जिस्म को अपने से लिपटा कर मेरी चूचियों को दबाने और चूसने के बाद इतने पर छोड़ देंगे ओरल और इंटरकोर्स नहीं करेंगे। मैं: जानूं मुझे तुम्हारे मुंह से सुनना अच्छा लगता है प्लीज बताओ ना ओरल और इंटरकोर्स कैसे किया उन्होंने फिर हम भी उनकी तरह से ही करेंगे। नव्या : मुझे बेशर्म बनाना चाहते हैं तो सुनिए रीना के भैया ने रीना की दोनों चूचियों को अपने हाथ में भर बहुत जोर जोर से टीपने लगे दबा दबा कर उसकी चूचियां लाल कर दी वह मजे से कराह रही थी आ आह उफ़ उई मां भैया आराम से दबाओ मुझे दर्द हो रहा है उफ़ मां मर गई फिर भैया ने उसकी एक चूची को अपने मुंह में भर लिया और दूध पीने लगे वह बीच-बीच में हल्के से निप्पल को काट ले रहे थे और उनके निप्पल काटने से रीना चिहुंक जाती थी और चिल्ला पडती थी आह उफ़ उई मां भैया आराम से पीओ काटो मत मुझे दर्द हो रहा है भैया प्लीज आप आराम से पीना काटना नहीं मेरे निप्पल बहुत सॉफ्ट है खून जम जाएगा आह उफ़ उई मां भैया आराम से दबाओ मुझे दर्द हो रहा है आह उफ़ उई मां भैया आर.. र … आराम से चूसो प्लीज आप लड़कों को निप्पल काटने में इतना मजा क्यों आता है और हम तड़प जाती हैं आप मुझे इस तरह सताएंगे तो मैं आपको रीना की कहानी नहीं बताऊंगी और कुछ भी नहीं करने दूंगी मैं: सॉरी बेबी मैं आराम से करूंगा लेकिन तुम्हारा दूध पीने मैं बहुत मजा आ रहा है और चूसते समय हल्के से दांत लग जाते हैं मैं जानबूझकर नहीं कर रहा आई लव यू बेबी, क्यों ना हम रीना और उसके भाई की तरह प्यार करें। नव्या: नहीं भैया मैं इंटरकोर्स नहीं करूंगी , मैं अपनी सील अपने भैया को बहुत ही स्पेशल मौके पर गिफ्ट करूंगी। मैं: आई लव यू बेबी मैं तुम्हारा साथ कोई जबरदस्ती नहीं करूंगा तुम जैसे चाहो फिर आगे रीना और उसके भाई ने क्या किया वह तो बताओ। नव्या: राजीव भैया ने खूब देर तक रीना की दोनों दूध काट काट कर पिए और उनको लाल नीला कर दिया बेचारी चीख चीखकर उनको को दूध पिलाती रही। फिर वो राजीव भैया को नीचे लेटा कर उनके ऊपर चढ़कर लेट गई और उनके निप्पल को पीने लगी। अब नव्या ने मुझे बिस्तर पर लिटा कर मेरे उपर आ गई और मेरे निप्पल को चूसने लगी और मेरे निप्पल को अपने मुंह में भर लिया और चाटने लगी मुझे बहुत तेज गुदगुदी हो रही थी मैं भी आ आ सीसी कर रहा था नव्या ने मेरे निप्पल को हल्का सा दांत से दबाया तो मैं चिहुंक गया फिर उसने मेरी पूरी निप्पल को अपने मुंह में भरकर काट लिया तो मैं : चीख पडा) आह उफ़ उई जानू आराम से करो बहुत मज़ा आ रहा है आई लव यू बेबी दूसरे निप्पल को भी दबाओ उसे भी चूसो बहुत मज़ा दे रही हो मेरी जान आ आ आई ओ मां आई लव यू बेबी ऐसे ही करते रहो। नव्या: भैया सेम टू सेम से मुझे भी मजा आता है मुझे दर्द भी होता है। फिर राजीव भैया ने रीना की टांगों को फैला कर उसकी जांघों के बीच में आकर उसकी बुर पर झुक गए और रीना की नन्ही सी कुंवारी बुर को अपने मुंह में भरकर पीने लगे और रीना ने उनके लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। उसके भैया ने उसकी बुर का पानी जीभ से चाट चाट कर पी लिया। मैं: रीना को तो बहुत मजा आया होगा ना नव्या : शर्माते हुए) हां भैया उसे बहुत मज़ा आया था। मैं: बेबी आओ हम भी ओरल सेक्स करते हैं ना बेबी तुझे भी बहुत मज़ा आयेगा। नव्या: भैया आपकी बातों से मेरा मन भी बहकने लगा है आप भी मेरी बुर पीना चाहते हैं आई लव यू भैया बोलकर वह शर्मा गई मैं उठ कर बैठा और मैंने उसकी पैंटी उतारने की कोशिश की तो उसने भी अपने चूतड़ों को उठाकर सहयोग किया। नव्या: लीजिए भैया मैंने भी आपके लिए अपनी टांगें खोल दी है आईये मेरी रसगुल्ला बुर का पूरा रस निचोड़ लीजिए। कहकर नव्या नीचे लेट गई और अपनी जांघों को दूर तक फैला दिया मुझे अपनी जांघों के बीच में ले लिया मैंने मैं अंधेरे में ही उसकी टांगों को चौड़ा किया और उसकी बुर को सूंघने लगा फिर मैंने उसके ऊपर अपनी जीभ चलाई वह एकदम से सिहर गई। नव्या: आ आ भैया क्या कर रहे हो बड़ी गुदगुदी लग रही है सी ई मत करो। मैं 69 पोजिशन में आ गया और बोला मैं: जानू मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ कर सहलाओ तुझे मजा आएगा और मुझे अपनी बुर पीने दे उसने कोई हरकत नहीं की तो मैंने उसका हाथ पकड़ कर लैंड पर रख दिया और मुट्ठी में पकड़ा कर सहलाने लगा थोड़ी देर बाद वह खुद मेरे लैंड को सहलाने लगी मुझे मजा आने लगा था मैं: बेबी उसको मुंह में लॉलीपॉप की तरह से चूसो। नव्या: नहीं भैया मुझको अच्छा नहीं लगता। मैं: बेबी पहले किस करो फिर जीभ से चाटो उसकी खुशबू लो तुम को अच्छा लगेगा फिर रसगुल्ले को मुंह में भरकर चूसो मज़ा आयेगा। मुझे तुम्हारे बुर की खुशबू पागल बना रही है कितना मज़ा आ रहा है नव्या: ठीक है भैया मैं कोशिश करती हूं आप मेरी बुर में अपनी जीभ डालकर चूसो बहुत मज़ा आ रहा है उई मां बड़ी गुदगुदी लग रही है आ आ और अंदर भैया हां हां और थोड़ा सा मैं: बेबी मुंह में लो और चूसो आह आह बड़ा मज़ा आ रहा है पहले मैं तेरे बुर को पी लूं फिर तुझे अपनी क्रीम रोल खिलाऊंगा नव्या ने मेरे सिर को अपनी बुर पर जांघों से कस लिया और पानी छोड़ने लगी मैं सारा पानी चाट चाट कर पी गया बहुत ही बढ़िया था कुछ नमकीन सा कसैला थोड़ा सा मीठा........... जैसे कच्चे नारियल का पानी। बहुत ही स्वादिष्ट। मैं: नव्या कैसा लगा अपनी बुर पिला कर खूब सारा पानी आया था बहुत ही स्वादिष्ट है तेरी बुर का पानी। नव्या: भैया मैं तो हवा में उड़ गई थी झड़ने पर बहुत मज़ा आया और आपकी जीभ ने क़माल कर दिया। आई लव यू भैया आई लव यू इतना प्यार करने के लिए। मैं: चल अब तुझे और मजा देता हूं मैं खड़ा होता हूं तुम नीचे बैठ कर मेरे लंड को अपने मुंह में भरकर चूसो। नव्या: मुझे अच्छा नहीं लगता पर आज आपने इतना मज़ा दिया है मैं मना नहीं कर सकती नव्या ने मेरे लंड को अपनी हथेलियों में सहलाकर पकड़ा और बोली नव्या : भैया ये तो बहुत बड़ा और मोटा लग रहा है मेरी हथेलियों में नहीं आ रहा। उफ़ भैया ये रसगुल्ला कितना मोटा है मेरे होंठों में नहीं जा रहा। मैं: चाटो बेबी मुंह में लेने की कोशिश करो। आह तुम्हारे कोमल हाथों में जादू है नव्या ने सुपाड़ा अपने मुंह में ले लिया और उसके होंठ पूरे खुले हुए थे मुझे मज़ा आने लगा मैंने उसके सिर को पकड़ लिया और मुंह में धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा नव्या: ऊं....ऊं गूं ...गूं ऊ उक आह भैया आराम से चूसने दो उम्म आ मैं: बेबी इसको पूरा अन्दर तक लो मज़ा आ रहा है मैंने नव्या के मुंह से और अंदर डाल दिया और फिर सिर को पकड़ कर अपने लंड को पूरा उसके मुंह से घुसा दिया वो तड़प उठी लंड उसके गले में उतर गया उसकी आंखों में आसूं आ गया और मैं उत्तेजना में उसके मुंह को चोदने लगा और सारा वीर्य उसके गले में डाल दिया। फिर अपने लंड को बाहर निकाल लिया। नव्या: आप क्या कर रहे थे भैया मेरी सांसें रूकने वाली थी आई हेट यू कह कर रोने लगी मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके होंठों को चूसने लगा फिर वो बोली मैं मर जाती तो मैं: तेरा भैया तुझे बहुत प्यार करता है वो मरने नहीं देगा आज पहली बार हमने ओरल सेक्स किया है तुम्हे कितना मज़ा आया नव्या: शर्माते हुए) आई हेट यू जानूं तुमने मेरी जान निकाल दी थी पर बहुत मज़ा आया। भैया अब सो जाईए रात तभी भैया का फोन बज फोन उठा कर देखा तो मां का फोन था मां: तुम लोग दिल्ली ठीक से पहुंच गए वहां पहुंचकर फोन नहीं किया मुझे बड़ी चिंता हो रही थी मैं सो भी नहीं पा रही मैं: मां हम लोग 6:00 बजे दिल्ली पहुंच गए थे और होटल में चेकिंन करते हुए 7:00 बज गए थोड़ा फ्रेश हुए और फिर डिनर करने निकल गए अभी हम आपको फोन करने ही वाले थे । मां: मुझसे झूठ मत बोलो मुझे पता है तुम लोग भूल गए थे अपनी मस्ती में डूब गए मां का जरा भी ख्याल नहीं रहा कि मैं कितनी परेशान हो रही होगी। मैं: सॉरी मां मुझे माफ कर दो मां : कोई बात नहीं तुम लोग कैसे हो तुमने नव्या से बात की वह कुछ घुल मिल रही है तुमसे मैं चाहती हूं कि तुम उसे खूब प्यार करो, तुम समझ रहे हो ना मैं क्या कह रही हूं उसे खूब प्यार से खुश कर दो। मैं: मुझे थोड़ा समय दो मैं आपको निराश नहीं करूंगा नव्या को शीशे में उतारकर आपकी इच्छा पूरी करूंगा। मां: नव्या से बात कराओ नव्या बेटा रास्ते में परेशानी तो नहीं की बेटा खूब इंजॉय करना खूब सारी शॉपिंग करना मैंने भैया को बोल दिया है तुम्हें जो भी कुछ चाहिए भैया से कहना वह सब दिला देगा और भैया की सारी बातें मानना भैया तुम्हारी खुशी के लिए तुम्हें घुमाने ले गया है और अभी इंडोनेशिया भी लेकर जाएगा तुम्हारा कितना ख्याल रखता है तुझे भी उसकी खुशी का ख्याल रखना चाहिए उसे कुछ अच्छा सा गिफ्ट पूछ कर दे देना नव्या: अगर भैया ने कुछ ऐसा मांगा जो मैं ना दे सकूं तो क्या करूंगी मां: तेरा भैया बहुत समझदार है मैं तुझे वही मांगेगा जो तेरे पास होगा अपने भैया का पूरा भरोसा रख। नव्या: ठीक है मां आप जैसा क्या है मैं वैसा ही करूंगी मां: ठीक है अब मैं रखती हूं तुम लोग सो जाओ कल बात करते हैं ओके गुड नाइट स्वीट ड्रीम्स स्वीट मेमोरीज लव यू मेरे बच्चों मै: नव्या मां क्या कह रही थी नव्या: कुछ नहीं भैया वह कह रही थी एक दूसरे का ख्याल रखना और मैं आपसे पूछ कर आपको कोई अच्छा सा गिफ्ट दे दूं । चलिए भैया अब सो जाते हैं मैं: नव्या अभी नींद नहीं आ रही है क्या तुम सोना चाहती हो नव्या:भैया नींद तो मुझे भी नहीं आ रही है नव्या ने मेरे सीने पर अपना सर रख लिया था और एक हाथ से मेरे निप्पल को सहला रही थी जिससे मेरा मन मचलने लगा मैं: नव्या ओरल के बाद राजीव और रीना ने इंटरकोर्स किया वह कैसे हुआ प्लीज बताओ ना नव्या: आप मुझसे मेरी सहेली और उसके भाई के इंटरकोर्स के बारे में पूछ रहे हैं फिर आप मुझसे भी चाहेंगे कि मैं भी आपके साथ इंटरकोर्स करूं। मैं नहीं नव्या मैं तुम्हारी इच्छा के बिना कुछ भी नहीं करूंगा लेकिन मैं जानना चाहता हूं की राजीव ने रीना के साथ कैसेचुदाई की। नव्या : भैया आप इस तरीके से लोकल लैंग्वेज में बात ना करें मुझे बहुत शर्म आती है यह चुदाई क्या होता है मैं: बेबी लोकल लैंग्वेज में बात करने से मज़ा और दोगुना हो जाता है अगर तुम और मजे लेना चाहती हो तो अबसे लोकल लैंग्वेज में ही बात करेंगे तुम्हें मेरी कसम। नव्या: जानू लगता है कि अपने जैसे कसम खा ली है मुझे बेशर्म बनाने की चलिए आपकी खुशी के लिए मैं भी लोकल लैंग्वेज में बात करने की कोशिश करूंगी मैं: बेबी मुझे भूख लग रही है प्लीज मुझे दूध पिला दो नव्या : भैया इतनी रात में तो दूध नहीं मिल पाएगा मैं: क्यों नहीं मिल पाएगा मुझे दो टांगों वाली बछिया का ताजा-ताजा दूध पीना है मेरी बछिया मेरी गोद में है और मुझे उसका ताजा मीठा दूध पीना है नव्या: शर्मा गई ) धत् आप कितने गंदे हैं अपनी बहन को बछिया बोल रहे हैं और उसके दूध को पीना चाहते हैं भैया आप अपनी रोमांटिक प्यारी प्यारी गंदी बातें कैसे कर लेते हैं आई लव यू बाबू यह सुनकर मैंने उसको लिटा दिया और उसके ऊपर लेट कर उसके निप्पल को मुंह में भर लिया और दूध पीने लगा नव्या:आ आ आह उई मां भैया थोड़ा आराम से पियो इतनी जोर से मत चूसो मुझे दर्द हो रहा है मैं: आगे बताओ ना रीना और राजीव की चुदाई कैसे हुई नव्या: तो सुनिए ओरल के बाद राजीव भैया ने रीना को अपने नीचे लिटा लिया और उसके दूध यानी कि उसकी चूची मुंह में भरकर पीने लगे दोनों फिर से गर्म हो गए फिर राजीव भैया ने रीना टांगों को फैला दी और उसकी टांगों के बीच में आ गए फिर रीना की गांड़ के नीचे अपना तौलिया बिछा दिया। भैया आप मेरा दूध पी रहे हो मुझे भी कुछ-कुछ हो रहा है और मैं महसूस कर रही हूं कि आपका लंड अपनी औकात में आ रहा है मुझे लगता है कि इसके इरादे सही नहीं है मैं: बेबी इसके इरादे और नियत दोनों सही है यह भी तुमको प्यार करना चाहता है जैसे रीना को उसके भैया ने किया था लेकिन मैंने इसको समझा रखा है कि बिना तुम्हारे इच्छा के कुछ भी नहीं करेगा। नव्या: भैया मैं भी अपनी बुर की सील खुलवाना चाहती हूं लेकिन मैं आपको अपनी सील बहुत ही खास मौके पर गिफ्ट करना चाहती हूं प्लीज कुछ ऐसा कीजिए जिससे मेरी यह इच्छा भी पूरी हो जाए 15 दिन बाद आपका बर्थडे है हम उसे समय इंडोनेशिया में होंगे मैं वही आपसे अपनी सील खुलवाना चाहती हूं मैं आपको अपनी सील आपका बर्थडे पर गिफ्ट करना चाहती हूं प्लीज क्या आप मेरी इच्छा पूरी करेंगे। मैं: आई लव यू बेबी तुम मुझे कितना प्यार करती हो मुझे नहीं पता था तुमने अपनी सील मेरे लिए बचा कर रखी थी तो मैं ही इसको तोडूंगा आई लव यू और तुम्हारी इच्छा से तुम्हारी बर्थडे के दिन ही मैं सील लूंगा। तुम आगे बताओ राजीव ने रीना की चूची पी और दोनों गर्म हो गए उसके बाद कैसे उसने रीना की सील तोड़ी मुझे यह जानना है नव्या: बताती हूं भैया ठंड रखो, आप तो बहुत बेसब्र हो रहे हैं गर्म होने के बाद राजीव भैया ने रीना की जांघो को फैला दिया उसकी जांघों के बीच में बैठ गए फिर अपने 6 इंच के लंड के सुपाड़े को रीना की बुर पर रगड़ने लगे और वह बेचैन हो उठे वह अपना सुपाड़ा रीना न की बुर की पर रगड़ रहे थे फिर धीरे से उन्होंने रीना की बुर में एक धक्के में लंड का सुपाड़ा अंदर घुसा दिया वो दर्द से कराह उठी वो रुक गये और फिर थोड़ी देर बाद दूसरा धक्का लगाया और तीन इंच और अंदर ठोंक दिया रीना तड़प उठी वो रोने लगी कि भैया प्लीज़ आप मुझे छोड़ दो बाहर निकल लो मैं मर जाऊंगी बहुत दर्द हो रहा है उसके भैया ने कहा रीना बस बस हो गया अब तुझे मजा आने लगेगा और उसके होंठों को चूसने लगे और धीरे धीरे लंड को अंदर-बाहर करते हुए 5 इंच अन्दर डाल दिया अब रीना की बुर की झिल्ली पर लंड को भैया महसूस करने लगे रीना को अब मज़ा आने लगा था भैया ने रीना को कहा रीनू थोडा सा बचा है डाल दूं रीना को होने वाले दर्द का अंदाजा नहीं था वो बोली डाल दो भैया बडा मजा आ रहा है मैं: नव्या क्या हम थोड़ा सा कर ले रीना और राजीव की चुदाई का वर्णन सुनकर मेरा मन भी तुम्हें चोदने का हो गया है तुम्हारा भी मन है मेरा भी लंड खड़ा हो गया है सिर्फ थोड़ा सा सुपाड़ा डालकर चोदूंगा सील नहीं तोडूंगा आई लव यू मेरी बहना प्लीज मुझे तेरी बुर में सुपाड़ा डालने की परमिशन दे हैं आई लव यू नव्या: भैया मन तो मेरा भी कर रहा है लेकिन मैं अपनी सील आपको आपके बर्थडे के दिन गिफ्ट करना चाहती हूं मैं: नव्या एक काम करें क्यों ना मैं तेरी बर्थडे की पार्टी आज ही कर लूं और इंडोनेशिया में हनीमून मना लेंगे आई लव यू मेरी बहना मेरी जान अपने भैया के लिए इतना तो कर ही सकती हो वैसे मम्मी ने भी तुम्हें मेरी पसंद का गिफ्ट देने की यह कहा है। नव्या: भैया मम्मी ने गिफ्ट दिलाने की बात की थी बुर देने के लिए थोड़े ना कहा था मैं यह आपको आपके बर्थडे पर देना चाहती हूं प्लीज मान जाइए ना आप ज़िद करेंगे तुम्हें बहक जाऊंगी और आपको अपनी बुर की सील देने के लिए अपने टांगे खोल दूंगी प्लीज भैया मैं: मुझे तेरी सील पैक कुंवारी बुर पसंद है मैं तो तेरी बुर ही गिफ्ट में चाहता हूं अगर तू मुझसे इतना प्यार करती है तो ठीक है मुझे आज अपनी सील मत तोड़ने दे लेकिन सुपाड़ा घुसा कर थोड़ी सी प्रैक्टिस कर लेने दे तुझे भी बहुत मजा आएगा नव्या: आई लव यू भैया अब यह सील पैक कुंवारी बुर आपकी है आप जैसा ठीक समझे आज नहीं तो 15 दिन बाद मुझे आप ही को देनी है यह आपकी अमानत है लेकिन मेरी इच्छा का मान रखेंगे तो मुझे भी अच्छा लगेगा मैं:आई लव यू मेरी बहन तू भी अपने सहेली रीना की तरह और मेरे सुपारी को अपने बुर के छेद पर लगा के पकड़ इसलिए कि मैं ज्यादा ना घुसा पाऊं मैं तेरी सील आज नहीं तोडूंगा हम दोनों मजा करेंगें और उनकी भी कहानी सुनाती रहे तो ज्यादा मजा आएगा नव्या: भैया, राजीव भैया ने रीना कीबुर में झिल्ली को 5 इंच अंदर लंड घुसने के बाद महसूस आया था तो इतना आप भी कर सकते हो। मैं: ठीक है जानू मैं ख्याल रखूंगा लेकिन जैसे ही सुपाड़ा तुम्हारी झिल्ली तक पहुंचे मुझे बता देना आई लव यू बेबी मैं तुम्हारी जैसी बहन का धन्य हो गया नव्या: भैया मैं आपके लंड का सुपाड़ा अपनी बुर पर लगा दिया है धीरे से धक्का लगाइए उसको मेरी बुर में घुसा दीजिए सी सी ई आ भैया धीरे से करिए दर्द हो रहा है। मैं: बेबी एक बार सुपाड़ा अंदर घुस जाने दो थोड़ा सा जांघों को ढीला छोड़ दो आह बेबी तेरी बुर बहुत टाइट है आई लव यू नव्या: भैया बहुत दर्द हो रहा है कुछ लगा लो मेरे पर्स में कोल्ड क्रीम निकालकर मेरी बुर में और अपने लंड पर लगा लीजिए तो आराम से घुस जाएगा लाइए मैं लगा दूं नव्या ने थोड़ी सी क्रीम अपनी बुर और मेरे लंड पर लगा कर सुपाड़ा को फिर से अपनी बुर के छेद पर टिकाया और धीरे से बोली अब भैया मैंने इसकी गर्दन पकड़ ली ये इधर उधर नहीं फिसलेगा घुसा दो, मैंने धीरे से धक्का लगाया तो सुपाड़ा नव्या की बुर के छेद को फैला कर अंदर घुस गया नव्या:आ आह उई मां बस रूक जाइए भैया सुपाड़ा अन्दर चला गया मुझे दर्द हो रहा है आ… सी… सी….ई उई मां बस बस्…से और नहीं भैया सी…. सी… .उन्..न्ह आ… आराम से जानू। मैं: ठीक है बेबी , पुचच् पुच्ची उम् आ कितना अच्छा लग रहा है मेरा सुपाड़ा तेरी बुर में फस गया है तेरी कुंवारी बुर बहुत टाईट है बेबी आई लव यू। बोलते हुए मैं सुपाड़े को धीरे धीरे अंदर-बाहर कर रहा था और उसके निप्पल को मुंह में चुभला रहा था 2 मिनट बाद उसे भी मजा आने लगा उसकी दर्द वाली सिसकारियां आनंददायक सिसकारियों में बदल गई। नव्या: सी… सी….ई उम्म…. आ भैया मुझे दर्द थोड़ा कम हो गया है और अच्छा सा लग रहा है इसी तरह निप्पल चूसते हुए धीरे धीरे अंदर-बाहर करते रहिए आ उह् … सी… सी….ई उम्म…. आ.. धीरे धीरे मज़ा आ रहा है पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्ची मैं : बेबी, मज़ा आ रहा है न सी… आह आ सी….ई उम्म…. आ .. तुम्हारी बुर कितनी गर्म है अंदर कितनी चिकनी है जानू थोड़ा सा और अन्दर डाल दूं मज़ा आयेगा आ आह। नव्या:आई लव यू भैया मुझे इतना प्यार करने के लिए कितना अच्छा लग रहा है थोड़ा सा और अन्दर डाल दो लेकिन धीरे-धीरे आऊ ...आ …आह… इ मैंने धीरे धीरे अंदर-बाहर करते हुए 3 इंच अंदर तक घुसा कर चोदने लगा नव्या:आ आह उई मां बस रूक जाइए भैया, मुझे दर्द हो रहा है आ… सी… सी….ई उई मां बस बस्…से और नहीं जानू आपका पप्पू मेरी पप्पी में घुस कर नाभी के नीचे ऊपर नीचे चलता हुआ लग रहा है भैया सी…. सी… .उन्..न्ह आ… आराम से जानू आ पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च पुच मैं : बेबी, मज़ा आ रहा है न सी… आ आई लव यू बेबी पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च बेबी तुम्हारे निप्पल से दूध आ रहा है पीने में मस्त मीठापन है जानू राजीव और रीना ने आगे क्या किया नव्या:सी… सी….ई उम्म…. भ..भ्.. भैया…. वो दूध नहीं है अआ दूध तो बच्चे पैदा होने पर आता है लेकिन आपको द..दूध आ चूची पिलाने से आपके लंड की शैतानियों आ.. अ उ … और मजा आ रहा है भैया मज़ा लेने दो किसी और की बात न करो मेरे राजा आई लव यू टू राज्जा.. मैं: आ अ अगर बताओगी तो और भी ज्यादा मजा आएगा नव्या: रीना को बहुत मज़ा आ रहा था राजीव भैया बोले एक बार थोड़ा सा दर्द करेगा अब मैं तेरी सील पैक बुर की सील खोलूंगा रीना बोली खोल दो मेरी सील भैया मैंने आपके लिए ही बचाकर रखी है आई लव यू भैया। और उसके भैया ने उसकी टांगों को उठाया और अपने कंधों पर रख कर उसे अपनी बाहों में भर लिया वो हिल भी नहीं सकती थी और उसके होंठों को अपने मुंह में भरकर एक जोरदार धक्का लगाया और भैया का लंड रीना की सील तोड़ता हुआ अन्दर तक बच्चेदानी में घुस गया रीना बहुत जोर से चीख पड़ी आंखों से आंसू निकलने लगे पर उसकी चीख भैया के मुंह में घुटकर रह गई वो बेहोश हो गई उसकी बुर से खून का फौवारा निकल पड़ा। रीना के भैया ख़ून देखकर बहुत खुश हो गए कि उन्होंने अपनी बहन की सील खोली। मैं : ये तो बहुत मजेदार चुदाई है रीना को बहुत मज़ा आया होगा फिर तो रीना को होश कब आया। नव्या: कितनी दर्दनाक थी रीना की सील टूटना और आपको मजेदार लगा इसी लिए कहते हैं सब मर्द एक जैसे होते हैं सील तोड़ने में सबको मजा आता है। थोड़ी देर बाद रीना होश में आई और कराहती हुई बोली भैया आपने अपनी बहन की सील तोडी आपको तो बहुत मजा आया, लेकिन मेरी सज़ा हो गई भैया बोले आई लव यू रीना आई लव यू टू भैया, थोड़ी देर बाद रीना को भी मज़ा आने लगा वो भी सिसकारियां भरने लगी ये रीना की पहली चुदाई थी। मैं: बेबी, कैसा लगा रहा है अपनी सील पैक कुंवारी बुर में अपने भैया का लंड लेकर सी… सी….ई उम्म…. आ नव्या: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, बहुत मज़ा आ रहा है सी… आ अब दर्द बहुत कम हो गया इस दर्द में मज़ा मिल रहा है सी… सी….ई उम्म…. आ भैया मेरी बुर में से पानी निकल रहा है थोड़ा सा और अन्दर डालिए मैं: अ आह बेबी इसी तरह से खुल कर बात करने से मज़ा बढ़ जाता है अभी 3 इंच तेरी बुर में है मैं थोड़ा सा और अन्दर डाल ल रहा हूं मैंने धीरे धीरे अंदर-बाहर करते हुए लगभग 4 इंच लंड अंदर डाल दिया नव्या:आ आह उई मां बस रूक जाइए भैया, मुझे दर्द हो रहा है आ… सी… सी….ई उई मां बस बस्…से और नहीं जानू आपका पप्पू मेरी पप्पी में घुस कर सील तक पहुंच गया और सील को बार-बार टच कर रहा है भैया सी…. सी… .उन्..न्ह आ… आराम से जानू आ आह और अंदर मत डालना नहीं तो मेरी सील टूट जाएगी और गिफ्ट नहीं कर पाऊगी पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च हां भैया इसी तरह धीरे-धीरे अंदर-बाहर करिये भैया आ… आ… आह…बहुत मज़ा आ रहा है मैं: हां बेबी, मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है तेरी चिकनी बुर में फस फस कर चुदाई कर रहा है पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, और मजे करने है तो थोडा सा और डाल दूं। नव्या: आई लव यू भैया आप बहुत अच्छे हो आपका पूरा कंट्रोल है आपकी फीलिंग पर, राजीव भैया ने तो अब तक बेरहमी से रीना की सील तोडी डाली थी और आप मेरी इतनी केयर कर रहे हैं जिससे अभी तक मुझे कोई बहुत ज्यादा तकलीफ़ नहीं हुई, भैया मन तो मेरा भी कर रहा है पर सील टूट जाएगी तो आपको बर्थडे पर क्या गिफ्ट करूंगी पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, मैं : अभी और आज के मजे करने के बारे में सोचो बर्थडे गिफ्ट में हम हनीमून साथ में मना लेंगे वह भी इंडोनेशिया में बहुत मजा आएगा तुम मुझे सील गिफ्ट कर रही हो ना पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बेबी. नव्या: ठीक है भैया जब हम दोनों चाहते हैं तो आप आज ही ले लीजिए मेरे बुर की सील भैया आपका लंड बहुत बड़ा है अभी कितना अंदर है मैं: अभी तो केवल 4 इंची अंदर गया है बेबी जब तुम्हारी सील तोड़कर पूरा अन्दर तक बच्चेदानी में घुस कर चुदाई करेगा तो तुम्हें बहुत मज़ा आयेगा। पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बेबी, नव्या: भैया, अभी थोड़ा मीठा मीठा प्यारा सा दर्द है पूरा घुस कर ये जालिम मेरी बुर को फाड़ता हुआ मेरी बच्चेदानी में घुसेगा तो बहुत दर्द होगा ना मैं मर जाऊंगी बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगी अपका लंड बहुत बड़ा और मोटा है रीना अपने भैया के 6 इंच के लंड से बेहोश हो गई थी आपका तो 9 इंच लम्बा है। मेरा मन भी कर रहा है पर मैं डरती हूं। मैं: डरो मत बेबी मैं हूं ना मैं सब संभाल लूंगा सील टूटने में पहली बार तो दर्द होगा ही उसके बाद फिर मजा ही मजा मिलेगा जैसे तुम्हारी सहेली रीना को मिल रहा है नव्या:आई लव यू भैया मुझे होने वाले दर्द को सोच कर बहुत डर लग रहा है मैं: बेबी मुझे प्यार करती हो मुझ पर नहीं भरोसा है क्या नव्या: बहुत प्यार करती हूं भैया और आप पर अपने से ज्यादा भरोसा है पर ये आपका ज़ालिम लौड़ा, इस पर नहीं हो रहा। कितना बड़ा और खतरनाक है और कितना प्यारा भी, मेरी बुर में घुस कर मुझे प्यार करते करते आज सील तुड़वाने के लिए मना रहा है दर्द भी दिया और प्यार भी कर रहा है। ये मेरी बुर के साथ मेरी जान भी ले लेगा मैं: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बेबी, ये सिर्फ सील तोड़ते समय ही दर्द करेगा फिर इतना प्यार करेगा इतना मज़ा देगा कि तुम फिर कभी इसे अपने से अलग नहीं करोगी रोज इससे प्यार मांगोगी।। नव्या:आई लव यू भैया, मैं आप पर भरोसा कर के आपको अपनी कुंवारी सील पैक बुर दे रही हूं आप अपने लौड़े को कंट्रोल करना ये मेरी बुर ले मेरी जान नहीं। मैं दर्द को बर्दाश्त कर लूंगी पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, आप इसे निकाल कर इस पर और क्रीम लगा लो मेरी बुर में भी क्रीम भर दो मैं : ठीक है मेरी जान जैसी मेरी राजकुमारी की आज्ञा आई लव यू फिर मैंने नव्या के चूतड़ों को उठा कर तकिया लगाया और उस पर तौलिया बिछाकर उसकी बुर में क्रीम लगा दी और अपने लंड पर भी क्रीम लगाने के बाद उसकी पैंटी को उसके सिर के पास रख दिया मैं: बेबी, तैयार हो अपने भैया को बुर की सील गिफ्ट देने के लिए। नव्या: पुचच.पुच्च आओ भैया ले लो मैं नव्या के ऊपर लेट गया और उसे ढेर सारे किस करने के बाद उसकी चूचियों को सहलाने मसलने लगा और फिर उसके कान में धीरे से बोला जानू अपने मुंह में पैंटी डाल लो थोड़ा सा दर्द करेगा मैं दर्द को बहुत जल्दी मज़े में बदल दूंगा नव्या की आंखों में डर दिखाई पड़ रहा था मैंने उसे चूमते हुए भरोसा दिलाया कि मैं हूं उसने अपने मुंह में पैंटी डाल ली तो मैंने उसकी जांघों को सैट कर उसके हाथ के पंजों को सिर के पास रख कर अपने हाथ के पंजों में फंसा कर जकड़ लिया और उसे बोला। मैं: बेबी अपने भैया को अपनी बुर में जगह देने के लिए उसके रसगुल्ले को अपनी कटोरी पर रखो और दो मिनट बाद मिलने वाले आनंद की कल्पना में डूब जाओ कह कर मैंने एक धक्का धीरे से लगाया तो सुपाड़ा नव्या की बुर में आराम से चला गया नव्या: आ आह उई मां आराम से भैया, मुझे दर्द हो रहा है आ… सी… सी….ई उई मां धीरे धीरे से डालो… आ आ..ह . अ उफ भैया सी…. सी… .उन्..न्ह आ… आराम से जानू आ पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च फिर 6-7 बार लंड को अंदर बाहर करने के बाद मैंने नव्या को कस कर पकड़ा और एक जोर का धक्का लगाया तो 1 इंच लंड और अन्दर तक चला गया नव्या कराह उठी नव्या: आ आह उई मां आराम से भैया, मुझे लग रही है उ…. उई……… मां मैं: बेबी, तैयार हो जाओ अब तुम्हारी सील टूटने वाली है नव्या ने आंखों से मौन स्वीकृति दी उसकी आंखों में एक अजीब सा डर और खुशी का मिश्रित भाव था मैंने उसके मुंह से पैंटी निकाल दी और उसके होंठों को अपने मुंह में भरकर चूसने लगा फिर एक जोरदार धक्का पूरी ताकत से मारा तो लंड 2 इंच और अंदर घुस गया मुझे लगा जैसे मेरे लंड पर कसा कोई रबड़ बैंड टूटा हो नव्या एकदम दर्द से तड़प उठी और मुझे अपने से दूर धकेलने की नाकाम कोशिश करने लगी मैंने उसे मजबूती से पकड़ रखा था नव्या दर्द से तड़प गई उसका बदन ऐंठ गया आंखें फैल गई दर्द की वजह से उसकी आवाज़ नहीं निकल पा रही थी वह नीम बेहोशी की हालत में पहुंच गई मुझे एहसास था कि नव्या को इस तरह से दर्द होगा बेचारी की नाज़ुक कुंवारी सील पैक बुर में पहली बार 6 इंच लम्बा मोटा लंड घुस कर उसकी सील तोड़ा था बुर एक दम मेरे लंड पर कसी हुई थी मैंने लंड को वही पर रोक दिया। मुझे इस समय बहुत मज़ा आ रहा था आज के समय में जिसे बुर की सील तोड़ने को मिले वह बहुत लकी होता है मैं : बस बस बेबी, हो गया बस अब और नहीं डालूंगा हिम्मत रखो अब और दर्द नहीं होगा बस्स हो गया। पुचच्… पुचच….पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, तुम बहुत प्यारी हो आह आह बहुत मज़ा आ रहा है बेबी आह तूने अपनी सील मुझे गिफ्ट कर दी थैंक यू बेबी आई लव यू अब नव्या को धीरे धीरे सेन्स आ रहा था उसके होंठ हिलने लगे वो कराह रही थी मैंने नव्या के निप्पल को अपने मुंह में भरकर चूसने लगा उसे थोड़ी सी राहत मिली और वो बोली नव्या: आ आह उई मां भैया मैं मर जाऊंगी सी….सीई….. उफ़ मैं मर गई रे..प्लीज़ आप बाहर निकल लो आ आह सी भैया बहुत दर्द हो रहा है मेरी बुर फट गई आपने मेरी सील तोड दी बस्स बस भैया अब रूक जाओ अब मत डालना है आ आ आह मर गई रे उफ़ उ उई मां बहुत जोर से लग रही है पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, आराम से भैया, पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, अब और नहीं डालना बहुत दर्द हो रहा है मेरी सील मैंने आपको दे दी मेरे राजा आई लव यू। आ आ.. आपको मज़ा आया मैं: हां बेबी मुझे बहुत मजा आ रहा है तुम्हारा दर्द कैसा है तुम्हें मज़ा आ रहा है? नव्या: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू भैया अभी तो ये मेरी सज़ा लग रहा है दर्द थोड़ा सा कम हो गया पर अभी भी बहुत दर्द है आप और अंदर मत डालना प्लीज आ… आ.. आ.ह.. सी… मैं: धीरे-धीरे अंदर-बाहर करता हूं तुझे अभी मज़ा आने लगेगा तेरी बुर बहुत कसी हुई है बेबी मज़ा आ गया थोड़ी अंदर बाहर करने नव्या को दर्द से राहत मिली तो वह नीचे से अपने चूतड़ों को हिलाने लगी उसकी सिसकारियां और कराहने की आवाज मजे वाली हो गई। नव्या: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, आ.. आ.. उ.. भैया यह तो जादू हो गया अब बहुत अच्छा लग रहा है मज़ा आ गया बाबू मैं: बेबी और मजा लेना है क्या मैं थोड़ा सा और अन्दर डाल दूं बस 3 इंच बचा है जब तक पूरा अंदर नहीं जाएगा तब तक पूरा मजा नहीं मिलेगा पूरा मजा लेने के लिए थोड़ा सा दर्द और बर्दाश्त करना होगा पुचच्… पुचच. उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बेबी, नव्या: नहीं नहह नहीं भैया और अंदर मत डालना मुझे अभी की तकलीफ हो रही है हां थोड़ा सा मजा ही मिल रहा है लेकिन मैं और अंदर नहीं ले सकती प्लीज आई लव यू बाबू। मैं: बेबी, जब तक पूरा अंदर नहीं जाएगा तब तक तुम्हें पूरा मजा नहीं मिलेगा और हम जब भी कोशिश करेंगे तुम्हें यह दर्द बार-बार सहन करना पड़ सकता है इसलिए मैं तुम्हारे फायदे के लिए समझा रहा हूं की अभी थोड़ा सा बर्दाश्त कर लो फिर दोबारा कभी दर्द नहीं होगा। नव्या: आप सही कह रहे हो पर मुझे बहुत डर लग रहा है पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, प्लीज आज और मत डालो कल डाल देना मैं ऑफ नहीं करूंगी और पूरा अंदर ले लूंगी तुम्हारी कसम बाबू। मैं: ठीक है बेबी अभी तो मज़े लो । 1मिनट में नव्या अपने चूतड़ों को उठाकर मेरे धक्कों से ताल मिलाने लगी मुझे समझ में आ गया कि उसको बहुत मज़ा आने लगा वो थोड़ा सा और अन्दर लेने की कोशिश कर रही थी मुझे पूरा मजा लेना -देना था तभी नव्या: पुच्च्… पुचच. भैया थोड़ा जल्दी से तेजी तेजी करो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है मेरे अंदर से कोई सैलाब बहकर बाहर आना चाहता है थोड़ा और तेजी से करो पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बाबू बोलते हुए नव्या ने मुझे कसकर जकड लिया मैं समझ गया नव्या झड़ने वाली और इस समय अगर मैं पूरा लंड उसकी बुर में घुसा दूं तो झड़ने के उन्माद में उसे दर्द कम होगा मैंने अपने मन को बहुत बड़ा किया और सोचा उसी की भलाई के लिए एक बार मुझे थोड़ी सी जबरदस्ती करनी पड़ेगी, मैंने अपना लंड उसकी बुर से बाहर खींच लिया और चूतड़ों को उठाने के लिए कहा तौलिया पर काफी खून गिरा था मैंने उससे बुर को साफ़ किया और मोड़ कर साफ़ तौलिया की तरफ से, तकिया सही करके उसके चूतड़ों के नीचे लगा दिया, थोड़ी सी क्रीम उसके बुर में लगाई और अपने लंड पर थोड़ी सी लगाकर वापस उसकी बुर में सुपाड़े को डालकर सेट किया फिर उसकी जांघों को अपनी जांघों पर चढाकर के ऊपर लेट किया उसे अच्छे से जकड लिया। मैं: पुचच्… पुचच.पुच्च आई लव यू बेबी, अब तुम्हें अपनी चुदाई आर्गेज्म मिलने जा रहा है इसको बहुत पूरे मन से ध्यान लगाकर फील करो। मैं चाहता था कि मैं अपने पहले आरर्गेज्म को यादगार के साथ संजोकर रखे इस लिए मैंने डिसाइड किया कि इसको आर्गैज़्म पूरी तरह एंजॉय करने के तुरंत बाद मुझे पूरा मज़ा लेने देने के लिए अपने पूरे लंड को इसकी बुर में डाल कर चोदना होगा। कल के लिए कुछ नहीं छोड़ना। नव्या तेजी से अपने पहले आर्गेज्म की तरह बढ़ रही थी नव्या: आ.. आ ..आह… हां… भैया.. यस्स…यस… और तेज भैया बहुत म् …. मज… मजा आ रहा है बहुत तेज ग.. ग.. गुद… गुदगुदी हो रही है आ … हां ऐसे ही करते रहो आ… आह… चीख कर ढीली पड़ने लगी मैं: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बेबी मेरी बेबी को मज़ा आया पुचच्… चुदाई से पहला आर्गैज़्म मिलने की बधाइयां पुचच.पुच्च। नव्या: य्स यह भैया यू आर ग्रेट माई लव आई लव यू भैया आपने मुझे जन्नत की सैर करा दी मैं आपके साथ पहली चुदाई जीवन भर याद रखूंगी आपने मुझे बहुत मजा दिया आपको भी आपकी बहन की सील तोड़ने की बहुत-बहुत बधाई पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म. पुच्च आई लव यू जानू। मैं: बेबी, अभी और मजा आयेगा तुम अभी दूसरा आर्गैज़्म एंजॉय करना चाहती हो आज के दूसरे आर्गैज़्म में बहुत मज़ा देगा पुचच्… पुचच.पुच्च उम् नव्या: भैया आपका अभी भी नहीं हुआ चलिए मेरे साथ आप भी अपना आर्गेज्म ले लो पुचच्… पुचच.पुच्च, मैंने धीरे धीरे अंदर-बाहर करना शुरू किया नव्या ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया था जिससे मेरा लंड आराम से फिसलकर नव्या की बुर में अपना जादू दिखा रहा था मैंने अभी तक और लंड नव्या की बुर में नहीं डाला था मैं चाहता था कि नव्या पूरे लंड को कम से कम दर्द में अपनी बुर में घुसा कर मज़ा ले मैंने नव्या को सही से तरह से जकड़ा और एक जोर का ठाप मारा मेरा लंड 1 इंच उसकी बच्चेदानी में घुस गया वो बेचारी दर्द से तड़प उठी और मेरी पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगी, मैंने उसे अच्छी तरह से जकड़ रखा था उसके होंठों को अपने मुंह में भरकर लाक करके एक जोरदार ठाप और मारी नव्या एकदम से बुरी तरह से तड़प उठी उसके मुंह से दर्द में गूं…गूं ऊं.. की आवाज निकल रही थी उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे वो ये सोच कर बहुत परेशान दिख रही थी कि अभी भैया ने कितने प्यार और आराम से सील तोडी और अब कैसे जबरदस्ती उसकी बुर फाड़ कर बच्चेदानी में घुसा रहे हैं वो कुछ समझ पाती उससे पहले ही मैंने एक और जोरदार धक्का मारकर अपना पूरा 9 इंच लंबा लंड बेचारी नव्या की नाज़ुक बुर में उसकी बच्चेदानी में घुसा दिया वो मुंह लाक होने से चीख भी नहीं सकी और दर्द से तड़प कर बेहोश हो गई मुझे एहसास था कि मेरे इतने बड़े लंड से नव्या बेहोश हो सकती है लेकिन यह इस समय बहुत जरूरी था सारे दर्द से एक बार में छुट्टी हो गई उसे अब कभी इतने दर्द हो नहीं सहना पड़ेगा। मैं बिना रुके लंड को पूरा निकाल कर फिर पूरा-पूरा उसकी बच्चेदानी में ठोक रहा था जिससे उसकी बुर रवां हो जाये। 20-25 धक्के लगाने के बाद नव्या को होश आने लगा वो दर्द से बिलख बिलख के रो रही थी नव्या: आ… आआ…आह… उई मां सी….सीई….. उफ़ मैं मर गई रे…. भैया..प्लीज़ आप बाहर निकल लो आ आह सी भैय् … भै.… भैया मैं मर जाऊंगी बहुत दर्द हो रहा है मेरी बुर फट गई बस्स बस भैया अब रूक जाओ अब मत डालना है आ आ आह मर गई रे उफ़ उ उई मां बहुत जोर से लग रही है पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बाबू, आराम से भैया, पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बाबू, अब और नहीं डालना बहुत दर्द हो रहा है मेरे राजा आई लव यू। आ आ.. उई मां सी….सीई….. उफ़ मैं मर गई रे भैया बहुत ज़ालिम लौड़ा है आपका मुझे मार डाला रे उई मां सी….सीई….. उफ़ मैं मर गई रे मैं : बस बस बेबी, हो गया बस अब हो गया हिम्मत रखो अब और दर्द नहीं होगा बस्स हो गया। पुचच्… पुचच….पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बेबी, तुम बहुत प्यारी हो आह आह बहुत मज़ा आ रहा है बेबी आह मेरा पूरा 9 इंच लंबा लंड तेरी सील तोड़कर बच्चेदानी में घुस गया है बेबी आई लव यू। बस बस हो गया अब तुझे बहुत मज़ा आयेगा। मैं: बेबी अब तुम्हारा दर्द कैसा है तुम्हें मज़ा आ रहा है न? मुझे बहुत मज्जा आ रहा है थोड़ी अंदर बाहर करने नव्या को दर्द से राहत मिली तो वह नीचे से अपने चूतड़ों को उचकाने लगी उसकी रोने वाली सिसकारियां मजे वाली सिसकारियों में बदल गई। नव्या: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू जानू, आ.. आ.. उ.. भैया सी..सी… धीरे-धीरे दर्द काफी कम हो गया अब अच्छा लग रहा है मज़ा आ गया बाबू च्… पुचच. भैया थोड़ा जल्दी से तेजी तेजी करो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है मेरे अंदर से कोई सैलाब बहकर बाहर आना चाहता है मुझे फिर से आर्गैज़्म होने वाला है थोड़ा और तेजी से करो पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बाबू मैं नव्या की बुर में जोर-जोर से धक्के मरने लगा वो आह आह सी सी करती मजा ले रही थी मैं: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बेबी मेरी बेबी को मज़ा आया पुचच्… बेबी मैं भी पानी छोड़ने वाला हूं कहां निकालूं रानी अपना पानी नव्या:पुचच….पुच्च पुचच. ..भैया थोड़ा तेजी से करो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है अपना पानी मेरी बच्चेदानी में भर दो मैं आपके प्यार को पूरा पाना चाहती हूं और तेजी से करो पुच्च उम् उम्म… आ.. पुच्च आई लव यू बाबू मैं : आई लव यू बेबी, वह तो ठीक है लेकिन अगर कहीं तुम प्रेग्नेंट हो गई तो दिक्कत हो सकती है मैं तुम्हें कोई दुख नहीं देना चाहता मैं बाहर निकाल लेता हूं। नव्या: पुचच….पुच्च मेरे राजा मुझे कोई दिक्कत नहीं होगी मैं सेफ हूं कल रात ही मेरा पीरियड खत्म हुआ है अभी 5 दिन तक बिना किसी परेशानी के आपका वीर्य अपने बच्चेदानी में ले सकती हूं प्रेगनेंसी के चांसेस बिल्कुल नहीं हैं आपको पता है मैं आपको इसीलिए इतना प्यार करती हूं क्योंकि आपको अपने मजे से ज्यादा चिंता मेरी तकलीफ की है आई लव यू भैया इतना केयरिंग भाई हर बहन को मिले। मैं: पुचच्… पुचच.पुच्च उम् उ. पुच्च आई लव यू बेबी मेरी राजकुमारी मैं भी तुझे बहुत प्यार करता हूं तूने मेरी खुशी के लिए अपनी कुंवारी सील पैक बुर में मेरा इतना बड़ा लंड घुसवा लिया आई लव यू पुचच.पुच्च इसके बाद 12-15 धक्कों में हम दोनों एक साथ छूट गए और पसीने से तरबतर होकर एक दूसरे को कस को पकड़ लिया, मैं हांफते हुए उसकी चूची पर सिर रख कर धीरे से लेट गया थोड़ी देर चलने के बाद फिर से उसकी चूची को अपने मुंह में भरकर छोड़ने लगा वह मेरे सिर पर हाथ कर रही थी और बार-बार इस मजे को देने के लिए थैंक यू भैया थैंक यू भैया बोल रही थी मैं भी उसको आई लव यू थैंक यू मेरी राजकुमारी बोल रहा था थोड़ी देर बाद थोड़ा सा उसके ऊपर से उठा वह बोली भैया मुझे टॉयलेट जाना है बहुत दर्द है प्लीज मेरी हेल्प करो टॉयलेट कराने ले चलो मैंने उसे उठाया तो वह खून से सना तौलिया देखकर चौंक के बोली नव्या: शर्माते हुए) हाय राम ये क्या भैया आपने कितनी बुरी तरह मेरी बुर की सील तोडी है कितना खून निकला है आपके खूनी लौड़े ने मुझे कितना दर्द दिया है मैं: बेबी खून तो पहली बार निकलता ही है और दर्द भी पहली बार होता है उसके बाद तुम्हें कितना मजा आया तू अपने चूतड उठा उठा कर और अंदर लेने की कोशिश कर रही थी याद है कि भूल गई। नव्या:पुचच….पुच्च मुझसे ज्यादा मुझे तो आप ले रहे थे कैसे मुझे जकड़ कर हुमच हुमच कर चोद रहे थे आई लव यू भैया और फिर से थैंक यू इस दर्दनाक मजे के लिए। फिर मैं नव्या को अपनी गोद में उठता बाथरूम ले गया और उसे टॉयलेट कराया हम बहुत थक गए थे हमने साथ-साथ नहाने के लिए हमने शावर को खोल कर नीचे खड़े हो गए और अच्छी तरह नहा धोकर फ्रेश होकर आए फिर नंगे ही बिस्तर में एक दूसरे के बाहों में एक दूसरे को चूमते हुए प्यार करते हुए सो गए क्योंकि सुबह 10:00 बजे वीजा के लिए इंडोनेशिया एंबेसी के ऑफिस में जाना था दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको यह कहानी बहुत पसंद आई होगी आप इस कहानी पर रिस्पांस देकर उत्साह वर्धन करें तभी आगे की कहानी लिखने में मजा आएगा इतने मन से कहानी को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद

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मैं २२ साल का कुंवारा हूं। Sex stories मैं ने फर्गुसन कालेज में बी .एस सी . की है। मेरा निक नाम संजू है। मैं हिंदु हूं। मैं पुने का रहने वाला हूं। पुने में चवन नगर पुलिस कोलोनी में रहने वाला हूं। तो मैं आपको मेरी पहली स्टोरी और पहली ही हकीकत मेरे साथ घटी हुई है वो मैं आप को बता रहा हूं। ये कोई झूठ कहानी नहीं बल्कि मेरे साथ घटी हुई घटना है।

हमारे डैडी पुलिस में हेड कांस्टेबल है। पुलिस कोलोनी दो मंजिल की है करीबन उस कोलोनी में ४८ खोलियां है। हमारी खोली २१ की थी और २२ नम्बर में गुप्ता (पुलिस – हमारे पड़ोसी) रहते थे और उनकी पत्नी और उनकी एक ५ महीने की छोटी बेटी, ऐसा परिवार था। उनकी पत्नी बहुत ही सुंदर थी ( उनकी फ़ीगर मानो प्रीति ज़िंटा की तरह थी) और उनका चेहरा काफ़ी गोरा था। उनकी उमर शायद २३-२४ के बीच थी। तो हम सब यानि वहीं के सारे पुलिस और उनकी फ़ैमिली एक दूसरे के सम्बन्धी के तरह थे यानि रिलेशन बहुत अच्छा था।

ये घटी हुई कहानी २ साल पहले की है। जब हमारे पड़ोसी मिस्टर गुप्ता ६ दिन के लिये पंढरपुर बंदोबस्त चले गये थे इसलिये उनके यहां कोई मर्द नहीं था इसलिये उन्होने मेरे मम्मी को मुझको उनके यहां सोने के लिये भेजने को कहा। और हमारे यहां ऐसा ही होता है यानि किसी के घर में से कोई पुलिस (मर्द) किसी बन्दोबस्त या ड्युटी पे जाता है तो किसी के घर में रहने वाला यानि अच्छे कल्चर के उमर में काम वाले लड़के को सोने के लिये बुलाया जाता था। इसी तरह एक दिन (मैं उनको गुप्ता मामी कह कर बुलाया करता था।) गुप्ता मामी ने मेरे मम्मी को मुझे उनके यहां सोने के लिया भेजने को कहा। मम्मी फ़ौरन राजी हो गयी क्योंकि वो भी नेक इरादे की थी इसलिये फ़ौरन तैयार हो गयी। तो मैं कॉलेज से प्रैक्टिकल करके वापस आया और खाना खाकर पढ़ाई करने लगा तो मम्मी ने कहा कि गुप्ता मामी के यहां कोई नहीं है इसलिये वहां तुम्हे सोने के लिये जाना है तो तुम वहीं जाकर पढ़ाई करो, क्योंकि उन्हे सोना होगा तेरे लिये जागना पड़ेगा। तो मैं अपना बेग लेकर उनके घर में चला गया।

तब गुप्ता मामी खाना खा रही थी। तो उन्होने मुझे खाना खाने के लिये बुलाया, लेकिन मैने उन्हे कहा कि मैं अभी अभी खाना खा कर आया हूं और आप खाना खा लीजिये मैं पढ़ाई करता हूं। तो उन्होने कहा ठीक है। फिर उन्होने खाना खा कर अपनी बेटी को कोमप्लैन पिला के उसको पालने में सुलाया। फिर बाद में उन्होने बिस्तर लगाने के लिये मुझे मदद के लिये बुलाया। तो मैं उन्हे मदद करने गया। जब बिस्तर लगाते वक्त वे झुक जाती थी तब उनके ब्रेअस्ट का गैप दिखाई दिया मैं मर्द होने के कारण वो नजारा देख कर प्रेरित हो गया। लेकिन फिर मैने आपने आप को कंट्रोल कर के पढ़ाई करने लगा। पढ़ाई करने के बाद मैं उनके पास सोने गया वो जाग रही थी। मैं सोने के लिये बिस्तर पे लेट गया। तब उन्होने कहा कि हो गयी क्या पढ़ाई तब मैने कहा हो गयी।

कुछ देर तक हम टीवी देखते रहे फ़िर बाद में यानि करीब १२.१५ बजे के वक्त टीवी बंद करके सोने लगे लाइट ओन थी। इसलिये मुझे नींद नहीं आ रही थी। मुझे तो उस वक्त उनकी ब्रेअस्ट के अलावा कुछ भी सूझ नहीं रहा था। फ़िर बड़ी मुश्किल से नींद लग गयी। सुबह होने पर गुप्ता मामी मुझे जगाने लगी थी। जब वे मुझे जगा रही थी उस वक्त जब मैं जाग गया तो फिर से उनके ब्रेअस्ट का गैप दिखाई दिया वो हमेशा की तरह बहुत खूबसूरत नजर आ रही थी। और फिर मैं उठ कर अपने घर जा कर तैयार हो कर कोलेज चला गया।

हमेशा की तरह पहला लेक्चर मथस का था ( मेरा ग्रुप मथस था)। जब मथ्स के टीचर (खान) पढ़ा रहे थे उस वक्त मेरा ध्यान लेक्चर पे लग नहीं रहा था, क्योंकि मेरे सामने सिर्फ़ उनकी तस्वीर नजर आ रही थी। जब खान सर को पता चला कि मेरा ध्यान लेक्चर पे नहीं है तो वे बोले —– तुम्हारा ध्यान आज कहां है तबीयत ठीक नहीं है क्या ? तब मैने कहा हां सर, आप मुझे थोड़ी सी वीकनेस लग रही है। तब सर ने कहा तो तुम घर जाकर आराम क्यों नहीं लेते? मैं कोलेज में होशियार था। इसलिये उन्होने मुझे बेड रेस्ट लेने के लिये कहा। फ़िर मैं मथस का लेक्चर खत्म करके दो दिन की छुट्टी ले कर घर चला गया।

तब मम्मी ने पूछा कि आज जल्दी कैसे घर आ गये तब मैने मम्मी को कहा कि आज मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं है इसलिये मैं दो दिन कि छुट्टी लेकर कोलेज से वापस आया हूं। फिर रात को खाना खा लेने के बाद मम्मी ने कहा कि आज तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं है तो सोने के लिये मत जाओ। लेकिन मैने मम्मी से कहा कि मैं अब अच्छा महसूस कर रहा हूं और वहां भी तो सोने ही जा रहा तो फिर मैं यहां सो जाउं या फिर वहां सोउं बात तो एक ही है न, और तो और उनके यहां कोई नहीं है इसलिये वो डर जायेंगी। फिर मम्मी ने जाने के लिये कहा तब उनके यहां सोने के लिये गया।

जब मैं उनके यहां सोने के लिये गया था तब उनकी बेटी सो चुकी थी और गुप्ता मामी टीवी देख रही थी जैसे ही मैं अंदर गया, तब मामी ने पूछा क्या तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं है न। तब मैने कहा कुछ नहीं थोड़ा सी वीकनेस लग रही थी। तब मामी आगे बढ़कर मेरे सामने आ कर मेरे माथे पर छुआ तो मेरे शरीर में अजीब सी रोशनी जगमगायी। फिर बाद में हमने बेड लगाया तब हमेशा की तरह बेड लगाते वक्त उनकी ब्रेअस्ट की गैप दिखाई दी। और फिर मैं हैरान हो गया। जब हम बेड पर लेट गये तब उनको नींद लग गयी, लेकिन मुझे नींद नहीं लग रही थी।

फिर मैने थोड़ी देर के बाद जान बूझ कर नींद का नाटक करके उनके बूब्स (चूची) पर रख दिये तो मैं अच्छा महसूस कर रहा था। उनकी चूची तो बहुत ही टाइट थी और उनकी चूची का निप्पल तो मुझे खुन्नस दिखा रहा था। थोड़ी देर के बाद मैने अपने पंजे को उनके चूची को कपड़ों के उपर के ही रगड़ रहा था तब वो जाग आ गयी। और मेरे तरफ़ देखा मैं नींद का नाटक कर रहा था। तब उन्होने मेरा हाथ उनके चूची के उपर से हटाया और फिर सोने लगी। जब मैं सुबह उठ गया तब मामी ने मुझे कहा कि कल रात तुम सोते वक्त क्या कर रहे थे? तब मैने कहा मुझे कुछ भी मालूम नहीं है। तब मामी ने कहा कुछ नहीं मुझे लगा कि तुम कहीं बीमारी के वजह से तड़प तो नहीं रहे थे।

क्योंकि तुम नींद में तड़प रहे थे इसलिये पूछा।

फिर रात को मैं सो गया तो मेरा आज हिम्मत भी नहीं थी कि उनकी चूची पे हाथ रखने को। फिर जब मैं सुबह जल्दी उठ कर मुंह धोने के लिये बाथरूम जाने लगा तब बाथरूम जाते वक्त उनका किचन लगता हुआ तो मैने किचन में मामी को कपड़े पहनते वक्त देख लिया मामी निक्कर पहने हुई थी और ब्रा पहनने वाली थी कि मुझे उनकी चूचियां दिखाई दी। और फिर उनका भी ध्यान मेरे तरफ़ गया तो वो अपने आप को साड़ी में लपेट कर दरवाजे की तरफ़ आने लगी तब मैने अपनी दोनो आंखें बंद कर दी। इसलिये उनको लगा कि मैं बाथरूम जाते वक्त वो मुझे दिखाई दी और मैने जल्दी से अपनी आंखें बंद कर दी होंगी इसलिये वो मुझे बहुत ही भला समझ बैठी। लेकिन मैने तो मन भर कर खूबसूरत नजारा देखा था। फिर अगली रात को हम हमेशा की तरह सोने लगे तो मामी कहने लगी कि तुम्हारे अलावा कोई और होता तो मुझे उस हालत में देख कर जाने क्या कर बैठ जाता, लेकिन तुमने तो अपनी दोनो आंखें बंद कर दी। मुझे माफ कर दो कल जो मैने तुम्हे पूछा था कि तुम नींद में क्या कर रहे थे? तो तुमने कहा था कि मुझे कुछ मालूम नहीं है। तो मैने कहा था कि तुम शायद बीमारी की वजह से तड़प रहे हो। वो सब मैने तुमसे झूठ कहा था क्योंकि कल रात तुम्हारा हाथ मेरे चूची पर था इसलिये मैने ऐसा पूछा था, लेकिन तुम तो बहुत हो नेक इरादे के हो मुझे माफ कर दो। तब उनके मुंह से उनकी ही चूची का शब्द सुनकर मेरे शरीर में एक गुदगुदी सी फ़ैल गयी।

फ़िर हम सो गये, उसके अगले दिन एकदास की छुट्टी थी इसलिये मैं घर में ही था। तब दोपहर के १२.३० बजे मम्मी और मेरा छोटा भाई (उमर में २ साल छोटा) बाज़ार के लिये गये थे और डैडी ड्युटी पे गये थे। उस वक्त घर में कोई भी नहीं था इसलिये मैं कंप्यूटर पे एक स्टोरी पढ़ने लगा (बहन के साथ चूदाई की स्टोरी थी) पढ़ते समय मुझे कुछ खाने का मन किया इसलिये मैं चाय बनाने के लिये अंदर (किचन) चला गया तो उसी वक्त गुप्ता मामी आयी, और उन्होने मम्मी को हांक मारी तो मैने अंदर से ही मम्मी बाज़ार गयी है ऐसा कहकर उन्हे चाय के लिये रुकने को कहा। तब वे मेरे कम्प्यूटर के पास आकर वो कहानी पढ़ने लगी। और जब मैं चाय लेकर आया तो वो हिचकिचा गयी और ऐसा बीहेव किया कि उन्होने उसे पढ़ा ही न हो।

फिर हम ने चाय पी तब मैं टीवी देखने लगे और मामी को टी वी देखने के लिये कहा और मैं कप धोने के लिये अंदर चला गया तब मैने उनके कप में थोड़ी सी बची हुई चाय डालकर पी ली तो मानो चाय नहीं मैं उनके बूब्स का दूध ही पी रहा हूं ऐसा मुझे एहसास हुआ। और मैं जान बुझ कर बाहर जाने के लिये देर करता रहा क्योंकि मामी टीवी नहीं देख रही थी, बल्की वो तो उस कहानी को ध्यान से पढ़ रही थी इसलिये मैं देर करता रहा फिर मैं २५ मिनट के बाद बाहर आया तो उन्होने वो कहानी पढ़कर खत्म कर ली थी। और उनका चेहरा खुश नजर आ रहा था। ऐसा लग रहा था कि उनको ऐसी कहानियां और पढ़नी थी लेकिन उनको कोम्पुटर के बारे में कुछ भी पता नहीं था इसलिये उन्हे दूसरी कहानी ओपन करनी नहीं आयी।

फिर वो अपने घर चली गयी। जब मैं उस रात को उनके घर सोने के लिये चला गया तो हम बिस्तर लगाके सोने लगे तो मामी ने कहा कि तुम मुझे जैसे लगते हो वैसे तो तुम हो नहीं। तो मैंने कहा क्या मतलब तो मामी ने कहा कि तुम कंप्यूटर पे क्या पढ़ रहे थे तो मैं बोला कि वो, वो तो मेरे दोस्त ने मुझे एक वेब साईट बताई और उसमें से उस कहानी को पढ़ने के लिये कही लेकिन मैने तो इसे पढ़ी तक नहीं क्या आपने पढ़ी है क्या? तो मामी बोली तभी तो तुम ऐसे कैसे कर सकते हो फ़िर मैने पूछा कि क्या आपने ये कहानी पढ़ी है तो मामी बोली कि हां लेकिन तुम मत पढ़ना बहुत बेकार कहानियां है ये।

तब मैने कहा अच्छा फिर हम सोने लगे लेकिन मामी को उस कहानी को पढ़ने से नींद नहीं आ रही थी। थोड़ी देर के मैने सोने का नाटक किया क्योंकि मुझे मालुम था कि आज कुछ न कुछ होने वाला है। फिर उसी मुताबिक ही हुआ मामी ने हल्के से मेरे सीने पे हाथ रखा और फिर ५ मिनट के बाद उन्होने अपना हाथ मेरे लंड के पास लाया और चुपचाप रह गयी फिर ५-१०मिनट के बाद उन्होने हल्के से उठ कर मेरे गाल पे किस किया तो मेरा लंड टाइट हो के तैयारी में था अचानक मैं हिल गया क्योंकि उनका हाथ मेरे लंड पे था और मैं हिल नहीं जाता हो मेरा लंड टाइट हो गया है ये उनको मालुम हो जाता और वो समझ जाती कि मैं सो नहीं रहा हूं। फिर थोड़ी देर के बाद मामी ने मेरे लिप्स पे अपने लिप्स रखकर हल्के से किस करने लगी तो मैने अचानक अपनी दोनो आंखें खोली तो मामी शरमा कर बाजु हट गयी। तब मैं मामी के गाल पे मेरा हाथ रखकर उनके गाल पे फेरने लगा।

तो वो गरम होने लगी और मैं भी गरम होने लगा और मेरा लंड पूरा (९ इंच) का टाइट हो गया और फिर मैं उनके गाल पे हाथ फेरते फेरते उनके लिप्स पे आ गया और उनके लिप्स पे मेरा हाथ रगड़ने लगा तो वो सिसकारियां भरने लगी। फिर मैं जरा सा उनके करीब गया और उनके गाल पे किस करने लगा ऐसे करते करते मैं उनके लिप्स पे मेरे लिप्स रख कर किस करने लगा उनके लिप्स तो बहुत ही नरम थे और उनके मुंह से गरम भाप निकल रही थी। फिर थोड़ी देर के बाद मैं उनके गर्दन और पीठ पे जीभ फिराने लगा तब वो बहुत ही गरम हो गयी। फिर मैं जीभ फेरते फेरते एक हाथ उनके ब्लाउज़ के अंदर डाल कर उनके चूची को मसलने लगा तो उन्होने मेरा हाथ बाहर निकलना चाहा तो मैने अंदर की ब्रेसिअर को पकड़ के रखा तो उन्होने मेरा हाथ छोड़ दिया।

थोड़ी देर के बाद मैं फिर से उनकी चूचियां मसलने लगा इस बार उन्होने मेरे हाथ को हटाने की कोशिश नहीं की बल्कि वो तो मजे लेने लगी थी। ऐसे ही हम आधे घंटे तक मजे लेते रहे। फिर थोड़ी देर के बाद मैं उनके ब्लाउज़ के बटन खोलकर ब्लाउज़ उतार डाला और फिर मैने उनका ब्रेसिअर भी उतार डाला। उनकी चूचियां मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी इसलिये उन्होने अपने दोनो हाथों को चूचियों पर रखकर चूचियां छिपाने लगी तो मैने २ मिनट के बाद फिर से उनके लिप्स पे किस करना चालु किया तो थोड़ी देर के बाद उन्होने अपना हाथ चूचियों पर से हटा दिया। फिर मैं उनके चूचियों के तरफ़ मुड़कर उनकी चूचियां चूसने लगा। उनकि चूचियां बहुत टाइट और रसीली थी। मैं एक एक करके उनकी चूचियां चूसता रहा। फिर चूचियां चूसते चूसते मैं उनके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और पेटीकोट खीचने लगा तो उन्होने मुझे मना किया तो मैं रुक गया और उपर से ही उनके चूत को मसलने लगा तब वो गरम होने लगी और खुद ही उन्होने मुझे पेटीकोट उतारने में मदद की अब वे सिर्फ़ निकर में थी फिर थोड़ी देर के बाद वो भी मैने उतार डाली।

अब वे मेरे सामने पूरी नेकेड (नंगी) थी। फिर मैं उनके चूचियों का चूसना बंद करके उनके चूत को चूसने के लिये मैने अपना मुंह उनके चूत पे रखा तो उनके मुंह से इशह्हह्हह्हह्हह्ह अहह्हह्हह्ह ओह्हह्हह्ह इसे शब्द निकलने लगे तो मैं और उत्तेजित हो गया और उनकी चूत को चाटने लगा तो वो सिसकारियां भरने लगी। फिर मैने अपनी उंगली को उनके चूत में घुसायी तो उन्होने अपने दोनो टांगे टाइट कर दी तब मेरी उंगली उनकी चूत में फ़िट हो गयी और मुझे उनके चूत में उंगली को अंदर बाहर करने में दिक्कत हो लगी थी। और दूसरी तरफ़ मामी सिसकारियां भरने लगी थी।

ऐसे आधा घंटा करने के बाद मामी ने मुझे कहा कि अब मुझसे बरदास्त नहीं हो रहा है। जल्दी से कुछ करो तो मैने मामी की चूत चूसने को छोड़ दिया और अपने आप पे कंट्रोल करके बाजू हट गया। तो मामी बोली क्यों, क्या हुआ तब मैं बोला कि मामी आज नहीं कल करते हैं तो मामी बोली कि क्यों कल क्यों आज क्यों नहीं? तो मैं बोला कि मामी हम आज अनसेफ़ है अगर इसी हालत में कुछ किया तो हम दोनो को भी बड़ी बीमारी लग सकती है। तो मामी बोली कि तो हम आगे कुछ नहीं कर सकते क्या? तब मैं बोला कि नहीं हम आगे और भी कुछ कर सकते हैं लेकिन पूरी होशियारी के साथ। मामी बोली मैं तुम्हारा मतलब नहीं समझी तो मैं बोला कि हम जरूर करेंगे पर कल कंडोम पहन कर। तो मामी बोली ऐसा क्या तू तो बहुत ही होशियार है मैने कहा कि मामी हम अभी से ध्यान में रहकर मजे लेते रहे तो हम सेफ़ रहेंगे न और मजे भी मिलेंगे। तो मामी राजी हो गयी और कहा ओके गुड नाईट मेरे हसबंड तो मैं आश्चर्य से उनके मुंह को देखने लगा। और थोड़ी देर के बाद हम दोनो कपड़े पहन कर सो गये।

फिर सुबह जल्दी उठकर मैं मामी को लिप्स पे किस किया और मामी को जगाया और हम दोनो बाथरूम गये। फिर मैने मामी को नंगा करके उनके चूत और बूब्स पे पेस्ट लगाके उंगली से घिसने लगा तो वो सिसकारियां भरने लगी। बाद में मैने उन्हे साबुन लगाया और उनकी चूचियों को घिसने लगा तो वो मुझ से लिपट गयी। फिर थोड़ी देर के बाद मैने उनके चूत को साफ़ करने के लिये उनके चूत में उंगली डालते ही उनके मुंह से आईईईईईईईईईईईईईग की आवाज निकली। थोड़ी देर के बाद मैं उनको बाथ करके उन्हे कपड़े पहनाया और फिर मैने अपने घर आ कर स्नान किया और नाश्ता कर के कोलेज चला गया।

कोलेज से आते वक्त मैं मेडिकल जा कर दो कंडोम के पैकट ले लिया और घर आ गया। जब मैं रात को सोने जा रहा था तब मैने धीरे से सग में से कंडोम की दोनो पैकट निकाल कर जेब में रख लिया और सोने चला गया। जब मैं गुप्ता मामी के घर गया तो उनकी छोटी बेटी पालने में सो चुकी थी और गुप्ता मामी सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में ही थी। उनको उस हालत में देख कर मैं उत्तेजित हो गया और उनको गोद में उठा लिया। ऐसे ही मैं उनको बेड पे लिटा दिया और जेब में से कंडोम निकाल कर एक कंडोम मामी के पास दे कर उसे छिपाये रखने के लिये कहा क्योंकि कभी भी जरूरत पड़ सकती है इसलिये। और मैने अपने सारे कपड़े उतार के कंडोम पहन लिया। और मामी को बिस्तर पे लिटा कर उनको नंगा कर के उनके चूचियों को चूसता रहा।

थोड़ी देर के बाद उनके चूत को चाटने के लिये मुंह लगाते ही सिसकारियां भरने लगी। जब मैं उनके चूत चाटता रहा तब मामी ने कहा कि अब मैं प्रेसर में हूं तो मैने अपना मुंह उनकी चूत पर से हटा कर झत से ही उनकी चूत पे मसलने लगा तो मामी झड़ गयी। और फिर थोड़ी देर के बाद मैने अपना रुमाल निकाल कर उसे पानी में भिगोकर मामी की चूत को साफ़ कर दिया। और मैं किचन में जाकर फ़्रिज में से आइस ट्रे निकाल कर उसमे से दो तीन आइस के पीस निकल कर ले आया। और साथ ही फ़्रिज में रखा हुआ आइस-क्रीम ही लेकर आया। और जो मैने फ़्रिज से लाये हुये आइस के तुकड़े मामी के चूत में सरकाया तो मामी चिल्ला उठी उनके मुंह से इशह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह की आवाज निकल पड़ी उसके बाद मैने उनकी चूत में आइस-क्रीम घुसेड़ दी तो वो खड़ी हो कर चिल्लायी। और मुझ से कहा कि क्या कर रहे हो ऐसा कोई करता है भला। देख तेरे बजह से मुझे पेशाब आ गयी है मैं अभी जाकर आती हूं। तब मैने कहा कि आप को पेशाब आई है तो आप यहां पोजिशन ले के बैठिये और कर दीजिये। तब मामी बोली यहां कैसे कर सकती हूं सारे कमरे में फ़ैल जायेगी। फ़िर मैं बोला कि आप पोजिशन ले लीजिये और मैं आप के नीचे सो जाता हूं और मैं सो गया फ़िर ओ मेरे मुंह के पास अपनी चूत सेट करके मेरे मुंह में पेशाब करने लगी।

हाय क्या स्वाद था उसका स्वीट के साथ नमकीन भी था। इस से मुझ में स्फ़ूर्ति आ गयी और वहीं पे मैने मामी को लिटाया और उनके चूत पे मेरा टाइट लंड रखकर रगड़ने लगा। और फ़िर ५ मिनट के बाद मैने एक स्ट्रोक लगाते ही मेरा लंड २ इंच अंदर जाते ही मामी चिल्ला उठी आईईईईइग उनके मुंह से सिसकारियां सुनकर मैं और मूड में आ गया। और मैने और जरा जोर का झटका लगाया तो मेरा लंड ३ इंच अंदर जाते ही मामी तड़पने लगी उनके मुंह से आईईइ आईईईई ग्गग्गग्गग ऐसे सुर निकल पड़े। और मुझसे सिसकारियां भरते भरते ही कहने लगी कि मुझसे बरदास्त नहीं हो रहा है प्लीज उसे बाहर निकालो न! फिर मैं २ मिनट रुक गया जब मैं समझ गया कि मामी अब शांत हो गयी हैं तो मैने और एक जोर का झटका लगाते ही उनके चूत से ब्लड (खून) निकलने लगा तो वो दर्द के मारे तड़पने लगी और मेरा विरोध करने लगी। तो मैने मैं उसे कहा कि प्लीज मामी ऐसे मत कीजियेगा वरना कंडोम अंदर ही फस जायेगा और फिर बड़ी मुसीबत हो जायेगी।

तब मामी ने कहा अभी क्या मुझपर कम मुसीबत आई है क्या? मेरा तो हाल बहुत बुरा हो गया है फ़िर भी तुम करो मगर धीरे धीरे करो न! फिर मैने मामी से कहा कि मामी आपकी चूत तो बहुत ही टाइट है इसलिये आपको इतना दर्द हो रहा है और मुझको आप के चूत में मेरा लंड डालने में दिक्कत आ रही है। तो मामी बोली मेरी चूत टाइट नहीं बल्कि तेरा लंड ही बहुत बड़ा है। क्या मैं इस से पहले अपने पति से नहीं चुदवाती थी क्या? तब तो मुझे इतना दर्द नहीं हो पाया था। फिर मैने मामी से कहा अच्छा ठीक है अब आप कुछ देर तक ऐसे धक्के सहन कर लीजियेगा बाद में आपको कोई परेशानी या दर्द नहीं महसूस होगा। तो मामी बोली तू तो मेरे चूत के आर पार लंड डाल के पीछे से ही बाहर निकालेगा।

और जब मैं पेशाब करने लगूंगी तो मेरे आगे से और पीछे से भी फ़ौव्वारे निकालेगा तू। तब मैने मामी से कहा मामी अगर ऐसा हुआ तो आप जब भी पेशाब के लिये जायेंगी तो मुझे बुला लीजियेगा मैं आप के पीछे मेरा लंड डालूँगा फिर आप सही तरह से पेशाब कर सकेंगी। ऐसे कहते ही मैने मामी को और एक झटका लगाया तो मेरा लंड ५ इंच उनकी चूत में चले जाते ही मामी दर्द के मारे चिल्ला उठी। और मुझे अपने शरीर से दूर ढकलने लगी तो मैने मामी को जोर से मेरे सीने से दबोच के रखा और फिर मेरा बैक साइड पीछे लेकर और एक धक्का लगाया तो मेरा लंड ५ इंच अंदर चले जाते ही मामी ने मेरे बाल खीच कर मेरा विरोध करने लगी तो मैने अपने लिप्स उनके लिप्स पे रख कर किस करना शुरु कर दिया और साथ में ही चूचियों को मसलने लगा तो मामी उत्तेजित हो गयी और मेरे बालो को छोड़कर किस करने में मेरा साथ देने लगी तो मैने और एक झटका लगाया तो मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर चले जाते ही मामी ने मेरे लिप्स को काटा।

फिर थोड़ी देर के बाद मैने अपना लंड अंदर बाहर करना शुरु किया कुछ ही देर में मामी मुझे साथ देने लगी वो अपना चूतड़ उपर नीचे उठा कर साथ देने लगी। और कुछ ही देर के बाद मामी ने अपना सरा कम निकाल दिया मामी दो-तीन बार झड़ गयी फ़िर बाद में मैं भी झड़ गया कुछ देर तक हम वैसे ही पड़े रहे। फिर आधे घंटे के बाद मैने मामी को उल्टा लिटाके उनके पिछवाड़े पे लंड रखकर रगड़ने लगा फिर बाद में मैने मामी के चूतड़ के गैप में मेरा लंड रखकर एक जोरदार धक्का लगाया तो मेरा २ इंच लंड अंदर चले जाते ही मामी दर्द के मारे चिल्लाने लगी तो मैने मामी का मुंह दबाके रखा तो मेरे हाथ को काटा।

और फिर मुझे बड़बड़ाने लगी कि क्या आदमी है या जानवर ऐसा हाल करते है क्या कोई औरत के साथ। अब फ़ौरन तुम्हारा लंड बाहर निकालो वरना अच्छा नहीं होगा। तो मैं मामी से बोला मामी मुझे माफ कर दीजिये आइंदा मैं ऐसे बेरहमी से आपको नहीं चोदुंगा आपको धीरे धीरे चोदुंगा सिर्फ़ एक मौका और प्लीज। तो मामी तैयार हो गयी फिर मैं मामी को धीरे धीरे धक्के लगाता रहा लेकिन फिर भी मामी को दर्द हो रहा था। परन्तु मामी वो दर्द सहन कर रही थी जब मेरा पूरा लंड उनके चूतड़ के छेद में चला गया तो मामी के छेद में से खून बाहर आने लगा फिर मैं थोड़ी देर तक धीरे धीरे धक्के लगाता रहा। कुछ ही देर में मामी के छेद में से रेड कम (खून कि वजह से) बाहर आने लगा तो मैने थोड़ी सी स्पीड बढ़ा दी और मामी भी मुझे साथ देने लगी इस तरह हमने उस रात को फुक्किंग ( चूदायी) Sex stories का मजा लिया और उसके बाद मैने मामी को २ बार चोदा फिर मुझे पुणे में ही जोब लग गयी

मेरी मम्मी मुझे लेकर अपनी सहेली के घर गई थी वहां पर वह अपनी सहेली के साथ बैठ कर बातें कर रही थी और मैं दूसरे छोटे बच्चों के साथ खेल रहा था. tabi एक पड़ोस की औरत एक बकरी लेकर आई. उस औरत ने कहा कि उसकी बकरी 2 साल की हो गई है. और वह बच्चे देने के लिए तैयार है. तभी मेरी मम्मी की सहेली उठी और अपने घर के पीछे बंधे बकरे को वहां पर लेकर आ गई. मेरी मम्मी की सहेली का नाम सुनीता था. पड़ोस वाली आंटी जो बकरी लेकर आई थी उसका नाम अर्चना था. सुनीता आंटी ने अर्चना आंटी से कहा कि तुम अपने बकरी को बंद दो और उसको गले से पकड़ लो. सुनीता आंटी फिर बकरे को लेकर उसके पीछे चली गई. बकरा पीछे जाकर उसकी चूत को सूखने लग गया. Kabi kabi vha उसकी चूत को चाटने भी लगता. ek do मिनट तक वह ऐसा करता रहा. थोड़ी देर बाद बकरे को जोश आ गया. वह सीधा उसे बकरी के ऊपर चढ़ गया. उसका लंड बकरी की चूत में नहीं जा रहा था. उसने बहुत कोशिश की और नीचे उतर गया. थोड़ी देर बाद में दोबारा उसकी चूत को सूखने लगा. फिर सुनीता आंटी से कहा कि तुम बकरी को सही से पकड़ लो और बकरी के पीछे बैठ गई. जैसे ही वह बकरा बकरी के ऊपर दोबारा चढ़ा, सुनीता आंटी ने अपने हाथ से उसके लंड को पड़कर बकरी की चूत में डाल दिया. अचानक हुए हमले से बकरी जोर से चिल्लाई. क्योंकि बकरी की चुदाई फर्स्ट टाइम हुई थी. फिर वह बकरा आगे पीछे होकर धक्के मरने लगा. दो-तीन मिनट बाद में दोबारा नीचे उतर गया. इसी तरह सुनीता आंटी ने उसे एक बार दोबारा चढ़कर बकरी की चूत मरवाई. फिर वह बकरे को ले जाकर बॉडी में बंद आई. अर्चना के जाने के बाद सुनीता आंटी मेरी मम्मी के साथ बैठकर बातें करने लगी.में जाकर उनके पास बैठ गया. मैं सुनीता आंटी से बोला कि अभी यह बकरा और बकरी क्या कर रहे थे. पहले तो उन्होंने मुझे इग्नोर करने लगी लेकिन जब मेने जिद की तो उन्होंने कहा कि वह बकरे की लंबाई चेक कर रही थी. फिर मैंने कहा कि मेरी भी लंबाई चेक करो यह सुनकर दो दोनों हंसने लग गई और आंखों ही आंखों में इशारा करने लगी. एक दिन में जल्दी स्कूल से आ गया था. हमारे घर के पीछे जानवरों का बाड़ा था. उसमें सभी छोटे बड़े भैंस बकरी बांधा करते थे. मैं एक भैंस के पीछे और उसकी चूत को देखने लगा. उसे वक्त मेरी उम्र 14 साल हो गई थी. साड़ी में एक बार इधर-उधर जाकर चेक किया कि कोई मुझे देखा तो नहीं रहा जब मुझे यह लगा कि कोई भी मुझे नहीं देख रहा तो मैं दोबारा उसे भैंस के पास आ गया. मुझे पता था कि वह बहुत ही अच्छी थी. मैंने उसकी चूत देखने लगा. थोड़ी देर बाद मैंने उसकी चूत को दोनों हाथो से चौड़ा किया. उसकी चूत अंदर से बिल्कुल लाल रंग की थी. उसकी चूत को में उंगलियों से धीरे धीरे से सहराने लगा. फिर मैंने तीन उंगलियां उसकी चूत में डाली. भैंस की चूत अंदर से बहुत गर्म थी. धीरे-धीरे मैंने चारों उंगलियां उसकी चूत में अंदर डाल दी. थोड़ी देर बाद उसकी चूत गरम हो गई. अब तक मुझे चुदाई का कोई एक्सपीरियंस नहीं था. चूत गीला होने से मेरा हाथ उसके चूत के अंदर आसानी से जाने लगा तो मैंने मेरा हाथ पूरा उसके अंदर डालने की कोशिश की और मेरा हाथ पूरा उसके अंदर चला गया. मैं ऐसे ही अपने हाथ को उसकी चूत में अंदर बाहर करता रहा. थोड़ी देर बाद मुझे कुछ आवाज आई तो मैं उसे छोड़कर वहां से भाग गया. कुछ दिन बाद स्कूल में मेरे दोस्त ने मुझे कहा कि उसके पास एक सीडी है. पहले तो मुझे लगा कि वह ऐसे ही कोई मूवी की बात कर रहा होगा. मैंने उसे कहा कि वह किस तरह की है, मुझे भी सीडी देखनी है तो वह मुझे इंटरवल में अपने घर ले गया. हम दोनों चुपके से उसके घर चले गए. उसके घर के ऊपर एक कमरा बना हुआ था जिसमें कोई जाता नहीं था. यह उस जमाने की बात है जब ब्लैक एंड व्हाइट टीवी चला करते थे. उस दिन उसके घर पर कोई नहीं था. हम ऊपर कमरा बंद करके टीवी और सीडी प्लेयर कनेक्ट करके वह मूवी देखने लगे.उस मूवी के अंदर एक लड़की और दो आदमी थे. पहले तो वह दोनों उस लड़की के पास आकर उसे चुंबन आदि करने लगे. एक आदमी उसके स्तन दबा रहा था और दूसरा उसके गले को चूम रहा था.अब तक मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि यह किस तरह का वीडियो है क्योंकि मैंने जिंदगी में इस तरह का वीडियो कभी नहीं देखा था. धीरे-धीरे उन्होंने उस लड़की के ऊपर के कपड़े उतार दिए. यह देख कर मुझे मजा आने लगा. क्योंकि मैंने कभी किसी को इस तरह से आपका वीडियो में नहीं देखा था. तभी दूसरे आदमी ने उसके नीचे के कपड़े भी उतार दिए. उसकी चूत नीचे से बिल्कुल साफ थी. यह देखकर पहले तो मुझे बहुत हंसी आई. तभी मेरे दोस्त ने कहा कि अभी तो स्टार्टिंग हुआ है देखना यह आगे क्या-क्या करते हैं. फिर उन्होंने लड़की को नीचे लेटा दिया. और उन्होंने भी अपने कपड़े उतार दिए. फिर एक आदमी ने अपना लंड उसके मुंह में डाल दिया. दूसरा उसकी चूत को चाटने लगा. यह देखते हुई मुझे फील हुआ कि मेरी अंडरवियर में मेरा लंड बड़ा हो रहा है. मुझे बहुत मजा आ रहा था. मैंने दोस्त से कहा कि यह तो बहुत शानदार वीडियो है ऐसा वीडियो कभी देखा ही नहीं था. फिर उसने कहा कि आगे देखना क्या होगा अभी तो स्टार्ट हुआ है. थोड़ी देर बाद जो आदमी अपना लंड उसके मुंह में डाल रहा था. वह नीचे लेट गया. वह लड़की उस आदमी के ऊपर आकर अपनी चूत में उसके लंड के ऊपर बैठ गई. और ऊपर नीचे कूदने लगी. दूसरा आदमी उसके मुंह के पास खड़ा था और वह लड़की उसके लंड को अपने मुंह से चाट रही थी. यह सीन देखकर देख कर मेरा शरीर बहुत गर्म हो गया था. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मुझे डेढ़ सौ डिग्री बुखार चढ़ गया हो. थोड़ी देर बाद जो आदमी खड़ा था वह उस लड़की के पीछे आया. और उसकी गांड में थूक लगाकर अपनी एक अंगुली डालने लगा. नीचे से दूसरा आदमी लगातार अपने लंड को उसकी चूत में बार-बार कर रहा था. फिर दूसरी आदमी ने थोड़ा सा थूक लगाकर उसकी गांड में दो उंगलियां डाल दी और अंदर बाहर करने लगा. तभी दूसरी आदमी ने अपना लंड उसकी गांड में डालने की कोशिश की. एक दो कोशिश के बाद लंड थोड़ा सा गांड में चला गया. फिर वह धीरे-धीरे धक्के मारने लगा। 8-9 धक्के लगाने के बाद उसका लंड उसकी गांड में पूरा अंदर चला गया. फिर वे दोनों आदमी उसकी चूत और गांड में लगातार धक्के लगाने लगे. 15 मिनट धक्के मरने के बाद फिर वे दोनों खड़े हो गए. लड़की घुटनों पर बैठ गई और वे दोनों अपने हाथों से लंड को आगे पीछे करके मुट्ठी मारने लगे. तभी उनके लंड से पिचकारी छूट गई. मुझे ऐसा लगा कि उनके लंड में से कुछ सफेद सा निकला है और वह लड़की उसको चाटने लगी. फिर वह वीडियो पूरा हो गया और मैं अपने घर पर आ गया. मैं बार-बार सोच रहा था कि आखिर में वह सफेद सा क्या निकला था. उसी रात में खेत में गया जहां पर कोई नहीं देख सकता और मैं अपने लंड को बाहर निकाल कर हाथ से आगे पीछे करना स्टार्ट किया. शुरुआत में तो तुम मुझे कुछ भी महसूस नहीं हुआ लेकिन जैसे-जैसे में आगे पीछे करता रहा मुझे अच्छा फील होने लगा. मुझे मजा आने लगा तो मैं तेजी से आगे पीछे करने लगा. 15 मिनट आगे पीछे करने के बाद मुझे ऐसा फील हुआ कि यही जन्नत है, मेरी आंखें बंद हो गई, उंगलियां अकड़ गई, शरीर के अंदर एक अजीब सी सरसराहट होने लगी. तभी मेरे लंड से कुछ चिपचिपा और गरम सा निकलता हुआ मुझे मेरे हाथ में फील हुआ. मुझे मजा आ गया. फिर मैं जल्दी वहां से घर आ गया. फिर मुझे सब समझ में आ गया. मैं यह भी समझ गया कि वह बकरा और बकरी क्या कर रहे थे. एक दिन जब घर पर कोई नहीं था तो मैं बाड़े में गया. मैंने सोचा की भैंस की चुदाई की जाए. हमारे घर पर एक छोटी भैंस थी वह बहुत ही अच्छी थी कभी मरती नहीं थी. मैं यह देख कर संतुष्ट हो गया कि वहां पर कोई नहीं आ सकता क्योंकि घर पर कोई था नहीं और सब लोग खेत में काम करने गए हुए थे जिनको आने में दो-तीन घंटे लगने वाले थे. जैसा कि मैंने वीडियो में देखा था, मैं उस भैंस के पीछे गया और अपने हाथों से फैला कर उसकी चूत को चाटने लगा. थोड़ी देर बाद मेरा लंड टाइट हो गया. उसकी ऊंचाई थोड़ी ज्यादा थी इसलिए मैंने एक बाल्टी वहां रख ली. फिर में बाल्टी पर चढ़कर उसकी चूत में लंड डालने लगा. जैसे ही पूरा लंड भैंस की चूत में अंदर गया तो मुझे ऐसा लगा कि यही जन्नत है क्योंकि अंदर से बहुत ही गर्म लग रहा था. उस वीडियो के जैसे मैं भी आगे पीछे होकर चुदाई करने लगा. मुझे ऐसा मजा आ रहा था कि जिसका में कोई वर्णन नहीं कर सकता. 15 मिनट बाद फिर मेरे साथ वही हुआ, मेरी आंखें बंद हो गई, उंगलियां अकड़ गई, शरीर के अंदर एक अजीब सी सरसराहट होने लगी. फिर मैंने स्पीड को तेज कर दी, और मैं भैंस की चूत में झड़ ही गया. फिर मैं वहां से भाग कर अपना होमवर्क करने लग गया दूसरे दिन में स्कूल में गया तो मैं मेरे दोस्त से कहा कि ऐसी और भी सीडी लेकर आना हम साथ में मिलकर देखेंगे तो मेरे दोस्त ने कहा कि उसके एक चाचा का लड़का है उसके पास ऐसी 4-5 सीडी है वह चार-पांच दिन में आने वाला है फिर हम उसे सीडी ले लेंगे. घर जाकर में दोबारा बाड़े में चला गया. मैंने आसपास देखा कि कोई मुझे देखा तो नहीं रहा. जब मुझे यह लगा कि वहां पर कोई नहीं है तो मैं दूसरी तरफ चला गया जहां पर बकरियां बंधी हुई थी. हमारे घर में तीन बकरियां थी. एक बकरी की चूत पीछे से बहुत ही गोरे कलर की थी. मैं उसके पास गया और उसके शरीर को सहलाने लगा. हमारा बाड़ा बहुत बड़ा था उसमें जाने के दो दरवाजे थे. मैंने एक दरवाजा पहले से बंद कर दिया था. बड़ा लंबा होने के कारण बीच में एक खिड़की थी. में बकरी को सहलाते हुए उसके पिछले टांगों के पास जाकर बैठ गया. और हाथों से उसके स्तनों को सहलाने लगा. बकरी बहुत ही सयानी थी उसका दूध चाहे कोई बड़ा या छोटा कोई भी निकल सकता था वह कभी दौड़ भाग नहीं करती थी. मैं एक हाथ से उसके स्तनों को सहला रहा था और दूसरे हाथ से धीरे-धीरे उसके पीछे ले जाकर उसकी चूत पर रखा. ऐसा करने से बकरी हिली नहीं और चुपचाप खड़ी रही. मैंने धीरे-धीरे उसकी चूत को सहलाना शुरु किया. फिर मैं खड़ा होकर उसके पीछे चला गया. मैंने धीरे-धीरे 1 अंगुली उसकी चूत में डालना शुरू किया. जब मेरी अंगुली पूरी अंदर जाने लगी तो मैंने 2 अंगुली डालने की कोशिश की. 2 अंगुली डालने से बकरी धीरे से मिमयाने लगी. मुझे पता नहीं चला लेकिन पीछे से खिड़की में मेरी बुआ मुझे यह करते हुए देख रही थी. तभी बुआ मेरे पीछे आगे खड़ी हो गई. मैं तब भी बकरी की चूत में उंगली कर रहा था. उसने एकदम से कहा क्या कर रहा है अनिल. जैसे ही मेरे कानों में यह बात पड़ी तो मेरे को ऐसा हुआ जैसे काटो तो खून नहीं. चूत से हाथ निकाल कर हुआ की तरफ हाथ जोड़कर खड़ा हो गया. बुआ से मैं थोड़ा डरता था. मेरी बुआ की उम्र उस वक्त 22 साल की थी. उसने कहा कि यह बात वह मेरे पापा को बताएगी. मैंने कहा कि मुझे माफ कर दो आप जो बोलोगी मैं वही करूंगा यह बात आप किसी को मत बताना. पता नहीं बुआ के दिमाग में उसे वक्त क्या चल रहा था उसने कहा कि मैं जो बोलेगी वही करेगा. बोला ठीक आप जो बोलोगी मैं वही करूंगा. फिर मैं वहां से भाग कर अपना होमवर्क करने लग गया. जब शाम को खाना खाकर सब सोने लग गए तो बुआ बोली तू आज मेरे साथ सोएगा. मैं उस वक्त इतना नादान था कि उसकी इस बात को नहीं समझ पाया कि वह साथ सोने के लिए क्यों बोल रही है. फिर बुआ मेरे से पूछने लगी की दिन में उस बकरी के साथ क्या कर रहा था. मैंने बुआ को मेरे दोस्त की सीडी के बारे में और सब चीजों के बारे में बता दिया. फिर बुआ बोली कि तू अपने दोस्त से कल वह सीडी लेकर आना. दूसरे दिन में दोस्त के घर से सीडी लेकर आ गया. बुआ चुदाई का मतलब तो समझती थी लेकिन उसने भी कभी इस तरह की सीधी नहीं देखी थी. उसने पड़ोस से सीडी प्लेयर लेकर ऊपर वाले कमरे में रख लिया था जिसमें बुआ सोई थी. बुआ बोली कि हम रात को सबके सोने के बाद सीडी देखेंगे. मैंने बोला कि आप ही देख लेना, मेरे को डर लगता है मैं नीचे सो जाता हूं. तो वह बोली कि डरने की जरूरत नहीं है मैं किसी को नहीं बताऊंगी और अगर मेरी बात नहीं मानी तो बकरी वाली बात पापा को बता दूंगी. गांव में सब 9:00 बजे तक सो जाते हैं बुआ ने 10:00 बजे तक इंतजार किया फिर उसने कमरा बंद करके सीडी को चालू किया. सीडी में फिर वही सीन स्टार्ट हो गए जो मैंने दोस्त के साथ देखे थे. सीडी देखते हुए मेरा लंड एकदम टाइट हो गया था. जब बुआ की नजर मेरी पेंट पर पड़ी तो समझ गई थी कि मैं एकदम से तैयार हो गया हूं. उसने मुझे पास बुलाया और बोली की तू भी मेरे साथ ऐसा करेगा क्या. मैंने बोला हां, लेकिन मुझे डर लगता है. उसने बोला की डर किस बात का. तो मैंने बोला कि मुझे आपका ऐसे ही डर लगता है आप मारती हो. फिर वह मुझसे पूछने लगी कि तुझे कल बकरी के साथ ऐसा करते हुए मजा आ रहा था क्या. मैंने बोला हां फिर वह बोलने लगी कि अगर तू मेरे साथ सीडी के जैसा करेगा तो में बाड़े में तेरा ध्यान रखूंगी और तू बकरी के साथ कर लेना. मैं तैयार हो गया. उसने मेरे से कहा कि अपने कपड़े उतार. वह मेरा लंड देखकर चौंक गई. तो मैंने पूछा क्या हुआ बुआ. उसने बोला कि तेरा लंड तो बहुत बड़ा है. तो मैंने पूछा कि आपको कैसे पता कि मेरा बड़ा है. वह बोली की वह मेरे पापा और मम्मी को कई बार चुपके से चुदाई करते हुए देख चुकी है मेरी साइज मेरे पापा से भी बड़ी थी. फिर बुआ ने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए. मेरी बुआ के बोबे बहुत मोटे थे, और उसकी चूत नीचे से काली थी उस पर एक भी बाल नहीं था. बुआ बोलने लगी कि पहले हम थोड़ी देर सीडी देखते हैं. वह बोली तू ऐसा कर नीचे बैठ जा और मैं तेरी गोद में बैठकर सीडी देखती हूं. वहीं पास में एक सोफा रखा हुआ था मैं सोफे पर बैठ गया और वह मेरी गोद में बैठ गई. जैसे ही बुआ मेरी गोद में बैठी मेरा लंड उसकी जांघों को चीरता हुआ उसकी चूत के पास आ गया. मैं पीछे से अपने हाथों से उसके दोनों बोबे को सहलाने लगा. बुआ की सांस बहुत गर्म हो गई थी. 2 मिनट बाद वह उठ गई और बेड पर जाकर लेट गई. और मुझे बोला कि तू भी इस आदमी की तरह करना स्टार्ट कर.----------- मैंने बिना देर किया किए उसके टांगों के पास जाकर बैठ गया और उसकी टांगों को ऊपर हवा में उठाकर अपनी जुबान उसकी चूत पर लगा दी. जैसा कि मैंने उसे वीडियो में देखा था मैं भी खतरनाक तरीके से बुआ की चूत को चाटने और खाने लग गया. 5 मिनट बाद बुआ मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूत में दबने लग गई. और बोली की और जोर से कर. मैं जोर-जोर से चाटने लग गया और अंदर जुबान भी डालने लगा थोड़ी देर बाद बुआ झड़ गई. फिर मैंने बुआ से बोला कि आप अपनी टांगों को थोड़ा चौड़ा करके पकड़ लो. मैंने अपने हाथ से लंड को बुआ की चूत के मुंह के लगाया और धीरे-धीरे जोर लगाने लगा. वह अंदर नहीं जा रहा था क्योंकि बुआ ने केवल उंगलियों और मोमबत्ती से ही अभी तक अपनी चूत की चुदाई की थी. मैं पूरे जोश में था मैंने कहा कि आप अपने टांगों को थोड़ा और फेलाओ. जैसे ही बुआ ने अपनी टांगों को फैलाया तो मैंने जोर से धक्का लगाया. एक ही धक्के में मेरा लैंड 2 इंच बुआ की चूत में चला गया. बुआ की आंखों में आंसू आ गए. मैं थोड़ा डर गया कि क्या हुआ तो वह बोली कि रुको मत आराम से करो लेकिन धीरे-धीरे. फिर मैं 5 मिनट तक ऐसे ही आगे पीछे करता रहा. बुआ के दर्द कम हो गया. फिर मैं थोड़ा जोर लगा लगा कर करना स्टार्ट किया. ऐसे ही तीन-चार मिनट के बाद मेरा लंड पूरा बुआ के अंदर चला गया. फिर मैंने लगातार धक्के लगाने स्टार्ट कर दिए. वह बार-बार बोल रही थी कि तेरा बहुत बड़ा है ऐसा तो उसने कभी देखा ही नहीं. तो मैंने पूछा कि अपने पापा के अलावा और किसका देखा है. तो वह बोली कि उसने अपने पापा का यानी मेरे दादाजी का भी देखा है. फिर जैसे कि मैंने वीडियो में देखा था मैं नीचे से बुआ की चूत चोद रहा था और ऊपर मैंने अपनी जुबान बुआ के मुंह में डाल दी. बुआ भी मेरी जीभ को चाटने और चूसने लगी जैसे कि वह कोई आइसक्रीम हो. मैं नीचे लगातार चूत मैं धक्के लगा रहा था. धक्के लगाते हुए मुझे 20 मिनट हो गए थे. बुआ की हालत खराब हो गई थी. वह मेरे से बोली की और कितना टाइम लगेगा तेरे को. मैं बोला कि बुआ मैंने कभी किसी लड़की को आज तक नहीं चोदा. आज आपके साथ पहली बार कर रहा हूं. वह बोली कि थोड़ा जल्दी कर यार. मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा. तभी मैंने बुआ को बोला कि वह मेरा निकलने वाला है. इस वक्त में प्रेगनेंसी के बारे में कुछ नहीं समझता था लेकिन मेरी बुआ जो की कॉलेज में थी उसे पता था कि कब प्रेगनेंसी का खतरा रहता है और कब नहीं. वह बोली की अंदर ही कर ले. मैं और जोर जोर से धक्के लगाते हुए बुआ के ऊपर ही देर हो गया. मैं 10 मिनट तक बुआ के ऊपर ऐसे ही चूत में लंड डाले पड़ा रहा. जब मैं उठा तो बुआ की चूत से खून और मेरे सफेद सीमन का मिक्स बाहर आने लगा. अपने पास ही पड़ी कपड़े से बुआ ने अपनी चूत साफ कर ली और मेरे लंड को भी साफ कर दिया. तब तक वह वीडियो भी पूरा हो चुका था तो हम कपड़े पहन कर सो गए. जब मैं सुबह उठा तो बुआ कि मेरे प्रति विचार और नजर ही बदल गई. अब वह मेरे होमवर्क में भी मदद करने लग गई. ऐसे ही एक महीना निकल गया और इस महीने में बुआ ने मेरे से 12 बार चूत मरवाई. 1 दिन मैंने बुआ से कहा कि तुमने कहा था ना कि हम एक बार बकरी के साथ भी करेंगे. वह कहने लगी कि दो दिन बाद मामा जी के शादी है तो वहां सभी चले जाएंगे, मैं और तुम यहीं रह जाएंगे तब करेंगे. दो दिन बाद जब सब घर वाले मामा जी के चले गए तो मैं और बुआ ही घर पर रहे. बुआ बोली कि मैं एक-दो घंटे में घर का पूरा काम कर लेती हूं फिर मैं फ्री हो जाऊंगी.मैं बेसब्री से उस टाइम का इंतजार करने लगा. मेरे को यह 2 घंटे इतने बड़े लग रहे थे जैसे की 2 साल हो. जैसे ही बुआ ने सारा काम खत्म कर लिया तो हम दोनों बाड़े में चले गए. बुआ कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी इसलिए उसने मुझे कहा कि तुम एक बार जाकर छत पर यह देखो की आसपास की कोई इधर आ तो नहीं रहा. मैंने जाकर चेक कर लिया फिर मैं नीचे आ गया. बुआ ने बड़े के दोनों दरवाजे बंद कर दिए और खिड़की के अंदर एक कपड़ा लगा दिया कि कोई अंदर ना देख सके. फिर मैं और बुआ बकरी के पास चले गए. बुआ ने मेरे से पूछा कि बताओ अब तू अब क्या करना चाहता है. मैं बोला जैसा मैंने आपके साथ किया था वैसा ही इस बकरी के साथ करें. अब तक मैंने बहुत सी सीडी देख ली थी तो मुझे अच्छा खासा एक्सपीरियंस हो गया था. मैं बुआ से बोला कि मेरे पास एक प्लान है. बुआ से बोला कि आप बकरी को सामने से थोड़ी देर पड़कर खड़ी रहो. मैं पीछे जाकर बकरी की चूत मैं जीभ डालकर कर चाटने लगा. बकरी की चूत का स्वाद बुआ की चूत से बिल्कुल अलग था. उसमें एक अजीब सी गंध थी लेकिन वह मुझे अच्छी लग रही थी और टेस्ट भी थोड़ा अलग ही था. चार-पांच मिनट चाटने के बाद में खड़ा हुआ और बुआ से पीछे आने को बोलो. बुआ के बकरी को छोड़ने के बाद भी बकरी भाग नहीं चुपचाप खड़ी रही. शायद बकरी को भी चूत चटवाने में मजा आ रहा था. बुआ पीछे आकर बोली अब बता क्या करना है. मैं बोला बुआ तुम अपना सलवार खोलो. बुआ समझ गई थी कि मैं क्या करना चाह रहा था उसने अपना सलवार खोल दिया. मैंने बुआ से कहा कि तुम बकरी के ऊपर पीछे आकर खड़ी हो जाओ जिस तुम्हारी और बकरी की चूत पास-पास आ जाए. इससे पहले बुआ ने कहा कि तुम एक बार बकरी की चूत में अपना लंड डालकर चेक कर लो कि वह अंदर जा रहा है या नहीं क्योंकि तुम्हारा बहुत मोटा है. मैंने कहा बुआ यह तो बहुत अच्छी बात कही तुमने. मैं एक हाथ से अपना लंड बकरी की चूत में डालने की कोशिश करने लगा लेकिन वह डल नहीं रहा था. फिर मैंने बुआ से कहा कि तुम अपने हाथ से मेरा लंड बकरी की चूत में डालो मैं दोनों हाथों से बकरी को पीछे से पकड़ लेता हूं जैसे कि एक बकरा बकरी को चोदते हुए उसके ऊपर चढ़ता है. मैं बकरा जैसी पोजीशन में हो गया. बुआ ने बोला कि जब मैं कहूं तब जोर लगाना. बुआ ने मेरा लंड बकरी की चूत पर सेट कर दिया और कहा कि अब जोर लगाओ. मैंने जोर लगाना स्टार्ट किया. मैंने चार-पांच धक्के लगाए लेकिन लंड फिसल कर कभी ऊपर और कभी नीचे चला जाता. मैंने बुआ से कहा कि तुम टाइट पकड़ कर रखो मैं दोबारा जोर लगाता हूं. फिर मैंने एक जोरदार धक्का मारा मेरा लंड आधा बकरी की चूत में चला गया.अंदर जाने पर बकरी जोर से चिल्लाई. तभी बुआ बोली एक दो मिनट रुको. एक दो मिनट रुकने के बाद मैं मैंने थोड़ा सा बाहर निकाल कर दोबारा धक्का मारा, इस बार पूरा अंदर चला गया. इस बार बकरी धीरे से चिल्लाई. बकरी की चूत में लंड देखकर बुआ की चूत में पानी टपकने लगा जो साफ-साफ दिखाई दे रहा था. 5 मिनट बकरी की चूत मारने के बाद मैंने बुआ को बकरी के पीछे ऊपर आने को कहा. जैसे ही बुआ बकरी के पीछे ऊपर आई तो मैंने बकरी की चूत से लंड निकाल कर बुआ की चूत में डाल दिया. और जोर-जोर से धक्के मारकर बुआ की चुदाई करने लगा. 5 मिनट बाद मैंने दोबारा बुआ की चूत में से लंड निकाल कर बकरी की चूत में डाल दिया. जैसे ही मैंने लंड बकरी की चूत में डाला तो मुझे बकरी की चूत बुआ की चूत से कहीं गुना गर्म लगी. ऐसे ही बुआ और बकरी की बारी बारी से चुदाई करने के बाद. मैंने लंड दोबारा बकरी की चूत में डाल दिया, फिर मैंने बुआ से कहा कि अब मेरा होने वाला है तो वह बोली की बकरी की चूत में ही निकाल दो. मैंने बुआ से कहा, बुआ कहीं बकरी प्रेग्नेंट हो गई तो वह कहने लगी कि जानवरों का डीएनए और इंसानों का डीएनए अलग-अलग होता है इनमें कभी प्रेगनेंसी नहीं हो सकती इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है अंदर ही कर दो. फिर मुझे लगा मैं झड़ने वाला हूं तो मैं बकरी को पकड़ कर जोर-जोर से धक्का मार के अंदर ही निकाल दिया. फिर बुआ ने बोला कैसा लगा, मैंने बोला शानदार मजा आ गया.

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