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Massage Girl in Noida: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Noida who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Noida that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Noida massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Noida who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Noida massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Noida massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Noida who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Noida employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Noida helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Noida

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Noida at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

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हेलो फ्रेंड्स, मैं राजेश मुंबई से Sex Stories

मेरी कहानी कुछ इस तरह है. 6 महीने Sex Stories पहले हमारे बाजु मे एक जोड़ा रहने आया. उनकी शादी हुए 7-8 साल हुए थे पार उनका कोई बच्चा नहीं था. और वो करीबन 32 साल के ही होंगे. उनके हसबंड का कुछ इंपोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नस था.

थोड़े दिन रहने के बाद उनकी हमारी जान पहचान हो गई और हमारा उनका आना जाना हो गया. थोड़े दिनों बाद उस भाभी और मेरी दोस्ती हो गयी. वोह बहुत सेक्सी थी, वेसे भाभी का फिगेर होगा 34 -28 -34 उसके बूब्स बड़े थे और सेक्सी थे जब वो चलती थी तो उसके बूब्स हिलते थे यह देख कर कोई भी मचल जाए.

उसका हब्बी अक्सर महीने मे 15 20 दिन बाहर रहता था और मैं जब भी उसके घर पर जाता तो उसको देखता ही रहता और उसको चोदने की सोचा करता और घर आ कर मुठ मारता था. मैं उसके बूब और गांड के बारे मे सोच सोच कर मुठ मारा करता था. मैं जब भी उसके घर जाता तो, उसे देख के मुझे लगता था की वो उदास उदास रहती है.

एक दिन जब मैं उसके घर गया तो उसका घर का दरवाज़ा खुला हुआ था और मैं बेल बजाये बगैर ही उसके घर मे चला गया तो मैंने देखा कि घर में कोई नहीं है वो बाथरूम मे थी तो मैं सोफा पर जाकर बैठ गया तो मैंने देखा कि वहाँ एक xxx बुक पड़ी है.
मैंने उसको उठा कर देखा तो उसमें xxx तस्वीरें थी सारी तस्वीरें बड़े लंड वाले मर्दों की थी. मैं यह देख कर एक दम गर्म हो गया और फिर मैंने वहीं पर बुक को रख दी, और भाभी बाथरूम मे थी उसकी और चल पड़ा और बाथरूम मे कहा से देखा जाए यह देखने लगा.

जब मैंने बाथरूम मे देखा तो भाभी पूरी न्यूड नहा रही थी और अपने सारे बदन पर साबुन लगा कर अपने बूब्स और चूत को रगड़ रही थी, यह देख कर मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया भाभी अपनी चूत मे 2 ऊँगली अन्दर बाहर कर रही थी और हलकी हलकी सिसकार रही थी.

फिर उसकी ऊँगली जोर से चलने लगी, मैं समझ गया की यह अब झड़ने वाली है. तब मैं वहाँ से हट गया, यह देख कर मैं फ़ौरन अपने घर पर आ गया और अपने रूम मे आकर अपनी पेंट उतार कर अपना पूरा लंड बाहर निकाला और मुठ मारने लगा. अब मुझे लगा की भाभी को क्या चाहिए यह मैं जान गया.

और यह सोच ने लगा कि कैसे भाभी को चोद सकूँ, क्यूंकि इस बीच उसका हब्बी भी 7 दिन के टूर पर बाहर जाने वाला था ,तब मुझे लगा कि यह कर सही मोका है भाभी को चोदने का. टूर पे जाते समय उसके हब्बी ने कहा कि 1 वीक के लिए तुम इसका ख्याल रखना, तो भाभी ने कहा कि कोई बात नहीं यह मेरा और मैं इस का ख्याल रखूंगी.

पहली रात को भाभी के घर पे खाना खाने के बाद मैंने भाभी को अपने फ्लैट की चाबी दे दी और कहा कि अगर मोर्निंग में मुझे उठने मे देरी हो गई तो प्लीज़ आप मुझे उठा देना. तो भाभी ने कहा कि कोई बात नहीं मैं तुमको उठा दूंगी और मैं चाबी देकर अपने फ्लैट पर आ गया.

और मोर्निंग में जब उठा तो मेरा लंड हार्ड था तो मैं भाभी के बारे में सोचने लगा और मेरे लंड और हार्ड हो गया तो मैंने अपना शोर्ट उतारा और भाभी को याद करके मुठ मारना शुरू कर दी।

मैं मुठ मारने में मशगूल था और अचानक मेरे बेडरूम मे भाभी मुझे उठाने आ गई मैं मुठ मारने में इतना मशगुल था कि मुझे पता कर नहीं चला कि भाभी कब आ गई उसने मुझे देखा और कहा कि क्या कर रहे हो मैं एकदम घबरा गया और अपना शोर्ट पहने लगा तो भाभी मुस्कुराई और कहा कि तुम्हारा तो बहुत बड़ा है इतने बड़े लंड को हिला हिला कर क्यूँ तंग कर रहे हो.

तो मैंने भाभी को कहा कि यह मुझे बहुत तंग करता है इस लिए हिला रहा हूँ तो उसने कहा कि मैं इस का आज तंग करना बंद करवा दूंगी. भाभी के सामने अपना 8′ का लौड़ा दिखा दिखा कर अपने हाथ से हिलाने लगा. मेरा आठ इंच का लंड फनफना कर खड़ा हो गया था.

भाभी मेरे खड़े लंड को देखते हुई बोली- सचमुच तुम्हारा लंड बहुत लम्बा और मोटा है. उस लड़की को बहुत मज़ा आएगा जो तुमसे चुदवायेगी.
इस पर मैं अपना लंड उनकी तरफ़ कमर हिला कर बढ़ाते हुए बोला- आप ही चुदवा कर देख लो कि कितना मज़ा आता है.
मेरी बात सुन कर भाभी बोली- हाय! अगर मेरे पति को पता चल गया तो बहुत ही बुरा होगा!
मैंने कहा- जब हम किसी को नहीं बताएँगे तो किसी को कैसे पता चलेगा?

यह सुन कर भाभी मेरी तरफ़ देखते हुए मुस्कुराने लगी और अपने होटों पर अपनी जीभ फेरने लगी. मुझे मालूम हो चुका था कि भाभी मुझसे अपनी चूत चुदवाना चाहती हैं, लेकिन पहल मेरी तरफ़ से चाहती है.
मैंने तब आगे बढ़ कर उनकी चुन्चीयों पर अपना हाथ रख दिया और उन्हें धीरे धीरे सहलाने लगा. भाभी कुछ नहीं बोली बस मुस्कुराती रही.

तब मैंने उनकी नाईटी उतार दी और मेरे सामने भाभी सिर्फ़ ब्लैक ब्रा और गुलाबी पैंटी अपनी जवानी का जलवा दिखाते हुए अधनंगी खड़ी थी. फिर मैंने उसकी ब्रा को निकाल फेंका मैं उनकी गोल गोल चुन्ची देख कर हैरान हो गया. उनकी चुन्ची कुछ लम्बे आकार की थी, लेकिन बिल्कुल तनी हुई थी. उनके एरोला करीब 1′ का था और निप्पल देखने में फूला हुआ मुनक्का लग रहे थे.

मैंने फिर धीरे से उनको अपनी बाँहों में ले लिया और उनके चुन्चीयों पर अपना पकड़ मजबूत करके उनको अपने दोनों हाथों में लेकर मसलने लगा. मैंने भाभी को अपनी बाँहों में भर कर कस कर जकड लिया.
भाभी भी मुझको अपने दोनों हाथों से पकडे हुए थी मैंने उनके दोनों होंठ अपने होंठों के बीच ले कर चूसने लगा. भाभी भी हमारे बाँहों में अधनंगी खड़ी खड़ी मुझे दोनों हाथों से पकड़ कर अपने होंठ चुसवा रही थी और अपनी चुन्ची मसलवा रही थी.

अब धीरे धीरे भाभी ने मेरे हाथों से निकल कर मेरा बनियान उतार दिया, फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी पैंटी में डाल के उस की चूत को हाथ में लेके उस को रगडा, फिर मैंने अपनी एक ऊँगली उस की चूत में डाल दी, और उस को ऊँगली से चोदने लगा.
मेरे ऐसा करने से कुछ देर में उस की चूत गीली हो गयी. फिर मुझे लगा अब यह रंडी चुदने को एक दम तैयार है, तब मैंने अपनी ऊँगली उसकी चूत से बाहर निकाली, और उसकी पैंटी को उस के बदन से अलग कर दी.
अब हम दोनों एक दूसरे के सामने बिल्कुल मादरजात नंगे खड़े थे और दोनों एक दूसरे को देख रहे थे.

भाभी बोली- हाय रजा तुम नंगे बहुत सुंदर दीखते हो, तुम्हारा खड़ा हुआ लम्बा लंड देखने में बहुत ही सुंदर लगता है और कोई भी लड़की या औरत इसको अपनी चूत में लेकर चुदवाना चाहेगी.

मैं अब भाभी के पास गया और अपने बाँहों में ले कर उससे पूछा- हमें कोई और लड़की या औरत से मतलब नहीं है, क्या आप मेरे लंड को अपनी चूत के अन्दर लेना चाहती हैं?
तब भाभी बोली- अरे तुम अभी नहीं समझे, मैं तो तभी से तुम्हारे लंड से अपनी चूत की चुदाई करना चाहती हूँ. अब जल्दी से तुम हमको चोदो. मेरी चूत में आग लगी है.’

भाभी मेरे पास आई और मेरा लंड अपने हाथ में लेकर प्यार करने लगी. अब मैं भाभी का एक चुन्ची अपने मुंह में लेकर चूसने लगा और दूसरी चुन्ची अपने एक हाथ में लेकर मसलने लगा.

भाभी भी अब तक गर्मा गयी थी. उन्होंने मेरा लंड अपने हाथों में पकड़ कर मुझ को बेड पर पटक दिया और मेरा लंड अपने हाथों में लेकर उसको बड़े ध्यान से देखने लगी. थोडी देर के बाद वो बोली, वैसे तुम्हारा लंड बहुत ही सेक्सी है. आज मेरी चूत खूब मज़े ले ले कर इस लंड से चुदेगी. अब तुम चुपचाप पड़े रहो. मुझको तुम्हारा लंड का पानी चखना है.

मैं तब बोला- ठीक है भाभी जब तक आप मेरे लंड का स्वाद चखोगी, मैं भी आपकी चूत के स्वाद का आनंद उठाऊँगा.
आइये हम दोनों 69 पोसिशन पर पलंग पर लेटते हैं.

फिर हम दोनों पलंग पर एक दूसरे के पैर की तरफ़ मुंह करके लेट गए. मैंने भाभी को अपने ऊपर कर लिया. भाभी ने मेरे लंड के सुपारे को अपने होठों से लगा कर एक जोरदार चुम्मा दिया और फिर अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और कभी कभी उसको अपनी जीभ से चाटने लगी.

मुझको अपने लंड चुसाई से रहा नहीं गया और अपना लंड भाभी के मुंह में पेल दिया. भाभी लंड को अपने मुंह से निकलते हुए एक रंडी की तरह बोली- वाह मेरे राजा अभी और पेलो अपने लंड को मेरे मुंह में, बाद में इसको मेरी चूत में पेलना.’

अब मैंने भाभी को जो कि मेरे ऊपर लेटी हुई थी उसके दोनों पैरों को फैला दिया. अब मेरी आँखों के सामने उनकी झांटों वाली चूत पूरी तरह से खुली हुई थी और मेरा लंड खाने के लिए तैयार थी. मैं अपनी ऊँगली उनकी चूत में पेल कर अन्दर -बाहर करने लगा.

भाभी तब जोर से बोली- हाय! क्यों टाइम बर्बाद कर रहे हो, मेरी चूत को ऊँगली नहीं चाहिए.. अभी तुम इसको अपनी जीभ से चोदो. बाद में उसको अपना लंड खिलाना, वो तुम्हारा लंड खाने के लिए तरस रही है,’ मैं बोला- क्यों चिंता कर रही हो भाभी, अभी आपकी चूत और अपने लंड का मिलन करवा देता हूँ. पहले मैं आपकी चूत का रस चख तो लूँ. देखूं तो भाभी की चूत का टेस्ट कैसा है. .सुना है कि सुंदर और सेक्सी औरत की चूत का रस बहुत मीठा होता है.’

तब भाभी बोली- ठीक है, जो मर्जी में आए करो, यह चूत अब तुम्हारी है. इससे जैसे चाहे मज़े ले लो. हाँ एक बात और, जब हम एक दूसरे को चोदने के लिए तैयार हैं और एक दूसरे का चूत और लंड चाट रहे हैं, चूस रहे हैं तब यह आप आप का क्या रट लगा रखी है. तुम मुझको नाम लेकर पुकारो और आप आप की रट छोडो.

अब मैंने देखा कि उनकी चूत लंड खाने के लिए खुल बंद हो रही है और अपनी लार बहा रही है और उस की चूत बाहर और अन्दर से रस से भीगी हुई थी. मैंने जैसे ही अपनी जीभ भाभी की चूत में घुसेड़ी, वो चिल्लाने लगी- हाय, क्या चीज बनाई है भगवान ने, चूसो चूसो, और जोर से चूसो मेरी चूत को. और अन्दर तक अपनी जीभ घुसेडो, हई मेरी चूत की घुंडी को भी चाटो, बहुत मज़ा आ रहा है. हाय मैं अब छूटने वाली हूँ.

और इतना कहते ही भाभी की चूत ने गर्म गर्म मीठा रस छोड़ दिया जिसको कि मैं अपनी जीभ से चाट कर पूरा का पूरा पी गया.

उधर भाभी अपने मुंह में मेरा लंड लेकर उसको खूब जोर जोर से चूस रही थी और मैं भी भाभी के मुंह में झाड़ गया. मेरे लंड का सारा का सारा माल भाभी के मुंह के अन्दर गिरा और उसको उन्होंने पूरा का पूरा पी लिया.

अब भाभी का चेहरा काम ज्वाला से चमक रहा था और वो मुस्कुराते हुए बोली- चूत चुसाई में बहुत मज़ा आया, अब चूत चुदाई का मज़ा लेना चाहती हूँ. अब तुम जल्दी से अपना लंड चुदाई के लिए तैयार करो और मेरे चूत में पेलो, अब मुझसे रहा नहीं जाता.’

मैंने भाभी को पलंग पर चित्त करके लेटा दिया और उनके दोनों पैरों को ऊपर उठा कर घुटने से मोड़ दिया. फिर मैंने अपने लण्ड का सुपर खोल कर उनकी चूत के ऊपर रख दिया और धीरे धीरे उनकी चूत से रगड़ने लगा.

भाभी मारे चुदास के अपनी कमर नीचे ऊपर कर रही थी और फ़िर थोड़ी देर बाद बोली,’ साले बहनचोद! मुफ़्त में पराई औरत की चूत चोदने को मिल रही है इसीलिए खड़ा लण्ड मेरी चुदासी चूत को दिखा रहा है और लण्ड को चूत के अन्दर पेल नहीं रहा है! साले भोंसड़ी के! गाण्डू! अब जल्दी से अपना मूसल जैसा लण्ड चूत में घुसा, नहीं तो हट जा मेरे ऊपर से, मैं खुद ही अपनी ऊँगली चूत में डाल कर अपनी चूत की गर्मी निकालती हूं।’

तब मैंने उनकी चूचियों को पकड़ कर निप्पल को मसलते हुए उनके होटों को चूमा और बोला,’ अरे मेरी रानी! मितनी भी क्या जल्दी है? पहले मैं ज़रा तुम्हारे सुन्दर नंगे बदन का आनन्द तो उठा लूं! फ़िर तुम्हें जी भर के चोदूंगा। मैंने अब तक अपनी लाईफ़ में कभी इस तरह से नंगी औरत नहीं देखी है। फ़िर इतना चोदूंगा कि तुम्हारी यह सुन्दर डबलरोटी सी चूत लाल पड़ जाएगी और सूज कर पकोड़ा हो जाएगी।

भाभी बोली- साले चोदू! हमारी जवानी का मज़ा तुम बाद में लेना, उसके लिए पूरी रात पड़ी है, अभी हमको घर पे काम है, अभी तो बस तुम मुझको चोदो। मैं मरी जा रही हूं, मेरी चूत में आग लगी है और वो तुम्हारे लौड़े के धक्के से ही बुझेगी, जल्दी से अपना लण्ड मेरी चूत में पेल दो, प्लीज़ मेरे राज़ा! अब जल्दी भी करो!’

भाभी मेरे लण्ड से चुदाने के लिए पूरी तरह से तैयार थी। मैंने अपना सुपारा उनकी पहले से ही भीगी चूत के दरवाजे के ऊपर रखा और धीरे से कमर हिला कर सिर्फ़ सुपारे को ही अन्दर किया। भाभी ने मेरे फ़ूले हुए सुपारे को अपनी चूत में घुसते ही अपनी कमर को झटके ऊपर उछाला और मेरा आठ इन्च का लण्ड पूरा का पूरा उनकी चूत में घुस गया।

तब भाभी ने एक आह सी भरी और बोली- आह! क्या शान्ति मिली तुम्हारे लण्ड को अपनी चूत में डलवा कर। यह अच्छा हुआ, मुझे बहुत दिन से इच्छा थी कि किसी लम्बे लण्ड से चुदने की, आज वो पूरी हो गई। नहीं तो मेरी इच्छा पूरी नहीं होती।

अब मैं अपना लण्ड धीरे धीरे उनकी चूत के अन्दर-बाहर करने लगा। उन्होंने पहले कभी अपनी चूत में इतना मोटा लण्ड कभी नहीं घुसवाया था। शायद उसके पति का लण्ड छोटा होगा, उन्हें कुछ तकलीफ़ हो रही थी। मुझे भी उनकी चूत काफ़ी टाईट लग रही थी। मैं मस्त हो कर उनकी चूत चोदने लगा।

भाभी मेरी चुदाई से मस्त होकर बड़बड़ा रही थी- हाय मेरे राजा! मेरे राजा और पेलो, और पेलो अपनी भाभी की चूत्में अपना मोटा लण्ड, तुम्हारी भाभी की चूत तुम्हारा लण्ड खाकर निहाल हो रही है। हाय! लम्बे और मोटे लण्ड की चुदाई का मज़ा कुछ और ही होता है, बस मज़ा आ गया, हाँ! हाँ! तुम ऐसे ही अपनी कमर उछाल उछाल कर मेरी चूत में अपना लण्ड आने दो। मेरी चूत की चिन्ता मत करो, फ़ट जाने दो इसको आज! इसको भी बहुत दिनों से शौक था मोटा और लम्बा लण्ड खाने का। इसको और जोर से खिलाओ अपना मोटा और लम्बा लण्ड।

मैं भी जोर जोर से उनकी चूत में अपना लण्ड पेलते हुए बराबर कह रहा था,’ हाय! मेरी रानी! ले! ले! और ले, जी भर के खा अपनी चूत में मेरे लण्ड की ठोकर। मेरी किस्मत आज बहुत अच्छी है जिस से कि मैं तुम्हारी जैसी औरत की चूत में अपना लण्ड घुसेड़ कर चोद रहा हूं। क्या मेरी चुदाई तुम्हें पसन्द आ रही है, सही सही बताना भाभी- कौन अच्छा चोदता है तुम्हारी रसीली चूत, मैं या आप का पति?’

भाभी बोलि- हाय राजा, अब मैं तुमको क्या बताऊँ, मैं तुम्हारी चुदाई से बहुत खुश हूं। मेरा पति तो मुझको चोदता है लेकिन तुम्हारी और उनकी चुदाई में बहुत फ़र्क है, वो रोज़ सोने से पहले बिस्तर पर लेट कर झट से मुझे नंगी करके मेरी टांगों को उठाता है और अपना लण्ड मेरी चूत में पेलता है। उसको इस बात का अहसास नहीं होता कि औरत गर्म धीरे धीरे होती है। वो दो मिनट चोदता है और फ़िर झड़ जाता है… और मैं प्यासी रह जाती हूं। लगता है तुम्हारा लण्ड खाने के बाद मेरी चूत उनका लण्ड खाना पसन्द नहीं करेगी क्योंकि तुम्हारे लण्ड से मेरी चूत अब फ़ैल जाएगी और उस में उनका पतला और छोटा लण्ड ढीला ढीला जाएगा जिससे कम से कम मुझको तो मज़ा नहीं आएगा।

‘भाभी सही सही बताना, तुमने शादी से पहले भी किसी लण्ड को अपनी चूत में घुसाया है या नहीं?’

‘हाँ, मेरे बोयफ़्रेन्ड जो आजकल जम्मू में है और उसकी शादी किसी और लड़की से हो गई है, उसने मुझको मेरी शादी से पहले भी चोदा था, लेकिन उनके लण्ड की चुदाई मुझे पसन्द नहीं आई।’

‘क्यों?
‘अरे उनका लण्ड भी बहुत छोटा और पतला है, लेकिन वो मुझे चोदने से पहले और चोदने के बाद खूब चूत चाटता और चूसा करते थे और उनकी चूत चुसाई मुझे अच्छी लगती थी। वो शादी से पहले जब भी दिल्ली आते तो मेरी चूत जरूर चोदते थे पर अब उसकी शादी हो गई है।’

यह सब बातें करते करते हुए हम लोग चुदाई का मज़ा लेते रहे और हमारी चुदाई से भाभी दो बार झड़ गई और फ़िर मैंने अपना लण्ड उनकी चूत के अन्दर तक डाल कर उनके अन्दर झड़ गया। फ़िर मैं उस के ऊपर सो गया। कुछ देर बाद भाभी ने बेड से उठ कर अपने कपड़े पहन लिए, मुझे गाल पे किस दिया और अपने घर चली गई। Sex Stories

प्रेषक : मोहन वर्मा Indian Sex Stories

हाय !मेरा नाम मोहन है, मैं जयपुर से हूँ।मैं आज Indan Sex Stories अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ, इससे पहले सभी प्यासी चूतों को मेरे लंड का सलाम !

मेरे दोस्त ने एक लड़की से दोस्ती करी हुई थी। उस लड़की के साथ उसकी एक दोस्त आती थी, मुझे उसकी दोस्त बहुत पसंद थी वो बेचारी जब भी उसके साथ आती थी अकेले तरसती रहती थी मन मेरा भी बहुत करता था उससे बोलने के किए।

एक दिन मुझे मौका मिल गया उससे बात करने का। मैंने उसको विश किया। आग उसके अन्दर भी जल रही थी ! जब भी मेरा दोस्त अपनी फ्रेंड के साथ अंदर किस्सिंग कर रहा होता था, वो शोला बन जाती थी।

मैंने उसको लॉन्ग ड्राइव पे साथ चलने के लिए प्रोपोज़ किया। मेरे मन ही मन में लड्डू फूट रहे थे। हम कार में बैठे, कुछ खाने का लिया, वो चाह रही थी मैं उसे स्पर्श करूँ, मैं चाह रहा था वो शुरुआत करे, फिर मैंने सैंडविच निकाले, उसको खिलाने के लिए उसके लिप्स के पास ले गया, मैंने महसूस किया कि वो सैंडविच कम खा रही है, मेरी ऊँगली ज्यादा। बस फिर क्या था मैंने तो उसके लिप्स को चूसना चालू किया वो तड़पने लग। इतनी देर में एक होटल आ गया। हम दोनों कार से उतरे और एक कमरा लिया।

वो तो जाते ही बेड पे आँखे बंद कर के लेट गई मै समझ गया रास्ता साफ़ है। मैं भी उसके उपर लेट गया उसकी टीशर्ट में से उसके बूब्स हाथ में ले के मसलने लग गया। वो सिसकारियाँ भरने लग गई, उसने मुझे अपनी बाहों में कस के पकड़ लिया। उसके सख्त स्तन मुझे चुभने लग गए। कसम खा कर कहता हूँ कि इतने सख्त स्तन मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार देखे थे। और चूचूक तो ऐसे गुलाबी कि पूछो मत, बिल्कुल गुलाबी मैंने जैसे ही मुह में लेकर चूसना शुरू किया वो पागलों की तरह मुझे चूमने लग गई। उसने मेरे कपड़े कब उतार दिए मुझे पता ही नहीं चला।

उसने मेरा सख्त लंड मुँह में ले के चूसना चालू किया। वो पागलों की तरह चूसे जा रही थी मेरा भी मन उसकी गर्मागर्म चूत चूसने का कर रहा था फिर बड़ी मुश्किल से मैंने उसको पोसिशन बदलने के लिए तैयार किया। अब हम ६९ की पोसिशन में थे। मैंने उसकी चूत का रस जैसे ही मुँह में लिया, वो अपनी चूत को मेरे लंड के पास ले आई। मेरा तना हुआ गर्मागर्म लंड अपनी चूत के मुँह पर लगा लिया। चूत इतनी कसी हुई कि लंड छिलने जैसा हो गया वो तड़पने लग गई और बोली- और जोर से ! और जोर से !और जोर से ! बोले जा रही थी। फिर हमने पोसीशन बदली, उसको घोड़ी बनाया, उसको तस्सल्ली से खूब चोदा।

इस बीच मैंने क्या महसूस किया कि वो मेरे लंड को पकड़ के अपनी गांड में डालने की कोशिश कर रही थी। मैंने उसकी मदद की और जोर जोर से धक्के मारना शुरू किया। वो मेरे लंड को एक बार आगे चूत में डाले, एक बार पीछे ले ! ऐसे करते करते वो डिस्चार्ज हो गई अब वो मुझे तृप्त लग रही थी, फिर हम साथ-साथ फ़व्वारे के नीचे नहाए और हल्के नाश्ते के बाद फिर चुदाई का आनंद लिया।

अब उसकी शादी हो गई है। पर आज भी जब वो हमारे शहर में आती है तो मुझसे जरूर चुद के जाती है !

मेल करें, मेरा इमेल है Indian Sex Stories

Hindi Sex Stories

मैं एक इन्टरमीडिएट कालेज में Hindi Sex Stories अध्यापिका हूं। ये मात्र 12 वीं कक्षा तक का कालेज है। शाम को अक्सर मैं अपनी सहेली के साथ भोपाल ताल के किनारे घूमने निकल जाती हूं।

ऐसे ही एक दिन मैं अपनी सहेली के साथ ताल के किनारे घूम रही रही थी। 12वीं कक्षा की एक छात्रा और एक छात्र मिल गये। ये दोनों मेरी कक्षा में नहीं थे। दूसरे सेक्शन में थे।

मैंने उनसे उनका नाम पूछा तो उन्होंने अपने नाम हिना और राम बताए।

हिना ने मुझे कहा कि उसे बायलोजी विषय में कुछ पूछना है।

मैंने उसे कहा कि कल घर आ जाना, मैं बता दूंगी। राम और हिना दूसरे दिन घर पर आ गये।

मुझे लगा कि इनकी प्रोब्लम कुछ और ही है। मैंने पूछा- ‘हिना ये राम तुम्हारा दोस्त है क्या…?’

‘हाँ मैम… इसे भी आपसे कुछ पूछना था…’ वो कुछ शरमाती सी बोली।

मैं एकदम भांप गई कि मामला प्यार का है।

‘या कुछ और बात है… कह दो…मैं भी तुम्हारी उम्र से गुजरी हूं’ मैंने अंधेरे में तीर छोड़ा। पर सही लगा…

‘हाँ… मैम वो… हम तो आपके पास इसलिए आये थे कि हम दोनों ज्यादा से ज्यादा समय साथ रहे!… प्लीज मैम नाराज मत होना…’ उसके चेहरे से लगा कि वो मुझसे विनती कर रही हैं।

‘पर ये कोई मिलने की जगह है?’
‘मैम वो… निशा मैम ने बताया था कि आप हमें मदद कर देगीं…’

ओह तो ये बात है… निशा भी अपने बोय फ़्रेंड के साथ एक बार चुदवाने आई थी तो मैंने भी उसी से चुदवा लिया था। मेरे मन में भी एक हूक सी उठी… ये दोनों अपनी जिस्म की प्यास बुझाने आये हैं… क्यों ना मैं भी इस बात का फ़ायदा उठाऊँ।

‘तो तुम मिलना चाहते हो… मेरा क्या फ़ायदा होगा इसमें…’ मैंने तिरछी निगाहों से उसे परखा।

‘मैम मुझे मालूम है… निशा जी ने मुझे सब बता दिया है… इसीलिये तो मैंने आपसे सब कह दिया… आपकी सारी शर्तें इसे भी और मुझे भी मन्जूर है…’ उसने अपना सर झुकाये सारी बातें मान ली।

‘तो ध्यान रहे…शर्तें… कल दिन को स्कूल के बाद सीधे ही यहाँ आ जाना…’ मैंने उसे मुस्कुराते हुए कहा।

हिना खुशी से उछल पड़ी… मैंने हिना को चूम लिया…

मैंने कहा-‘राम तुम भी आओ जरा…’

मैंने राम के होंठ पर एक गहरा चुम्मा ले लिया… मेरे बदन में तरावट आने लगी… राम ने भी जोश में मुझे किस कर लिया।

दूसरे दिन राम और हिना स्कूल में मेरे चक्कर लगाते रहे… मैं उन्हें मीठी सी मुस्कान दे कर उनका हौंसला बढ़ाती रही… सच तो ये था कि मेरी चूत में भी कुलबुलाहट मचने लग गई थी… सोच सोच कर ही रोमांचित हो रही थी कि 19 साल के जवान लड़के के लन्ड से चुदवाने को मिलेगा।

मैंने स्कूल से आते ही एयर कंडीशन चला दिया। लंच करके मैं आराम करने लगी। मैं जाने कब सो गई।

अचानक मुझे लगा हिना ने मेरे हाथ पकड़ लिए और राम ने मुझे उल्टी लेटा कर मेरी चूतड़ की फ़ांकों को खोल दिया और अपना लन्ड मेरी गान्ड में घुसाने लगा। पर उसका लन्ड छेद में घुस ही नहीं रहा था। वो बहुत जोर लगा रहा था… मेरी गान्ड में इस जोर लगाने से गुदगुदी लगने लगी थी। हिना चीख उठी… मार दे गान्ड मैम की…छोड़ना मत… उसकी चीख से मैं अचानक उठ बैठी… ओह… मैं सपना देखने लगी थी।

वास्तव में दरवाजे पर बेल बज रही थी…दिन को करीब 3 बजे थे…वो दोनों आ गये थे। मैंने अपना मुख धोया और हम तीनों कमरे में ही बैठ कर थोड़ी देर तक बातें करते रहे। उन दोनों की बैचेनी देखते ही बनती थी…

‘मैम… मुझे राम से कुछ बातें करनी है…’

‘हाँ हाँ… जरूर करो… पर बातें कम करना… और…’ मैंने मजाक किया।

और हिना को बेड रूम में ले गई और सब बता दिया। राम को भी मैंने अन्दर आने का इशारा किया। हिना तो बेड रूम देखते ही खुश हो गई… और बिस्तर पर लोट गई।

इधर राम को मैंने बुला कर उसकी कमर में हाथ डाल कर उसके होंठो को चूमना चालू कर दिया। उसने भी मेरी कमर मे अपना हाथ कस दिया। उसके लौडे की चुभन मेरे चूत के आस पास होने लगी। मैंने धीरे से उसका लन्ड पकड़ लिया। उसके हाथ मेरे बोबे पर जम गये और उन्हें दबाने लगे। हिना जल्दी से आई और राम को खींचने लगी…

‘राम… आओ ना…’ राम खिंचता हुआ चला गया…पर मेरे बदन की गर्मी का अह्सास राम को मिल गया था। उसने राम को अपने से लिपटा लिया।

‘अरे… क्या ऐसे ही करोगे… कपड़े तो उतार दो…चुदाई का मजा नहीं लोगे क्या…’ मैंने उन्हे कहा.

‘नहीं…नहीं… चुदाई नहीं… बस ऐसे ही ऊपर से…’ हिना ने कहा तो मुझे आश्चर्य हुआ।

‘तब क्या मजा आयेगा… क्यों राम…’

राम ने मेरा साथ दिया और हम दोनों ने मिल कर हिना को नंगी कर दिया… राम ने भी अपने कपड़े उतार दिये। उन्हें देख कर मैंने भी अपना गाऊन उतार दिया और नंगी हो गई। राम का जवान लन्ड देख कर मेरी चूत में पानी उतरने लगा।

हिना भी जवान लड़की थी… उसके जवान जिस्म को देख कर कोई भी पिघल सकता था। राम हिना से लिपट गया। और उसे बिस्तर पर पटक दिया। उसके ऊपर चढ गया और बेतहाशा चूमने लगा। दोनों का जोश देखते ही बनता था। एक दूसरे मे समाने की पूरी कोशिश कर रहे थे। पर हाँ हिना अपनी चूत से उसके लन्ड को दूर रख रही थी। राम जैसे ही अपना लन्ड उसकी चूत पर दबाता वो चूत को झटका दे कर हटा देती थी।

ये सब देख कर मेरी वासना बढती जा रही थी। मैंने अपनी चूत में दो अंगुलियाँ डाल ली और अपनी चूत चोदने लगी। मेरे मुख से सिसकारी निकल पड़ी। अब मैंने सोचा कि पहले इन्हें निपटा दूं। मैं उठी और दोनों को सहलाने लगी। फिर मैंने हिना के चूत का दाना धीरे धीरे मलना शुरु किया। हिना को और मस्ती चढने लगी। मैं घिसती रही…मलती रही… इतने में हिना झड़ने लगी… मैंने हाथ हटा लिया… उसकी चूत में से पानी आ रहा था… इसी दौरान राम का लन्ड मैंने हिना की चूत पर रख दिया। राम तो जोश में था ही… उसका लन्ड हिना की चूत में उतर गया…

हिना तड़प उठी…’अरे ये क्या… हटो…हटो… उसने जल्दी से उसका उफ़नता हुआ लन्ड चूत से निकाल दिया…

राम भी तडप उठा… उसे तो अब चूत चाहिये थी… हिना अलग हट कर उठ गई।

‘देखो…मैम…मैंने मना किया था…तब भी इसने क्या कर डाला…’

‘कोई बात नहीं हिना…ला मैं इसे सम्भालती हूं…’ मैंने अपनी बारी सम्हाली और राम को दबोच लिया और उसे अपने नीचे दबा लिया… उसके खड़े लन्ड पर मैंने अपनी चूत रख कर दबा दी… आऽऽऽऽऽअह्ह्ह्ह्ह…लन्ड मेरी चिकनी चूत मे धंसता चला गया… राम ने भी अपने चूतड़ ऊपर की ओर उठा दिए… और उसका लन्ड पहले झटके में ही जड़ तक बैठ गया। मेरे मुख से आनन्द के मारे सिसकारी निकल पड़ी…

ना जाने कब से मैं इस चुदाई का इन्तजार कर रही थी। मैंने अपने चूतड़ थोड़े से ऊपर उठाये और दूसरा झटका दिया…फ़च की अवाज के साथ लन्ड गहराई तक चोद रहा था। राम आनन्द के मारे नीचे से झटके मार रहा था। दोनों ही हर झटके पर आहें भरते थे… हिना भी हमे देख कर उत्तेजित होने लगी थी… शायद उसने ऐसी चुदाई पहली बार देखी थी। उसने अपनी एक अंगुली मेरी गान्ड में फ़ंसा दी और गोल गोल घुमाने लगी। मैं तो इस डबल चुदाई से मस्त होने लगी। दोनों तरफ़ से मजा आने लगा था।

‘हिना…मजा आ रहा है…क्या मस्त लन्ड है…’

‘मैम आपकी चूत बड़ी प्यारी है… देखो ना लन्ड सटासट अन्दर बाहर जा रहा है…’

‘चोदे जा मेरे राजा… हाय… मैं तो मर जाऊँगी राम…’

राम ने मेरी चूंचियाँ मसल मसल कर बेहाल कर दी थी… अब मैं अति उत्तेजना का शिकार होने लगी… मुझे लगा कि अब मैं झड़ जाऊँगी। मेरे धक्के अब जोर से और अन्दर तक दबा कर जा रहे थे। और अचानक मेरा बदन लहरा उठा… और मेरा रस निकलने लगा। मैंने उसके लन्ड पर अपनी चूत गड़ा दी…और उस पर पूरी झुक गई।

‘हिना प्लीज… मेरी गान्ड से अंगुली निकाल दे…’ हिना ने अंगुली बाहर निकाल दी। मैंने राम से अपने बोबे जोर लगा कर छुड़ा लिये। पर मुझे वो छोड़ने को तैयार नहीं था…

‘राम… देख हिना तेरा इन्तजार कर रही है… अब छोड़ दे मुझे…’ हिना के नाम ने उस पर जादू सा असर किया।

उसने हिना का नाम सुनते ही मुझे छोड़ दिया… और प्यार से वो दोनों एक बार फिर से लिपट गये। पर हिना ये भूल गई थी कि राम की चुदाई पूरी नहीं हुई थी। राम ने प्यार से हिना को चिपका लिया और पलटी मार कर अपने नीचे दबोच लिया… चिड़िया फ़ड़फ़ड़ाती रह गई…

हिना जब तक कुछ समझती तब तक मैंने राम का लन्ड हिना की चूत के छेद पर रख दिया था। राम ने धक्का मारा तो सीधा गहराईयों में उतरता चला गया। दूसरे धक्के में लन्ड जड़ तक बैठ गया था। हिना के मुख से चीख निकलती उससे पहले मैंने उसके मुख पर तौलिया रख दिया।

उसकी झिल्ली फ़ट चुकी थी। हिना को मालूम हो गया था कि उसका कौमार्य जाता रहा था। मैंने अब उसके मुँह से तौलिया हटा लिया था। उसके आंखों में आंसू आ गये थे। मैंने तौलिया अब हिना की चूत के नीचे रख दिया था। खून बाहर आने लगा था। मैं उसे पोंछती जा रही थी।

राम इन सभी बातों से बेखबर तेजी से चुदाई कर रहा था… राम अब हाँफ़ने भी लगा था… हिना भी अब सामान्य होने लगी थी। उसे भी अब मजा आने लगा था। मैंने देखा कि अब हिना के चूतड़ भी धीरे धीरे उछलने लगे थे और चुदाई में साथ दे रहे थे…

मैंने हिना कि चूंचियाँ मसलनी चालू कर दी… उसके निपल को भी घुमा घुमा कर हल्के से खींच रही थी। हिना की सिसकरियाँ निकलने लगी थी। उसकी आहें तेज हो गई थी। वो बार बार राम को अपनी ओर खींच रही थी। इतने में हिना चरमसीमा पर पहुंचने लगी। उसके मुख से अस्पष्ट शब्द निकलने लगे थे।’मांऽऽऽऽऽऽरी… मर जाऊँगी… हाय चोद दे… राम रे…’

मैं उसकी चूंचियों को और जोर से मसलने लगी… हिना के चेहरे का रंग बदलने लगा… अपने होंठ बार बार काट रही थी… अचानक उसका शरीर ने एक ऐठन ली और आहाऽऽऽऽऽ करते हुए वो झड़ने लगी…मैंने उसकी चूंचियाँ छोड़ दी।

राम भी अब गया! तब गया! हो रहा था… अचानक उसने भी अपने लन्ड का जोर चूत पर लगा कर पिचकारी छोड़ दी… दोनों ही साथ साथ झड़ रहे थे… राम और हिना दोनों ने आपस मे एक दूसरे को जोरों से जकड़ लिया था। कुछ ही समय बाद दोनों ही निढाल पड़े थे। और हाँफ़ रहे थे। हिना की चूत में से अब धीरे धीरे वीर्य निकलने लगा था… मैंने तौलिया उसकी चूत के नीचे घुसा दिया… राम बिस्तर से नीचे उतर आया और अपने कपड़े पहनने लगा। हिना थोड़ी गम्भीर लग रही थी।

‘दीदी मेरी तो झिल्ली फ़ट गई ना… अब क्या होगा…’

‘क्यो घबराती है…झिल्ली फ़टने के बहुत से कारण होते हैं…’ मैंने उसे बताया… खेलने से… साईकल चलाने से… किसी एक्सीडेन्ट से झिल्ली फ़ट सकती है…इसलिये डरने की कोई बात नहीं है।

‘और फ़िर तुम्हारी उमर अब चुदाने की हो गई है… तो अब इसे फ़ट जाने दो और जिंदगी का मजा लो…’

‘मैम हम क्या आपके पास रोज़ ट्यूशन पढने आ सकते हैं…?’ हिना ने घुमा कर प्रश्न पूछा।

‘हा… जरूर अगर पढ़ना हो तो फ़ीस लगेगी एक की 500 रू और अगर आज जैसी पढाई करनी हो तो 250 रू…’

हम तीनों ही हंस पड़े… हिना ने किचन में जा कर चाय नाश्ता ले आई… और आगे का कार्यक्रम बनाने लगे… Hindi Sex Stories

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हेल्लो फ्रेंड्स, मेरा नाम मोहित है Hindi Porn Stories और मैं 22 साल का हूँ। मैं पुणे में रहता हूँ और यह मेरी अन्तर्वासना को भेजी पहली कहानी है।

ये बात तब की है जब मैं 12वीं कक्षा में पढ़ता था। हमारे घर के पास ही मेरे भैया (कज़न) अपने परिवार के साथ रहते थे।
उनकी 2 बेटियाँ थी, जिनमे से बड़ी वाली का नाम प्रिया और छोटी का नाम अदिति था। प्रिया 18 साल की थी।

यूँ तो मेरे अपनी दोनों भतीजियों के साथ अच्छे रिश्ते थे पर प्रिया के साथ मैं ज्यादा नजदीक था।

प्रिया भी मुझसे काफी घुल मिल रखी थी और मैं भी।
वो मुझे अपने भाई की तरह मानती थी।

वैसे जब तक मैं 12वीं कक्षा में नहीं आया था तब तक मैंने प्रिया की तरफ किसी ऐसी वैसी नज़र से नहीं देखा था पर 12वीं में आने के बाद वो मुझे अचानक ही बहुत अच्छी लगने लगी, शायद यह उसके बढ़ते हुए उभारों की वजह से था।

एक दिन मैं घर पर अकेला था, गर्मियों के दिन थे, मैने हाफ पैन्ट और टी-शर्ट पहनी थी । मैं काफ़ी बोर हो रहा था तो मैने सोचा क्यों ना प्रिया से मिलने चलूं !

यह सोचकर मैं उसके घर गया और मैने बेल बजाई । शायद मेरी किस्मत अच्छी थी, प्रिया ने दरवाज़ा खोला तो मैने देखा कि उसने काला स्लीवलेस टॉप और लाल रंग की कॅप्री पहन रखी थी, और वो अत्यंत सेक्सी लग रही थी।

मैने पूछा क्या कर रही थी?

तो उसने बोला- कुछ खास नहीं, ऐसे ही !

हम दोनों अंदर गये तो मैने पूछा- भैया भाभी कहाँ हैं?

तो उसने बताया कि वो तो अदिति को ले कर बाज़ार गये हैं। उसके बाद हम दोनों पढ़ाई की बातें करने लगे और एकदम से हम बाय्फ्रेंड और गर्लफ्रेंड की बातों पर भी आ गये (असल में हम दोनों एक दूसरे के बीच काफ़ी फ़्रैन्क थे)

हम बात कर ही रहे थे कि उसने चाय के लिए पूछा और मैने कहा ठीक है।

प्रिया चाय बनाने किचन में चली गयी।

मैं भी उसका साथ देने रसोई में चला गया, पर जैसे ही मैं रसोई में घुसा, मेरा ध्यान प्रिया की मोटी गाण्ड की तरफ गया और मैं आकर्षित हो गया।

तभी प्रिया मेरी तरफ मुंह करके बोली- चीनी कितनी लोगे?

मैने साहस जुटाया और प्रिया के पास गया और बोला प्रिया क्या तुम मेरी एक बात मानोगी?

प्रिया ने पूछा- कौन सी बात?

तो मैंने कहा- मैं एक बार तुम्हारे चोचे दबाना चाहता हूँ।

इस बात पर वो सहम गयी और बोली- यह क्या कह रहे हो?

तो मैंने कहा- किसी को पता नहीं चलेगा क्यूंकि हम दोनों के घर वाले घर पर नहीं है और शाम तक नहीं आने वाले।

इस पर उसने कहा- ठीक है, तू मेरा चाचा लगता और मैं तेरी भतीजी हूँ तो हम दोनों के बीच इतना रिश्ता तो हो ही सकता है।

मैं खुश हो गया और प्रिया को गोदी में उठा कर बेडरूम में ले गया।

वहाँ मैने पहले तो उसके होठों पे किस किया जिसका उसने भी जवाब दिया, उसके बाद मैने उसका लाल टॉप उतार फेंका और उसके चोचे उसकी ब्रा के बाहर से ही दबाने लगा, इतने में वह गरम हो गयी।

उसके तुरंत बाद मैने अपनी टी-शर्ट उतार दी तो प्रिया कहने लगी- मोहित तुम क्यों अपने कपड़े उतार रहे हो?

तो मैने कहा- क्या इससे तुम्हें कोई परेशानी है?

तो प्रिया ने कहा- नहीं !
और धीरे से मुस्कुरा दी।

मैं समझ चुका था की रास्ता साफ है।

इसके बाद मैने प्रिया की ब्रा उतार दी और पागलों की तरह उसके चोचे चूसने लगा, प्रिया भी मज़े ले रही थी और आ आ की आवाज़ निकल रही थी।

मैने ज़्यादा देर नहीं की और उससे पूछा क्यों ना हम चुदाई करें?

तो प्रिया ने जवाब दिया जैसा मर्ज़ी वैसा करो पर किसी तो पता नहीं चलना चाहिए तो मैने उसे निश्चिंत होने के लिए कहा।
बस फिर क्या था, मैने प्रिया की कैप्री और चड्डी भी उतार दी और अपना भी अंडरवीयर उतार दिया मेरा लण्ड टंकार खड़ा हो गया कम से कम 7 इंच तक।

मेरे लण्ड को देखकर प्रिया ने उसे अपने मुंह में ले लिया और जम के चूसने लगी, यह सिलसिला 10 मिनिट तक चला।

इसके बाद मैने अपना लण्ड प्रिया की चूत पे लगाया और एक ही झटके में उसकी चूत में घुसा दिया, इस पर वह ज़ोर ज़ोर से आ आ की आवाज़ें निकालनें लगी।

मैने कहा- चिंता मत करो।

उसके बाद तो हमने एक दूसरे के साथ करीब 20 मिनट तक कभी डोगी स्टाइल में तो कभी घोड़ी बनकर सेक्स किया।

उसके बाद मैने प्रिया से पूछा कि तुमने आज तक कितनी बार चुदाई कराई है तो उसने कहा 4-5 बार कराई थी पर मेरे चाचा जैसा मज़ा किसी ने नहीं दिया जिस पर मैं मुस्कुराए बिना नहीं रह सका।

उस दिन के बाद जब भी हम दोनों के घर पर कोई नहीं होता है हम दोनों एक दूसरे में खो जाते है और एक दूसरे की प्यास बुझाते हैं। Hindi Porn Stories

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नमस्ते दोस्तो! मेरा Hindi Porn Stories नाम राज है, मैं आपसे अपना पहला सेक्स अनुभव बाँटने जा रहा हूँ।

अभी तो मैं नोयडा में रहता हूँ, लेकिन ये बात है तब की जब मैं इन्दौर से ग्रेजुएशन कर रहा था।

मेरी गर्लफ्रेण्ड का नाम किरण है। वो ५ फीट ५ इंच की गोरी, लम्बी, सुडौल बदन, फिगर ३४-२४-३६ है, और मुझे जो सबसे अच्छा लगता है, वो है उसके होंठ, बिल्कुल एन्जेलेना जॉली जैसे हैं, जिनसे मैं खेलता रहता और चूसता रहता। मैं भी कम स्मार्ट नहीं हूँ दोस्तों। मैं ६ फीट लम्बा, गोरा और हैंडसम हूँ। मैं अपने कॉलेज का प्लेब्वॉय हुआ करता था। किसी भी लड़की को कोई भी काम पड़ता, मुझे ही याद करती, “कहाँ है मेरा राज?”

जब मेरा प्रथम वर्ष पूरा हुआ तो मेरी नज़र में एक जूनियर आई, उसका नाम किरण था, जैसा नाम वैसी शक्ल और खूबसूरती भगवान ने दी थी उसे! मैंने सोच लिया, मैं उसकी अपनी गर्लफ्रेण्ड बनाऊँगा, और मैंने बनाया भी।

जो भी हमारे अन्तर्वासना के पाठक इन्दौर से हैं, वो सभी रालामंडल का नाम ज़रूर जानते होंगे, ये एक जंगली इलाका है जो पर्यटक-स्थल भी है, वहाँ जंगली जानवर आदि भी हैं। रालामंडल प्रेम-परिन्दों के लिए यानि कि युगलों के लिए स्वर्ग है। लड़के-लड़कियाँ दिनभर वहाँ जोड़े बनाकर प्रेमालाप में तल्लीन रहते हैं – बिना रोक-टोक। कोई पूछने वाला नहीं होता, कौन क्या कर रहा है और क्यों कर रहा है।

मैं भी अपनी जानेमन को लेकर रालामंडल गया। बाईक पार्क करने के बाद हम प्रेम-परिन्दे अपने लिए एक घोंसला तलाश करने लगे। काफ़ी ऊपर जाने के बाद मुझे एक जगह मिली, जहाँ मैं आराम से अपनी किरण के साथ अपने प्यार के ग़ुल को ग़ुलिस्ता बना सकता था, और वहाँ किसी को पता भी नहीं चलता, कि कोई बैठा भी है। मैं उसे अपनी बाँहों में लेकर बैठ गया। हम दोनों इधर-उधर की बातें करने लगे, और धीरे-धीरे मैं अपने हाथों से उसकी चूचियाँ दबाने लगा। वो भी मेरे हाथों को पकड़ कर अपनी चूचियाँ और ज़ोरों से दबवाने लगी। फिर मैंने पीछे से उसके गले और कंधों पर चूमने लगा और उसके मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं। फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया, वो गुलाबी रंग की ब्रा में थी, सच में क्या क़यामत लग रही थी वो उस समय, जैसे स्वर्ग की कोई अप्सरा धरती पर आ गई हो। मैंने उसकी दोनों चूचियों को अपने दोनों हाथों में भर लिया और मसलने लगा।

वो मेरी बाँहों में कसमसाने लगी, इसके बाद मैंने ऊपर से ही उसकी चूचियों को चूम लिया और घुण्डियों को चूसा और काटा। फिर उसने मुझसे मुँह से ब्रा खोलने बोला, और मैंने अपने दाँतों से उसकी ब्रा की स्ट्रिप खोली और एक तरफ फेंक दी। अब मेरे सामने उसकी उभरती जवानी थी जिसे मैंने अपने हाथों और मँह में भर लिया। एक हाथ से मैं उसकी बाईं ओर की चूची को दबाने लगा, और दाईं तरफ की चूची को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा। उसके मुँह से और ज़ोरों की आवाज़ें निकलने लगीं, फिर मैं अपनी जीभ से उसकी घुण्डियों को सहलाने लगा, उसे ज़ोर का झटका लगा और मैंने उसकी घुण्डियों को दाँतों से पकड़ लिया और हल्के से काट लिया, और दूसरी घुण्डी को ज़ोर से मसल दिया, वो मेरी बाँहों में तड़प उठी।

अब उसने मेरी शर्ट के बटन खोलने चालू किए। मैंने अन्दर बनियान नहीं पहनी थी। फिर वो पागलों की तरह बेतहाशा मेरे छाती पर चूमने लगी, बालों से खेलने लगी, और फिर अपने होंठों से मेरे निप्पलों को चूसने लगी। मैं अब उत्तेजित हुआ जा रहा था और वो अपने गीले होंठों से मुझे चूमे जा रही थी। मैंने उसे ज़ोर से अपनी बाँहों में भर लिया।

इसके बाद मैंने उसे अपने नीचे लिटा दिया और उसके होंठों को चूसने लगा। हम दोनों के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं। उसने अपनी आँखें बन्द कर लीं और हम ऐसे ही आनन्द लेते रहे। फिर मैं अपनी जीभ उसके मुँह में ले गया और वो उसे चूसने लगी – ज़ोरों से। मैं अपनी जीभ उसके मुँह में चारों ओर फिरा रहा था और फिर उसकी जीभ पर घुमाने लगा। इससे अजीब नशा छा रहा था हम दोनों पर। दोनों डूबे जा रहे थे एक-दूसरे में, साथ-साथ में मैं उसकी चूचियों को भी दबाए जा रहा था, जिससे वो और भी ज़्यादा उत्तेजित हो गई थी। इस तरह हमने क़रीब १५ मिनट तक खूब प्यार किया।

फिर मैंने उसके कान के लटकन से खेलना शुरु किया, उसे अपने दाँतों में लिया, अपनी जीभ से चाटा, और फिर धीरे-धीरे नीचे आने लगा। अब मैं उसकी चूचियों के ऊपरी हिस्सों पर किस करते हुए इसकी चूचियों के बीच की घाटी पर चूम रहा था। फिर नीचे उसकी नाभि पर चूमने लगा। इतनी देर में ही वो काफ़ी गरम हो गई थी, और सेक्सी आवाज़ें निकालने लगी थी।

फिर मैंने उसकी जीन्स की ज़िप खोल कर जीन्स उतार दी। अब उसके पूरे बदन पर कपड़े के नाम पर बस एक पैन्टी रह गई थी, वो भी ब्रा की तरह ही गुलाबी रंग की थी। मैंने पैन्टी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा। पैन्टी पूरी गीली हो चुकी थी, मैंने पैन्टी को निकाला और उसकी चूत के आस-पास सहलाने लगा। क्या चूत थी, बिल्कुल गुलाबी, एक भी बाल नहीं। मन कर रहा था, खा जाऊँ उसकी चूत को। उसे देखकर मुँह में पानी आ गया। वो बोलने लगी, प्लीज़ अब मत तड़पाओ।

मैंने कहा, “अभी तो बहुत समय है स्वीटहार्ट ! थोड़ा सब्र करो, और पहले इन्हीं बातों से आनन्द उठाओ, तभी सेक्स का पूरा मज़ा आएगा।”

फिर मैं उसकी चूत को चूमने लगा, और अपनी जीभ से सहलाने लगा, और उसके दाने को जीभ से उठाने लगा। वो काफ़ी उत्तेजित हो गई। फिर मैंने उसकी चूत पर अपने होंठ लगा दिए और ज़ोर से चूसना शुरु किया, वह ज़ोर से तड़पी और बोली, क्या कर रहे हो? अब मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत में अन्दर-बाहर करने लगा और जीभ से ही उसे चोदने लगा।

अब तक वो चिल्लाने लगी थी, “यस… कम ऑन, फक्क मी…!”

मैंने बोला इतनी भी क्या ज़ल्दी है, आराम से करेंगे। तुम मेरे लंड से नहीं खेलना चाहती क्या? फिर मैंने अपना ८ इंच लम्बा और ३ इंच मोटा लण्ड उसके हाथों में पकड़ा दिया। पहले वो उससे खेलने लगी, फिर सुपाड़े की चमड़ी को पीछे कर अपनी जीभ से सहलाने लगी, और अपने मुँह में भर कर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। धीरे-धीरे मेरा लंड और मोटा और टाईट होता जा रहा था। मैंने उसको सिर से पकड़ करक उसका मुँह ही चोदने लगा, और क़रीब २५-३० झटकों के बाद में उसके मुँह में ही झड़ गया, और अपना पूरा वीर्य उसके मुँह में उगल दिया, जिसे वह आसानी से चाट-चाट कर निगल गई।

इसके बाद हम दोनों 69 की मुद्रा में आ गए और मैं उसकी चूत का रस पीने लगा, और वो मेरे लण्ड से खेलने लगी। धीरे-धीरे मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया, और उसकी चूत मारने को तैयार हो गया।

अब मैंने उसे सीधा लिटाया और उसकी टाँगों को मोड़ कर फैला दिया, ताकि चूत का मुँह खुल जाए और लंड आसानी से चला जाए। वैसे भी चूत अभी तक इतनी गीली हो चुकी थी कि लण्ड उसमें आसानी से चला ही जाता। अब मैंने अपने लंड को चूत के मुँह पर रखा और धीरे-धीरे अन्दर डालने लगा, इस विधि से लंड घुसाने पर उसे दर्द भी कम हुआ और मज़ा भी आया। अब तक मेरा लंड आधा अन्दर जा चुका था।

अगले झटके में मेरा पूरा-का-पूरा लंड अन्दर चला गया, और उसने चिल्ला दिया, फिर मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया, और चूसने लगा। धीरे-धीरे जब उसका दर्द कम हुआ तो वो अपनी कमर हिलाने लगी, मैं समझ गया अब वो तैयार है पूरी तरह से।

अब मैंने अपने लंड को अन्दर-बाहर करना शुरु किया और झटके लगाने लगा। वह भी कमर हिला-हिला कर झटकों का उत्तर झटकों से देने लगी।

ऐसे ही क़रीब १५ मिनटों तक चुदाई चलती रही। फिर मैंने उसे अपने गोद में उठा लिया और ऊपर उछाल-उछाल कर चोदने लगा, इससे हर बार मेरा लंड चूत की दीवार छू लेता, जिससे पूरा मज़ा आ रहा था। इतनी देर में वो ३ बार झड़ चुकी थी, और अब मैं झड़ने वाला था।

मैंने उसे नीचे रखा और उसकी चूत में अपने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी। काफ़ी देर तक मेरा लंड धार मारता रहा। तबतक मेरी जानेमन भी एक बार झड़ गई मेरे साथ ही। ऐसे ही हम एक-दूसरे की बाँहों में पड़े रहे और फिर उठकर कपड़े पहन कर तैयार हो गए। Hindi Porn Stories

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