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Massage Girl in Ramban: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Ramban who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Ramban that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Ramban massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Ramban who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Ramban massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Ramban massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Ramban who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Ramban employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Ramban helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Ramban

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Ramban at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

मेरी दीदी रेशू मुझसे दो वर्ष बड़ी है उसकी शादी को दो साल हो चुके हैं। हमारा घर छोटा ही है सो इन दो सालों में मैंने जीजू और दीदी की चुदाई छुप-छुप के कई बार देखी है।

जैसे ही उनकी वासना भरी आवाज मेरे कानों से टकराती है, मेरा मन भी तड़प उठता है। मुझे भी ऐसा लगता है कि हाय राम… कोई मुझे भी आकर बजा जाये… सारा जिस्म का रस निकाल दे।

ऐसा नहीं है कि चुदाई का मजा मैंने नहीं लिया है। अपने दोस्तों से मैं आठ-दस बार चुद चुकी हूँ।
पर इस जालिम चूत का क्या करें और ये दिल… मानता ही नहीं है।

मेरी चूचियाँ भी ठीक ठाक हैं, टाईट बनियाननुमा टॉप पर ये किसी को भी घायल कर कर सकती हैं। मेरी सफ़ेद टाईट पैण्ट के तो कॉलेज में सभी दीवाने हैं…

और घर पर जीजू की तो जैसे आंखें ही नहीं हटती हैं। उनकी ललचाई आंखें मैं खूब पहचानती हूँ। जब तब वो मेरे पर कोशिश भी करते रहते थे।

मुझे भी घर में एक ही मर्द नजर आया था सो मैं भी कितनी बार उनसे द्विअर्थी शरारत करती थी, जिससे वो और उत्साहित हो जाते थे।

जब हम घूमने जाते थे तो उनके हाथ अन्जाने में… नहीं जी… काहे के अनजाने में… जान कर के कभी मेरे चूतड़ों पर हाथ मार देते थे और कभी कोहनियों से मेरे स्तन दबा देते थे। मुझे उनकी यह अदा मस्त कर देती थी।

कल ही जीजू ने बड़ी हिम्मत की और इत्मिनान से मेरे चूतड़ सहला दिये और फिर हाथ हटा भी नहीं रहे थे। मैंने भी उन्हें गाण्ड सहलाने का पूरा मौका दिया।
जीजू को ऐसा लगा कि शायद लाईन साफ़ है।

पर मैंने जानकर के उसे अनदेखा किया। पर इससे मुझे भी जीजू के मन की इच्छा मालूम हो गई। दिल ही दिल में मैं तड़प उठी। घर आने पर भी मैं जीजू के सपनों में खोई रही।

आज सवेरे से मौसम बड़ा सुहावना हो रहा था, बरसात होने जैसा हो रहा था। जीजू बाज़ार जाने वाले थे, उन्होंने मोटर साईकल बाहर निकाली और मैंने भी जिद पकड़ ली कि मैं भी साथ चलूंगी।

दीदी ने भी मुझे ले जाने को कहा।

मैं तुरंत अन्दर गई और बनियाननुमा टॉप और सफ़ेद टाईट पैन्ट पहन आई। मैं अन्दर ब्रा नहीं पहनती थी।
मैं लपक कर मोटरसाईकल के पीछे बैठ गई।

आगे जाते ही बूंदा-बांदी शुरू हो गई। मौसम मेरे मन को भड़का रहा था। ठण्डी हवा के झोंके मेरे जिस्म को गुदगुदाने लगे थे। मेरी कठोर चूचियाँ और कस गई। मेरे चुचूक कड़े होने लगे। मैं अपनी स्थिति बयान नहीं कर सकती।

ऐसे में मैंने प्यार से अपनी कठोर चूचियाँ जीजू की पीठ पर गड़ा दी और धीरे धीरे ऊपर नीचे हिलाने लगी। जीजू के बदन में मुझे कंपकपी उभरती हुई साफ़ नजर आने लगी।

रास्ते में कई बार मैंने अपनी चूचियाँ जीजू की पीठ पर गड़ा कर मस्ती की और जीजू को उत्तेजित किया।

कुछ ही देर में बड़ी सब्जी मण्डी आ गई। हमने सब्जियाँ और फ़ल बैग में भरे और सामने हेन्डल पर लटका दिये। तभी बरसात आने लगी। जीजू और मैं भाग कर मोटरसाईकल पर बैठ गये और रवाना हो गये।

हम दोनों ही लगभग भीग चुके थे… जीजू एक बन्द दुकान के सामने रुक गये और हम शेड में खड़े हो गये। मेरी बनियान में से मेरी चूचियाँ और चुचूक यू साफ़ नजर आने लगे थे, जीजू की नजरें वहाँ से हट ही नहीं रही थी।

उनके घूरने से मुझे लगा कि आज ये तो गये काम से… बस उन्हें खोलने की आवश्यकता थी। मेरी सफ़ेद पैन्ट में से मेरे चूतड़ और सामने के कट नजर आने लगे थे।

मैं जान कर के बाहर आकर बरसात में भीगने लगी। आस पास मैंने नजर दौड़ाई, वहाँ कोई नहीं था।

‘अरे, बिल्कुल भीग जाओगी… यहाँ आ जाओ…!’ जीजू ने हाथ बढ़ाया तो मैंने जीजू का हाथ खींच लिया और उन्हें भी बरसात में खड़ा कर दिया।

‘जीजू, भीगने का मजा तो लो, अब नहीं भीगोगे तो कब भीगोगे?’ मैंने उन्हें नशीली आवाज में कहा।
जीजू भी अब भीगने लगे थे। मुझे देख कर उनका लण्ड भी खड़ा होने लगा था जो भीगे हुये पैन्ट से साफ़ नजर आ रहा था।

लोहा गर्म था… मैंने मौका चूकना उचित नहीं समझा- जीजूराम, रास्ते में आपने जाने मुझे क्या कर दिया… मैं तो अपने काबू में ही नहीं रही थी!’
मैं अपनी भीगी हुई चूचियाँ और आगे उभार कर उन्हें रिझाने लगी।

‘नीलू, ये तेरे कठोर मस्त पहाड़ मेरी पीठ पर गुदगुदी कर रहे थे, बड़े ही कठोर हैं!’ जीजू ने भी अपना पत्ता डाल दिया।

अब मेरी बारी थी- नहीं जीजू, ये ये कठोर नहीं, नरम हैं… भले ही ही छू कर देख लो!
मुझे उन्हें अपने कब्जे में लेने के लिये न्योता देना ही पड़ा। मैंने अपनी बनियान-नुमा टॉप को ऊपर से खींचते हुये कहा।

बारिश की बूंदें मेरे उरोजों पर गिर कर आग पैदा कर रही थी। जीजू ने मेरे पास आकर मेरी चूचियों को स्पर्श किया और फिर हौले से दबा दिया। मैं दिल दी दिल में खुशी से भर गई।

सारा बदन पानी में तर हो चुका था। तेज बारिश में सड़क का दूसरा किनारा भी दिखाई नहीं दे रहा था।

जीजू मुझे खींचते हुये दुकान के एक सुरक्षित कोने में ले गए और मुझे लिपटा कर मेरे चूतड़ों को मसलने लगे। उनका जोश देखते ही बनता था। कभी मेरे स्तनों को मसलते और फिर मेरे चूतड़ों की शामत आ जाती…

मुझसे भी अब रहा नहीं गया- जीजू राम, मुझे भी तो कुछ करने दो ना…
मैंने झिझकते हुए कहा।

उन्होंने प्रश्नवाचक निगाहों से मुझे देखा…

इतना तो बहुत था। जगह पाते ही मेरा हाथ उनके नीचे पैन्ट पर उभरे हुये लण्ड से जा टकराया। एक ही झटके में मैंने उनकी पैन्ट की ज़िप खोल दी और हाथ भीतर पहुंचा दिया। उसका भारी लण्ड चड्डी के ऊपर से ही मेरे हाथों में था।

जीजू का लण्ड दबते ही उनके मुख से एक प्यारी सी कसक भरी सिसकारी निकल पड़ी। पंछी पूरी तरह से मेरे काबू में था।

हम दोनों जबरदस्त तरीके से एक दूसरे को नोच रहे थे.

जीजू ने मेरी पैन्ट के अन्दर हाथ डाल कर मेरी चूत दबा दी। फिर उनकी एक अंगुली चूत में अन्दर सरक गई। मेरे दाने को सहलाते हुये मेरी चूत में अंगुली हिलने लगी। मैं सिसक उठी और उसी समय मैं झड़ने लगी।

जीजू का लण्ड भी मैंने खूब मसला और खींच खींच कर मस्त कर दिया, तभी जीजू के लण्ड ने अपना रस छोड़ दिया। मेरा हाथ वीर्य से चिकना हो उठा। उसके लण्ड को मसलते हुए मैंने पूरा निचोड़ दिया और फिर हाथ बाहर निकाल लिया।

जीजू ने मुझसे लिपटे हुये मेरे अधरों से अधर मिला लिये। कुछ देर तक अधरपान किया फिर हंसते हुये मैंने जीजू को पिंजरे में कैद करते हुये कहा- जीजू, आम रास्ते पर अब क्या क्या करोगे… चलो घर चलते हैं…’ मैंने सड़क पर ये सब करना उचित नहीं समझा।

‘नीलू मेरा तो माल निकल गया… अब…?’

‘सारा बारिश में धुल कर साफ़ हो जायेगा… अब खुश हो जाओ… क्या इरादा है?’

‘ऐसी घनघोर बारिश में… फिर ऐसा मौका फिर कहा मिलेगा…चलो और करें!’ जीजू का मन नहीं भरा था।
‘घर पर तो मौके ही मौके है ना…अब चलो…’ मैंने जिद की।

जीजू ने अपनी बाईक स्टार्ट की और हम भीगते हुये जिस्म की आग को ठण्डा करने का प्रयत्न करने लगे।

घर पहुंचते ही दीदी ने हमारी हालत भांप ली और उन्हे कुछ शक सा हो गया।

उन्होंने मुझ से तो नहीं पर जीजू को कहा- जल्दी से कपड़े बदल लो… अपनी जवान साली से अब चिपकना बन्द करो!’
दीदी ने कटाक्ष किया।

जीजू सुनते ही घबरा गये और अपनी सफ़ाई देने लगे। शायद उनका दीदी से कुछ कहासुनी भी हुई।
मैं सावधान हो गई। जीजू कहीं मिलते भी तो मैं बस आंख मार देती और उन्हें भी सावधान रहने को कहती थी।

एक दिन ऐसा हुआ कि मैं कॉलेज से जल्दी आ गई। दीदी बाजार गई हुई थी।

मैंने तुरन्त मोबाईल से जीजू को बात की। दूसरे ही क्षण जीजू मेरे कमरे में थे।

मैं बिना कुछ सोचे समझे जीजू से लिपट गई। जीजू की लुंगी मैंने खींच दी। जीजू ने अन्दर कुछ भी नहीं पहना था। उनका खड़ा लण्ड बाहर आ गया।

हाय गोरा गोरा, चिकना सा, खूबसूरत सा सलोना, लाल चमकदार सुपारा देख कर मैं तो निहाल हो गई।

मैंने भी अपनी पैन्ट उतार दी… और नीचे से नंगी हो गई। मैंने जीजू को धक्का मार कर बिस्तर पर गिरा दिया और उनके मुख पर अपनी चूत का द्वार रख दिया। मेरी चिकनी चूत पर उसकी जीभ घूमने लग गई। मेरा दाना उनकी जीभ से हिल उठा।

‘जीजू राम, आज मौका मिला है… मेरी चूत को चाट चाट कर साफ़ कर दो… बहुत तरस रही है!’

मेरी उत्तेजना से भरी आवाज को वो समझ गए। मैं अपनी चूत उनके मुख पर दबाने लगी। जीजू का हाथ मेरे टॉप के भीतर घुस पड़ा।

मैंने अपना टॉप भी उतार दिया और और पूरी नंगी गई। अब मैंने अपनी चूत नीचे सरकाई और लण्ड से टकरा दी।

जीजू के सब्र के बांध टूटने लगा था। मैंने उनका लण्ड पकड़ा और तीर को निशाने पर लगा दिया। बस कमान छोड़ने भर की देर थी… और तीर चूत के अन्दर…

‘मेरे जीजू राम… चलो शुरू करो…’ हम दोनों ने खुमारी में आंखे बंद कर ली और मैंने उनके लण्ड पर हल्का सा दबाव डाला… लण्ड भीतर समाता चला गया।

दोनों ही सिसक उठे।

‘नीलू, जरा धीरे से, झिल्ली फ़टेगी तो दर्द होगा!’ उसने आशंका जताई।

‘जीजू राम, ऐसा मत कहो ना… मैं तो कई बार चुदा चुकी हूँ… बस आपका लण्ड लेना था!’ मैंने कसकती आवाज में कहा।

‘क्या?… क्या कहा… फिर कोई बात नहीं…’ वो अब इत्मिनान से था।

‘चल ना… मस्ती से चोद यार… लगा अपना लौड़ा पूरी ताकत से कि मैं अच्छी तरह से चुद जाऊँ!’

‘नीलू, मैं तो तुम्हें मन ही मन प्यार करने लगा था…’ उसने आह भरते हुये कहा।

‘नहीं जीजू राम… मेरी बहन बहुत प्यारी है… उसका आप ध्यान रखो… और प्यार करना है ना… मैं तो यही हूँ ना… खूब करना!’

हमारी चुदाई तेज हो गई थी। मैं ऊपर से उसके लण्ड पर चूत पटक रही थी और भरपूर आनन्द ले रही थी।
‘नीलू, नीचे आ जा, जरा जोर से चोदना है मुझे, चल पलट जा!’ जीजू को अब घमासान करने की लग रही थी।

मुझे नीचे लेकर अब वो ऊपर आ गया था। उसका पहला धक्का ही मुझे मस्त कर गया। भीतर तक या जड़ तक ठोकर मार गया।

अब दूसरा उससे भी जोर का था… मैं हिल उठी… पर मस्ती में झूम गई। ऐसा जबरदस्त चोदा मारा कि मेरा सारा जिस्म जैसे जीजू का गुलाम हो गया।

‘मार और जोर से चोदा मार मेरे राजा… साली चूत को अन्दर से भी फ़ाड दे…’ वासना के नशे में मैं पसीने पसीने हो रही थी।

जीजू का पसीना भी मेरे जिस्म पर टपक रहा था। जीजू मेरी चूचियों का दुश्मन हो गया था। पूरे मन से और तरीके से उन्हें मसलते हुये मुझे जन्नत की ओर ले जा रहा था। धकाधक लण्ड पेल रहा था। मेरी चूत उसका लण्ड उछल उछल कर गपागप ले रही थी।

अचानक मुझे लगा कि बस अब मुझे कोई नहीं रोक सकता। चूत में लहरें उठने लग गई थी। मुझे लगा कि मैं अब सीमा तोड़ कर झड़ने वाली हूँ।

‘ज्ज ज ज्ज जीजूराम… अह्ह्ह्ह्ह… मैं हाय… जीजू… मुझे सम्भाल रे… मेरा रस निकला रे…जोर लगा कर चोद दे रे…’

‘मैं भी नीलू… आह्ह माल निकलने वाला है!’ और जीजू ने अपना मेरी चूत में एक भरपूर शॉट मारा और लण्ड चूत में जोर से गड़ा दिया।

मेरी चूत चू पड़ी… और झड़ने लग गई। गड़े हुए लौड़े ने भी जड़ के पास गहराई में वीर्य छोड़ दिया और दोनों ही झड़ने का लुत्फ़ लेने लगे। चुदाई मस्त थी, मैं तो पूरी संतुष्ट थी।

हम दोनों ने सफ़ाई की और कपड़े पहन लिये।

यह साली की चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

ज़ीजू ने तुरन्त फ़रमाईश की- नीलू, तेरी गाण्ड मस्त है यार… अगली बार तेरी गाण्ड का नम्बर लगाते हैं!
‘धत्त… अभी नहीं…’

‘तुम आज से ही गाण्ड में तेल लगा कर दो अंगुलियों को गाण्ड में चलाओ, देखो तीन दिन में शानदार मराने लायक तैयार हो जायेगी।’
मैं हंस दी।

Hindi Sex Stories

मेरा नाम राम सिंह, उम्र Hindi Sex Stories चब्बीस साल, मुंबई में रहता हूँ। अमिं अन्तर्वासना पर नियमित रूप से कहानियाँ पढ़ता हूँ।

अब मैं आपको अपनी एक कहानी सुनाता हूँ।

बात उन दिनों की है जब मैं इन्ज़िनियरिंग कर रहा था। मेरे एक दोस्त ने मुझे काल-बॉय सेवा के बारे में बताया और कहा- इसमें आमदनी भी अच्छी है और मज़ा भी है। तो पैसे के लिए मैं भी यह काम करने को तैयार हो गया और मेरे दोस्त ने मेरा सम्पर्क ऐसे किसी आदमी से करा दिया जो इस तरह का काम करता था।

एक दिन उसने मुझे एक महिला से मिलवाया। उस औरत का नाम रुबी था, वो लगभग ३३ साल की होगी पर उसका फ़ीगर मस्त था। उसके कपड़े देख कर लग रहा था कि वो बहुत अमीर है।

उस औरत ने मुझे एक होटल में मिलने को कहा। जब मैं वहाँ पहुँचा तो वो मेरा इन्तज़ार कर रही थी। हम दोनों होटल के कमरे में गए। उसने मेरा नाम पूछा और साथ ही यह भी पूछा- तुमने कभी चुदाई की है?

मैंने कहा- किया है पर आपकी उम्र की स्त्री के साथ नहीं। तब उसने मुझे मेरा लण्ड दिखाने को कहा और देख कर कहा कि यह तो बहुत ही लम्बा है, मेरे पति का तो इतना नहीं है। यह सुन कर मेरा थोड़ा आत्मविश्वास जागा और मैंने उसको बोला- कुछ घण्टे के लिए मैं आपका गुलाम हूँ और आपकी खिदमत के लिए आया हूँ, अगर आप मेरी बात मानती हैं और मेरे तरीके से चुदाई करवाती हैं तो आपको बड़ा मज़ा आएगा।

वो मैडम मान गई और मैंने अपना काम शुरू कर दिया। सबसे पहले मैंने उसके होंठों को चूमा दस मिनट तक। उसको बड़ा मज़ा आया। फ़िर मैंने उसके स्तनों को कपड़ों के ऊपर से ही दबाना शुरू किया तो वो आहऽ ह ऊहऽऽई करने लगी। फिर मैं धीरे धीरे उसके कट्स में किस करने लगा उसको बड़ा मजा आने लगा।

उसने कहा- तुम तो बड़े एक्सपर्ट हो !

तो मैंने उसको कहा- आपका सेवक हूँ !

फिर मैं अपने कम में लग गया और मैंने धीरे से उसके ब्लाउज़ के हुक खोल दिए। अब वो कसमसाने लगी, फिर मैंने उसकी ब्रा भी खोल दी। उसके बूब्स देख कर मैं हैरान रह गया। क्या मस्त बूब्स थे ! मजा आ गया !

अब एक स्तन को मैंने मुंह में रखा और दूसरे को हाथ से दबा रहा था, उसे बहुत मजा आ रहा था, वो बोल रही थी- और दबाओ ! और चूसो !

मैंने और जोर से दबाना चालू कर दिया। अब मैंने धीरे से एक हाथ उसकी पैंटी में डाल दिया। उसकी पैंटी उसके चूत के रस से भीगी थी। तब मैंने उसकी साड़ी भी खोल दी और उसकी पैंटी को भी निकाल दिया।

अब वो पूरी नंगी हो गई थी। मैं उसकी बूर में २ मिनट तक नीचे से ऊपर तक जीभ फिराता रहा। उसने बोला- ऐसे मत करो, नहीं तो मैं लीक हो जाऊँगी।

तो मैंने उसको कहा- यह तो पहली बार है, अभी तो मैं आपको कितनी बार लीक करूँगा। मैंने जीभ हिलाना चालू रखा और वो सचमुच लीक हो गई।

मैंने उसकी क्लिट को चूसना करना शुरू किया तो १० मिनट में ही फिर से वो सिसकियाँ लेने लगी और मुझे कहा- जल्दी से चुदाई करो ! मैं इंतजार नहीं कर सकती !

मैंने कहा- अभी तो शुरू ही किया है, और तुम बोलती हो कि चोदो !

मैंने फिर जीभ उसकी बूर में घुसा दी और अन्दर बाहर करने लगा तो उसे मजा आने लगा। ऐसे मैंने ५ मिनट तक किया तो उसने कहा- मुझे कब तक तड़पाओगे? अब तो करो !

मैंने कहा- रुकिए मैडम ! अभी और मज़ा आएगा !

मैं उसके स्तन चूसने लगा और एक उंगली उसकी बुर में अन्दर बाहर करने लगा।

वाह डार्लिंग ! मज़ा आ रहा है।

थोड़ा ऐसे करने के बाद मैंने दो उंग्लियाँ उसकी बुर में डाल दी। उसे बड़ा मज़ा आया।

अब मेरा लण्ड भी काबू से बाहर होने लगा था तो मैंने अपने लण्ड को मैडम की बुर के सामने रखा और धीरे से घुसा दिया। उसने आह! किया और कहा- कितना बड़ा है तुम्हारा लण्ड ! प्लीज़ धीरे से करो !

तब मैंने धीरे से धक्का मारा तो पूरा अन्दर चला गया और फ़िर मैं धीरे धीरे धक्के मारने लगा। ८-१० धक्कों के बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी कमर उठा कर मदद करने लगी। मेरे करने के बीच वो दो बार लीक हो गई और जब मैं लीक होने वाला था तो उसने कहा- अन्दर लीक मत होना ! मेरे मुंह पर करना !

तब मैंने उसके मुंह पर लीक किया, उसे बड़ा मज़ा आया। फ़िर हम दोनों ने थोड़ी देर बेड पर आराम किया।

फ़िर मैंने कहा- यह तो पहली पारी थी, अब दूसरी पारी शुरु करते हैं।

वो मुझसे ही पूछने लगी- तुम ही बताओ कैसे शुरू करें?

तब मैंने कहा- तुम मेरा लण्ड चूसो और मैं आपकी चूसता हूँ।

हम दोनों ६९ होकर एक दूसरे को मुख-मैथुन सुख प्रदान करने लगे। फ़िर हमने एक बार और सम्भोग किया और फ़िर बाथरूम में फ़्रेश होकर कपड़े पहने। जब हम होटल से जा रहे थे तो उसने मुझे दस हज़ार रुपए दिए। मैंने मैडम को धन्यवाद दिया और हम अपने अपने रास्ते चले गए।

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Antarvasna

लेखक: मोहित शर्मा

हैलो दोस्तो एक बार फ़िर मैं Antarvasnaआप के सामने अपनी एक नई और अनोखी कहानी के साथ जिसमे मैने अपनी बड़ी भाभी के साथ दोबारा फ़िर से पूरे ५ साल बाद बंद हुए सम्बन्ध फ़िर कायम किये। मैने अपनी बड़ी भाभी को पहली बार चोदा था जब मैं केवल १९ साल का था और वो मेरी ज़िंदगी की पहली चुदाई थी।

मैने अपनी छोटी भाभी की कसी हुई गुलाबी चूत को जमकर चोदा था तब तक मैं काफ़ी बड़ा और अनभवी हो चुका था और मैं आप को बता दूं कि मेरे छोटी भाभी के साथ सम्बंध बनते ही बड़ी भाभी मुझ से नाराज़ हो गयी थी और सम्बन्ध तोड़ लिये थे। और आज मेरी उमर २४ है और इन ५ सालों में मैने अपनी छोटी भाभी को भरपूर प्यार दिया और अभी तक मैं अपनी छोटी भाभी को चोदता आ रहा हूं।

इन ५ सालो के अपनी छोटी भाभी के साथ हुए अनुभव भी मैं आप के साथ बाटूंगा लेकिन पहले मैं आप को ये मजेदार स्टोरी सुनाना चाहता हूं अपनी बड़ी भाभी की और ये बात केवल ३ महीने पहले की है जब मेरे लंड को पहले वाली चूत फ़िर से खाने को मिली जिसे मेरे लंड ने अपनी ज़िंदगी में पहली बार चोदा था।

तो अब में आप का वक्त ज़ाया न करते हुए अपनी कहानी पर आता हूं, बात जून २००७ की है भयंकर गर्मी के दिन थे उन दिनो मेरी वाइफ़ का ९ वा महीना चल रहा था और डिलेवरी होने वाली थी। तभी मैने अपनी बड़ी भाभी को मेरी वाइफ़ की मदद के लिये गांव से शहर बुलाया।

मैं ग्वालियर, मध्यप्रदेश मे रहता हूं और मेरा पूरा परिवार गांव में तो भाभी मेरे साथ आ गयी। मेरी वाइफ़ भाभी को देखकर बहुत खुश हुई हम दो कमरों का हिस्सा लेकर रह रहे है एक कमरे में हम तीनो सोते थे और दूसरे कमरे में मेरे डैडी और भाभी के बच्चे सोते थे गर्मी होने के कारण हम सभी ज़मीन पर सोते थे ताकी थोड़ी ठंडक मिल सके भाभी बीच में सोती थी और हम दोनो पति पत्नी भाभी के दोनो तरफ़।

दो तीन दिन तो आराम से गुजरे। लेकिन बाद में मेरे मन में उथल-पुथल होने लगी कि मैं कब भाभी कि मक्खन जैसी चूत को चोदू। मैं आप को बता दूं कि मेरी बड़ी भाभी मेरी छोटी भाभी से भी सेक्सी और चुदासी है उनकी चूत हमेशा लंड खाने को बेकरार रहती है। क्योंकि ऐसा एक भी दिन नहीं जाता जब वो भैया से न चुदें क्योंकि मैं कई बार उनकी चुदाई देख चुका था और उनके कमरे के बाहर से उनकी चुदाई की आवाज़ें सुनी थी।

इसलिये मैं जानता था कि भाभी मुझसे जरूर चुदेगी वो बगैर लंड के नहीं रह सकती इसलिये मुझे सिर्फ़ उनको भड़काने की ज़रूरत थी और ऐसा ही हुआ। एक दिन भाभी बहुत गहरी नींद में सो रही थी एक दम चित सीधी लेटी थी वो क्या लग रही थी चूची एक दम ऊपर की ओर तनी हुई टांगे फ़ैली हुई।

भाभी को ऐसे पोज में देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया। फ़िर मैने अपना एक हाथ भाभी के सीने पर रख दिया और उनकी चूची दबाने लगा फ़िर मैने अपना एक हाथ भाभी की चूत पर रखा हाय! चूत में से एक दम गरम गरम भाप जैसी निकल रही थी और चूत एक दम फ़ूली हुई पाव रोटी की तरह मुलायम गद्देदार, मुझ से रहा नहीं गया और मैं भाभी की साड़ी ऊपर को खिसकाने लगा और उनकी जांघो पर हाथ फेरने लगा भाभी थोड़ी कसमसाई और अपनी एक टांग मोड़ ली जिससे उनकी चूत और फ़ैल गयी शीईईए हैईईई मैने जैसे ही अपना हाथ चूत पर रखा लेकिन भाभी ने पैंटी पहनी हुई थी मैने पैंटी एक साइड में कर के एक उंगली चूत में डाल दी और एक हाथ से चूची दबाने लगा।

हाय! लंड फ़टा जा रहा था चूत में जाने को। पूरे ५ साल बाद मेरे हाथ में वो चूत थी जिसे मैने पहली बार चोदा था। मैने अपनी उंगली आगे पीछे करनी शुरु कर दी उंगली चूत के अंदर बाहर होने लगी फ़िर भाभी ने कसमसाकर अपनी दोनो टांगे फ़ैला दी और दोनो हाथ बिल्कुल ऊपर उठा लिये। जिससे उनकी चूची और तन गयी और चूत तो जैसे बिल्कुल मुंह फ़ाड़कर लंद को निमंत्रण देने लगी कि आजा मेरे राजा मुझ में समा जा।

सच कहु तो उस पोसीशन में भाभी किसी मल्लिका या बिपाशा से कम नहीं लग रही थी हाय मेरी रानी। मैने अपनी एक उंगली और भाभी की चूत में घुसा दी अब भाभी की चूत से ढेर सारा पानी निकल रहा था मैं एक दम जोश में आ गया और दोनो उंगलियां तेज़ी से चूत में चलानी शुरु कर दी.

तभी भाभी जाग गयी और मुझे हैरानी से देख ने लगी लेकिन मैं मुस्कराने लगा। फ़िर वो सो गयी और मैं भी लंड हिलाकर सो गया फ़िर अगले दिन भी वही कहानी दोहराई इस बार मैने अपनी ३ उंगलियां चूत में डाली थी ३-४ दिन तक ऐसे ही चलता रहा लेकिन भाभी ने मुझे चुदने का सिग्नल नहीं दिया। लेकिन मैने फ़िर भी भाभी को नहीं बक्शा मैं उन्हे चोद कर ही माना ये सब मैने कैसे किया ये आप को अगले भाग में बताउंगा. Antarvasna

Hindi Porn Stories

मैं आपका रोहित फिर से Hindi Porn Stories आपके लिए लेकर आ गया हूँ एक चटपटी लेकिन सच्ची कहानी…

आज मैं अपनी कहानी शुरू करने से पहले में कुछ बातें जो लड़कियाँ, औरतें सेक्स के बारे में सोचती हैं वो बताना चाहूँगा…

मैं आज तक कई लड़कियों से मिल चुका हूँ और कई औरतों से भी …

मैंने उनसे बात करने पर यह पाया कि अधिकतर लड़कियाँ और औरतें यौन-सम्बन्ध बनाना चाहती हैं लेकिन फिर भी डरती हैं कि किसी को भी पता चल गया तो क्या होगा…???

वो हमेशा दूसरों के बारे में ही सोचती हैं… वो कभी यह नहीं सोचती कि मेरी यौन-सम्बन्ध बनाने की भूख कब और कैसे शांत होगी !

लड़की सोचती हैं कि शादी के बाद मेरे पति को पता चल जायेगा कि उसकी चूत फटी हुई है जिस कारण वो मुझे छोड़ देगा।

या कोई शादीशुदा औरत होगी तो बदनामी के डर से अपनी इच्छा होने के बावज़ूद यौन समबन्ध नहीं बनाती है…

अगर कोई लड़की किसी लड़के से चुदवाना चाहती है तो वो उस लड़के को कभी चुदाई के लिए नहीं कहेगी क्योंकि वो चाहती है कि पहले लड़का उसे चुदाई के लिए कहे …

और लड़का यह सोचता है कि लड़की कहे क्योंकि अगर उसने यह बात कह दी और लड़की बुरा मान गई तो वो उसकी दोस्ती से भी हाथ धो बैठेगा।

मेरा मानना है कि लड़की को कह देना चाहिए कि वो उस लड़के से यौन-तृप्ति चाहती है…

अगर किसी लड़की को लगता है कि उसकी शादी के बाद उसकी योनिच्छेदन का पता उसके पति को लग जायेगा तो उन्हें ऐसा करना चाहिए कि अपने पति को सुहागरात के दिन अपनी चूत दिखाये नहीं सीधे चुदवाये …इससे उसका पति जोश में तेजी से चोद देगा और उसे कुछ पता नहीं चलेगा।

मेरी तो सभी लड़कियों और औरतों को यही सलाह है कि उन्हें जिसके साथ यौन सम्बन्ध बनाने की इच्छा हो उनके साथ खुल कर सेक्स करें…

मैं ये सब बातें ऐसे ही नहीं कह रहा, मैंने बहुत सी लड़कियों और औरतों को चोदा है … उनसे हुई बातों के आधार पर ही कह रहा हूँ।

मैंने कई लड़कियों और औरतों से मेल से बातें भी की हैं ….

आज की मेरी कहानी भी ऐसी ही एक शादीशुदा औरत की है जिसे चुदवाने की तो बड़ी इच्छा होती है लेकिन वो कभी किसी से भी बात नहीं कह सकी …. उसका पति भी उसे सिर्फ तीन-चार मिनट चोदता, फिर सो जाता ! वो लम्बी चुदाई चाहती थी… उसकी चूत की प्यास कभी शांत ही नहीं होती थी…. उस औरत का नाम था दीपाली …

उसने मेरी पहली कहानी “मैं और मेरी भाभी जयपुर में” पढ़ते ही मुझे मेल किया- मैं एक शादीशुदा 33 साल की औरत हूँ, मेरी शादी को सात साल हो चुके हैं। मेरा पाँच साल का एक बेटा भी है। मेरे पति कभी मेरी चूत को शांत नहीं कर पाए हैं। मैं भी आप ही के शहर जयपुर में रहती हूँ। मैंने जब आपकी कहानी पढ़ी तो मुझे लगा कि आप ही मेरी चूत को शांत कर सकते हैं। आपने जब अपनी भाभी को चोदा तो मुझे भी चोद सकते हैं। अतः आप से मेरी विनती है कि आप मुझे चोदें। मेरा मोबाइल नंबर *********** है, आप मुझे अपना नंबर दे दे या मुझे फ़ोन करें।

उसने साथ में अपनी दस सेक्सी फोटो भी मुझे भेजी। वो साड़ी में और जींस दोनों में ही सेक्सी लग रही थी।

मैंने तो मेल पढ़ते ही उसे चोदने का मन बना लिया, फिर मुझे लगा कहीं यह कोई लड़का मेरे साथ शरारत तो नहीं कर रहा, इसलिए मैंने अपना दूसरा फ़ोन नंबर जिसे मैं साल में तीन-चार बार बदल लेता हूँ, वो मेल किया। मेल करने के डेढ़ घंटे बाद उसका फ़ोन आया। तब मैं बाहर था इसलिए मैंने बाद में बात फ़ोन करने के लिए कहा।

फिर जब मैं घर आया तो मैंने अपने असली नंबर से फ़ोन किया और ढेर सारी बातें की।

हमने अगले दिन मिलने की योजना बनाई। हम एक रेस्टुरेंट में गए, वहाँ खाना कम, बातें ज्यादा की।

फिर हमने चुदाई का कार्यक्रम भी बनाया।

मैंने उससे पूछा कि वो घर में कब अकेली रहती है?

तो बोली- मैं सुबह साढ़े नौ से डेढ़ बज़े तक अकेली रहती हूँ।

मैं बोला- बहुत बढ़िया है.. अब 5-6 घंटे चुदाई करने में बहुत मजा आएगा…

फिर हमने सोमवार को साढ़े दस बजे उसके घर चुदाई का कार्यक्रम बनाया।

सोमवार के दिन मैं सुबह से ही तैयार हो कर जाने की तैयारी करने लगा। मैं दस बजे घर से निकल गया और दस बज़ कर बीस मिनट पर ही दीपाली के घर पहुँच गया।

उसका घर काफी बड़ा था। उसने पहले मुझे अपना पूरा घर दिखाया फिर अपने बेडरूम में ले गई। मैंने उसे वहाँ जबरदस्त चुम्बन दिया। उसे बाहों में लेकर उसे और जबरदस्त किस दिया … और साथ साथ उसके स्तन दबाने लगा..

दीपाली के होंठ बहुत रसीले थे… मुझे सबसे ज्यादा मजा उसके होंठों को चूमने में आया।

फिर मैं उसके चुचे दबाने लगा। उसके स्तन बहुत बड़े थे और मुझे भी बड़े ही पसंद हैं ..इसलिए मैंने उसके स्तनों का खूब मजा लिया।

फिर मैंने उसे बेड पर लिटा दिया..और उसे चूमते हुए उसके वक्ष को ब्रा से आजाद कर दिया। फिर मैंने उसके चुचूकों को मुँह में लेकर चूसना शुरू किया।

वो मुँह से आह निकलने लगी..

मुझे बड़ा मजा आ रहा था..

उसने कहा- जान, मैं तुम्हारा लंड मुँह में लेना चाहती हूँ..

मैं बोला- जरुर लो मेरी जान …

फिर मैं खड़ा हुआ, उसने मेरा टी-शर्ट उतारा और और मेरे सीने को चाटने लगी। इसमें बड़ा मजा आ रहा था..

फिर उसने मेरी जींस उतारी और मेरे लंड को मुँह में लेने लगी..

थोड़ी देर ऐसा करने के बाद मैंने उसकी साड़ी और पेटीकोट उतार दिया जिससे अब वो सिर्फ पैंटी में थी। उसका फिगर बढ़िया होने से पैंटी में बहुत सेक्सी लग रही थी..

फिर मैंने उसकी पैंटी उतारी और चूत को चाटने लगा। चूत से मस्त वाली खुशबू आ रही थी।

मैंने कारण पूछा तो बोली- परफ्यूम लगाया है ..

फिर वो परफ्यूम मैंने भी ले लिया..

फिर उसका पानी आ गया जिसे मैं पी गया..

बहुत अच्छा लगा ..

फिर मैं खड़ा हुआ और अपना साढ़े सात इंच लम्बा लौड़ा उसकी चूत में घुसाया। ३-4 इंच तो आसानी से घुस गया, फिर उसकी चूत थोड़ी टाइट लगी.. मैंने एक धक्का मारा और पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर ..

अन्दर घुसते ही दीपाली के मुँह से- आह ! मार डाला ! आवाज आई।

लेकिन मुझे पता था यह तो होगा ही ! इसलिए मैंने अपनी स्पीड कायम रखी ..थोडी देर बाद वो सामान्य हो कर बोली- अब बड़ा मजा आ रहा है।

फिर मैं अपनी मस्त चाल में उसे चोदता रहा …

करीब पच्चीस मिनट की चुदाई में हमने बहुत मजे किये..

मैंने कभी बेड पर लिटा कर चोदा तो कभी उसे घोड़ी बनाकर पहले उसकी चूत में अपना बड़ा लंड डाला फिर उसकी गांड में अपना लंड डाला। उसने आज से पहले कभी गांड नहीं मरवाई थी इसलिए उसकी गांड टाइट थी। मैंने पहले तो थोड़ा धक्का मारा जिससे मेरा आधा लंड उसकी गांड के अन्दर चला गया। फिर मैंने अपनी गति बढ़नी शुरू की जिससे उसकी गांड का छेद खुलता गया ..

फिर मैंने मजे से उसके साथ चुदाई की…

उसे पहली बार गांड चुदाने में बड़ा मजा आया …

हमने उस दिन तीन बार चुदाई की।

मैं साढ़े बारह पर उसके घर से निकल गया क्योकि उसका बेटा आने वाला था..

यारो, मुझे इतने मजे कभी नहीं आये जितने दीपाली को चोदने में आये …क्योंकि दीपाली का फिगर शानदार है…

आप लोगों को मेरी कहानी और सलाह पसंद आये तो मुझे मेल करना मत भूलना ! Hindi Porn Stories

Sex Stories

मैं अन्तरवासना की कहानियों को कई दिनो से पढ़ Sex Stories रहा हूं, मुझे पता नहीं ये कहानियां सच्ची हैं या नहीं, फ़िर भी मैं अपने बारे में लिख रहा हूं, मैं रोहतक (हरियाणा) का रहने वाला हूं, मेरा नाम राहुल है, मैं एक मैकेनिकल इंजीनियर हूं।

मेरी उमर 23 साल है, ये आज से 2 साल पहले की बात है कि मैं एक लड़की को रोज़ देखता था उस लड़की का नाम आरती था, वो रोहतक की रहने वाली थी, वो गर्ल्स कोलेज में पढ़ती थी, देखने में उसका फ़ीगर इतना मस्त नहीं लगता था।

एक दिन की बात है वो मुझे देखकर मुस्करा कर चली गई, कई दिन ऐसे ही चलता रहा। हम धीरे धीरे मिलने लगे

एक दिन उसने कहा कि मेरे घर पर कोई नहीं है आप आज आ जाओ, मुझ अकेली को डर लगता है।

रात 11 बजे मैं उसके घर गया और उसने अपना दरवाजा खोला, कुछ देर हम दोनो एकदम चुपचाप बाते रनहे, इधर उधर की बात करते – २ हम दोनो नजदीक आ गई थे।

मैं अपने आपको रोक नहीं पा रहा था, मैं जल्दी से उसको किस की और कपड़े उतारने लग गया।

वो मना नहीं कर रही थी, मैने जल्दी से अपने कपड़े भी उतार दिये और हम दोनो बेड पर लेट गये, मैने अपनी १ उंगली उसकी चूत में डाल दी, धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा, थोड़ी देर में उसको सेक्स चढ़ गया उससे रुका नहीं जा रहा था, वो बार बार कहने लगी मेरे अंदर अपना डालो, मैं उसको और तड़पाना चाहता था।

थोड़ी देर में उसका पानी निकल गया, फ़िर मैने उसको अपना लंड चूसने को कहा, वो मना करती रही बाद में मान गई।

मेरा कुछ देर में पानी निकल गया और वो सारा पानी पी गई, थोड़ी देर हम ऐसे ही एक दूसरे के ऊपर लेटे रहे, कुछ देर बाद मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया, मैने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा और थोड़ा धक्का लगाया वो चिल्लाने लगी, मैं थोड़ी देर उसकी चूचियों को दबाता रहा और वो शांत हो गई।

मुझसे रुका नहीं जा रहा था मैने दोबारा जोर लगाया लंड थोड़ा और अंदर चला गया, वो फ़िर से चिल्लाने लगी, मैं अब उसके मुँह पर हाथ रख कर २–३ झटकों में सारा लंड अंदर कर दिया और ऐसे ही उसके ऊपर लेट गया और चूचियों को मसलता रहा।

मैने उसकी आंखों की तरफ़ देखा तो उसकी आंखों से आँसू आ रहे थे, थोड़ी देर ऐसे ही रहने से उसका दर्द कम हो गया और मैं थोड़ा-२ हिलना शुरु कर दिया कुछ देर बाद उसको मज़ा आने लगा, उसके मुँह से स्सस की आवाज आ रही थी और बार – २ आई लव यू कह रही थी, १० – १५ मिनट बाद मैं झड़ गया।

उस दौरान वो भी मेरे साथ ही झड़ गई, उसके बाद हम दोनो बात करते रहे, बाद में वो बोली की मुझे नींद आ रही है, मैं सोना चाहती हूं, मेरा सारा बदन दुख रहा है, कुछ देर बाद हम सो गये।

सुबह ३ बजे का टाइम हुआ था कि मैं सो रहा था कि मुझे लगा कि मेरा लंड कोई चूस रहा है, मैने आंख खोल कर देखा तो वो बड़ी जल्दी मुँह के अंदर बाहर कर रही थी।

वो बोली कि मुझे दोबारा चुदाई करवानी है प्लीज़ करो, मैने दोबारा पोज़िशन बदल कर के उसकी चूत में लंड डाल दिया और दोबारा चुदाई करने लगे, २५ मिनट बाद मैं झड़ गया उस दौरान वो २ बार ड़ चुकी थी, मैने पूरी रात इसी तरह ४ बार चुदाई की और एक बार उसकी गांड भी मारी. Sex Stories

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