Important Notice: Click on "Post Your AD" to post free ads !!!

Massage Girl in Anand: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Anand who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Anand that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Anand massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Anand who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Anand massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Anand massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Anand who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Anand employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Anand helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Anand

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Anand at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

Bahut achha

हॉट वाइफ की चुदाई का नजारा मैंने देखा जब मेरी पड़ोसन अपने पति से चुद रही थी और मैं अपनी चूत में उंगली कर रही थी. मेरे पति आये तो मैं उनसे चुद कर कुछ शांत हुई.

कहानी के पहले भाग
जवान पड़ोसन की चुदाई देखी
में आपने पढ़ा कि मेरे पड़ोस में रहने वाला युगल अपनी शादी की अर्धवार्षिकी के अवसर पर जम कर चुदाई कर रहा था. मैंने खिड़की से छुप कर उनकी चुदाई देख रही थी.

अलका की बेचैनी बढ़ती जा रही थी, उसका जिस्म मचल रहा था.
तभी सचिन ने दूसरी उंगली भी उसकी चूत में डाल दी.
अलका- अआआ … ह्ह्हह … अ..अ … ओय … दर्द हो रहा है … धीरे … कर … ना … अआआ … ह्ह्हह … अब बस कर … अआआ … ह्ह्हह … सचिन … अआआ आआ..ह्ह
तभी अलका एक तेज चीख के साथ थोड़ी ऊपर उठी और धड़ाम से बिस्तर पर गिर कर लम्बी लम्बी सांसें लेने लगी.

यह कहानी सुनें.Audio Player

00:00

00:00

Use Up/Down Arrow keys to increase or decrease volume.

अब आगे हॉट वाइफ की चुदाई:

अलका का हाल देख कर सचिन रूक गया और चूत से उंगली निकाल कर एक हाथ से अपना जॉकी उतार दिया.

उसका मोटा लण्ड उछल के बाहर आ गया.

‘ओह्ह्ह माई गॉड!’ कितना लम्बा था और कितना मोटा सुपारे की चमड़ी के बीच से गुलाबी सुपारा साफ चमक रहा था.

उसके दमदार लण्ड को देखते ही मेरी चूत से पानी टपकने लगा.
मेरा दिल किया कि अभी अंदर जा कर अलका के सामने ही चुद जाऊं.

तभी सचिन ने अलका को उठाया और बेड के साइड में बैठा दिया और खुद नीचे खड़ा होकर उसके होटों पर लण्ड फिराने लगा.

अलका के चेहरे से लग रहा था कि वह चूसने के मूड में नहीं है.
पर सचिन आज बिल्कुल मूड में था.
फिर भी अलका उसके लण्ड को अपने हाथ से पकड़ कर उस दबा रही थी, उसे चूम रही थी.
सचिन का विकराल लण्ड ठुमक रहा था.

इधर मेरी चूत में खलबली मची थी, चूत का रस बह कर मेरी जांघ को गीला कर चुका था.

तभी सचिन ने उसके बाल पकड़ के जोर से खींचा तो दर्द से अलका का मुँह खुल गया और सचिन ने उसके मुँह में मोटा लण्ड ठूस दिया.
अलका की आंखें बाहर को आ गई- अँगुगुगु … गूऊ गूऊ गूऊऊ … गुं गुं गुं ऊऊ!
उसकी आँखों से पानी के कतरे बहने लगे.

फिर सचिन ने अपने लण्ड से अपनी पत्नी का मुखचोदन करने लगा.
‘गूऊगू ऊगूऊऊ गूऊगू ऊगू ऊऊ उम्म्म गु गुं गुं ऊऊ ऊ ऊ ऊ’ ऐसी आवाजें आ रही थी.

सचिन के चूतड़ रिदम में आगे पीछे हो रहे थे.
थोड़ी ही देर में उसके चूतड़ों की थिरकन बढ़ गई.
साफ समझ में आ रहा था कि वह झड़ने की कगार पे था.

अलका भी समझ गई … वह लण्ड को अपने मुख से निकालने की कोशिश करने लगी.
पर सचिन की पकड़ मजूबत थी, एक जोर से हुंकार लेते हुए सचित ने अपना लंड और जोर से उसके मुँह में ठूँस दिया और भरभरा कर झड़ने लगा.

अलका की आँख लाल हो गई थी, आँखों से पानी बह रहा था, पूरा चेहरा लाल था, होटों की दरार से वीर्य की सफ़ेद धार बहने लगी.
सचिन का लण्ड सिकुड़ के बाहर आ गया, सिकुड़ा हुआ लण्ड भी काफी बड़ा लग रहा था.

और तभी मेरी चूत का भी काम तमाम हो गया.

अलका सचिन की पकड़ से छूटते ही मुँह दबा कर बाथरूम की तरफ भागी.
यह देख कर सचिन लण्ड को सहलाते हुए मुस्कुराने लगा, फिर अपना पैग बनाने लगा.

अलका उसके पास आकर उससे उसकी बेहरमी के लिए गुस्सा कर रही थी.
पर सचिन ने उसको बाँहों में भर कर गिलास मुँह में लगा दिया.

अलका एक बड़ा सिप लेकर वैसे ही बिस्तर पर लेट गई.
सच में उसकी चिकनी चूत इतनी गोरी थी … मुझे भी शर्म आ गई क्योंकि मेरी चूत थो इतनी गोरी ना थी.

सचिन उसकी जांघों पर बैठ गया.
उसका विकराल लण्ड पेंडुलम की भांति झूल रहा था. झड़ा हुआ लण्ड भी काफी बड़ा लग रहा था.

सचिन ने उसके बदन पे व्हिस्की गिरा दी और झुक के चाटने लगा.
मोटी जीभ के स्पर्श और ठंडी व्हिस्की ने अलका के बदन में गर्मी ला दी, वासना भर दी, उसे कामातुर कर दिया.

अलका वासना में डूब कर सचिन का मोटा लण्ड पकड़ कर उसे फैंटने लगी.

कुछ ही पल में लड़ अपने विशाल रूप में आ गया.
अलका बोलने लगी- अब डाल भी दो, तुम बहुत तड़पाते हो!

सचिन भी कामातुर था तो उसने भी उसकी टांगों को अच्छे से फैला दिया और बीच में पोजीशन लेकर उसकी चूत पर लण्ड रगड़ने लगा.

उसने अलका के पैरों को अपने कंधे पे रखा और एक हाथ से लण्ड दूसरे से झुक के कन्धा पकड़ा फिर थोड़ा सा दबाव बनाया तो लण्ड ने चूत को फैलाते हुए प्रवेश कर लिया.

अलका का मुँह खुल सा गया.
तभी सचिन ने अपने चूतड़ पीछे किये और एक जोरदार झटके ने पूरा लण्ड अलका की चूत में डाल दिया.

अलका की एक घुटी घुटी सी चीख निकल गई- अहह्ह ऊईई ओह स्सीईई अआईई उईई माँ मर गई आईई ईई उफ्फ़! आह ह्ह्ह माँ आईई मार दिया तुमने मुझे … इतना मज़ा उफ … धीरे से करो सचिन!

और चीख निकले भी क्यों ना … सचिन का लण्ड था ही इतना मोटा!
अलका अभी भी कमसिन सी लड़की ही लगती थी और शादी को भी छह महीने ही हुए थे.
उसकी चूत सचिन के मोटे लण्ड के हिसाब से और रोज़ चुदने के बावजूद अभी भी छोटी ही थी.

सचिन के भारी चूतड़ रिदम में आगे पीछे होने लगे.

इधर मेरी उंगली लोअर के अंदर चूत में अंदर बाहर हो रही थी, उधर अलका की चूत में लण्ड अंदर बाहर हो रहा था.

अलका बस सिसकारी भर रही थी- आआ आहह आईईइ म्म्म्म म्मम अहहा उम्म … उम्म्ह … अहह … हय … याह … आऽऽह … उम्मम्म … ऊऊहह … अआआआ … अहहन्न न्न्न्न्ना … आआ … आह्ह्ह हईई … ऊओहन नाह्ह्ह्ह्ही ईईइ!

‘फ़च … फ़च … फ़च … फ़च …’ की मधुर और मंद आवाज़ के साथ सचिन लंड को चूत के भीतर-बाहर हो रहा था.

‘इईई … श्शस्शह … अअ … उम्म्ह … अहह … हय … याह … आआआ … ह्ह्ह् … हाहाहा आआआ …’ काम में डूबी अलका अलका की आवाज़ से साफ पता चल रहा था कि वह किस आनंद के सागर में गोते लगा रही थी.

वह कई बार शिथिल सी हो जाती थी पर सचिन के शॉट रुकते नहीं थे.

तभी सचिन ने लण्ड निकाल कर उसको घोड़ी बनने का इशारा किया.
तो अलका तुरंत पलट गई.
सचिन ने झुक के उसके चूतड़ को चाटा और चूतड़ पर एक जोर से चांटा मारा.
अलका चीख पड़ी- आअह्ह उफ उईई ईई!

सचिन का लण्ड रोशनी में चूत के रस में भीगा हुआ चमक रहा था.
उसने अलका का कन्धा पकड़ा और एक बार फिर लण्ड को अलका की चूत में उतार दिया.
अलका फिर कराही- उईई माँ … मार डाला!

वह सही कहती थी, काफी देर सचिन उसको चोद रहा था पर अभी तक उसका वीर्य नहीं निकला था.

मेरे अंदर ताकत नहीं थी कि मैंने और खड़ी रह सकूं.
सचिन के चूतड़ हिल रहे थे तो बीच बीच में वो झुक के चूचियां भी मसलने लगता.

तभी सचिन ने एक जोर से हुंकार भरते हुए उसकी चूत में अंदर तक लण्ड घुसा दिया और अलका के जिस्म पर गिर गया.
अलका उसके नीचे दबी हुई थी.

मैं भी वही फर्श में बैठ गई और लम्बी लम्बी सांसें लेने लगी.

फिर मैं किसी तरह उठ के अपने घर आ गई.

घड़ी में करीब 12 बजे थे.
मैं उन दोनों की लम्बी चुदाई का एक राउंड देखकर आई थी तो मेरी चूत को लण्ड की जरूरत थी.
पर अखिल अभी आया नहीं था, मुझे उसपर गुस्सा भी आ रहा था कि वह मेरी जगह अपने बॉस के साथ गांड मरा रहा था.

तभी अखिल का कॉल आ गया, बोला कि वह थोड़ी देर में घर आ जायेगा.

मैं तुरंत उठी और फटाफट शावर में जाकर अपनी चूत और गांड को को अच्छे से साफ किया.
मैंने एक ट्रांसपेरेंट मिनी मिडी पहनी और हल्का सा तैयार होकर अपनी चुदाई का इंतज़ार करने लगी.

तभी अखिल भी आ गया.
उसके चेहरे से लग रहा था कि साला बहुत थका है.

पर उसने जब देखा कि मैं बिना ब्रा पैंटी के मिडी में हूँ तो एक अच्छे पति की तरह वह समझ गया कि मैं चुदाई के लिए मचल रही हूँ.

तो वह फटाफट शावर ले बिस्तर पर आ गया.

मैं उसके आते ही उसका लण्ड चूसने लगी.
लण्ड भी तुरंत तैयार हो गया.

मेरी चूत तो सचिन का लण्ड सोच सोच के ही गीली थी.
तो हम दोनों ने एक राऊण्ड धमाकेदार चुदाई की.
मैंने अखिल के लण्ड को अपनी गांड उछाल उछाल के अपनी चूत में लिया.
इस बीच मैं दो बार झड़ भी गई जब अखिल का रस निकला.

हॉट वाइफ की चुदाई हो चुकी थी पर मेरा दिल नहीं भरा था तो अखिल का लण्ड फिर से चूसने लगी और कुछ ही देर में मैं उसके ऊपर आ के अपनी गांड उछाल उछाल कर लण्ड चूत में लेने लगी.
अखिल भी जोश में आ गया, वह दोनों हथेली से चूतड़ को पकड़ कर मुझे उछालने लगा.

कुछ समय में मेरा जोश ठंडा हो गया और मैं उसके सीने पर गिर सी गई.
पर उकसाया तो मैंने था अखिल को … तो उसने वैसी ही मुझे बिस्तर पे गिरा के साइड से चोदना शुरू कर दिया.

‘अआआ … इईई ईई … अआउऊचच … ओय्ययय … अआआ … ह्ह्हह … अ..आउच … अआआहह अआआ … ह्ह्हह!’
और एक बार फिर सचिन ने मेरी चूत में अपना सारा वीर्य उड़ेल दिया.

हम दोनों इतने थक चुके थे कि उसी तरह सो गए.

सुबह होने के साथ एक नए दिन की शुरुआत हुई.
अखिल काम पर चला गया क्योंकि उसके बॉस आये हुए थे.

मुझे अलका से बात करने की जल्दी थी तो मैंने अपना सारा काम फटाफट निपटाया.

मैं नहा कर निकली ही थी कि अलका आ गई.
मैंने हम दोनों के लिए कॉफ़ी बनाई और उससे दूसरी सुहागरात के बारे में पूछने लगी.

अलका ने थोड़ी शरमाते हुए बताया कि पूरी रात सचिन ने उसको चोदा. करीब 4 बजे वे दोनों सोये थे. उसकी चूत में दर्द हो रहा है. दो बार सिकाई कर चुकी है फिर भी दर्द है. निप्पल में जलन हो रही है.

मेरे दिलोदिमाग में सचिन का लण्ड छाया हुआ था … बस उसका लण्ड अपनी चूत में लेने का दिल कर रहा था.
मुझे पता था कि अखिल को अलका की चूत मिलेगी तो वह मुझे सचिन से चुदने के लिए मना नहीं करेगा.

पर कैसे?

एक बात मैंने पक्की कर ली कि पति को बता कर ही सचिन से चुदाई करवाऊंगी और अलका को भी किसी न किसी तरह, किसी भी बहाने से अखिल से चुदने के लिए राज़ी कर लूंगी.

इसलिए मैं अलका से सेक्स के बारे में ज्यादा बात करने लगी थी, पराये मर्द से चुदाई की कहानी, विडियो उसके साथ शेयर करने लगी.
साथ ही साथ मैं उसको यह भी बोलती कि अखिल उसको बहुत पसंद करते हैं.

मैंने उसे बताया- अखिल बोलते हैं कि अलका बहुत खूबसूरत है, उसका मांसल बदन बहुत अच्छा है. चूचियां भी भरी भरी हैं.

ये सब सुन कर अलका शुरू में तो शर्मा जाती थी, कहती- धत दीदी, आप भी ना!
पर धीरे धीरे वह भी उन सब बातों को पसंद करने लगी, उसको इन सब बातों में रस आने लगा.
वह अखिल से भी खुलने लगी, मज़ाक भी करने लगी थी.

अगर कभी मैं अखिल की बात नहीं करती तो वह खुद ही उसकी बात करने लगती.
तो मैं उसको बोलती कि रात को उसने दो बार चुदाई की. देर तक मेरी चूत चाटी.

ये सब सुन कर अलका कसमसाने लगती, उसका चेहरा लाल हो जाता.
मेरी भी समझ में आ जाता कि अलका की पैंटी गीली हो रही है.

फिर एक दिन अलका ने बोला- दीदी, अगर मैं अखिल को सचमुच पटा लूं तो आप क्या करेंगी?
मैं- करना क्या है … तू अखिल को पटायेगी तो मैं सचिन को पटा लूंगी. उसका लण्ड भी तो सख्त और मोटा है. जब तेरे पति मुझे चोदेंगे और मेरा पति तुझे चोदेगा तो हम दोनों की दोस्ती और पक्की हो जाएगी.
तो हंस कर अलका मेरे से लिपट गई.

इधर दूसरी तरफ मैं अखिल को बताती कि अलका उसको पसंद करती है बहुत!
मैं उसको बोलती- तुम सम्भोग में मेरी चूत जम के चूसते हो तो वह काफी उत्तेजित हो जाती है.

ये सब सुन के अखिल भी खुश हो जाते, बोलते- अलका काफी खूबसूरत है. किसी रोज़ लाओ उसको बैडरूम में … तो उसको भी अपनी मर्दानगी स्वाद चखा दूँ.

तो मैंने अखिल से झूठ बोल दिया- अलका तो कब से बेचैन है तुम्हारे से अपनी चूत चुसवाने को … पर मैंने ही हामी नहीं भरी. आखिर तुमसे पूछना भी तो जरूरी था!
अखिल- कमाल करती हो जान … ऐसे काम में पूछा नहीं जाता है. अलका जैसी मांसल और गठीली औरत को चोदने को तो मैं आधी रात को भी तैयार हूँ.

“तो ठीक है, फिर मैं अलका को आज ही ग्रीन सिग्नल देती हूँ. पर अगर तुम अलका को चोदोगे तो मैं भी सचिन से चुदवाऊंगी. फिर तुम मुझे मत टोकना!”
अखिल- कैसी बात करती हो जान, यह भी कोई टोकने की बात है. हम लोग पढ़े लिखे नए ज़माने के लोग हैं. मुझे तो अच्छा लगा कि तुमने अपनी दिली इच्छा खुल कर बताई. तुम भी सचिन के साथ खुल कर चुदाई का मज़ा लो. चार दिन की तो जवानी है, इसका खुल के मज़ा लेना चाहिए.

अब मैं बिल्कुल निश्चिन्त थी कि जल्द ही सचिन का लण्ड मेरी चूत में होगा.
और यह भी पता था कि अलका भी अखिल से अपनी चूत चटवाने के लिए मचल रही है.

पर मैं अलका को अखिल से चुदवाने पहले खुद सचिन से चुदना चाहती थी.
तो मैं इंतज़ार कर रही थी कि कब अलका अपने मायके जाये और मैं सचिन से चुदाई करवा लूं.

Antarvasna Sex Stories

हाय, मेरा नाम दीपक है। मैं Antarvasna Sex Stories गाजियाबाद का रहने वाला हूँ। मैंने अतंर्वासना की बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं और मैं भी अपनी एक हसीन कहानी आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। उम्मीद है आपको पसंद आयेगी।

तो आइये अब रूख करते हैं कहानी की ओर-

यह कोई दो महीने पहले की बात है, मैं ट्रेन से सफर करते हुए अपने गाँव जा रहा था। ट्रेन में काफी भीड़ थी इसलिए मुझे सीट नहीं मिली। मैं जाकर ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा हो गया। मैं खड़ा हुआ बोर हो रहा था, तभी एक लड़की और उसकी दादी भी उसी डिब्बे में चढ़ गई। दादी को तो एक अकंल ने सीट दे दी पर वो लड़की मेरे पीछे आकर खड़ी हो गई। इसी दौरान गाड़ी चल पड़ी। गाड़ी तेज चल रही थी जिससे यात्री इधर उधर हिल रहे थे। मेरा हाथ बार बार उसके पेट से टकरा रहा था और वो मुझे गर्म लग रही थी। अब तो मेरे मन ने हिलोरें लेनी शुरू कर दी, मैंने जानबूझ कर अपना हाथ उसके पेट पर फेरना शुरू कर दिया। उसे भी लगने लगा कि मैं यह सब जानबूझ कर कर रहा हूँ। उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे धीरे से मना कर दिया। भीड़ की वजह से किसी का ध्यान हम पर नहीं था।

अब मैं घूम कर उसकी ओर मुँह करके खड़ा हो गया और उससे उसका नाम पूछा तो उसने बिना किसी ना-नुकर के अपना नाम बता दिया। उसका नाम विनीता था। मैंने उससे उसके बारे में सब कुछ पूछ लिया। वो फरीदाबाद की रहने वाली थी। मैंने उससे उसका पता और फोन नंबर लिया, मैंने भी अपना नंबर उसे दे दिया। इसके बाद मेरा स्टेशन आ गया और मैं उतर के अपने गाँव चला गया।

15 दिन गुजर गये, ना तो उसने काल किया ना मैंने ! लेकिन 15 दिन बाद उसका एस एम एस आया कि वो एक जरूरी काम से गाजियाबाद आ रही है। उसने मुझे होटल का नाम बता दिया। उस दिन मैं शाम 7 बजे होटल पहुँच गया। मैंने उसके बताये कमरे का दरवाजा खोला, मैंने देखा कि विनीता बेड पर उल्टी लेटी थी। मैंने दरवाजा बंद कर दिया, विनीता ने एक हल्की नाईटी पहनी थी जिससे उसका सारा शरीर साफ दिख रहा था।

जब मैंने विनीता को उस हल्की नाईटी में देखा तो मेरा छ: इंच का लंड सलामी देने लगा। मैंने खुद को कन्ट्रोल किया और धीरे से मैंने उसे आवाज लगाई। मेरी आवाज सुनकर वो बड़ी तेजी से उठी और मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मुझे बेहताशा चूमने लगी। मैंने भी उसका पूरा साथ दिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। मेरे हाथ उसके पेट पर घूम रहे थे। मैं उसे बिस्तर पर ले गया वो चुदने के लिए बेकरार थी।

मैंने उसकी नाईटी उतार दी। अब वो सिर्फ पैन्टी और ब्रा में थी। मैंने उसका फिगर निहारा क्या गजब का फिगर था ! उसकी चुच्ची बिल्कुल कैटरीना की तरह थी। मैंने उसकी चुच्ची को दबा दिया। अब उसने मुझे कपड़े निकालने को कहा तो मैंने कहा- तुम ही निकाल दो !

उसने मेरे कपड़े उतार दिए। अब मैं भी सिर्फ कच्छे में था। मेरा लंड बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। मैंने अब अपना हाथ विनीता की पैंटी में डाल दिया और उसकी चूत मसलने लगा। उसकी चूत पे एक भी बाल नहीं था। उसकी चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी और वो जोर जोर से सिसकियाँ ले रही थी- आ आह अअअ उउउ आ अअ ! मार डाल ! फाड़ दे ! चोद दे ! सि..

मैं भी उसकी चूत को जोर जोर से रगड़ रहा था। वो मेरे हाथ पे ही झड़ गई।

मैंने उसे लेटने को कहा, उसकी टाँगें चौड़ी की और अपना लंड उसकी चूत के छेद पर रखा और दो धक्को में ही लंड अंदर चला गया। पूरा कमरा उसकी चुदाई की चीखों से भर गया। मैंने विनीता की चुच्चियों को मुँह में दबा रखा था। लगभग बीस मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गये। उस रात हमने चार बार चुदाई की।

सुबह वो अपने रास्ते चली गई और मैं अपने !

पर हम आज भी फोन पर चूत-चुदाई करते हैं!

आपको मेरी कहानी कैसी लगी जरुर बतायें ! Antarvasna Sex Stories

प्रेषिका : सीमा शर्मा Hindi Sex Stories

मेरा नाम सीमा है, उमर २२ साल, कद Hindi Sex Stories लम्बा, करीब ५ फ़ुट ३ इंच, रंग गोरा, बटाला और मैं अंग्रेज़ी से एम ए में पहले साल में हूँ और मेरी बहिन ऋचा उम्र २३ साल कद मुझ से थोड़ा छोटा ५ फ़ुट, मुझ से एक साल बड़ी है और वह मुंबई में कॉल सेण्टर में नौकरी करती है।

आज जो बात लिखने जा रही हूँ मुझ को बताते हुए बड़ी शर्म आ रही है।

बात आज से एक महीने पहले की है।

मेरी बहन एक महीने पहले ऑफिस से छुट्टी लेकर आई हुई थी। जब हम दोनों सो रहे थे तो दीदी के मोबाइल पर रात के करीब १०:३० बजे एक मिस्ड कॉल आई। तब दीदी ने कॉल देखी और उसी नंबर पर कॉल कर के बात करने लगी कि अभी तो मुझ को मासिक-धर्म ठीक से हुआ है अगर जरुरत पड़ी तो गोली ले लूँगी।

मैने पूछा- क्या बात है दीदी ऐसी बातें आप किस से कर रही हो?

दीदी- कुछ नहीं ! तू सो आराम से !

बस इतनी बात कर मैं भी सो गई।

अगले दिन हमारा चाचे का बेटा, नाम राहुल, उम्र २७ साल, कद ५ फुट ७ इंच, रंग सांवला अपनी नौकरी के सिलसिले में आया हुआ था। वह अब एक अच्छा डॉक्टर बन चुका था और एक सरकारी नौकरी पाने के लिए इंटरव्यू देने आया था। वह हम सबसे मिलने सुबह करीब ११ बजे आया।

नमस्ते ताया जी ! नमस्ते ताई जी ! क्या हाल है ? राहुल ने मम्मी पापा को बड़े जोश से पूछा।

बिलकुल ठीक है पुत्तर – दोनों ने कहा।

सीमा और ऋचा कहाँ पर हैं ?

मेरी मम्मी ने कहा- बेटा, अपने कमरे में होंगी, जा के देख ले, अच्छा बाकी सब बता, सब ठीक है? तेरी इंटरव्यू कैसी हुई? मैन्नू तेरी माँ दा फ़ोन आया सी, ताँ तो पता चला कि तू आ रहा है।

ओह ! ओह ! इतने सारे सवाल ! पहले सीमा और ऋचा से तो मिल लूं !

यह कहता हुआ राहुल हमारे कमरे में बिना दरवाज़ा खटकाए घुस आया।

मैं आगे खड़ी थी और वह एकदम से गले लग गया और जोर से उसने मेरे बूब्स को अपनी छाती साथ लगाया। एकदम से मेरे बदन में करंट दौड़ गया, मैंने एकदम से उसको अपने से पीछे हटाया- क्या कर रहे हो राहुल ?

ओह ! सॉरी मैं भूल गया था कि तुम जवान हो गई हो !

फिर वह दीदी के पास जाने लगा तो दीदी ने आगे बढ़ कर कर उस के गालों पर चूम लिया।

दीदी बोली- अब ठीक है !

राहुल बोला- मजा आ गया !

इतनी देर मैं मम्मी राहुल के लिए दूध ले कर आ गई।

राहुल बोला- क्या ताई ! यह उम्र क्या दूध पीने की है ? सेब खिलाओ, सेब !

सेब इन दिनों मैं कहाँ से लाऊँ ? मार्केट में बस केले ही मिल रहे हैं – मम्मी बोली राहुल से।

क्या ताई घर में ६ सेब मौजूद हों तो बाहर से खाने की क्या पड़ी है ? – राहुल बोला।

क्या मतलब ? मम्मी ने राहुल से बड़ी हैरानी से पूछा।

ताई दो सेब तो ताया जी चूसते हैं ! दो सेब आपने मुंबई भेज दिये और दो सेब यहाँ पर हैं वोह मुझ को दे दो !- राहुल मम्मी से बोला।

मुझ को तेरा मतलब समझ नहीं आया ? मम्मी ने राहुल को पूछा।

क्या ताई आप भी बड़ी भोली बनती हो?- राहुल आगे बढ़ा और मम्मी के ब्लाऊज़ के अन्दर देखने लगा।

क्योंकि मम्मी ने गहरे गले वाला ब्लाऊज़ पहन रखा था और जिसके अन्दर से मम्मी की ब्रा साफ़ साफ़ दिख रही थी और मम्मी के बूब्स आधे नंगे थे, क्योंकि हमारे घर में कोई लड़का नहीं था तो मम्मी ने भी कभी ऐसा ब्लाऊज़ न पहनने का न सोचा।

तभी मम्मी ने एकदम से ब्लाऊज़ को अपनी साड़ी के पल्लू से ढाका- चल हट ! शरारती कहीं का ! मम्मी ने थोड़ा हंस के और थोड़ा शरमा कर उसको पीछे किया।

तब सारे हँस दिए और बात को ख़त्म कर दिया गया। मगर सच बात यह थी कि उस वक़्त मुझ को राहुल की बात समझ नहीं आई थी, बाकियों को हँसता हुआ देख मैं भी हँस दी, मगर मेरे मन में बात चलती रही कि बात क्या हुई।

इस तरह से एक हफ्ता बीत गया।

फिर उसी तरह से दीदी को रात को करीब १०:३० बजे कॉल आई।

अब ठीक है ! परेशानी की कोई बात नहीं – दीदी ने कहा और फ़ोन काट दिया।

मैंने फिर दीदी से पूछा- क्या बात है?

मगर दीदी ने फिर वही जवाब दिया कि तुम सो जाओ !

मगर मैं सोती कैसे ! मेरे मन में बेचैनी थी कि पता नहीं बात क्या है !

सो मैने भी ठान ली कि आज बात जान कर ही रहूंगी ! मेरे सोचते सोचते २० मिनट निकल गए।

तब मैंने देखा कि दीदी उठी, तब शायद रात के १२:१५ बजे ही थे, कमरे में अँधेरा था, अंधेरे में ही दीदी ने मुझको टटोला कि क्या मैं अच्छी तरह से सो गई हूँ। मगर मैं सोई नहीं थी, मैने तो सिर्फ अपनी आँखें बंद कर रखी थी।

मैंने ध्यान से देखा की दीदी ने तब अपनी नाईटी उतार दी और फिर अपनी ब्रा और पैंटी भी उतार दी। अब वह पूरी तरह से नंगी थी और फिर उसने हमारे कमरे को अन्दर से लॉक कर दिया, फिर वह हमारे बेड पर आ गई, फिर उसने अपना मोबाइल उठाया और कुछ देखने लग गई।

मोबाइल की रोशनी से दिख रहा था कि दीदी पूरी तरह से नंगी हुई हुई थी, यह देख मुझसे रहा नहीं जा रहा था, मगर उठती कैसे, क्योंकि मैंने दीदी को इस अवस्था में पहली बार देखा था। दीदी ने अपना मुँह मेरे से उल्टी तरफ किया और अब दीदी की नंगी पीठ मेरी तरफ थी। मेरे मन में उत्तेज़ना थी कि क्या हो रहा है !

तब मैने बड़ी मुश्किल से हिम्मत जुटाई और देखा कि मोबाइल में क्या चल रहा है !

वह देख मैं तो दंग रह गई- मोबाइल में लड़कों और लड़कियों की नंगी तस्वीरें थी। तब दीदी की नज़र मुझ पर पड़ी और एकदम से घबरा गई। फिर हम दोनों में १ मिनट की चुप्पी छाई रही और फिर दीदी एकदम से मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे नाईट-गाऊन के सारे बटन खोल दिए। दीदी जानती थी कि मैं रात को ब्रा और पैंटी नहीं पहनती क्योंकि मुझ को रात को इससे बड़ा आराम मिलता है।

अब मैं और मेरी दीदी पूरी तरह से नंगे थे और दीदी मेरे ऊपर थी। मुझे बहुत अजीब सा और अच्छा भी लग रहा था।

फिर दीदी ने मेरे बाएँ स्तन को चूसना शुरू किया।

ओह ! मैंने कहा- दीदी यह क्या कर रही हो?

क्यों मजा नहीं आ रहा ? दीदी ने मुझ से पूछा।

अब मैं उसको ना , ना कह सकी ! असल में मजा तो आ रहा था। मैं चुप रही।

फिर क्या था, उसने अपने होंट मेरे होंटों पर रख दिए और चूसने लगी।

बहुत मजा आ रहा था। दीदी ने फिर मेरे बूब्स को चाटा, फिर उनको चूसा !

फिर मेरे पेट को अपनी जीभ से साफ़ किया, फिर वह नीचे बढ़ी और मेरी घुटनों से पकड़ कर मेरी टाँगें खोल दी।

यह क्या ? बड़े बाल हैं साफ़ नहीं करती क्या ? उफ़ ! – दीदी ने कहा।

“सारा मजा खराब कर दिया !” फिर से कहा दीदी ने !

फिर दीदी रुकी और मेरे साइड पर बैठ गई और बोली, ” यार तेरे सेब बहुत मीठे हैं, तुझको मेरे कैसे लगे ?

मैंने उसको बड़ी हरानी से देखा,” अरे ! तेरे बूब्स तेरे सेब हैं ! राहुल इन सेबों की बात कर रहा था ! अरे यार, मम्मी के सेब रोज पापा चूसते हैं। इस उम्र में तुझको पता होना चाहिये। इस लिए तो रोज उन को कमरा बंद होता है। और तू फ़ोन कॉल की बात पूछ रही थी तो सुन मेरे से एक गलती हो गई, मैं भी अपने सेब चुसवा चुकी हूँ !”

यह कह कर उस ने मेरी तरफ देखा- हां, मैं जानती हूँ कि तुझ को यह बात सुन कर अजीब लग रहा होगा, मगर मैं सच कहूं तो मैं यह करना नहीं चाहती थी, बस हो गया ! दीदी ने कहा।

मगर हुआ कैसे ? मैने पूछा।

“मेरे ऑफिस में एक मेरा दोस्त है सुमित, मुझ को काफी अच्छा लगता है, फिर हम दोनों में दोस्ती हो गई।

फिर इक दिन १४ फरवरी को उसने मुझ को काफ़ी पीने के लिए आमंत्रित किया। हम एक रेस्तरां में चले गए। वहाँ पर जा के देखा कि वह अपना पर्स घर पर भूल आया है। मैने पैसे देने के लिए कहा, मगर वह माना नहीं इसलिए वह मुझ को पर्स लाने के बहाने से अपनी घर ले गया।

मगर जब घर के अन्दर गई तो पता लगा कि वह अकेला है। यह देख मुझको घबराहट हुई, उसने कहा कि घबराओ मत ! यह कह कर वह मुझको अपने कमरे में ले गया और कहा कि वह मेरे लिए पीने के लिए पानी लाता है। वह बाहर गया तब मैं कमरे में अकेली थी।

मैंने देखा कि उसके बेड पर नंगी तस्वीरों वाली मैगजीन थी। अभी मैं उसको देख ही रही थी कि वह पीछे से आ गया !” दीदी ने कहा।

फिर क्या हुआ ? मैंने दीदी से पूछा।

फिर क्या ? फिर उसने मुँह से सीधा-सीधा पूछ लिया,”क्या तुम मेरे साथ सेक्स करोगी? मैं वायदा करता हूँ कि यह बात मैं किसी से नहीं कहूंगा और तुमसे ही शादी करूंगा।”- दीदी ने कहा।

फिर ? उस के बाद क्या हुआ दीदी ?- मैंने पूछा।

सच कहूं तो उस वक्त तो मैं पूरी तरह से गरम थी और मैं उसके साथ सेक्स करना चाहती थी। मैंने उसको कुछ ना कहा मगर वह मेरे मन की बात समझ गया। तब मैंने उसके साथ सेक्स किया… वाह ! …… कितना मज़ा था उसमें ! … क्या आग थी !”

“अब मुझको यह तो नहीं पता कि वही तेरा जीजू बनता है या नहीं ! लेकिन मुझसे गलती तो हुई है !” दीदी ने कहा।

चल छोड़ उसको हम अपना मजा करते हैं – फिर से दीदी ने कहा।

फिर वह उठी, मेरे ऊपर पहले चद्दर दी और मुझ को इन्तज़ार करने के लिए कहा। फिर दीदी ने मेरा नाईट गाऊन पहना और फ़्रिज से बर्फ ले आई और कमरा बंद कर फिर से पूरी नंगी हो गई और मेरी चद्दर भी उतार दी।

अब हम दोनों फिर से नंगे थे !

फिर दीदी ने मेरी टाँगें खोली और मेरे चूत पर बर्फ मली।

उफ़ ! मैंने कहा।

क्या हुआ ? दीदी ने पूछा।

कुछ नहीं ! अच्छा लगा ! मैंने कहा और मैं हंस पड़ी।

मेरी बहन जवान हो गई है ! अगर मन करे तो अपनी सेब राहुल से चुसवा लियो ! अच्छा लड़का है ! दीदी ने कहा।

फिर हमने काफ़ी मस्ती की और कपड़े पहन कर सो गए।

मैं आज भी उस दिन को नहीं भूल पाई जिस दिन दीदी ने मुझ को अपना राज बताया और मुझ को भी बड़ा मजा दिया।

मैं यह मजा फिर से लेना चाहती हूँ।

आजकल राहुल बहुत याद आता है।

आप ही बताओ कि उस साथ करुँ या नहीं !

और जो मजा मैंने दीदी साथ लिया किसके साथ लूँ ?

कृपया मुझे अपना सुझाव भेजें ! Hindi Sex Stories

Hindi Porn Stories

मैं बारहवीं क्लास का Hindi Porn Stories लड़का हूँ मेरी उम्र बीस साल हैं मेरा लंड आठ इंच का है। मेरा शुरू से ही आकर्षण लड़कियों से ज्यादा लड़कों में रहा हैं क्योंकि मुझे उनकी टाइट गांड मारने में मुझे मज़ा आता है। मैं 3-4 बार अपने दोस्त अभिषेक (झारखण्ड) की भी मार चुका हूँ लेकिन उसके बारे में मेरी अगली कहानी बताऊंगा। अभी मैं अपनी और मेरे भाई अविचल के कांड की कहानी बताता हूँ।

हम फरीदाबाद के रहने वाले हैं। मैं छुट्टियों में कुछ दिनों के लिए अपने चाचा से मिलने जयपुर गया हुआ था।वहाँ मैं मेरे चाचा और उनका बेटा अविचल से मिला। अविचल 19 साल का हो गया था और काफी वासना भरा भी लग रहा था। वो आई आई टी की तयारी कर रहा था।पहली नजर में ही उसकी सेक्सी गांड देख कर मुझे उसकी गांड मारने की इच्छा हुई और मैंने मन ही मन ठान लिया था कि मैं उसकी गांड मार कर ही रहूँगा। मैं वहाँ पर दस दिनों के लिए गया था और उसी वक्त में मुझे कुछ करना था। हम पहले भी कभी मिलते थे तो एक दूसरे का मुठ मारते थे इसलिए मुझे मंजिल ज्यादा मुश्किल नहीं लग रही थी।

एक दिन मेरे चाचा काम से गए हुए थे, हम दोनों घर पर अकेले थे। मुझे वो वक्त बात बढ़ाने के लिए सही लगा। मैंने उसे पहले पुरानी बातों को याद दिलाने की कोशिश की।

मैं उससे बोलने लगा- और अविचल, तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है क्या ?

उसने थोड़ा शरमाते हुए कहा- नहीं, लेकिन मैं गर्लफ्रेंड बनाना चाहता हूँ !

तो मैंने उससे कहा- मैं तुम्हारे लिए गर्लफ्रेंड पटवा सकता हूँ लेकिन तुम्हें मेरा एक काम करना पड़ेगा।

उसने खुश होते हुए मुझसे कहा- आप जो बोलेंगे मैं वो करूँगा, अगर करने लायक हुआ तो !

मेरी बात बनने ही वाली थी कि इतने में किसी ने घंटी बजाई। अविचल ने जाकर देखा तो मेरे चाचा आ चुके थे। मुझे उस वक्त अपनी किस्मत पर बहुत गुस्सा आया। उस दिन तो मैं मन मार कर रह गया और मुठ से ही संभाला मैंने अपने आप को !

लेकिन अगले दिन जब मेरे चाचा गए तो अविचल मेरे पास आया और उसने मुझसे बोला- भैया, कल आप मुझसे कुछ कह रहे थे ?

मैंने जब उसे यह कहते हुए सुना तो मुझे लगा कि शायद यह भी वासना का शिकार है। मैंने उससे कहा- हाँ, मुझे तुमसे कुछ काम है, याद हैं जब अपन पहले मिलते थे तो एक दूसरे का मुठ मारते थे और एक बार मैंने तुम्हारे मुँह में देने की कोशिश की थी और तुम छटपटाने लग गए थे।

वो थोड़ा शरमा गया और मुझसे बोला- आप क्यों गड़े मुर्दे उखाड़ रहे हो?

फिर मैं धीरे धीरे उसकी उत्तेजना बढ़ाने के लिए उससे सेक्सी सेक्सी बातें करने लग गया। फिर हम दोनों मेरे मोबाइल पर साथ साथ ब्लू फिल्म देखने लग गए। मेरा लंड नब्बे डिग्री पर खड़ा हो गया लेकिन उसके लंड पर कोई असर ही नहीं था। लेकिन वो मचलने लग गया। तब मुझे पता चल गया कि साला अविचल तो नपुंसक है। उसके मचलने से मुझे लगा कि उसकी गांड मराने की प्रबल इच्छा हो रही है। तब शाम होने वाली थी, मैंने उससे पूछा- क्या तुम पहले की तरह मेरा मुँह में लेना चाहोगे?

उसने मुझे देखा और बोला- मैं तो कब से मौके की तलाश में था !

और उसने आगे से मेरे पैंट की चैन खोली और मेरे लंड को चड्डी के ऊपर ही मसलने लग गया। मेरी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी। उसने मेरा अंडरवीयर खोल दिया और मेरा लंड तुंरत उसने मुँह में ले लिया और कुत्ते की तरह चाटने लग गया। मेरी उत्तेजना चरम सीमा पर थी और थोड़ी देर में मैंने अपना रस उसके मुँह पर छोड़ दिया और वो उसे गटक गया और गाल पर टपकी बूंदे हाथ में लेकर चाट गया।

अब शाम हो गई थी और चाचाजी भी आ गए थे। अगले दो दिनों तक चाचाजी छुट्टी पर थे तो हम दोनों को मौका नहीं मिला। मगर जब दो दिन बाद चाचा ऑफिस गए तो हम दोनों उसके कमरे में चले गए। अब हम दोनों ने टीवी पर ब्लू फिल्म देखना चालू कर दिया। थोड़ी देर बाद हम दोनों की उत्तेजना बढ़ गई, हम दोनों ने एक दूसरे के साथ मस्ती शुरू कर दी। फिर हम एक दूसरे को 15 मिनट फ्रेंच किस करने लग गए।

अब हम दोनों की उत्तेजना बहुत बढ़ गई थी। मैंने अपने कपड़े उतार दिए और वह मेरा मुँह में लेने लग गया। मुझे उसके मुँह में देने में अत्यंत आनंद मिल रहा था।

थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा- तुम भी अपने कपड़े खोल दो !

तो उसने थोड़ा शरमा कर कहा- मुझे शर्म आती है, मैं नपुंसक हूँ !

तो मैंने कहा- वो तो मुझे पहले ही पता चल गया था ! तुम्हें शर्माने की कोई जरुरत नहीं है, मैं तुम्हें दूसरा ही मजा दूंगा !

उसने थोड़ी नाटकबाजी के बाद कपड़े खोलने शुरू कर दिए। फिर वो पापी मेरा मुँह में लेने लग गया। थोड़ी देर बाद जब मेरी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ़ने लग गई तो मैंने कहा- अविचल, अब मुझसे नहीं रहा जाता ! अब मुझे तुम्हारी गांड मारनी है !

तो उसने कहा- अब मैं भी चरम सीमा पर हूँ, पर तुम्हारा इतना मोटा लंड है, मेरी तो गांड फट जायेगी !

तो मैंने उसे समझाया- शुरू में थोड़ा दर्द होगा लेकिन बाद में मज़ा बहुत आयेगा।

तब उसने बोला- अब तुम मेरी गांड में अपना यह औजार घुसा ही दो !

और वो घोड़ी बन गया। जब वो घोड़ी बना तो मैंने देखा कि उसकी गांड का छेद तो पहले से ही खुला हुआ था। मेरे पूछने पर उसने बताया कि एक बार उसके तीन करीबी दोस्त विकास, धरमवीर और रजत ने उसकी जबरदस्ती गांड मार दी थी लेकिन उसे मज़ा बहुत आया था।

फिर मैंने बात वहीं पर ख़त्म कर के उसकी गांड में एक झटका मारा, मेरा सिर्फ सुपारा ही घुसा था कि उसकी चीख निकल गई, वो चिल्लाने लग गया लेकिन मैंने बिना कोई दया दिखाए उसकी गांड में एक और झटका दिया और मेरा लंड पूरी तरह उसकी गांड में घुस गया।

उससे सहन नहीं हो रहा था, वो चिल्लाया- आआआआ उइउइ उउइउइउइउइउइ मादरचोद ! मेरी तो तूने गांड ही फाड़ डाली ! साले मैं तेरी माँ चोद दूंगा !

लेकिन उसने मेरे लंड को हटाने की कोशिश भी नहीं की। शायद उसे पता था कि बाद में उसे अत्यंत मज़ा आने वाला है।

मैंने अब उसकी गांड मारनी शुरू कर दी। शुरू में तो वह बहुत चिल्लाया लेकिन फिर वो मेरा साथ देने लग गया और उसकी उत्तेजना भी बढ़ने लग गई। अब वह बोल रहा था- मादरचोद, चोद मुझे ! आज फाड़ दे मेरी गांड ! आआआआ उईउइउइउइउ मादरचोद और जोर से मार मेरी गांड ! साले तेरी माँ को भी ऐसे ही चोदता है क्या? भेन के लौड़े, फाड़ दे आज मेरी ! ऐसे कि बेसबाल का डंडा भी आराम से घुस जाये !

उसकी ऐसी उत्तेजना भरी बातें मुझमें और जोश भर रही थी। थोड़ी देर तक डट कर गांड की चुदाई करने के बाद मैंने लंड बाहर निकाल के उसके मुँह में छोड़ दिया और वो उसे पी गया।

उस दिन मैंने उसकी तीन बार गांड मार दी और बाकी दिन तक उसकी हर दिन गांड मारी।

यह थी मेरी कहानी। Hindi Porn Stories

TOTTAA’s Disclaimer & User Responsibility Statement

The user agrees to follow our Terms and Conditions and gives us feedback about our website and our services. These ads in TOTTAA were put there by the advertiser on his own and are solely their responsibility. Publishing these kinds of ads doesn’t have to be checked out by ourselves first. 

We are not responsible for the ethics, morality, protection of intellectual property rights, or possible violations of public or moral values in the profiles created by the advertisers. TOTTAA lets you publish free online ads and find your way around the websites. It’s not up to us to act as a dealer between the customer and the advertiser.

 

👆 सेक्सी कहानियां 👆