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Massage Girl in Mahipalpur: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Mahipalpur who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Mahipalpur that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Mahipalpur massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Mahipalpur who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Mahipalpur massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Mahipalpur massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Mahipalpur who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Mahipalpur employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Mahipalpur helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Mahipalpur

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Mahipalpur at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

Sex Stories

दोस्तो, आज मैं Sex Stories अपनी कहानी आप को पहली बार लिख रहा हूँ। उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी आप को अच्छी लगेगी क्योंकि मेरी यह कहानी कहानी न हो करके एक असलियत है जो मेरे साथ घटित हुई है।

मेरा नाम सुरेश है और मैं पंजाब का रहने वाला हूँ। मैं एक मध्यम परिवार का शादीशुदा मर्द हूँ, मेरा भी मन करता था कि मैं भी किसी के साथ सम्भोग करुँ। कोई ऐसी लड़की मिल जाये जो मुझे प्यार करे, जिसके साथ मैं खुल कर बातें कर सकूं और अपने मन की बात कह सकूँ।

दोस्तो और सहेलियो, अब आप मेरी कहानी सुनिए :

मैं एक बहुत ही शरीफ लड़का था, मेरी शादी को बारह साल हो चुके थे। मैंने अपनी पत्नी के अलावा और किसी भी लड़की की तरफ कभी आँख उठा करके भी नहीं देखा था। करीब गयारह साल के बाद मेरी भी इच्छा हुई कि मेरी भी कोई दोस्त होती जिसे मैं भी आराम से चोद सकता और वो मुझसे चुदाई करवा के खुश हो जाती।

मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई जो कि मेरी हम-पेशा है। मैं उसका नाम नहीं बता सकता (कृपया मुझे माफ़ करें) हम लोग करीब साल भर बात ही करते रहे, न मैंने पहल की और न ही उसने कभी कहा कि उसका मन मुझसे मिलने को कर रहा है।

वो भी शादीशुदा है और मैं भी!

हमें अपनी जिम्मेदारी का अहसास भी है, पर पिछले साल अचानक उसने मुझ से कहा कि वो मुझसे अकेले में मिलना चाहती है। मैं तो पहले से ही तैयार था पर डरता था कि कहीं वो गुस्सा न हो जाये। उसके कहने पर तो जैसे मुझे मन मांगी मुराद ही मिल गई हो।

मैंने तुंरत उसे फ़ोन करके पूछा- बताओ कहाँ चलें?
तो उसने कहा- जहाँ आपको अच्छा लगे, वहीं चलते हैं, लेकिन जल्दी वापिस आना होगा!
मैंने कहा- ठीक है!

मैंने तुंरत अपनी कार निकाली, उसे जहाँ उसने कहा था, वहां से लिया और चल पड़े! मैं कभी बाहर नहीं गया था, मैंने अपने एक दोस्त को फ़ोन किया (जो हर हफ्ते अपनी गर्ल फ्रेंड को लेकर जाता है ) और उसे कहा कि मेरे लिए एक कमरा बुक करवा दो!

उसने होटल में फ़ोन किया, उसके दो मिनट बाद ही हम वहां पहुँच गए और मैनेजर से बात करके कमरे में चले गए। कमरे में जाते ही हमने अन्दर से बंद कर लिया और जोर से जफ्फी डाली जैसे दो साथी जनम-जनम से बिछड़े पता नहीं कितनी देर बाद मिले हों!

इसके बाद हम दोनों ने आपस में मुँह में मुँह डाल कर किस किया और जाने कब तक करते रहे।

फ़िर उसने मेरे कपड़े उतारे और मेरे लण्ड को मुँह में ले लिया। मैं तो सोच भी नहीं सकता था कि वो मुझे इस तरह का मज़ा देगी। उसने मेरे पूरे के पूरे लण्ड को अपने मुंह में भर लिया। मुझे तो बस कुछ मत पूछो कि कितना मज़ा आया! बता ही नहीं सकता!

थोड़ी देर चूसने के बाद उसने अपनी चूत की तरफ इशारा करके कहा- अब अपना लण्ड इसमें डालो! पता नहीं कब से प्यासी है यह तुम्हारे लण्ड के लिए!

मैंने उसे सीधा लिटाया और उसकी चूत पर लण्ड रखा और अन्दर डालने लगा तो ऐसे लगा थोड़ी टाइट है, मैंने उससे पूछा- क्या बात है? चूत बहुत टाइट है? (उसके दो बच्चे हैं)

तो उसने कहा- बहुत दिनों से प्यासी है चूत तुम्हारे लण्ड के लिए! जल्दी डालो! लेकिन आराम से! नहीं तो दर्द होगा!

मेरे पूछने पर उसने बताया कि उसका पति उसे संतुष्ट नहीं कर पाता इसलिए उसे मेरे लण्ड की बहुत जरूरत है। मैंने अपने लण्ड को उसकी चूत में डाला। मेरा लण्ड बहुत ही टाइट जा रहा था उसकी चूत में! मेरा लण्ड 7″ का है और 3″ मोटा है,

उसने कहा- तुम्हारा तो बहुत मोटा है!
तो मैंने कहा- कोई बात नहीं! तुम्हारे अन्दर फिट हो जायेगा!

मैंने जैसे ही उसकी चूत में अपना लण्ड डाला, वो चिल्लाने लगी- थोड़ा आराम से करो न! बहुत दर्द हो रहा है!
तो मैंने कहा- कोई बात नहीं मेरी जान! चिंता मत करो! सब ठीक हो जायेगा!
और उसके होंठ चूसने लगा।

थोड़ी देर लण्ड उसकी चूत में रहा तो वो कहने लगी- अब करो न प्लीज़!
तो मैंने उससे पूछा- अब दर्द कैसा है?
उसने कहा- प्लीज़ जल्दी करो! मेरी चूत को फाड़ डालो! जल्दी करो! मेरी चूत को मसल डालो!

तो मैंने अपना काम शुरू कर दिया। थोड़ी देर में ही वो झड़ गई लेकिन मेरा अभी तक नहीं हुआ था। (दोस्तों मैं आप को बात बता दूं कि मेरा तब तक नहीं होता जब तक मैं नहीं चाहता, यह मेरा अनुभव है)

फिर मैंने उसे जोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया।

वो बोली- आप बहुत जोर से करते हो और बहुत ज्यादा करते हो! क्या खाते हो?
मैंने कहा- मैं तो सिर्फ दूध ही पीता हूँ! और वो भी दो थन वाली गौ का!
वो बोली- धत्त! बेशरम! चलो अब जल्दी करो!

मुझे भी जल्दी थी क्योंकि इस बीच मेरे पास दो तीन फ़ोन आ गए थे कि कहाँ हो?

तो मैंने जल्दी-जल्दी जोरदार शॉट लगाये और 40-50 शॉट लगा के मैं भी झड़ गया। मैंने अपना सारा रस उसकी चूत में ही डाल दिया और 5 मिनट उसके ऊपर ही लेटा रहा। मैं पसीने से नहा गया था। उसने मेरे बदन से पसीना पौंछा और खड़ी हो गई।

मैंने उससे पूछा- कैसे लगा?
तो उसने कहा- आप बहुत जोर से करते हो और बहुत समय लगाते हो!
मैंने पूछा- मज़ा आया या नहीं?
तो उसने कहा- मज़ा तो बहुत आया! मैं पूरी तुम्हारी हो गई हूँ।

अब तक हम बहुत बार मिल चुके हैं, एक दो बार वो गर्भवती भी हो गई तो उसने वो गर्भ गिरा दिया क्योंकि वो और बच्चा नहीं चाहती थी और न ही मैं चाहता था। अब हम जब भी मिलते हैं तो कंडोम इस्तेमाल करते हैं ताकि कोई खतरा न रहे।

एक बात मैं आप को बता दूं यह कोई कहानी नहीं, मेरी लव स्टोरी है। दूसरी बार कुछ लिख पाऊँगा या नहीं यह सब आपके जवाब आने पर!
मुझे मेल करें। Sex Stories

मेरा नाम राहुल है।Hindi Sex Stories

मैं दिल्ली का रहने वाला Sex Stories हूँ और मुझे सेक्स की बातें अच्छी लगती है।

मेरी कहानी कुछ एक साल पुरानी है। जब मैं नेट में कुछ काम कर रहा था तब कोई साईट खुल गई जो दोस्त बनाती है।

वहाँ जाने से मुझे कुछ दोस्त मिल गए। वहाँ से मैंने लड़कियों से बातें करनी चालू की।

और वहाँ एक लड़की बहुत आज़ाद किस्म की निकली। हम करीबन एक साल सेक्सी बातें करते रहे।

उसके बाद एक दिन उसने मेरा फ़ोन नम्बर माँगा तो मैंने उसे अपना फ़ोन नम्बर दे दिया।

उसके पहले मैंने उससे कई बार उसका फ़ोन नम्बर माँगा था पर उसने मना किया था, और आज उसने अपने आप से मेरा नम्बर माँगा तो मैंने उसे दे दिया।

फ़िर एक दिन उसने मुझे कहा- उसकी चूत में बहुत खुजली हो रही है उसे मिटाओ ना !

मैंने उसे बुलाया एक जगह और हम दोनों ने जम के चुदाई की।

मैंने उसे बहुत आनंद दिया, वो मेरे लंड की दीवानी हो गई।

उसने मेरा सारा पानी अपने मुँह में लिया और निगल गई।

तब मुझे भी उसकी चूत का रसपान करने में बहुत मजा आया।

वो मुझे फ़िर से मिलने को मना करके चली गई।

उसके जाने के बाद मुझे आज तक उसकी चूत की बहुत याद आ रही है।

मैं दूसरी चूत के लिए आज भी ऑनलाइन रहता हूँ अगर कोई लड़की मिल जाए तो।

मैं अभी तक खुल के नहीं लिखा पाया हूँ। पर वादा करता हूँ अगर कोई और मिलेगी तब शायद कुछ ज्यादा लिख पाऊंगा आपको मेरी कहानी कैसी लगी मुझे उत्तर देना प्लीज़ Sex Stories

Hindi Porn Stories

मेरा नाम सुरेश है मैं कटनी का Hindi Porn Stories रहने वाला हूँ. आज मैं आप सबको मेरी माँ की चुदाई के बारे में बताता हूँ.

बात उन दिनों की है जब मैं भोपाल पढ़ाई करने गया था इन्जिनीयरिंग में दाखिले के बाद. मेरे घर में मेरे पापा, मेरी माँ और मैं ही रहते हैं क्योंकि मेरे पापा सरकारी अध्यापक हैं और गाँव में रहते हैं, उनका कटनी आना कम ही होता है, महीने में 3 बार. इसलिए मेरी माँ की चूत प्यासी ही रह जाती है, उनकी उम्र 37 साल की होगी क्योंकि कम उम्र में ही उनकी शादी हो गई थी, पर उनका किसी 28 साल की लड़की जैसा ही शरीर था. उनके दूध बड़े बड़े और गाण्ड तो आफत ही है. मोहल्ले के कई मर्द मेरे माँ को चोदना चाहते थे. यह बात, जब मैं छोटा था, तब से ही मुझे मालूम थी.

दोस्तो, एक बार जब मैं कॉलेज़ की छुट्टी में घर गया, तो हम खाना खा कर सो गए. रात का 1 बज रहा था, मुझे नींद नहीं आ रही थी, क्योंकि मुझे नींद नहीं आती जल्दी से तो अचानक मैंने दरवाजे पर किसी की दस्तक सुनी और चूंकि मेरा कमरा माँ के कमरे के साथ ही है तो मैंने देखा- मेरी माँ चुपके से बिस्तर से उठ कर दरवाजे के तरफ जा रही थी. मैं चुपचाप उनको देखता रहा.

दरवाजा खुलते ही मेरे मोहल्ले का एक लड़का महेश जिसकी उम्र 32 साल होगी, अंदर आया. माँ ने चुपके से दरवाजा बंद कर दिया, दरवाजा बंद करते ही महेश ने मेरे माँ के स्तनों को दबाना चालू कर दिया. लग रहा था दोनों प्रेमी एक दूसरे को पहले से जानते थे. माँ ने उससे जल्द से अपने कमरे के अंदर बुला लिया, नाईट-लैंप की रौशनी में उसकी मैक्सी चमक रही थी. महेश जो कि थोड़ा नशे में लग रहा था, अब अपना हाथ मेरे माँ की गाण्ड पर फिराने लगा और मेरी माँ अपना हाथ उसके लण्ड पर फिरा रही थी.

फिर अचानक मेरी माँ मेरे कमरे की तरफ आई. वो तसल्ली करना चाह रही थी कि मैं सो गया हूं. मैं झट से बिस्तर में लेट गया. वो भरपूर तसल्ली करके चली गई और मैं फिर से उनकी रास-लीला देखने लगा.

अब महेश ने अपना जिप खोल दिया और माँ जमीन पर घुटने के बल बैठ कर उसका 8 इंच का लण्ड चूसने लगी और महेश उसके दूधों को दबा रहा था. अब महेश ने मेरी माँ की मैक्सी उतार दी. वो उसके लण्ड को लॉलीपॉप की तरह चूसे जा रही थी. उसकी गोरी गाण्ड मुझे साफ़ दिखाई दे रही थी और मेरी माँ अपनी चूत भी सहला रही थी.

अब महेश ने अपना लण्ड मेरी माँ के मुँह से निकाला और उसे खड़ा करके चूमने लगा. मेरी माँ उसका पूरा साथ दे रही थी. अब मेरी माँ की गाण्ड मुझे मस्त लग रही थी. मेरा लण्ड भी अब खड़ा हो गया था और मेरी माँ को चोदना चाह रहा था. लेकिन मैंने चुप रहना बेहतर समझा.

अब महेश उसके दूध को अपने मुँह से पी रहा था. दोनों ही मंझे हुए खिलाड़ी लग रहे थे. अब महेश ने मेरी माँ को बिस्तर में लेटा दिया और मेरी माँ अपनी दोनों टाँग ऊपर करके बोलने लगी- आओ महेश, आज फाड़ दे मेरे चूत और गाण्ड! आज बरसा दे अपनी जवानी मुझ पर!

महेश अपना लण्ड मेरी माँ की चूत पर रगड़ रहा था और एक हाथ से उसके बड़े-2 दूध सहला रहा था. कभी कभी वो उसकी चूची को पकड़ कर चूस लेता था और मेरी माँ आह्ह्ह्ह ह ह्ह कर रही थी.

तभी महेश का लण्ड जो के 6 इंच का होगा, 8 इंच का कड़ा लौड़ा बन गया था. उसने मेरी माँ की चूत के अंदर डाल दिया और थाप मारने लगा. मेरी माँ भी खूब साथ दे रही थी उसका अपनी गाण्ड उछाल उछाल कर! उसने अपने पाँव से महेश की कमर को जकड़ लिया था. महेश भी जोर जोर से उसे चोद रहा था. कुछ देर बाद मेरे माँ का पानी छूट गया पर महेश अब भी उसे चोद रहा था.

कुछ देर बाद महेश ने अपना लण्ड निकाला, शायद वो झड़ने वाला था, वो अपना लण्ड मेरे माँ के मुँह में डाल कर खड़ा हो गया, वो उसका लण्ड का पानी ऐसे पी रही थी जैसे शरबत!

अब दोनों निढाल होकर एक दूसरे पर सो रहे थे, मेरी भी अब हालत काबू से बाहर थी, मैंने जल्दी से दरवाजा खोला और उनके सामने पहुँच गया. यह देखते ही मेरी माँ घबरा गई, उसके मुँह से आवाज भी नहीं निकली, महेश चुपचाप कपड़े पहन कर चला गया और कमरे में मैं और मेरे नंगी माँ जो बिस्तर पर बैठी थी, रह गए.

मैंने पूछा- कब से चल रह है यह सब?
तो वो घबरा गई और कहने लगी- अपने पापा को मत बताना, चाहे जो मांग लो!
मैंने कहा- जो भी?
उसने हामी भर दी.

मैंने उसके दूध पर हाथ रख दिए.
वो मुस्करा कर रह गई, बोलने लगी- आजकल बेटा बड़ा हो गया है!
और बोली- आज तू भी चोद ले पर किसी को बताना मत!
यह कह कर उसने अपना हाथ मेरे लण्ड पर रख दिया और बोलने लगी- अरे तेरा लण्ड तो बहुत बड़ा है!

अब मैंने भी अपना लण्ड उसके मुँह में दे दिया. वो उसे भी मज़े से चूसे जा रही थी. कुछ देर बाद वो बोली- चल आ जा! चोद ले मुझे!

और मैंने इशारा पा कर उसकी बुर में अपना लण्ड फंसा दिया.
वो बोल रही थी- धीरे! आह्ह्ह्ह्ह्! अव्वो! आराम से!
कुछ देर बाद वो छूटने वाली थी और मैं भी.

मैंने अपना पानी उसके बुर में डाल दिया और उसके ऊपर ही निढाल हो कर गिर गया- आआ आआ आ आ आअ!
सुबह हुई तो मेरे सामने मेरी माँ मुस्कराते हुए कहने लगी- कैसी कटी रात?
अब जब भी हमें मौका मिलता है तो मैं उसे चोदता हूँ.

कहानी कैसे लगी? Hindi Porn Stories

(Homosexual Ladke)- Indian sex stories

मेरा नाम है दिनेश, मैं आज आपको बताने जा रहा Indian sex stories हूँ वो मैं ओर मेरे दोस्त विकाश के साथ स्कूल में हुआ था। मैं गोरे गाँव का रहने वाला हूँ। जब मैं ग्यारवी कक्षा मैं यह की एक स्कूल मैं नया था। तब मैंने आश्विन के साथ दोस्ती हुई थी। थोड़े ही दीनो में हम एक दूसरे से साथ काफ़ी समय बिताने लगे। वो मुझसे एक साल बड़ा था, फिर भी हम हिलमिल गाये थे। हम एक साथ फ़िल्म देखने जाते थे, कभी कभी एक दूसरे के घर जा कर स्कूल का काम करते। आश्विन मुजसे एक साल बड़ा था, फिर भी उसका शरीर तेहरा साल का बच्चा जैसा था, थोड़ा साँवला भी।

एक दिन वो मुझे स्कूल के बाद साईबर कैफ़े मैं ले गया था, उसको एक परदेस में रहने वाले भाई के साथ इंटरनेट से बात करनी थी। थोड़ी देर बात करके उसने मुझे ये इंडियन सेक्स कहानी बताई। उसने कहा कि यह सब कहानियाँ सच हैं। फफिर हम दोनों ने होमोसेक्सुअल कहानियाँ पढ़़नी शुरू की। मेरे ख़याल से वह अपनी पेंट में ही झर गया।

दूसरे दिन स्कूल के बाद मैं उसके घर गया, स्कूल का काम बहुत था, और उसके पास पिछले साल की नोट्स भी थी। उसी बहाने मैं उसके घर गया था। जब मैं उसके कमरे में पहुँचा तो वह अपने लंड को सहला रहा था। मेरी आवाज़ से वह तुरंत ही कपड़े चढा लिए। थोड़ी देर बाद उसने मुझसे पूछा कि मैंने कभी किसी का लंड देखा है या नहीं?
मैंने तुरन्त ही ना कही।

बाद में उसने कहा की वह मुझे पिछले साल की नोट्स देगा जब मैं उसका लंड मुँह में लूं। मुझे सिर्फ़ नोट्स ही लेनी थी, मैंने अपनी मजबूरी बताई।
कुछ देर बाद उसने मेरा हाथ ले कर उसके लंड पर रखा ओर बोला कि डरने की ज़रूरत नहीं है। उसका लंड पहले से ही बड़ा हो चुका था। फिर उसने कपड़े उतारे, पूरा नंगा हो गया और मेरे सामने खड़ा हो गया। उसने फिर से मेरे हाथ पकड़ा और उसके लंड को मेरे हाथ में दिया। उसने मेरा चेहरा पीछे से पकड़ कर लंड के पास दबाने लगा। जब मैंने उसका लंड मुंह में लिया, इतनी घिन आई की क्या करे।
आश्विन अपना लंड मेरे मुँह में अंदर बाहर करने लगा। तभी ही उसने मेरे हाथों को उसकी गांड पे लगा दिए, मैंने हटा लिए फिर उसने मेरे बालो को खींच के अपना लंड ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा। और थोड़ी देर में वह मेरे मुँह में झर गया।

मैं बाथरूम में गया अपना मुँह साफ़ किया। जब मैं बाहर आया उसने कहाकी अगर मैं अपनी गांड मराऊँ तो वह मुझे पूरी नोट्स देगा।
घबराहट के मारे मैंने हाँ कर दी और मुझे कपड़े उतारने को कहा, मैंने वैसा ही किया। उसने अपने लंड पर तेल लगाया और मेरे शरीर पर सहलाने लगा। जब वह मेरी गांड के पास आया तब वह मेरे लंड को पकड़ कर खींचने लगा, बहुत दर्द हुआ।
फिर उसने मेरी गांड पे भी तेल लगाया। तेल की वजह से लंड आसानी से घुस गया फिर भी दर्द हो रहा था, क्यूँकि पहली बार ही मैंने अपनी गांड मरवाई। पीछे से वह मेरा लंड सहला रहा था। थोड़ी देर बाद मुझे भी मजा आने रहा था। फिर उसने खड़े हो कर मेरे मुँह के पास आया और मेरे मुँह में लंड डाल दिया। जब मैं उसका लंड चूस रहा था, तब मुझे पता चला कि उसका लंड मेरी गांड में गया था। बहुत ही घिन आई पर थोड़ा मजा भी आ रहा था।

उसने मुझे लेट जाने को कहा और वो मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरे लंड को अपने मुँह में लेने लगा और उसने अपना लंड मेरी ओर किया। वह कहते है ना 69 स्टाइल।
अब तो मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। पहल बार कोई मेरा लंड किसी और के मुँह में था। थोड़ी ही देर मैं भी उसके मुँह में झर गया।

फिर उसने कहा की उसको बहुत ही मजा आया। उसने मुझे अपनी नोट्स दी और मैं चल दिया।

कुछ दिनों के बाद उसके घर में उसने पार्टी रखी थी, मुझे भी बुलाया था। पार्टी के बाद उसने मुझे अकेले में कहा कि अगर मुझे सारी की सारी नोट्स चाहिए तो मुझे उससे एक महीने तक गांड मरवानी होगी, मुझे ये भी कहा था की लंड चूसने और गांड मरवाने का मुझे बहुत ही मजा आया था। उसकी बातों में आ कर मैंने फिर से हाँ कर दी। वैसे भी गांड मरवाने से जो मजा आया था वह एक महीने तक अब आएगा, और तो और मुझे पूरे साल की नोट्स भी मिल जाएगी।

फिर तो मैं उसके साथ ही पूरा समय बिताने लगा। स्कूल के बाद हम दोनों और घूमने लगे, हर हफ़्ते हम ब्लू फ़िल्म भी देखने लगे। हर रोज़ हम एक दूसरे की गांड मार रहे थे। अब तो मैं ख़ुद उसको सेक्स के लिए कह रहा था। ऐसा लगा था कि मुझे उससे प्यार हो गया था।

आपको मेरी होमोसेक्सुअल Indian sex stories कहानी पसंद आई या नहीं, मुझे ज़रूर Comment कीजिएगा

Desi girlfriend first time sex – हेलो दोस्तों, मेरा नाम अर्जुन है। मैं 24 साल का हूँ और ये कहानी तब कि हैं जब में 12वीं में पढ़ता था। मेरी गर्लफ्रेंड का नाम प्रियंका है, वो भी 24 साल की है और मेरे साथ ही 12वीं में पढ़ती थीं। हम दोनों के घर पास ही हैं। मेरे घर में कुल 5 लोग हैं – मम्मी, पापा, मैं और मेरे दो छोटे भाई। प्रियंका के घर में भी 5 लोग हैं – उसकी मम्मी, पापा, प्रियंका और उसकी एक बहन और एक छोटा भाई। आज मैं आपको प्रियंका के साथ मेरे पहले सेक्स की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो आज से 2 साल पहले की बात है। प्रियंका और मैं पिछले 3 साल से रिलेशनशिप में हैं। शुरू-शुरू में मैं बहुत शर्मीला था, इसलिए हम दोनों ज्यादा खुलकर बात नहीं करते थे। बस नॉर्मल सी बातें होती थीं, जैसे स्कूल, पढ़ाई और दोस्तों की बातें। धीरे-धीरे समय बीतता गया और हम एक-दूसरे के साथ थोड़ा फ्रैंक होने लगे। हम रोज़ शाम को मिलने लगे। हमारे मोहल्ले में एक अपार्टमेंट बन रहा था, जो शाम को खाली रहता था। हम वहाँ मिलते थे, क्योंकि वहाँ कोई नहीं आता था। वह जगह हमारी मुलाकातों का अड्डा बन गया था। रिलेशनशिप के 8 महीने बाद मैंने प्रियंका को पहली बार किस किया। वो भी बस उसके गाल पर। मेरे दिल की धड़कन इतनी तेज़ थी कि मुझे लगा मेरा दिल बाहर निकल आएगा। उसने भी हल्के से मुस्कुराते हुए मेरे होंठों पर किस किया। फिर मैंने भी हिम्मत करके उसके होंठों को चूमा। उस दिन हमने पहली बार लिपलॉक किया। मैं तो सातवें आसमान पर था, लेकिन प्रियंका मुझसे भी ज्यादा खुश थी। उसकी आँखों में एक अलग सी चमक थी, जो मैं आज तक नहीं भूल पाया। उसके बाद जब भी हम मिलते, किसिंग तो जैसे हमारा रूटीन बन गया। हम एक-दूसरे के होंठों को चूमते, हल्का-फुल्का गले लगाते, और हर बार थोड़ा और करीब आते। 2 महीने बाद, एक दिन जब मैं प्रियंका को किस कर रहा था, मेरा हाथ गलती से उसके बूब्स को छू गया। मुझे डर लगा कि वो नाराज़ हो जाएगी, लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। बस हल्का सा मुस्कुराई और मेरी तरफ देखने लगी। अगली बार जब हम मिले, मैंने जानबूझकर उसके बूब्स को छुआ। इस बार भी उसने कुछ नहीं कहा, बल्कि और ज्यादा मुस्कुराने लगी। मुझे समझ आ गया कि वो भी चाहती है कि मैं आगे बढ़ूँ। फिर मैंने हिम्मत करके उसके बूब्स को दबाना शुरू किया। प्रियंका के बूब्स मीडियम थे , लेकिन मुलायम और गुदगुदे। मैंने उसकी टी-शर्ट में हाथ डाला, तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और धीरे से बोली, “अभी नहीं, बाद में। कोई देख लेगा।” मैंने तुरंत अपना हाथ बाहर निकाल लिया, लेकिन मेरा मन अब बेकाबू हो रहा था। उस रात मैं प्रियंका के बारे में सोचते-सोचते पागल हो गया। मेरा मन कर रहा था कि प्रियंका के साथ और आगे बढ़ूँ। रात के 1 बज रहे थे। मैंने प्रियंका को फोन किया। अर्जुन: “प्रियंका, मुझे तुमसे अभी मिलना है।” प्रियंका: “सुबह मिल लेना, अभी कैसे आ सकती हूँ?” अर्जुन: “तुम्हारे घर में कौन-कौन जाग रहा है?” प्रियंका: “सब सो रहे हैं।” अर्जुन: “मैं आता हूँ, तुम अपना रूम खुला रखना।” प्रियंका: “नहीं, प्लीज़ मत आओ। मम्मी-पापा घर पर हैं।” अर्जुन: “ठीक है, कल मिलते हैं।” अगले दिन शाम को हम फिर अपार्टमेंट में मिले। मैं थोड़ा डरते हुए बोला, “प्रियंका, मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है।” वो हल्का सा मुस्कुराई और बोली, “फाइनली तुमने बोल तो दिया। मैं तो रिलेशनशिप के पहले हफ्ते से ही तुमसे सेक्स करना चाहती थी, लेकिन मैं लड़की हूँ ना, मैं बोल नहीं सकती थी। मुझे डर था कि तुम बुरा मान जाओगे। आज मैं बहुत खुश हूँ।” उसकी बात सुनकर मेरा डर खत्म हो गया। उसने कहा, “टेंशन मत लो। आज रात मेरे घर आ जाना। पापा बाहर गए हैं, और मेरे भाई बहन जल्दी सो जाते हैं।” मैंने कहा, “ठीक है, तुम रूम खुला रखना। मैं 11 बजे आऊँगा।” शाम को घर वापस आने के बाद मैंने मम्मी-पापा से कहा कि मैं अपने दोस्त के घर रात को रुकने जा रहा हूँ। उन्होंने हाँ कह दिया। मैंने 9 बजे खाना खाया और 10 बजे घर से निकल गया। एक घंटे तक सड़कों पर घूमता रहा, ताकि समय पास हो जाए। ठीक 11 बजे मैं प्रियंका के घर पहुँचा। उसकी मम्मी अपने रूम में सो रही थीं। प्रियंका ने मुझे चुपके से अपने रूम में बुला लिया। प्रियंका के रूम में घुसते ही मेरे दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं। कमरे में हल्की सी रौशनी थी, और प्रियंका ने एक टाइट टी-शर्ट और स्कर्ट पहनी थी। वो मुझे देखकर मुस्कुराई और धीरे से मेरे पास आई। मैंने उसे अपनी बाहों में लिया और धीरे-धीरे उसके होंठों को चूमने लगा। उसकी साँसें तेज़ थीं, और मैं उसकी गर्माहट को महसूस कर रहा था। मैंने उसके बूब्स को हल्के से दबाया, और वो सिहर उठी। मैंने उसकी टी-शर्ट को धीरे से ऊपर उठाया और उसे उतार दिया उसने पिंक कलर की ब्रा पहनी थीं। उसे इस रूप में देखकर मेरा तो लंड खड़ा हो गया. मैंने उसके दोनों मम्मों को पकड़ लिया और बुरी तरह से मसलने लगा. इसके बाद मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया. हुक खोलते ही उसकी ब्रा छिटक कर नीचे गिर गई और उसके दोनों कबूतर आज़ाद हो गए. शर्म के मारे वो एक हाथ से अपना चेहरा और एक हाथ से अपने उभारों को ढकने की नाकाम कोशिश करने लगीं. अब मेरा बहुत बुरा हाल हो गया तो मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपना लम्बा लंड उसके मुँह के सामने ले आया, जिसे देखकर प्रियंका ने अपनी आँखें बंद कर लीं, पर मैं कहाँ रुकने वाला था. मैंने पहले उसके दोनों हाथ उठा कर ऊपर कर दिए और उसके मम्मों पर टूट पड़ा. जैसे मैंने अपनी जीभ उसके निप्पलों पर फिराई, उनके मुँह से आह निकल गई और वो मेरा मुँह वहाँ से हटाने लगीं. पर मैं कहाँ मानने वाला था. मैंने उसको बेड पर अपने नीचे दबोच लिया और उसके दोनों हाथ ऊपर करके दोनों मम्मों को एक साथ पकड़ कर बुरी तरह चूसने लगा और जीभ फिराने लगा. मेरी इस हरकत से प्रियंका ज़ोर से सिसकारियां लेने लगीं- आआऊऊ.. ऊओह्ह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… ह्ह्ह.. ह्ह्ह ह्ह्हम्म ऊओ म्मम्म प्लीज़ मत करो आह.. कुछ मिनट तक प्रियंका के मम्मों को चूस कर मैं नीचे प्रियंका की चूत की ओर बढ़ने लगा. मेरे बुरी तरह चूसने की वजह से प्रियंका के चूचे एकदम लाल हो गए थे. प्रियंका की साँसें और तेज़ हो गईं। वो बोली, “अर्जुन, आज रात बस बूब्स ही चूसते रहोगे या कुछ और भी करोगे?” मैंने हँसते हुए कहा, “अरे, इतनी जल्दी में क्यों हो? मैं तो 18 महीनों का इंतज़ार आज पूरा करने वाला हूँ।”प्रियंका ने मेरी पैंट की ज़िप खोली और मेरा लंड पकड़ लिया। उसका हाथ मेरे 6 इंच के लंड पर था, और वो उसे सहलाने लगी। मैंने उसकी स्कर्ट उतार दी। उसने पिंक कलर की पैंटी पहन रखी थी. उसकी ये पैंटी इतनी पतली थी कि उसकी चूत की दरार मुझे साफ़ दिखाई दे रही थी. मन तो कर रहा था कि काट कर खा जाऊं. मैंने उसकी पैंटी नीचे की तरफ खींचा,अब हम दोनों पूरी तरह नंगे थे। मैंने प्रियंका की जांघों पर हाथ फेरना शुरू किया, और धीरे-धीरे उसकी चूत तक पहुँचा। आह … अन्दर का क्या मस्त नजारा था. किसी जन्नत से कम नहीं था. इतनी गोरी चिकनी चूत पहली बार देख रहा था, कोई भी पहली बार देखता, तो पागल हो ही जाता. मुझसे रहा नहीं गया मैंने झट से अपना मुँह उसकी चूत पर लगा दिया और चूसने लगा. एकदम ठंडा नमकीन जैसा, मुझे तो बहुत ही मजा आ रहा था. जी तो कर रहा था, बस चूसता ही जाऊं. वह मस्ती में एक हाथ से अपने चूचे को दबा रही थीं और एक हाथ में मेरे सर को सहला रही थीं. उसकी चूत गीली थी, और जैसे ही मैंने अपनी एक उंगली अंदर डाली, वो सिहर उठी। मैंने धीरे-धीरे उंगली अंदर-बाहर की, और प्रियंका की सिसकारियाँ तेज़ हो गईं। “आह… अर्जुन… और करो…” वो धीरे-धीरे कह रही थी। मैंने दूसरी उंगली भी डाल दी, और अब वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी। उसकी चूत से पानी निकल रहा था, और वो बेकाबू हो रही थी। 10 मिनट तक उंगली करने के बाद प्रियंका पूरी तरह जोश में थी। उसने कहा, “अर्जुन, अब और मत तड़पाओ। डाल दो…” मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसके पास तेल की बोतल देखी। मैंने अपने लंड पर और उसकी चूत पर तेल लगाया। उसकी चूत बहुत टाइट थी, क्योंकि ये हम दोनों का पहला सेक्स था। मैंने धीरे से अपना लंड उसकी चूत पर रखा और अंदर धकेलने की कोशिश की। लेकिन उसकी चूत इतनी टाइट थी कि लंड अंदर नहीं जा रहा था। मैंने थोड़ा और ज़ोर लगाया, और मेरा लंड का सुपारा अंदर चला गया। प्रियंका को दर्द हुआ, और वो बोली, ऊई … मां … मर गई … आह सी … सी …’ “आह… धीरे करो, दर्द हो रहा है।” मैं रुक गया और उसके होंठों को चूमने लगा, ताकि उसका ध्यान दर्द से हटे। थोड़ी देर बाद मैंने फिर से धीरे-धीरे लंड अंदर डाला। इस बार तेल की वजह से मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया। प्रियंका ज़ोर से चीखी, और उसकी आँखों से आंसू निकल आए। मैंने तुरंत उसके होंठों को चूम लिया और उसे शांत किया। थोड़ी देर रुकने के बाद मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू किए। प्रियंका अब मज़े में थी। वो सिसकारियाँ ले रही थी, “आह… आह… अर्जुन… और ज़ोर से…” ‘आह आह आह …’ कर रही थीं. तभी प्रियंका की जोर की सिसकारी निकली- आहह हहहह ऊईईई ईईईई मर गई ऊईई. उसकी आवाज़ मुझे और जोश दिला रही थी।आहह हहह ऊईई ईईई ऊईई मां … मर गई अर्जुन प्लीज धीरे धीरे करो. मगर मैंने झटकों की रफ़्तार तेज ही रखी और उसकी कमर पकड़ कर तेज़ी से चोदने लगा. ‘आहह ऊईईई ईई आहह ऊईईई …’ मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी, और अब कमरे में सिर्फ हमारी साँसों और चुदाई की आवाज़ें गूँज रही थीं – थप-थप-थप। मैंने प्रियंका को पलटा और उसे घोड़ी बनाया। इस पोजीशन में उसकी चूत और टाइट लग रही थी। मैंने फिर से लंड अंदर डाला और धीरे-धीरे धक्के मारने लगा “आहह हऊ हह ऊईईई ऊईई मां बचाओ … मर गई … मेरी चूत फट गई … मां बचाओ … अर्जुन निकाल लंड.” मैं चुप रहा और धीरे धीरे उसकी चूचियों को मसलने लगा, उन्हें चूमने लगा प्रियंका की सिसकारियाँ अब और तेज़ हो गई थीं, “आहह अर्जुन चोद मुझे … और चोद आहह आहह फ़ाड़ दे … आहह हहह चोद मुझे … ले ले मेरी आहह.” “आह… आह… अर्जुन, चोदो मुझे… और ज़ोर से…” उसका ये गंदा बोलना मुझे और उत्तेजित कर रहा था। मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी, और अब हम दोनों पूरी तरह चुदाई के नशे में डूबे थे। करीब 20 मिनट तक चुदाई करने के बाद मुझे लगा कि मेरा निकलने वाला है। प्रियंका ने कहा, “अर्जुन, मेरी चूत में मत झड़ना।” लेकिन मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि मैंने उसकी बात नहीं सुनी और उसकी चूत में ही झड़ गया। प्रियंका थोड़ा नाराज़ हुई और बोली, “ये क्या किया? मैंने बोला था बाहर निकालो।” मैंने कहा, “सॉरी, प्रियंका। मैं कंट्रोल नहीं कर पाया। मैं कल तुम्हें i-पिल ला दूँगा।” वो बोली, “ठीक है।” अब मैं प्रियंका को हर महीने 3-4 बार चोदता हूँ। एक बार तो प्रियंका प्रेग्नेंट भी हो गई थी, लेकिन हमने उसका अबॉर्शन करवा दिया। अब उसकी चूत इतनी ढीली हो गई है कि उसमें दो लंड भी आराम से चले जाएँ। लेकिन मैं प्रियंका से बहुत प्यार करता हूँ। आपको मेरी कहानी कैसी लगी? कमेंट में ज़रूर बताएँ या मुझे मेल करें arjunx359@gmail.com।

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