Important Notice: Mail for rent - info@tottaa.com

Massage Girl in Budaun: Premium Relaxation Services

Our site can help you find a professional massage girl in Budaun who will help you relax in the best manner possible. We connect you with professional therapists who can offer you a massage that will make you feel better and more relaxed. The pros on our list are ready to provide you with a fantastic experience at your house or in one of their particular spots, whether you want to relax or get away from it all.

Introduction

Massage is currently one of the finest methods to relax your mind, body, and overall health. Our website makes it easy to locate the top massage services in Budaun that meet your demands. This will be a one-of-a-kind and calming experience for you.

Tottaa wants to make it simple for clients to find the top masseuse. The Budaun massage service providers on our list offer the greatest quality, comfort, and competence, whether you want a full-body massage or a massage for a particular location.

How Tottaa Helps Advertisers Reach More Customers

Tottaa is not only a list of masseuses, it’s also a secure location for them to show off what they can do. People in Budaun who are seeking massage services may find them on our website. This makes them easier to find and gets them more appointments.

Advertisers may simply put up profiles, offer their services, and talk about pricing and discounts on our sites. This makes sure that the relevant people notice your Budaun massage service, which makes it easier to obtain more customers.

Different Types of Massages We Offer

There are a lot of different types of massage services on our site, so you may choose one that works for you. You may choose the kind of treatment that works best for you, whether it’s profound rest or a particular type of therapy.

1. Swedish Massage

A calm and gentle way to ease muscular tension and improve blood flow. This Budaun massage is perfect for you if you want to relax and forget about your concerns.

2. Deep Tissue Massage

This approach employs a lot of pressure to get to deeper muscle layers. It’s helpful for folks who have muscular discomfort or stiffness that won’t go away. There are specialists on our profiles of massage girls in Budaun who are good at deep tissue treatments that function effectively.

3. Aromatherapy Massage

Calming massage strokes and essential oils are beneficial in making people feel improved both emotionally and physically. Most massage companies in Budaun employ the use of custom oil preparations to make you feel good.

4. Thai Massage

A therapy that wakes you up by using a mix of regular massage, stretching, and compression. This traditional massage in Budaun helps you relax, become more flexible, and get your mind and body back in harmony.

5. Hot Stone Massage

Heated stones are placed on various parts of the body to help with deep muscular tightness. People who want to feel good, relax, and help their muscles recover quickly can use this massage service in Budaun

How to Book Our Massage Services

Tottaa makes it simple and fast to book. With our listings, you can see what kind of massage you want, read about the providers, see that they are free and then contact them directly. After you choose, you can book a massage in Budaun at your convenient time and location. In order to get your desired massage services, apply the following simple steps:

Step 1: Browse Our Listings

Take a peek around our site to view a few massage professionals. Each listing gives you information about the many sorts of massages, how long they last, how much they cost, and where they are situated. This makes it easier to choose the finest ones.

Step 2: Compare and Shortlist

Examine the profiles carefully to compare how the services, talents, and reviews posted by customers differ. This phase makes sure you choose a business that has the style, pricing, and supply you desire.

Step 3: Connect with the Provider

When you have decided, use the information that you are offered so that you can contact them directly. One can communicate it to the massage giver thus making it understood what massage you want at what time and when.

Step 4: Confirm the Appointment

The date, time and place of the service, which could be your home, a hotel or the spa where the therapist may be found. You also need to agree on the payment method and any other accords prior to commencement of the course.

Step 5: Relax and Enjoy Your Massage

All you have to do on the day of the appointment is have your area ready for the house visit. The remainder will be handled by the expert. Take it easy and enjoy a massage that is made just for you.

Frequently Asked Questions

To locate a professional who can meet your needs, read our biography, reviews and advertising.

Yes, many of the therapists on our site will come to your house so you may feel safe and at ease.

You may pick based on talents since most adverts provide their qualifications in their profiles.

It would be advisable to make a reservation earlier to guarantee that you would be able to get a massage, particularly against the prevalent services of massage.

Not at all. Tottaa exclusively connects users with service providers. The doctor gets to choose how to handle payment.

Read Our Top Call Girl Story's

हेलो दोस्तों मैं आपका दोस्त हाजिर हूँ अपनी एक और कहानी लेके "उर्मि की चुदाई" इससे पहले मेरी "बारिश में दारू पीकर एक्स गर्लफ्रेंड को चोदा" "जैसे को तैसा" "मेनका की दूसरी चुदाई" कहानी लिखी थी जिसे आप लोगो ने खूब सराहा था ! दोस्तों ये बात मेरी शादी से पहले की है मेरे साइबर कैफ़े में एक दिन एक 27-28 साल की लड़की आयी उसने बताया की उसके डाक्यूमेंट्स में कुछ करेक्शन करवाना है ! मैंने उसे चार्जेज बताये और उसका काम कर दिया वो ऑफिस का एक कार्ड लेके चली गयी 2 दिन बाद वो मुझसे पूछा की मैंने जो करवाया था वो हो गया क्या ?? मैंने चेक किया वो हो चूका था तो मैंने डाक्यूमेंट्स डाउनलोड करके दे दिया जिसपे उसने मुझसे पूछा की आपका नंबर व्हाट्सप्प पर नहीं है ? मैंने कहा मेम अगर ये नंबर व्हाट्सप्प पर दाल दिया तो लोग सोने नहीं देंगे तो उसने मुझसे मेरा व्हाट्सप्प वाला नंबर माँगा तो मैंने दे दिया ! उसी रात को 1 बजे मुझे किसी नए नंबर से मैसेज आया तो मैंने पूछा कोण उसने कहा मैं उर्मि तो हम बातें करने लगे कुछ दिन तक ऐसे ही बात करते करते एक दिन उसने मुझसे पूछा की आपकी कितनी गर्लफ्रेंड है ? तो मैंने हॅसते हुए कहा मुझ जेसो की कहा गर्लफ्रेंड होगी मैं सिंगल हूँ ! उससे अगले दिन उसने मुझे प्रपोज़ किया और मैंने भी तुरंत हां कर दी ! एक दिन बातों बातों उसने कहा की मुझे आपके क्लोज आना है ! मैं उसकी इस बात का मतलब नहीं समझा तो मैंने पूछा की कैसे क्लोज आना है ? उसने कहा तुम सच में लल्लू हो उसने मुझे अगले दिन ऑफिस से छुट्टी लेने को कहा मैं समझ गया की ये चुदना चाहती हैं ! मैंने अपने एक दोस्त से उसके रूम की चाभी पुरे दिन के लिए ले ली ! हम लोग 12 बजे मेरे दोस्त के रूम में पहुंच गए ! दोस्तों आज उर्मि पूरी पताका माल लग रही थी रेड लिपस्टिक टाइट जीन्स रेड टॉप उफ़ क्या बताऊ पूरी एमी जैक्सन ! फिर हम थोड़ी देर बात करने लगे उसने कहा मुझे गर्मी लग रही है मैंने एसी तेज़ करके 16 डिग्री पर कर दिया ! दोनों बैठ के बात करते-करते आइसक्रीम खा रहे थे। तब उसका चम्मच नीचे गिर गया। चम्मच गिरते ही मैं उठाने के लिये झुक गया, तभी वो भी चम्मच उठाने झुक गयी। झुकते ही उसके बूब्स मेरे कंधे पर टच हो गये। टच होते ही वो मुस्कुराने लगी और चेयर पे बैठ के खाने लगी। आइसक्रीम खाते-खाते मुझे धीरे-धीरे टच करने लगी। बहुत समय तक वो मेरे हाथ पे, कमर के पास, गाल पे हाथ घुमाने लगी, और मैं बहुत कंट्रोल में बैठा था। मैंने बहत समय तक कंट्रोल किया, फिर मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ। फिर मैं भी उसको कस के पकड़ा, और ज़ोर से उसके होंठों पर किस करने लगा। किस करते ही वो भी मुझे कस के पकड़ ली और उसके बूब्स को मेरे सीने पे रगड़ने लगा। मैं धीरे-धीरे मेरे हाथ को उसके बूब्स की तरफ़ लिया, और धीरे-धीरे उसके बूब्स दबाने लगा। उसके छोटे-छोटे बूब्स दबाने में बहुत ही मज़ा आ रहा था। लेकिन उसे भी बहुत मज़ा आया, जब उसके छोटे-छोटे बूब्स के छोटे-छोटे निप्पलों को उंगली से दबाने लगा। फिर धीरे-धीरे उसकी टी-शर्ट के अंदर हाथ डाला, और बूब्स को दबाने लगा। वो भी उसके हाथ को धीरे-धीरे मेरी पैंट के अंदर डाल के मेरे लंड को हल्के हाथों से सहलाने लगी। फिर मेरा लंड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा। तब मुझसे और उससे कंट्रोल करना नहीं हो रहा था। वो रूम के बाहर ही मेरी पैंट निकाल रही थी। मैंने रूम के बाहर नहीं बोल के मना किया। मैं उसको उठा के उसके रूम पे लेके गया, और उसे बेड पे पटक दिया। फिर उसके ऊपर मैं लेट गया। धीरे-धीरे उसकी टी-शर्ट उतारी, और बूब्स को दबाने लगा। फिर उसके बूब्स के निप्पलों को चूसने लगा। निप्पल चूसते-चूसते उसकी जीन्स पेंट का बटन और चैन खोल दी। धीरे-धीरे हाथ को उसकी चड्डी के अंदर डाला, और चूत को धीरे-धीरे उंगली से सहलाने लगा। चूत को सहलाते-सहलाते मेरी बीच वाली उंगली को चूत के अंदर धीरे से डाली। वो कुंवारी लड़की थी, इसलिए उसकी चूत भी बहुत ही टाइट थी, और उंगली बहुत टाइट से अंदर गयी। फिर मैं उंगली को हल्के हाथों से अंदर-बाहर करने लगा। उसने एक हाथ से बेड की चादर को कस के पकड़ा और दूसरे हाथ से मेरे सर के बालों को पकड़ के ऊह… आहा… ऊह… आहा… आवाज़ें करने लगी। कुछ टाइम के बाद वो मुझे धक्का देके बेड पे लिटा दी, और धीरे-धीरे मेरे लंड के ऊपर हाथ को सहलाते हुए मेरी पैंट और चड्डी को निकाल के लंड को हिलाने लगी। हिलाते-हिलाते मेरे लंड को मुंह में लिया ओर चूसने लगा। जैसे ही वो मेरे लंड को मुंह में लेके चूसने लगी, तो मैं भी आवाज़ें करने लगा। थोड़ी देर तक वो मेरे लंड को अपने मुंह से चूसती रही। थोड़े समय के बाद मेरे लंड से गरम-गरम सफेद सफेद रस निकलने लगा। वो हस्ते-हस्ते मेरे लंड को जीभ से चाट-चाट के रस खाने लगी। जैसे ही मेरा रस निकला, धीरे-धीरे मेरा खड़ा हुआ टाइट लंड ढीला पड़ गया। मेरा लंड ढीला होने लगा था। लेकिन उसे मेरे बड़े लंड को अपनी चूत मे डाल के चुदवाने का शौंक था, और मेरा भी मन उसकी चूत में लंड डाल के चोदने का इंतज़ार कर रहा था। फिर वो मेरा लंड चाटना बंद करके, मुझे कस के पकड़ के, होंठों पे ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगी, और हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी। वो जैसे ही मेरे लंड को फिर से हाथ से सहलाने लगी, मैंने भी एक हाथ से उसके बूब्स दबाये, और एक हाथ से धीरे-धीरे उसकी चूत को उंगली से सहलाने लगा। थोड़ी देर के बाद उसको गोद में उठा के बाजू में रखे हुए सोफा के ऊपर लिटा के उसको चूमने लगा। सोफे पे लिटा के उसकी चड्डी को खींच के निकाला। चड्डी निकालने के बाद जैसे उसकी चूत को देखा, तो उसकी चूत पे बाल ही नहीं थे। चूत पे थोड़े-थोड़े बाल आने चालू हुए थे, और चूत थोड़ी-थोड़ी गुलाबी दिख रही थी। देखते ही मैंने मन ही मन में सोचा उसकी चूत को चाट-चाट खा जाऊं। फिर अपने मुंह को फटाक से उसकी चूत में डाला, और जीभ को उसकी चूत के अंदर डाल के थोड़ी देर तक चाटने लगा। वो मेरे सर के बालों को खींच के मेरी मुंडी को चूत की तरफ दबाने लगी। थोड़ी देर चाटने के बाद मैं खड़ा हुआ टाइट लंड को चूत मैं डालने लगा। वो कुंवारी लड़की थी, और उसकी सील अभी तक टूटी नहीं थी। बहुत कोशिश करने के बाद भी मेरा लंड उसके चूत में नहीं घुसा। फिर मैं उसको पूछा- मैं: कुछ तेल या कुछ है क्या? तो वो बोली: शेल्फ में है लेलो। तभी बाजू की शेल्फ में रखा हुआ वेसलीन का डिब्बा उठाया, और मेरे लंड पे मसाज करने लगा। मसाज करने के बाद मेरा लंड और भी मोटा और लंबा होने लगा। फिर मैं उसकी चूत पे थोड़ा वेसलीन लगाया, और 6.5″ लंड को ज़ोर से उसकी चूत में घुसा दिया। लंड उसकी चूत में डालते ही उसकी चूत की सील टूट के खून निकलने लगा, और वो ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी। मैंने आराम से लंड को उसकी चूत से बाहर निकाला। फिर से थोड़ा वेसलीन लगा के धीरे-धीरे चूत में डाल के चोदना चालू किया। थोड़ी देर उसके ऊपर लेट के चोदने के बाद उसके दोनों पैरों को कंधे पे उठाया, और धका-धक बिना रुके जोर-जोर से चोदने लगा। चूत से खून की बूंदे भी बेड पर गिर रही थी। मैं उसकी कमर पकड़ के जोर-जोर से चोद रहा था। चोद-चोद के उसकी और चूत की हालत खराब हो रही थी। वो मुझे जोर-जोर से चोदो, बोल के चिल्ला रही थी। चोदते-चोदते मेरा वीर्य कब निकल गया पता नहीं चला। वीर्य को बाहर गिराने की कोशिश करते-करते वीर्य उसकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया। जब वीर्य उसके अंदर गया, और उसको गरम-गरम लगने लगा, तभी उसने मुझे धक्का दिया, और उठ के खड़ी हो गयी। लेकिन उसे पता चल गया कि वीर्य उसकी चूत के अंदर चला गया था। फिर दोनों ने अपने-अपने कपड़े पहने, और बेड पे लेट के एक-दूसरे से बात करने लगे। दोस्तों ये थी मेरी और उर्मि की चुदाई की कहानी कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताये ! आपका दोस्त सोनू Rahuluid391@gmail.com

Antarvasna

सभी फड़कती चूतों को सलाम! पिछली स्टोरी के Antarvasna लिए आपके ढेर सारे मिल्स आए उनके लिए आप सब का बहुत बहुत थंक्स यार और ये स्टोरी पढ़ कर भी मेल ज़रूर करना.. और अब ज़्यादा भूमिका बनाये बिना सीधा सीधा कहानी शुरू करता हूँ.

हुआ यूँ कि वो मेरे ऑफिस में मेरे कलीग थी और मेरी अच्छी फ्रेंड थी मगर हमने उस नज़र से कभी एक दुसरे के बारे में नहीं सोचा था. उसका नाम हिना और फिगर ३६-२८-३६ का था. बोले तो एक दम मस्त. ऊपर से उसका गोरा और एकदम कसा हुआ बदन. बस देखते ही कोई भी पागल हो जाए.

उस दिन मैंने उसे काफी परेशान देखा तो पूछा- यार क्या प्रॉब्लम है?
तो उसने बताया कि वो महीने में पहले ही तीन लीव ले चुकी है और अब उसे उसकी कज़न सिस्टर कि शादी में जाना है जयपुर और बस से अगर जायेगी भी तो एक दिन में वापिस नहीं आ सकती और एच आर बोल रहा है कि एक दिन से ज़्यादा छुट्टी बर्दाश्त नहीं होगी.
मैंने तुंरत उसे बोला- टेंशन काहे कि यार मैं तुम्हें दिल्ली से जयपुर बाइक पर ले जाऊंगा, तीन घंटे में पहुँच जायेंगे और तुम अपना काम निपटा लेना फ़िर वापिस आ जायेंगे.
वो मान गई.

मगर प्रॉब्लम ये थी कि वो अपने रिलेटिव्स को ये नहीं दिखाना चाहती थी कि वो किसी लड़के के साथ आई है इसलिए मैंने बोला कि मैं वहीं कहीं घूम लूँगा या किसी होटल में रूम ले लूँगा.
वो मान गई.

हम चल दिए और मैंने उसे 12 बजे जयपुर पहुँचा दिया. अब मैंने एक होटल में रूम ले लिया और उसको बोल दिया कि जब तुम फ्री हो जाओ तो मुझे फ़ोन पर बता देना और इस होटल में आ जाना.

मैं जाते ही थक जाने के कारण सो गया और नींद तब खुली जब उसका फ़ोन बजा. तब तक शाम के 6 बज चुके थे. मैंने उसे यहाँ आने को बोला और फटाफट नहाने के लिए चला गया. जैसे ही मैं नहा कर बाहर निकला तो मैंने देखा कि हिना बेड पे बैठी है. दरअसल मैंने गलती से दरवाजा खुला ही छोड़ दिया था.
अब वो भी मुझे देख कर हैरान हो गई. क्योंकि मैंने कुछ भी नहीं पहना हुआ था और टावल कंधे पे डाल कर मैं बाल पोंछता हुआ बाहर आ गया. दरअसल मेरे अंडरवियर और बनियान भी बेड पर ही थे.
उसने देखते ही सीधा मुंडी नीचे कि तरफ़ की और बोली- हाय हाय … इतना बड़ा!

मैंने फटाफट टावल लेकर नीचे बांधा और बोला- तुम्हें नोक करके आना चाहिए था!
उसने कहा- तुम्हें दरवाज़ा बंद करके रखना चाहिए था.

अब मेरे कपड़े और अंडर गारमेंट्स उसके पास थे, मैंने उससे मांगे तो उसने नहीं दिए. इतने पर मेरा कीड़ा भी जाग चुका था और मैं उसे चोदने के मूड में आ गया था, मैंने कहा- देखो या तो प्यार से दे दो वरना फ़िर तुम्हें ही भुगतना पड़ेगा अगर कुछ हो गया तो!
उसने कहा- जो होगा सो देखा जाएगा … पर मैं तो आपके कपड़े देने वाली नही.

मैं समझ गया कि भाई हरी झंडी मिल रही है, मैंने उसके पास जाकर उसका हाथ पकड़ लिया और इसी खींच तान के बीच उसके लिप्स पर स्मूच जड़ दिया.
पहले कुछ सेकंड्स तो जैसे वो विरोध कर रही थी लेकिन उसके बाद तो बस ज़बरदस्त सहयोग मिला और हमने दस मिनट तक होंठ अलग नहीं किए. बल्कि इस बीच एक दुसरे को कस के पकड़ लिया.

उसने जींस और टॉप पहनी थी और उसकी टॉप में आगे जिप लगी हुई थी. मैंने उसकी जिप को खोल दिया और उसने अपने हाथों से टॉप को अलग कर दिया अब मेरे हाथ उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को प्रेस करने लगे. मैंने झटके से हाथ पीछे करके ब्रा का हुक खोल दिया.

उसने कहा- लगता है बड़ी आदत है ब्रा खोलने की?
मैंने बोला- सपनों में तुम्हारी ब्रा रोज़ खोलता हूँ इसीलिए मेरी जान.
और वो हंसने लगी और मेरी गर्दन पर और छाती पर चुम्बन की बरसात करती रही उसके मस्त कसे हुए बूब्स और एकदम तने हुए निप्प्ल देख कर तो मैं फ्लैट ही हो गया था.
मैंने खूब उसके चूचे चूसे और फ़िर उसकी जींस का हुक खोल दिया.

वो तो जैसे तैयार ही थी इसके लिए और उसने झट से अपनी जींस ख़ुद ही नीचे करके उतार दी और अपने जिस्म से अलग कर दी.
मेरा टावल कब मेरी कमर से खुल चुका था मुझे नहीं पता था. और मैंने उसकी ब्लैक कलर कि सेक्सी पैंटी भी उतार दी.

उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. मैंने फटाफट उसे चाटना शुरू किया और वो कराहने लगी.
वो अभी तक वर्जिन थी और उसकी चूत बहुत टाइट थी जिसका अंदाजा मुझे तब लगा जब मैं उसकी चूत में उंगली डाल रहा था और वो मारे दर्द के रोने लगी.

तभी मैंने 69 की पोसिशन में आकर अपना लंड उसके मुंह में दे दिया वो न न करने लगी और कहने लगी- नहीं ऐसा नहीं करो, मुझे उलटी आ जायेगी.
वगैरह वगैरह!
मगर मैंने उसे समझाया- हिना अगर सेक्स का मज़ा लेना चाहती हो तो सकिंग करो, तुम्हें बहुत मज़ा आएगा.
और वो मान गई उसके बाद तो मैं उसे नीचे से गरम करता गया और उसकी नशीली चूत चाटता रहा और वो मेरा लंड चूसती रही.

फ़िर अचानक लंड छोड़ कर बोली- बस करो रोहित अब और नहीं रहा जाता.
मेरे लंड का साइज़ सात इंच और तीन इंच मोटा है. जैसे ही मैं लंड डालने लगा, वो बोलने लगी- नहीं रहने दो, ये बहुत मोटा है, मेरी चूत फट जायेगी.
मैंने कहा- मेरी जान, चिंता नहीं करो और थोड़ा सा सब्र रखो. मैं तुम्हें बिल्कुल दर्द नहीं होने दूंगा और कुछ नहीं होगा.

मैंने धीरे धीरे घुसाना शुरू किया और उसने चिल्लाना भी शुरू कर दिया. पर मैंने उसकी चीख को इग्नोर कर दिया और लगा रहा अपने काम में. बस मज़ा आ गया. दो मिनट के बाद उसको भी मज़ा आने लगा और वो चीखना बंद करके नीचे से कमर हिलाने लगी.
मैं समझ गया मैंने स्पीड बढ़ा दी और लंड को और ज़ोर ज़ोर से धक्का मारने लगा अब लंड पूरा अन्दर जा चुका था और उसे बहुत मज़ा आ रहा था.

मैंने उसे 15 मिनट तक लगातार चोदा और इस बीच वो 3 बार झाड़ चुकी थी. जैसे ही मेरा माल टपकने वाला था उसने कहा- प्लीज़ अन्दर मत डालना.
मैंने फटाफट लंड बाहर निकला और अपना सारा माल उसके पेट और चूत के बाहर गिरा दिया.

इसके बाद हमने कई बार चुदाई का खेल खेला और हम रात को होटल में ही रुक गए और सारी रात खूब मज़ा करके नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर सो गए.
सुबह छह उठे और फटाफट ऑफिस दिल्ली के लिए निकले. हम आधे दिन के बाद ऑफिस पहुंचे पर मैंने अप्रोच लगा कर उसे बचा लिया और उसके बाद उसके साथ कई बार सेक्स किया. Antarvasna

Hindi Porn Stories

निशु जब बाहर आई तब Hindi Porn Stories कमर के नीचे का हिस्सा पानी से भीगा हुआ था, जिसे देख सुनित आगे बढ़ा और निशु के टॉप से उसके बदन को सुखाने लगा।

निशु की लम्बी लम्बी झाँटों को देख बोला- कितने दिन से नहीं काटा इनको, निशु?

निशु भी बोली- आज तक सिर्फ़ एक बार कैंची से काटी थी, 15 साल की थी, जब नौवीं क्लास में थी। मम्मी ने बहुत डांटा था बाद में! उसके बाद फ़िर नहीं काटी।

मैंने तब पूछा- तुम मामी को बताया था क्या कि तुमने झाँट साफ़ की है?

वो बोली-नहीं, पर मम्मी सुबह झाड़ू लगाते समय मेरे कमरे में बड़े-बड़े बाल देख समझ गई और मुझसे पूछा कि ये सब बाल कैसे हैं तो मैंने इशारे से बताया।

फ़िर तो वो बहुत गुस्सा हुई और मेरा सलवार खुलवा कर देखा। मुझे तब बहुत शर्म आई, पर वो मेरे चूत को देख काफ़ी गुस्साई और कहा कि अगर ऐसे करने में कोई कट-छिल गया तो कितनी परेशानी होगी, कैसे डाक्टर के पास जा कर ऐसे दिखाओगी?

तब से फ़िर हिम्मत नहीं हुई ऐसा कुछ करने की!

सुमित बोला- तभी तुम यहाँ हम लोग से खूब मजे से चुदवा रही हो, अब तुम्हारी मम्मी अगर तुमको नंगा करके तुम्हारी चुदी हुई बुर देखेगी तब क्या होगा?

निशु अब अपने रंग में आने लगी थी, बोली- होगा क्या, चिल्लाएगी खूब! उन्होंने मुझे कितना दबा कर रखा है, सिर्फ़ मैं ही जानती हूँ। मम्मी का ये न करो, वो न करो भी तब से शुरु हुआ और आज तक चल रहा है। मुझे याद है, एक बार वो अपने खिड़की से सड़क पर एक कुत्ते के जोड़े को देख रही थी। एक कुत्ता कुतिया के उपर चढ़ कर खूब तेजी से उसको चोद रहा था। मम्मी को पता नहीं चला कि मैं पीछे खड़ी हूँ और उनको कुत्ते-कुतिया को मस्ती करते देख रही हूँ।

फ़िर जब पास के एक लड़के ने एक पत्थर उनकी तरफ़ फ़ेंका तब कुत्ता पलट गया और उसका लण्ड कुतिया की भीतर था, और जैसे ही कुत्ता पत्थर से डर कर इधर-उधर जाने लगा, कुतिया भी साथ साथ खिंची जा रही थी। मुझे तब यह देख हँसी आ गई और मम्मी ने तब देखा कि मैं भी वहीं साथ ही सब देख रही हूँ। वो बहुत गुस्साई और मुझे 3-4 थप्पड़ लगा दिए।

जब मैंने कहा कि क्या हो गया अगर मैंने देखा, आप भी तो देख रही थी।

तब गुस्से में वो बहुत बोली।

तभी मैंने सोच लिया कि जब मौका मिलेगा, तब वो सब करुँगी जो मम्मी नहीं करने देती। इसीलिए उस दिन जब आप लोग ताश खेलने को बोले तो मैं तैयार हो गई कि अब मुझे वो सब कर लेना है, जो मम्मी के साथ रहते नहीं कर सकती।

मुझे मामी के मिजाज के बारे में पता था। पर यह सब सुन सुमित बोला- ठीक है, फ़िर आज देखो कैसे तुमको मजा देते हैं। आज तुम्हें एक रन्डी मान के पूरा पैसा वसूल चुदाई करुँगा।

और फ़िर उसने निशु को अपने गोद में खींच लिया। दोनों ने एक दूसरे के साथ चुम्मा चाटी शुरु दी। सुमित धीरे-धीरे निशु के होंठ से शुरु करके उसकी चूचियों पर ध्यान दे रहा था और निशु उसके लण्ड को सहला रही थी।

सुमित का लण्ड अब कड़ा हो गया था। उसने निशु को बेड पर सीधा लिटा दिया और टाँगें खोल कर उसकी चूत के बाहर के होंठ फ़ैला कर जीभ से चूत की चटाई शुरु कर दी। निशु अब गीली होने लगी थी। उसने सिसकी निकालनी शुरु कर दी। तब सुमित उसके चूत की चमड़ी को और फ़ैला कर उसकी टीट(भगनासा) को चूसने लगा।

फ़िर उसने निशु को अपने मुँह से भी पूरा बेचैन करने के बाद अपना लण्ड एक धक्के में ही निशु की चूत में पेल दिया अर जोरदार चुदाई शुरु कर दी। निशु के पूरे जिस्म में जैसे आग लगी थी और वो खूब जम कर सुमित के धक्के से धक्का मिला कर चुदवा रही थी।

आह आह की आवाज से मेरे और अनवर का लण्ड ठनक गया था। निशु का बदन थरथरा कर थोड़ा ढीला हुआ, वैसे ही सुमित ने अपना लण्ड उसकी चूत से बाहर निकाल लिया, फ़िर उसको पलटने को कहा। निशु अभी और चुदाना चाहती थी पर मैं समझ गया कि अब निशु की गांड मारी जानी है।

सुमित ने उसको फ़िर कहा- पलट और गाण्ड मरवाने को तैयार हो जा!

निशु अब समझ गई कि आज की असल चुदाई तो अब शुरु होगी।

वो चुदाने के लिए बेचैन थी, बोली-‘ठीक है, आज यह भी हो जाए! जब चुदवाना ही है तो पूरी रन्डी बना दीजिए मुझे।

वो मुझे देख के बोली- आज भैया मुझे आप दोनों भी चोदिए, मेरे बदन का पूरा मजा लूटिए!

सुमित को देर बर्दाश्त हो नहीं रही थी, वो खीज कर बोला- चल इधर साली कुतिया, पहले मेरे से गाण्ड मरवा फ़िर अपने भाई से चुदाना!

वो बेशर्म की तरह बोली- ओह साले कुत्ते हो क्या तुम सुमित भैया! कि इस कुतिया को चोदने के लिए तड़प रहे हो?

और उसने पलट कर अपनी गाण्ड उभार दी। सुमित भी मजा लेने के लिए अपने दाँए हाथ के अँगूठे को भीतर घुसा उसकी गाण्ड खोलने लगा, साथ ही बोला- हाँ रे निशु बहना, जब तुम्हारे जैसी रन्डी सामने कुतिया बन के गाण्ड खोल दे तब मुझे कुत्ता बनने में कोइ परेशानी नहीं है, अपने बाकी दोनों भाइयों से पूछ लो, वो बहनचोद बनेंगे या कुत्ते?

वो जब तक हम लोगों से कुछ कहे, सुमित उसकी गाण्ड में लण्ड पेलना शुरु कर दिया। एक इन्च लौड़ा भीतर गया होगा कि निशु के चेहरे पे शिकन दिखने लगी और जब करीब तीन इन्च भीतर घुसा तो उसने परेशानी महसूस करके ना ना करना शुरु किया।

सुमित ने उसको पुचकारा और फ़िर हल्के से दबा दिया। वो अब बिस्तर के करीब हो गई थी और थोड़ा शांत थी। तभी सुमित ने अपने दोनों हाथों से उसकी कमर को पकड़ थोड़ा ऊपर उठाया और अपना सबसे जोरदार धक्का लगाया।

निशु जोर से चीखी पर सुमित का लण्ड पूरा सात इन्च का उसकी गाण्ड के भीतर चला गया। वो दर्द से परेशान थी पर बोले जा रही थी- चोदो, गाण्ड मारो मेरी, रुको मत! पेलो पूरा! आज तुम्हारी कुतिया हूँ मैं।

सुमित चुपचाप उसकी गाण्ड मारे जा रहा था और थोड़ी देर में ही निशु भी उसका साथ देने लगी।

अनवर से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था, वो अपने कपड़े खोलने लगा, तो निशु ने मुझे भी आने को कहा। फ़िर उसने हम दोनों के लण्ड को बारी बारी से चूसना शुरु किया। तभी सुमित उसकी गाण्ड में ही झड़ गया।

निशु की गाण्ड से उसका माल बह रहा था। वो अभी नहीं झड़ी थी और बिना सुमित की चिन्ता किए वो हम दोनों के लण्ड मजा दे रही थी। फ़िर उसने मुझे कहा कि मैं अब उसकी चूत में पेल कर चोदूँ।

मैंने तुरन्त पीछे जा उसकी बूर की चुदाई शुरु कर दी।

वो बोली- आप मेरे मुँह में झाड़िएगा।

मैंने तेजी से उसकी चूत चोदी। उसकी चुदाई और गाण्ड मराई देखकर वैसे भी मैं आधा मजा पा चुका था, इसलिए जल्दी ही मैं झड़ने की स्थिति में आ गया और लण्ड उसकी चूत से निकाल सामने की तरफ़ चला गया।

निशु अब बिस्तर पर सीधा लेट गई, अनवर अब ऊपर से उस पर चढ़ गया और उसको चोदने लगा।

मैंने उसके मुँह में अपना माल निकाल दिया, तभी अनवर भी उसकी चूत में झड़ गया।
निशु मेरा माल खा गई और बोली- वाह, मजा आ गया, भाई लोगो! आज मेरे तीनों छेदों में लण्ड का माल गिरा!

हम सब अब थक गये थे। निशु अपनी चूत से अनवर का माल अपने उँगली से निकाल निकाल कर चाट रही थी, सुमित से बोली- सॉरी भैया, आपका बाद में कभी खा लूंगी, गाण्ड में से निकाल कर मैं नहीं खा सकती!

सुमित खुश हो कर बोला- ओए जी, कोइ गल नई!

हम सब हंसने लगे। तभी निशु बोली- अब मम्मी को फोन करती हूँ, कई दिन हो गये बात किए!

मैं थोड़ा अचकचाया- क्या बात करोगी अभी निशु?

वो मुस्कुरा कर बोली- कहूँगी कि उनकी लाडली बेटी को उनके प्यारे भांजे ने एक दम रण्डी बना दिया और अपने दोस्तों के साथ मिल कर रोज दो घन्टा चोदता है!

मेरी घिग्गी बंध गई पर तभी वो हँस दी। हम सब उसकी बदमाशी समझ गए और हमारी जान में जान आई। वो मोबाईल पर बात करने लगी। सुमित और अनवर कपड़े पहनने लगे।

वो नंगी ही थी और मैं देख रहा था कि वो अपने माँ से कितने भोलेपन के साथ बात कर रही थी। बीच बीच में अपने बुर में उँगली डाल कर उसको चाट भी रही थी।

सच आज उसको देख लग रहा था कि 4-5 महीने में ही कैसे वो एक छुई-मुई सी लड़की से कैसी चुदक्क्ड़ लौन्डिया बन गई थी- एकदम बेशर्म और बिंदास। Hindi Porn Stories

Antarvasna

हाय रीडर्स

ये मेरी पहली कहानी है।

बात उन दिनों कि है जब मोम, डैड कहीं बाहर गये हुए Antarvasna थे और मैं घर पे अकेला बोर हो रहा था, अचानक मन में आया और मैने कोई नम्बर घुमाना शुरु किया के शायद कोई लड़की भी होगी जो मेरी तरह बोर हो रही होगी, बहुत नम्बर मिलाने के बाद एक नम्बर मिल ही गया। मैने कहा-क्या मैं पायल से बात कर सकता हूँ, तो आवाज़ आयी – यहां कोई पायल नहीं है, तो मैने कहा आप कौन तो उसने अपना नाम सीमा बताया। मैने कहा अगर आप बुरा न माने तो हम कुछ देर बात कर सकते हैं? तो वो मान गयी।

अब हम हर दिन बात करने लगे, धीरे धीरे मैने उसके बारे में बहुत कुछ जान लिया, उसे भी सेक्स करने का उतना ही शौक था जितना मुझे। मैने उससे पूछा कि हम कब मिल सकते हैं तो उसका जवाब था जब आप चाहो।

१ दिन मिलने के लिये टाइम भी फ़िक्स हो गया जब हमारा सामना हुआ तो स्टोरी बदल चुकी थी, वो मेरे दोस्त की बहन थी और उसने अपने बारे में जो भी बताया सब गलत था, मैने उसे कहा क्या इरादा है अगर तुम मेरे साथ नहीं चलोगी तो मैने तुम्हारी सब बातें जो मोबाइल में रिकोर्ड की हैं तुम्हारे भाई को सुना दूंगा, वो डर गयी और मेरे साथ चलने के लिए मान गयी।

उसे लेकर मैं एक होटल में गया और हम रूम में पहुँच गये।

रूम में जाते ही मैने उसे अपनी बाहों में भर लिया, मैं मौका गवाँना नहीं चाहता था।

मैने उसकी चूची दबानी शुरु कर दिये, उसे दर्द होने लगा और वो ऊऊउह की आवाज़ करने लगी मैने उसकी चूचियां उसकी ब्रा से आज़ाद कर दी और उसकी चूचियां चूसने लगा। अब उसे भी मज़ा आने लगा, मैने धीरे धीरे अपना एक हाथ उसकि सलवार में डाल दिया और उसके चूतड़ सहलाने लगा। वो मज़ा लेने लगी थी।

अब मैने अपना हाथ उसकी बुर पर फ़ेरना शुरु किया, वो मदहोश होने लगी, उसकी आंखें बंद होने लगी, मैने उसे बेड पे लिटा दिया और उसकी सलवार और पैंटी अलग कर दी। अब वो मेरे सामने एक दम नंगी लेटी हुई थी। मुझसे रहा नहीं जा रहा था, उसकी चूत गीली हो चुकी थी।

मैने उसकी टांगे उठाई और चोदना शुरु कर दिया वाह उसकी सील भी बंद थी जो और मज़े की बात थी।

जैसे ही मेरा ७ इंच का लंड उसके अंदर गया वो कराह उठी लेकिन ये मज़े की कराहट थी। अब २-३ बार धक्का देने के बाद उसकी सील टूट गयी अब चुदाई जोरों पे थी। वो आहह कर रही थी और मज़ा भी ले रही थी हम दोनो चुदाई का आनंद ले रहे थे।

उस दिन हमने २ बार चुदाई का मज़ा लिया और इसके बाद हमें जब भी मौका मिलता हम ये खेल खेलते थे और आज भी खेलते हैं। Antarvasna

मेरा नाम सुजाता है, मैं राजकोट के एक गाँव से हूँ। मेरे पति लखनऊ में सरकारी पद पर कार्यरत हैं इसलिए साल में मुश्किल से 25-30 दिन हम साथ गुजारते हैं।
हमारे दो बच्चे हैं एक लड़का और एक लड़की, दोनों ही दिल्ली में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।

दोस्तो, मैं बाकी लड़कियों या औरतों की तरह नही कहूँगी कि मेरा फिगर ऐसा है वैसा है।
मेरे जिस्म का सही आकार इस तरह से है- मेरे मम्मे 34″ हैं, कमर 38″ और मेरे चूतड़ 42″ के हैं, मेरे मम्मे थोड़े ढीले से ही हैं।

मेरे पति मुझे शुरू से ही संतुष्ट नहीं कर पाते थे, उनका दो मिनट में ही वीर्यपात हो जाता था किन्तु शुरू में मैं इसे ही अपना नसीब मानकर अपनी जिंदगी बिता रही थी।

बात उन दिनों की है जब मेरे पति का लखनऊ तबादला हुआ। तब हम एम पी के एक शहर में रहते थे किन्तु इनका ट्रान्सफर हो जाने के बाद मैं अकेली रह गई थी घर पर।
तब मेरे पति ने मुझे मेरे पति के पिताजी यानि कि मेरे ससुर के पास रहने का सुझाव दिया।
वो एक गाँव में रहते हैं, वहाँ हमारी कुछ पुश्तैनी ज़मीन भी थी। ससुर जी अकेले ही घर रहते थे, सासू माँ की कई साल पहले मृत्यु हो चुकी थी। ससुर जी की आँखों की रोशनी और सुनने की क्षमता भी अब कम सी हो गई थी।

मैं अपने ससुर जी के पास रहने आ गई। वहीं मेरी मुलाकात संजू जी से हुई।
हुआ यूँ कि अगले दिन मैं छत पर कपड़े सुखाने गई तो मेरी नज़र सामने वाली छत पर पड़ी।
उस वक़्त संजू जी कसरत कर रहे थे, उन्होंने ऊपर कुछ नहीं पहना था, उनका कसरती जिस्म देखकर तो जैसे मैं मंत्रमुग्ध सी हो गई थी।
5’10” का कद, चौड़ा सीना, उठे हुए चौड़े कंधे, सुंदर चेहरा और उनके कोई तोंद भी नहीं थी, उनको देखकर दिल में कुछ कुछ सा होने लगा था… जब नज़रें मिली तो हम दोनों मुस्करा दिए।

फिर थोड़ी देर बाद वो घर पर आ गये और ससुर जी से बात करने लगे, तब ससुर जी ने हमें मिलवाया।
संजू भी घर पर अकेले रहते हैं, उनकी बीवी 5 साल पहले गुजर चुकी है, दोनों लड़के एम पी से बाहर कहीं जॉब करते हैं।

अब उनका हमारे घर आना जाना काफी ज्यादा हो गया, जल्दी ही हम दोनों की नजदीकियाँ भी बढ़ने लगी।
एक तरफ मैं थी जिसके पति ने कभी न तो पूरी तरह संतुष्ट किया था न ही साथ रहते हैं। दूसरी तरफ संजू जी जिनकी बीवी भी 5 साल पहले उन्हें छोड़ कर जा चुकी थी।
आग दोनों तरफ लगी थी दोस्तों।

एक दिन मैं रसोई में खाना बना रही थी, ससुर जी खेतों में घूमने गये थे, संजू जी रसोई में आये और मेरी कमर मे पीछे से हाथ डाल दिया। मैंने भी थोड़ा शरमाने का एहसास कराया।
किन्तु संजू जी भी जानते थे कि अभी कोई नहीं है घर पर… मैं बाहर जाने लगी तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर अपनी और खींच लिया और मैं सीधे उनके सीने से जा लगी।

उन्होंने बिना एक पल गँवाए अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए।
मैं भी जन्मों से प्यार की प्यासी की तरह उनके होंठों को चूमने लगी।
करीब दस मिनट तक हम यों ही एक दूसरे को चूमते रहे।

इतने में ससुर जी के कदमों की आहट हुई तो हम अलग हुए, तब मैंने उन्हें आज रात हमारे स्टोररूम में आने को कहा।
हमारे घर का स्टोर रूम करीब दो कमरों की जगह में बना है जिसमें आराम करने की सारी सुविधाएँ मौजूद हैं।

रात में ससुर जी को खाना खिलाकर अब तो बस उनके आने का इंतजार था।
थोड़ी देर में संजू जी चुपचाप स्टोररूम में आये, आते ही उन्होंने रूम का दरवाजा बंद किया और मुझे अपनी मजबूत बाहों में कस के जकड़ लिया।
मेरी रूह को तो जैसे इसी पल का इंतजार था।
उन्होंने अपने होंठों में मेरे होंठों को ले लिया और दस मिनट तक मुझे चूमते चूसते रहे।
फिर उन्होंने मेरी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया और मेरा ब्लाउज भी उतार दिया। मैंने ब्रा नहीं पहनी थी तो मेरे 34 साइज़ के मम्मे उनके सामने झूलने लगे।

उन्होंने मेरा एक मम्मा अपने मुँह में लिया और उसे चूसने लगे, साथ ही दूसरे मम्मे को अपने हाथ से मसलने लगे।
मेरी एक लम्बे अरसे की प्यास आज बुझ रही थी तो मेरे मुँह से अपनेआप मादक सिसकारियाँ निकलने लगी- ऊम्म्म उम्म्म आहाह्ह आह्ह ऊम्म।
फिर उन्होंने मुझे पूरी तरह निर्वस्त्र कर दिया और अपने कपड़े भी उतार दिए।
जैसा उनका शरीर बलवान और मजबूत था, वैसा ही उनका लिंग भी करीब 8″ लम्बा और 3″ मोटा, मेरे पति से डेढ़ गुना।
उसे देखते ही मेरी आँखों में चमक आ गई।

तब उनका इशारा पाकर मैंने उनके लिंग को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरु किया।
उसके बाद उन्होंने मुझे लिटाया और अपना बलवान लिंग मेरी चूत पर सेट किया, एक धक्के में ही आधा लिंग चूत में प्रवेश करा दिया। मेरी तो एकदम चीख ही निकल गई।

फिर उन्होंने समझते हुए मेरे मम्मों को सहलाया, मेरे होंठों को चूसा और फिर धीरे धीरे मेरी चूत में अपना लिंग डालने लगे।
दो मिनट बाद मैं भी अपने चूतड़ों को उठाकर उनका साथ देने लगी।

तब उन्होंने तेज़ तेज़ धक्के मारने शुरू किये, करीब 15 मिनट तक ऐसे ही मेरी जमकर चुदाई की। इस बीच मेरा तो एक बार पानी भी निकल चुका था पर अभी तक उनका लिंग एकदम तना हुआ था।

फिर उन्होंने मुझे घोड़ी बनाकर पीछे से मेरी चूत में अपना बलिष्ठ लिंग डालकर मेरी चुदाई शुरू की, वो तेज़ तेज़ धक्के मारते रहे।
ऐसे ही बीस मिनट तक मेरी धुआंधार चुदाई की, इसके बाद उन्होंने मुझे अपने ऊपर बैठाकर भी चोदा, करीब 45 मिनट तक मेरी जमकर चुदाई करने के बाद उनके लिंग ने अपना कामरस बाहर निकाला।

उस रात मुझे पहली बार ऐसा महसूस हुआ कि किसी ने मेरी चूत की संतुष्टि की है, मैं तीन बार झड़ी थी, मेरी हालत तो ऐसी हो गई थी कि मैं उठकर वाशरूम तक भी नहीं जा सकती थी।

उस रात हमने एक बार और चुदाई की थी। सुबह ससुर जी के उठने से पहले संजू जी अपने घर चले गये।
तब से आज तक संजू जी और मैं एक दूसरे की काम वासना की तृप्ति करते हैं।
संजू जी मेरे पति के न होने पर मेरा हर तरह से ख्याल रखते हैं।

TOTTAA’s Disclaimer & User Responsibility Statement

The user agrees to follow our Terms and Conditions and gives us feedback about our website and our services. These ads in TOTTAA were put there by the advertiser on his own and are solely their responsibility. Publishing these kinds of ads doesn’t have to be checked out by ourselves first. 

We are not responsible for the ethics, morality, protection of intellectual property rights, or possible violations of public or moral values in the profiles created by the advertisers. TOTTAA lets you publish free online ads and find your way around the websites. It’s not up to us to act as a dealer between the customer and the advertiser.

 

👆 सेक्सी कहानियां 👆